Detailed explanations in West Bengal Board Class 7 History Book Solutions Chapter 5 मुगल साम्राज्य offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 7 History Chapter 5 Question Answer – मुगल साम्राज्य
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
भारतवर्ष का प्रथम मुगल बादशाह कौन था?
उत्तर :
जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर।
प्रश्न 2.
तैमूरलंग ने कब उत्तर भारत पर आक्रमण किया?
उत्तर :
सन् 1397 ई० में।
प्रश्न 3.
खानवा का युद्ध कब हुआ था?
उत्तर :
सन् 1527 ई० में।
प्रश्न 4.
अकबर का जन्म कब हुआ था?
उत्तर :
सन् 1542 ई० में।
प्रश्न 5.
चौसा का युद्ध किसके बीच हुआ था?
उत्तर :
शेरशाह और हुमायूँ के बीच 1539 में।
प्रश्न 6.
हुलिया प्रथा किसने शुरू की शी?
उत्तर :
शेरशाह ने।
प्रश्न 7.
पानीपत की दूसरी लड़ाई में अकबर ने अफगानों को किसकी मदद से हराया?
उत्तर :
बैरम खान।
प्रश्न 8.
बीरबल का वास्तविक नाम क्या था?
उत्तर :
महेश दास।
प्रश्न 9.
अकबर के शासन काल के एक प्रसिद्ध इतिहासकार का नाम लिखो।
उत्तर :
अबुल फजल अल्लामी।
प्रश्न 10.
मध्य एशिया में मुगलों का प्राचीन स्थान कहाँ था?
उत्तर :
समरकन्द ।
प्रश्न 11.
अकबरनामा किसने लिखा है?
उत्तर :
अबुल फजल अल्लामी ने।
प्रश्न 12.
औरंगजेब की मृत्यु कब हुई थी?
उत्तर :
सन् 1707 ई० में।
प्रश्न 13.
दीन-ए-ईलाही धर्म किसने चलाया था?
उत्तर :
सम्राट अकबर ने।
प्रश्न 14.
दहसाला व्यवस्था में दह का अर्थ क्या होता है?
उत्तर :
दस।
प्रश्न 15.
अकबर ने किसको राजा की उपाधि दी थी?
उत्तर :
बीरबल को।
प्रश्न 16.
हल्दी घाटी का युद्ध कब हुआ था?
उत्तर :
1576 ई० में।
प्रश्न 17.
घाघरा का युद्ध कब हुआ था?
उत्तर :
सन् 1529 ई० में।
प्रश्न 18.
घाघरा के युद्ध में बाबर का प्रतिद्वन्द्वी कौन था ?
उत्तर :
राणा सांगा।
प्रश्न 19.
बेलगाँव का युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर :
बेलमाँव का युद्ध 1540 ई० में हुआ था।
प्रश्न 20.
किसके शासनकाल मं सिख गुरु अर्जुन को मृत्यु दंड दिया गया था।
उत्तर :
जहाँगीर।
प्रश्न 21.
अहमद नगर के प्रधानमंत्री कौन थे ?
उत्तर :
मलिक अंबर।
प्रश्न 22.
बाबर किस वर्ष शासक बना ?
उत्तर :
सन् 1494 ई०।
प्रश्न 23.
बाबर किस उप्र में शासक बना ?
उत्तर :
मात्र 13 वर्ष की उम्र में।
प्रश्न 24.
राणा सांगा किसके नेता थे ?
उत्तर :
राजपूतों के।
प्रश्न 25.
शेरशाह के पुत्र का नाम क्या था ?
उत्तर :
ईसलाम शाह।
प्रश्न 26.
हुमायूँ की मृत्यु कैसे हुई ?
उत्तर :
सीढ़ियों से गिरकर।
प्रश्न 27.
सन् 1526 ई० में बाबर ने किसे पराजित किया ?
उत्तर :
अफगानी शक्ति को।
प्रश्न 28.
बादशाह शब्द किस भाषा का है ?
उत्तर :
फारसी भाषा का।
प्रश्न 29.
घाघरा के युद्ध में कौन विजयी हुआ ?
उत्तर :
बाबर।
प्रश्न 30.
चौसा का युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर :
सन् 1539 ई० में।
प्रश्न 31.
मनसबदारी व्यवस्था किसने चलाई थी ?
उत्तर :
बाबर ने।
प्रश्न 32.
अकबर ने चित्तौड़ का दुर्ग कब जीता था ?
उत्तर :
सन् 1568 ई० में।
प्रश्न 33.
अकबर के एक दरबारी का नाम बताओं।
उत्तर :
बीरबल।
प्रश्न 34.
राणा सांगा कौन थे ?
