Detailed explanations in West Bengal Board Class 7 History Book Solutions Chapter 6 नगर, व्यापारी और व्यवसाय offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 7 History Chapter 6 Question Answer – नगर, व्यापारी और व्यवसाय
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
शहर शब्द को किस भाषा से लिया गया था?
उत्तर :
फारसी भाषा।
प्रश्न 2.
मोहम्मद गोरी के सेनापति का नाम बताइए।
उत्तर :
कुतुबुद्दीन ऐबक।
प्रश्न 3.
शाहजहाँबाद को किस मुगल शासक ने बनवाया था।
उत्तर :
शाहजहाँ।
प्रश्न 4.
ईसामी कौन था।
उत्तर :
इतिहासकार।
प्रश्न 5.
बगदाद किस सभ्यता का बड़ा केन्द्र था?
उत्तर :
मुस्लिम सभ्यता का।
प्रश्न 6.
अनुज दिल्ली दूर अस्ते किसने कहा है?
उत्तर :
शेख निजामुद्दीन ओलिया ने।
प्रश्न 7.
फिरोजाबाद शहर की नींव किसने रखी?
उत्तर :
फिरोज शाह तुगलक ने।
प्रश्न 8.
कोटला का क्या अर्थ होता है?
उत्तर :
दुर्ग।
प्रश्न 9.
दिल्ली में किस प्रकार की बस्ती मिलती है?
उत्तर :
मिश्रित प्रकार की बस्ती।
प्रश्न 10.
दिल्ली शहर की प्रधान समस्या क्या थी?
उत्तर :
जल का अभाव।
प्रश्न 11.
आगरा शहर का विकास कब आरंभ हुआ?
उत्तर :
सन् 1505 ई० में।
प्रश्न 12.
भारत में मुगल शासक की नींव बाबर ने किसको हराकर रखा था?
उत्तर :
इब्राहिम लोदी।
प्रश्न 13.
अकबर ने राजधानी फतेहपुर का निर्माण किसकी स्मृति में करवाया था?
उत्तर :
शेख सलीम चिश्ती।
प्रश्न 14.
शाहजहाँ का शहर किस शहर को कहा जाता है?
उत्तर :
शाहजहाँ नाबाद।
प्रश्न 15.
जहाँशाह कौन थी?
उत्तर :
शाहजहाँ की पुत्री।
प्रश्न 16.
किला मुबारक का वर्तमान नाम क्या है?
उत्तर :
लाल किला।
प्रश्न 17.
सबसे बड़े और सुन्दर घरों को क्या कहा जाता था?
उत्तर :
हवेली।
प्रश्न 18.
तैमूरलंग ने दिल्ली पर आक्रमण कब किया था?
उत्तर :
1398 ई० में।
प्रश्न 19.
नीदरलैण्ड देश के लोगों को क्या कहा जाता था?
उत्तर :
डच।
प्रश्न 20.
मुगल शासन में भारत की अर्थनीति का प्रधान केन्द्र क्या था?
उत्तर :
कृषि।
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARK
प्रश्न 1.
किस तरह मध्ययुग में भारत में शहरों का निर्माण हुआ?
उत्तर :
सल्तनत और मुगल काल में भारत में अनेक गाँव थे और फिर शहर भी हुए। राजनैतिक एवं प्रशासनिक कारणों से विभिन्न शहरों का जन्म धार्मिक स्थान या मन्दिर-मस्जिद को लेकर हुआ। इन शहरों का अधिकांश विकास 13 वीं शताब्दी से 18 वीं शताब्दी के बीच हुआ जैसे दिल्ली, बंगाल का पाण्डुआ, उत्तर भारत का आगरा, पंजाब का लाहौर आदि।
प्रश्न 2.
सुल्तानों के समय किस प्रकार पुरानी दिल्ली धीरे-धीरे नष्ट हुआ?
उत्तर :
सुल्तानों के समय की पुरानी दिल्ली के धीरे- धीरे नष्ट होने का कारण निम्न था :-
(क) सुल्तानों के समय में बार-बार राजधानी बदलने का कारण।
(ख) अनेक सम्राट अपनी मान और प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपने पुराने जगहों से हट जाते थे।
(ग) शाहजहाँ दिल्ली से दूर शाहजहाँनाबाद चले गये।
प्रश्न 3.
किस तरह और कहाँ शाहजहाँ नाबाद शहर का निर्माणः हुआ?
उत्तर :
शाहजहाँ नाबाद की स्थापना सन् 1638 ई० में यमुना नदी के किनारे शाहजहाँ ने की। वह मनसबदारों पर अपना नियंत्रण रखने हेतु इस शहर का निर्माण करवाया।
प्रश्न 4.