उत्तर :
राजपूतों के नेता थे।
प्रश्न 35.
तैमूर लंग ने उत्तर भारत पर कब आक्रमण किया था ?
उत्तर :
सन 1398 ई० में।
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARK
प्रश्न 1.
मुगल अपने को बादशाह क्यों कहते थे?
उत्तर :
मुगल अपने को बादशाह इसलिए कहते थे कि शासन व्यवस्था पूर्ण रूप से उन पर निर्भर थी।
प्रश्न 2.
हुमायूँ अफगानों से क्यों हार गये थे?
उत्तर :
अपनी दुर्बलता के कारण।
प्रश्न 3.
औरंगजेब के शासन काल में मुगलों के कुलीन वर्ग के बीच खींचातानी क्यों बढ़ गयी थी?
उत्तर :
जय सिंह व राणा यशवन्त की वजह से।
प्रश्न 4.
उलह-ई -इल क्या है?
उत्तर :
सबके प्रति सहनशीलता व शान्ति।
प्रश्न 5.
मुगलों के शासन में सूबा का परिचय दो।
अथवा
सूबा का क्या अर्थ है?
उत्तर :
अकबर ने अपने साप्राज्य को कई प्रदेशों में बाँटा था। इन प्रदेशों को सूबा कहा जाता था। सूबों को फिर कई सरकारों एवं सरकारों को परगना में बाँटा गया था।
प्रश्न 6.
मुगल किनको कहा जाता था?
उत्तर :
एक तरफ मुगल नेता चंगेज खान और दूसरी तरफ तैमूरलंग के वंशधरों को मुगल कहा जाता है। मुगल अपने को तैमूरीय समझते थे। प्रथम मुगल बादशाह बाबर था।
प्रश्न 7.
सफाबि और उजबेग से क्या समझते हो?
उत्तर :
सफाबि ईरान का एक राजवंश था।इस राजवंश ने ईसा की सोलहवीं शताब्दी से अठारहवीं शताब्दी तक शासन किया। उजबेग एशिया की एक तुर्की भाषा जाति थी। ईसा की सोलहवीं शताब्दी के मध्य तक उन्होंने एशिया में एकाधिक राज्य कायम कर लिया था।
प्रश्न 8.
बादशाह किसे कहा जाता है?
उत्तर :
बादशाह / पादशाह / पादिशाह शब्द फारसी भाषा के शब्द हैं। पाद का अर्थ प्रभु और शाह का अर्थ राजा है, अर्थात पादशाह का अर्थ होता है बहुत शक्तिशाली। 1507 ई० में बाबर ने काबुल में रहते हुए ही पादशाह की उपाधि ग्रहण की थी।
प्रश्न 9.
सार्वभौम शासक का अर्थ क्या होता है?
उत्तर :
सार्वभौम शासक का अर्थ होता है सारी भूमि पर जिसका अधिकार हो। सारी भूमि पर एक व्यक्ति का अधिकार होना संभव नहीं, इसका अर्थ विराट अंचल के अधिकार से ही है।
प्रश्न 10.
बीरबल का एक संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर :
अकबर के दरबारी और उनके नवरत्नों में एक बीरबल थे। वे बहुत ही बुद्धिमान थे। उनका जन्म मध्य प्रदेश के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनका वास्तविक नाम महेश दास था। अकबर ने उनको राजा की उपाधि दी थी। अकबर के समय वे प्रधान मंत्री थे।
प्रश्न 11.
अकबर के नवरल का क्या तात्पर्य है?
उत्तर :
मुगल शासक अकबर विद्वानों का बहुत इज्जत करता था। वह अपने दरबार में अति विशिष्ट नो लोगों का एक समूह बनाया था। इसी समूह को नवरत्न कहा जाता है।
प्रश्न 12.
बारह भुइयाँ का एक परिचय दीजिए।
उत्तर :
जहाँगीर के समय (सन् 1605-सन्1626 ई०) में बंगाल के स्थानीय हिन्दू-जमींदारों और अफगानों ने बारबार मुगलों के विरुद्ध विद्रोह किया। ये विद्रोही बारह भुइयाँ के नाम से परिचित थे। इसमें प्रताप दिव्य, चाँद राय, केदार राय, ईशा खान आदि मुख्य रूप से उल्लेखनीय हैं।
प्रश्न 13.
जागीरदारी प्रथा किसे कहा जाता था?
उत्तर :
अकबर के शासन काल में मनसबदारों को दो तरह से वेतन दिया जाता था। नगद अथवा राजस्व बरत देकर। राजस्व के इस बरत को जागीर कहा जाता था। जो जागीर पाते थे उनको जागीरदार कहा जाता था। इस व्यवस्था को जागीरदारी प्रथा कहा जाता था।
प्रश्न 14.
टोडरमल व्यवस्था क्या है?
उत्तर :
अलाउद्दीन खिलजी के शासन काल में कृषि वाली जगह का उत्पादन, बाजारों में उसके मूल्य आदि का पिछले दस वर्षों का औसत रिकॉर्ड लिया जाता था और उसी के अनुसार राजस्व वसूला जाता था। यह व्यवस्था दहसाल व्यवस्था कहलाती है। चूँकि यही व्यवस्था 1580 ई० में अकबर के राज्य मंत्री राजा टोडरमल के सहयोग से शुरू हुई, इसलिए इसका नाम टोडरमल व्यवस्था पड़ गया।
प्रश्न 15.
करोड़ी किन्हें कहा जाता था?
उत्तर :
अलाउद्दीन खिलजी के शासन काल में राजस्व वसूलने एवं कानून के तथ्यों को मिलाने जुलाने वाले कर्मचारियों को करोड़ी कहा जाता था।
विस्तृत उत्तर वालें प्रश्न (Detailed Answer Questions) : 5 MARK
प्रश्न 1.
खानवा और घाघरा के युद्ध का विवरण लिखिए।
उत्तर :
खानवा का युद्ध – राजा संग्राम सिंह मेवाड़ के राजा थे। युद्ध शुरू होने से पहले बाबर ने खानवा के मैदान में अपने सैनिकों को कहा कि यह युद्ध उनके धर्म की जंग है। इससे सैनिकों में जोश समा गया। इस युद्ध में बाबर की जीत हुई। यह युद्ध सन् 1527 ई० में हुई थी।
घाघरा का युद्ध :- यह युद्ध सन् 1529 ई० में हुआ था। यह युद्ध अफगानों और बाबर के बीच में हुआ था। इस युद्ध में बंगाल का शासक नुसरत शाह ने अफगानों का सहयोग किया था। इस युद्ध में बाबर की जीत हुई थी।
प्रश्न 2.
शेरशाह के सुधार कार्यों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :
शेरशह ने शासन, परिचालन और राजस्व व्यवस्था में निम्न सुधार किया।
(क) शेरशाह कृषकों को पट्टे देते थे, इस पर किसानों का नाम होता था और उनका अधिकार होता था। इसके बदले में किसान राजस्व देना कबूल कर कबूलियत नाम से एक दूसरी दलील राष्ट्र को देते थे।
(ख) शेरशाह ने यातायात की व्यवस्था के लिए सड़कों का निर्माण करवाया। उन्होंने बंगाल से उत्तर-पश्चिमी सीमान्त में पेशावर तक एक विस्तृत सड़क का निर्माण करवाया। इस रास्ते का उस समय सड़क-ए-आजम नाम पड़ा था। बाद में इसी रास्ते का नाम प्रैण्ड ट्रैंक रोड पड़ा।
(ग) व्यवसायियों और पथिकों के सुविधा के लिए रास्ते के किनारे अनेक सरायो का निर्माण करवाया गया।
प्रश्न 3.
राजनीति में मुगल व राजपूत के बीच के सम्बन्ध के बारे में लिखिए।
उत्तर :
मुगल बादशाह हुमायूँ समझ गये थे कि सत्ता पर कब्जा करना हो तो इसके लिए राजपूतों के साथ अच्छा सम्बन्ध बनाये रखना होगा। क्योंकि राजपूत ही उत्तर भारत के विशाल क्षेत्र के जमीदार थे। बाद में इसी अवधारणा के आधार पर बादशाह अकबर ने राजपूतों से युद्ध एवं मैत्री के माध्यम से अपना-अपना धर्म पालन करने का अधिकार दे रखा था। उन्होंने हिन्दुओं पर लगने वाले तीर्थकर और जजिया कर खत्म किया। इससे साम्राज्य की गैर-मुसलमान प्रजा प्रसन्न थी।
अकबर की नीतियों की वजह से मुगलों ने वीर राजपूत योद्धाओं का साथ पाया था। राजपूतों को भी अपने क्षेत्र से बाहर समग्र मुगल साम्राज्य में गर्व से काम करने और वीरता दिखाने का मौका मिला। मुगलों की अधीनता स्वीकार कर लेने के कारण वे अपने क्षेत्रों पर अधिकार कायम रख पाते थे पर किसी राजपूत राज्य में उत्तराधिकारी को लेकर संघर्ष होने पर मुगल उस राज्य को सामारिक रूप से पूरी तरह अपने हाथ में ले लेते थे। इसके बाद मुगल बादशाह की इच्छानुसार शासक गद्दी पर बैठता था।
प्रश्न 4.
मुगल बादशाही शासन के प्रशासनिक आदर्श की व्यवस्था का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर :
मुगल साम्राज्य का प्रशासनिक आदर्श व्यवस्था मुख्य रूप से विभिन्न दलों को साम्राज्य के साथ जाड़कर एक स्थायी भारतीय साम्राज्य तैयार करना था। अकबर का प्रशासनिक आदर्श तैमूरीय फारसी एवं भारतीय राजतंत्र का मिश्रण था। इस आदर्श में बादशाह ईश्वर के इच्छानुसार शासन करेंगे एवं प्रजा के हित के प्रति उसका पितृवत प्रेम रहेगा। इसका तात्पर्य यह है कि उसका शासन करने का अधिकार किसी दूसरे शासन द्वारा प्रदान किया हुआ नहीं है। सबक प्रति सहनशील एवं सबके लिए शक्ति के इस पथ को सुलभ ए-कुल कहतं हैं। इस आदर्श के आधार पर अकबर ने एक धर्म की स्थापना की जिसे दीन-ए-ईलाही कहते हैं।
प्रश्न 5.
मनसबदारी व्यवस्था का उल्लेख किजिए।
उत्तर :
अकबर ने सामाजिक व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण संयोजन किया था। वह मनसबदारी व्यवस्था था। अकबर की शासन व्यवस्था में प्रशासनिक पदों को मनसब कहा जाता था एवं पदाधिकारियों को मनसबदार कहा जाता था। मनसबदारों का कर्त्तव्य राजा के लिए सेना तैयार करना, सेना की देख-भाल करना और युद्ध के समय सेना को भेजना होता था। पदों के अनुसार मनसबदारों के विभिन्न स्तर थे। सबसे ऊपरी पद राजपरिवार के सदस्यों के लिए होते थे। उच्च पदों पर आसीन मनसबदारों को अमीर कहा जाता था। मनसबदारों को युद्ध के घोड़ों के पर्यवेक्षण के लिए समय-समय पर राजधानी में घोड़ों को हाजिर करना पड़ता था।
प्रश्न 6.
पानीपत के प्रथम युद्ध, खानवा व घाघरा के युद्ध की तुलना करें। पानीपत के प्रथम युद्ध में यदि मुगल विजयी नहीं होते तो उत्तर भारत पर कौन शासन करता?
उत्तर :
पानीपत का प्रथम युद्ध बाबर और इब्राहिम लोदी के साथ सन् 1526 ई० में हुआ था। इसमे बाबर विजयी हुआ था और यहीं से मुगल सम्राज्य की नींव पड़ी थी। खानवा का युद्ध राजा संग्राम सिंह और बाबर के बीच सन् 1527 ई० में हुआ था। इसमें बाबर विजयी हुआ था और राजपूताना पर मुगल सम्राज्य का अधिकार हो गया था। घाघरा का युद्ध अफगानों और बाबर के बीच सन् 1529 ई० में हुआ था। इस युद्ध में बंगाल का शासक नुसरत शाह ने अफगानों को सहयोग किया था। इस युद्ध में बाबर की जोत हुई थी।
यदि मुगल विजयी नहीं होते तो उत्तर भारत पर राणा प्रताप सिंह शासन करते
प्रश्न 7.
शेर शाह के प्रशासन में किन मानवतावादी बातों का परिचय मिलता है? लिखिए।
उत्तर :
शेरशाह के शासन काल में कृषकों का अपने जमीन पर अधिकार था। किसान के बिना अनुमति के उसकी जमीन नहीं ली जाती थी, इसके अलावा उसने सड़क का विकास भी किया। वह ग्रैण्ड ट्रक रोड बनाये। वह सड़क के किनारे-किनारे वृक्ष लगावाये। वह एक निश्चित दूरी पर अस्तपाल की भी व्यवस्था किये। वह सेना व्यवस्था की देख-रेख हेतु दाग पर हुलिया व्यवस्था चलवाये।
प्रश्न 8.
मुगलों की राजपूत नीति में क्या-क्या समानता और असमानता है? विश्लेषण करें।
उत्तर :
मुगल बादशाह हुमायूँ समझ गये थे कि सत्ता हथियाने के लिए राजपूतों के साथ अच्छा सम्बन्ध बनाये रखना होगा क्योंकि राजपूत ही उत्तर भारत के विशाल अंचल के जमींदार थे। बादशाह अकबर राजपूतों को युद्ध एवं मैत्री के माध्यम से मनसबदारी व्यवस्था के अन्तर्गत ले आए। अकबर ने अपनी पत्लियों को अपना-अपना धर्म पालन करने का अधिकार दे रखा था। उन्होंने हिन्दुओं पर लगने वाले तीर्थकर और जजिया कर खत्म किया। युद्ध बंदियों को जबरन मुसलमान धर्म कबूल करवाना भी उन्होंने मना कर दिया। इससे साम्राज्य की गैर-मुसलमान प्रजा प्रसन्न थी। अकबर की नीतियों की वजह से मुगलों ने वीर राजपूत योद्धाओं का साथ पाया था। इसके बाद मुगल बादशाह की इच्छानुसार शासक गद्दी पर बैठता था।
प्रश्न 9.
दक्षिण के आक्रमण का मुगल शासन पर क्या प्रभाव पड़ा था?
उत्तर :
दक्षिण के आक्रमण का मुगल शासन पर विभिन्न प्रकार का प्रभाव पड़ा था। औरंगजेब के समय मुगल साम्राज्य बहुत विशाल हो गया था। औरंगजेब यह समझता था कि वह दक्षिण के राज्यों पर अधिकार कर अपना हुकुमत चला पायेगा और शासन को और मजबूत कर देगा लेकिन उस समय मराठों की भी शक्ति बहुत बढ़ गयी थी। शिवाजी भी काफी शक्तिशाली मराठों के नेता थे। अतः औरंगजेब की यह नीति ध्वस्त हो गयी।
निम्नलिखित कथनो के साथ उचित व्याख्या दीजिए।
(क) कथन-मुगलों को तैमूर के वंशज के रूप में गर्व था।
व्याख्या – 1. तैमूर ने भारत में मुगल शासन की स्थापना की।
व्याख्या – 2. तैमूर ने कभी उत्तर भारत पर आक्रमण कर दिल्ली पर अधिकार किया था।
व्याख्या – 3. तैमूर एक सरकारी शासक था।
उत्तर :
व्याख्या – 2. तैमूर ने कभी उत्तर भारत पर आक्रमण कर दिल्ली पर अधिकार किया था।
(ख) कथन : हुमायूँ को एक समय भारत छोड़कर चला जाना पड़ा था।
व्याख्या – 1. वह अपने भाई से युद्ध में हार गया था।
व्याख्या – 2. वह शेरखान से युद्ध में हार गया था।
व्याख्या – 3. वह राणा सांगा से युद्ध में हार गया था।
उत्तर :
व्याख्या – 2. वह शेरखान से युद्ध में हार गया था।
(ग) कथन : महेश दास का नाम बीरबल हुआ।
व्याख्या – 1. उसकी शारीरिक क्षमता काफी अधिक थी।
व्याख्या – 2. वह काफी बुद्धिमान था।
व्याख्या – 3. उसने मुगलों के खिलाफ काफी वीरता प्रदर्शित की।
उत्तर :
व्याख्या – 2. वह काफी बुद्धिमान था।
(घ) कथन : अकबर के शासनकाल में जरीब की पद्धति को जावत कहा जाता था।
व्याख्या – 1. जावत का अर्थ है फसल के मूल्य बाजार के लिए ठीक करना।
व्याख्या – 2. जावत का मतलब केवल बादशाह कर वसूल सकता था।
व्याख्या – 3. जावत का अर्थ भू-कर निर्धारण करना।
उत्तर :
व्याख्या – 1. जावत का अर्थ है फसल के मूल्य बाजार के लिए ठीक करना।
(ङ) कथन : औरंगजेब के शासनकाल में बंगाल के समुद्री व्यापार में उन्नति हुई।
व्याख्या – 1. उसने पुर्तगाली जल दस्युओं को हराया था।
व्याख्या – 2. उसने शिवाजी को हराया था।
व्याख्या – 3. बंगाल में व्यवसाय कर माफ कर दिया था।
उत्तर :
व्याख्या – 1. उसने पुर्तगाली जल दस्युओं को हराया था।
(च) कथन : अकबर के शासनकाल में एक प्रसिद्ध इतिहासकार थे अबुल फजल अल्लामी।
व्याख्या – 1. इन्होंने अकबर के गुणों के बारे में लिखा था।
व्याख्या – 2, अकबर की आलोचना की थी।
व्याख्या – 3. अकबर के दरबारी थी।
उत्तर :
व्याख्या – 1. इन्होंने अकबर के गुणों के बारे में लिखा था।
(छ) दहसाला व्यवस्था अकबर ने आरम्भ की थी।
व्याख्या – 1. टोडरमल के कहने पर की थी।
व्याख्या – 2. दस वर्षो के तथ्यों के आधार पर शुरू की थी।
व्याख्या – 3. राजस्व वसूलने में आसानी के लिए यह व्यवस्था लागू की थी।
उत्तर :
व्याख्या – 2. दस वर्षों के तथ्यों के आधार पर शुरू की थी।
काल – इतिहास की प्रमुख घटनाएँ :
सन् 1398 ई० – तैमूरलंग का उत्तर भारत में आक्रमण।
सन् 1494 ई० – तैमूर वंशी बाबर मात्र 13 वर्ष की उम्र में फरना प्रदेश का शासक हुआ।
सन् 1514 ई० – चलदिरात के युद्ध में तुरक के अयेमान सेना वाहिनी ने फारस की राजशक्ति सफावियों को परास्त किया।
सन् 1528 ई० – जाम के युद्ध में सफावियों ने उजबेग को हराया।
सन् 1527 ई० – खानवा का युद्ध बाबर और मेवाड़ के राणा संग्राम सिंह के बीच हुआ था।
सन् 1529 ई० – घाघरा का युद्ध बाबर और अफगानों के बीच हुआ था।
सन् 1539 ई० – चौसा का युद्ध हुमायूँ और शेरशाह के बीच हुआ था।
सन् 1540 ई० – बिलग्राम का युद्ध हुमायूँ एवं शेरशाह के बीच हुआ था।
सन् 1542 ई० – अकबर का जन्म।
सन् 1556-1605 ई० – अकबर का शासन काल।
सन् 1556 ई० – पानीपत का द्वितीय युद्ध अकबर और हेमू के बीच।
सन् 1568 ई० – अकबर का चित्तौड़ पर विजय।
सन् 1576 ई० – हल्दीघाटी का युद्ध अकबर और राणा प्रताप सिंह के बीच।
सन् 1580 ई० – अकबर ने दहसाला व्यवस्था आरम्भ की।
सन् 1605 ई० – अकबर की मृत्यु।
सन् 1605-1627 ई० – जहाँगीर का शासन काल।
सन् 1627-1658 ई० – शाहजहाँ का शासन काल।
सन् 1658-1707 ई० – औरंगजेब का शासन काल।
सन् 1707 ई० – औरंगजेब की मृत्यु।
कल्पना करके लिखिए :-
प्रश्न 1.
अगर आप अकबर की तरह विभिन्न धर्म-सम्रदाय के लोगों वाले देश के सम्राट होते तो आपकी धर्म नीति क्या होती?
उत्तर :
यदि मैं अकबर की तरह विभिन्न धर्म-सम्र्रदाय के लोगों वाले देश का सम्माट होता तो मैं हर धर्म का तहे दिल से इज्जत करता, हर मजहब के लोगों को उनके अपने ढंग से रहने का अधिकार देता। मैं कभी धार्मिक लड़ाई को पनपने नहीं देता। मैं इसके अलावा सभी धर्म के पर्वों में शामिल हो कर अपनी धर्म निरपेक्षता का परिचय देता। इसके अलावा मैं रास्ता, अस्पताल तथा यातायात आदि के साधन का उचित व्यवस्था करता।
प्रश्न 2.
मान लो कि आप सम्राट औरंगजेब हैं। आप कैसे दक्षिण की समस्या का सामना करेंगे।
उत्तर :
मैं दक्षिण के अधिक से अधिक राज्यों पर कब्जा करता और अपना राज्य विस्तार करता। मैं सफल सेना की टुकड़ी बनाता। मैं हर योद्धा से लड़ कर उसे परास्त कर उसके राज्य पर अधिकार करने का लक्ष्य बनाता। मैं उभरती हुई मराठा शक्तियों के दमन हेतु हर सम्भव प्रयास करता। जगह-जगह पर सेना की टुकड़ी रखता जिससे कोई जीत न पाये।
प्रश्न 3.
मान लें कि आप 17 वीं शताब्दी के एक मराठा मनसबदार हैं। आपकी जागीरदारी की आय कम हो गयी है । मुगलों व मराठों के बीच युद्ध शुरू हो गया है। ऐसे में आप क्या करोगे?
उत्तर :
मराठा मनसबदार होने के बाद मैं राज्य की आय देखूँगा। यदि आय कम हुई तब मैं मराठा व मुगल के बीच के युद्ध को बन्द कराने का प्रयास करूँगा। मैं आय की बात इसलिए सोचूँगा क्योंकि युद्ध में ज्यादा खर्च होते हैं और युद्ध बन्द नहीं करने से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. घाघरा के युद्ध में बाबर का प्रतिद्वन्द्वी _______ था।
उत्तर : राणा सांगा
2. बेलगाँव का युद्ध हुआ _______ था।
उत्तर : सन् 1540 ई० में
3. जहाँगीर के शासन काल में सिख गुरु _______ को मृत्यु दण्ड दिया गया था।
उत्तर : अर्जुन
4. राजपूत शासकों में _______ मुगल सम्राटों के साथ संधि नहीं की।
उत्तर : राणा प्रताप सिंह ने
5. अहमदनगर के प्रधान मंत्री थे _______ ।
उत्तर : मलिक अंबर
6. _______ का एक राजवंश था।
उत्तर : सफाबि-इमरान
7. सन् _______ में तैमूर लंग ने उत्तर भारत पर आक्रमण किया।
उत्तर : सन् 1397 ई०
8. 1494 ई० तैमूर वंशी बाबर मात्र 13 वर्ष की उप्र में _______ प्रदेश का शासक बना।
उत्तर : फरना
9. मुगल सार्वभौम शासकों के लिए _______ या _______ शब्द का प्रयोग करते थे।
उत्तर : पाद शाह, बादशाह
10. सन् 1526 ई० में बाबर ने _______ को पराजित किया।
उत्तर : अफगानी शक्ति
11. राणा सांगा _______ के नेता थे।
उत्तर : राजपूतों
12. _______ ही शेरशाह है।
उत्तर : शेर खान
13. शेरशाह की मृत्यु के बाद उसका पुत्र _______ सत्ता में आया।
उत्तर : इसलाम शाह
14. पुराने किले के पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरकर _______ की मृत्यु हो गयी।
उत्तर : हुमायूँ
15. _______ ई० में तैमूरलंग ने उत्तर भारत पर आक्रमण किया था ?
उत्तर : सन् 1398 ई०।
16. चौसा का युद्ध _______ और _______ के बीच हुआ था।
उत्तर : शेरशाह और हुमायूँ।
17. अकबर का जन्म _______ ई० में हुआ था।
उत्तर : 1542
18. घाघरा का युद्ध _______ ई० में हुआ था।
उत्तर : सन् 1529
19. हल्दीघाटी का युद्ध _______ ई० में हुआ था।
उत्तर : सन् 1576
20. औरंगजेब की मृत्यु _______ ई० में हुई थी।
उत्तर : सन् 1707
21. हुलिया प्रथा _______ ने शुरू की थी।
उत्तर : शेरशाह।
22. _______ ने अकबरनामा लिखा था।
उत्तर : अबुल-फजल।
23. बाबर मात्र _______ की अवस्था में फरना प्रदेश का शासक बना।
उत्तर : 13 वर्ष।
सही विकल्प को ही चुने :-
1. भारतवर्ष का प्रथम मुगल शासक था – बाबर / शेरशाह / हुमायुँ।
उत्तर : बाबर
2. तैमूरलंग ने उत्तर भारत पर आक्रमण किया – सन् 1396 ई० में/ सन् 1397 ई० में/ सन् 1303 ई० में
उत्तर : सन् 1396 ई० में
3. बादशाह शब्द है – फारसी का / अरबी भाषा का / हिन्दी का।
उत्तर : फारसी का
4. घाघरा के युद्ध में विजयी हुआ – बाबर / अकबर / हुमायुँ।
उत्तर : बाबर
5. खानवा का युद्ध हुआ था – सन् 1527 ई० में/ सन् 1526 ई० में/ सन् 1580 ई०में।
उत्तर : 1527 ई० में
6. चौसा का युद्ध हुआ था – सन् 1539 ई० में/ सन् 1540 ई० में/ सन् 1537 ई०में।
उत्तर : सन् 1539 ई० में
7. बीरबल दरबारी थे – अकबर के / जहाँगीर के / शेरशाह के।
उत्तर : अकबर के
8. अकबर ने चित्तौड़ का दुर्ग जीता था – सन् 1568 ई० में/ सन् 1567 ई० में/ सन् 1565 ई०में
उत्तर : सन् 1568 ई० में
9. 1636 ई० में अहमदनगर राज्य अधीन हो गया – मुगलों के / अफगानों के/ सूरियों के।
उत्तर : मुगलों के
10. औरंगजेब की मृत्यु हुई।- सन् 1707 ई० में/ सन् 1606 ई० में/ सन् 1708 ई०में।
उत्तर : सन् 1707 ई० में
11. दीन-ए-इलाही धर्म चलाया- अकबर ने / बाबर ने / हुमायूँ ने।
उत्तर : अकबर ने
12. मनसबदारी व्यवस्था चलाया – बाबर ने / अकबर ने / हुमायुँ ने।
उत्तर : बाबर ने
सही मिलान करो Match the following : (1 Mark)
प्रश्न 1.
क | ख |
(i) हल्द्रीघाटी का युद्ध | (a) अबुल-फजल |
(ii) घाघरा का युद्ध | (b) सन् 1529 ई० |
(iii) अकबर ने राजा की उपाधि दी | (c) सम्राट अकबर |
(iv) दीन-ए-ईलाही धर्म | (d) बीरबल को |
(v) अकबरनामा के लेखक | (e) 1576 ई० |
उत्तर :
क | ख |
(i) हल्द्रीघाटी का युद्ध | (e) 1576 ई० |
(ii) घाघरा का युद्ध | (b) सन् 1529 ई० |
(iii) अकबर ने राजा की उपाधि दी | (d) बीरबल को |
(iv) दीन-ए-ईलाही धर्म | (c) सम्राट अकबर |
(v) अकबरनामा के लेखक | (a) अबुल-फजल |
प्रश्न 2.
क | ख |
(i) मुगलों का प्राचीन स्थान | (a) बाबर |
(ii) हुलिया प्रथा | (b) महेश दास |
(iii) घाघरा के युद्ध में बाबर का प्रतिद्वन्द्वी | (c) शेरशाह |
(iv) बीरबल का वास्तविक नाम | (d) राणा सांगा |
(v) प्रथम मगल बादशाह | (e) समरकन्द |
उत्तर :
क | ख |
(i) मुगलों का प्राचीन स्थान | (e) समरकन्द |
(ii) हुलिया प्रथा | (c) शेरशाह |
(iii) घाघरा के युद्ध में बाबर का प्रतिद्वन्द्वी | (d) राणा सांगा |
(iv) बीरबल का वास्तविक नाम | (b) महेश दास |
(v) प्रथम मगल बादशाह | (a) बाबर |
प्रश्न 3.
क | ख |
(i) तेमूरलंग का भारत पर आक्रमण | (a) बैरम खान की हार |
(i) खाना का युद्ध | (b) 1539 ई० |
(i) अकबर का जन्म | (c) 1527 ई० |
(i) चौसा का युद्ध | (d) 1397 ई० |
(i) पानीपत की दूसरी लड़ाई | (e) 1542 ई० |
उत्तर :
क | ख |
(i) तेमूरलंग का भारत पर आक्रमण | (d) 1397 ई० |
(i) खाना का युद्ध | (c) 1527 ई० |
(i) अकबर का जन्म | (e) 1542 ई० |
(i) चौसा का युद्ध | (b) 1539 ई० |
(i) पानीपत की दूसरी लड़ाई | (a) बैरम खान की हार |
प्रश्न 4.
क | ख |
(i) औरंगजेब की मृत्यु | (a) सीढ़ी से गिरकर |
(ii) दहसाला में ‘दह’ का अर्थ | (b) 1540 ई० |
(iii) बेलगाँव का युद्ध | (c) मालिक अंबर |
(iv) अहमद नगर के प्रधानमंत्री | (d) 1707 ई。 |
(v) हुमायूँ की मृत्यु | (e) दस |
उत्तर :
क | ख |
(i) औरंगजेब की मृत्यु | (d) 1707 ई。 |
(ii) दहसाला में ‘दह’ का अर्थ | (e) दस |
(iii) बेलगाँव का युद्ध | (b) 1540 ई० |
(iv) अहमद नगर के प्रधानमंत्री | (c) मालिक अंबर |
(v) हुमायूँ की मृत्यु | (a) सीढ़ी से गिरकर |
पाठ सारांश :
सारांश – चंगेज खाँ और तैमूरलंग के वंशधरों को मुगल कहा जाता है। भारत वर्ष का प्रथम मुगल बादशाह बाबर था। सन् 1526 ई० में इबाहिम लोदी और बाबर के बीच पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ था। इसी युद्ध की विजय ने भारत वर्ष में मुगल शासन की नींव रख दी। सन् 1527 ई० में बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूँ को दिल्ली का शासक बनाया गया। मुगलों के दो प्रधान विरोधी थे। एक राजपूत और दूसरा अफगान लेकिन ये दोनों भी आपस में एक दूसरे के विरोधी थे। अफगानों का नेता शेरशाह था। वह हुमायूँ का सबसे बड़ा राजनैतिक प्रतिद्वन्द्वी था। हुमायूँ दो बार युद्ध में शेरशाह से हार गया था। सन् 1539 चौसा का युद्ध और सन् 1540 में कन्नौज के पास बिलग्राम के युद्ध में पराजित हुआ और हुमायूँ को देश छोड़कर भागना पड़ा। इसी समय 1542 ई० में अकबर का जन्म हुआ। अकबर ने मात्र 13 वर्ष की उम्र में शासन सम्भाला।
अकबर सभी धर्मों का आदर करता था। सन् 1605 ई० में जहाँगीर और इसके बाद शाहजहाँ शासक बना। इसी ने आगरा का ताजमहल बनवाया था। इसके बाद उसका पुत्र औरंगजेब मुगलों का शासक बना। इसके बाद मुगल वंश का पतन होने लगा और अंग्रेजी हकमत का असर दिखने लगा।