यूरोपीय कोठियाँ किस प्रकार की थी?
उत्तर :
भारत में व्यवसाय-वाणिज्य के लिए बहुत सारी यूरोपीय संटठनों ने कोठियाँ बनवायी/पुर्तगाली एवं डच आदि यूरोपीय लोगों ने अपने रहने एवं वाणिज्य करने हेतु खाली जगह पर कोठी बनवाएँ। ये कोठियाँ बम्बई, कलकत्ता आदि जगहों पर हैं।
प्रश्न 5.
मुगल सम्राट किस तरह व्यवसाय वाणिज्य को प्रोत्साहित करते थे।
उत्तर :
मुगल सम्राट निम्न रूप से व्यवसाय वाणिज्य को प्रोत्साहित करते थे।
(क) समाट व्यापारियों को विभिन्न सुविधाएँ दिये।
(ख) सम्राट व्यापारियों के काम में दखलअंदाजी नहीं करते थे।
(ग) सम्राट परिवहन की समुचित देख-भाल करते थे।
प्रश्न 6.
दिल्ली का भूगोल बतलाते हुए ऐतिहासिक दिल्ली का वर्णन करो।
उत्तर :
भौगोलिक दृष्टि से दिल्ली अरावली पर्वत श्रृंखला के एक छोर और यमुना नदी से जुड़े हुए समतल क्षेत्र के संयोग स्थल पर स्थित है। यहाँ अरावली पर्वत के पत्थरों द्वारा जमीन के दालानुसार सुरक्षित दुर्ग का निर्माण करना सहज था। यहाँ यमुना नदी प्रधान जल पथ एवं शहर के पूर्व की ओर प्राकृतिक सीमा थी। इसलिए बहुत युगों से राज्य एवं व्यापारी लोग इस प्रदेश की तरफ आकर्षित थे।
प्रश्न 7.
कुतुब दिल्ली के बारे में क्या जानते हो?
उत्तर :
इल्तुत्मिश का मित्र कुतुबद्दीन ऐबक था। कुतुबुद्दीन ऐबक के शासन काल में राजपूत शासकों के शहर किला राई को केन्द्र करके दिल्ली शहर का निर्माण हुआ था। यही सल्तनत का युग की पहली दिल्ली का कुतुब दिल्ली था।
प्रश्न 8.
इतिहासकार ईसामी ने इल्तुतमिश के शासन काल में दिल्ली शहर के बारे में क्या लिखा है?
उत्तर :
इल्तुत्मिश का शासन (1211-1256 ई०) में दिल्ली शहर के उत्थान का सुन्दर वर्णन इतिहासकार ईसामी ने किया है। वे लिखते हैं कि दीपक की लौ के पास जिस प्रकार पतंगों का झुण्ड उठ जाता है, उसी प्रकार अरब, ईरान, चीन, मध्य एशिया से कुलीन व्यक्ति एवं विभिन्न प्रकार के शिल्पी, कारीगर, वैद्य, रत्ल, व्यवसायी एवं साधु संत सभी आकर इस दुरावस्था के नये शहर में भीड़ किए।
प्रश्न 9.
दिल्ली का नाम हजरत-ई-दिल्ली क्यों पड़ा?
उत्तर :
बगदाद मुस्लिम सभ्यता का एक बहुत बड़ा केन्द्र था। बगदाद की दुरावस्था के कारण दिल्ली का महत्व बढ़ गया। मध्य और पश्चिम एशिया से लोग आकर दिल्ली में रहना शुरू कर दिये। दिल्ली सूफी साधको का एक बहुत ही पवित्र स्थान बन गया। इसी कारण दिल्ली का नाम हजरत-ई-दिल्ली हो गया।
प्रश्न 10.
दिल्ली के लाल किला के बारे में बताओ।
उत्तर :
लाल किला का आयतन आगरा दुर्ग से दो गुना है। इसके पूर्व की तरफ यमुना नदी, पश्चिम की तरफ दुर्ग के चार बड़े दरवाजे हैं जो एक साथ बुऊज धातु दुर्ग के मध्य एक भाग में राजपरिवार का निवास स्थान है। उस समय इसको बनवाने में 61 लाख रुपया व्यय हुआ था। उस समय दुर्ग तथा शहर के मध्य से नाली द्वारा जल का निष्कासन होता था। इन जल निष्काषित नालों को नहर-ए-बहशत (स्वर्ग का गढ़) कहा जांता था। इन्हें साम्राज्य को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
प्रश्न 11.
हवेली, कोठी और कोठरी से क्या समझते हो?
उत्तर :
शाहजहाँ नाबाद की नागरिक बस्ती मिलनसार प्राकृति की थी। यहाँ पर विभिन्न श्रेणी के लोग विभिन्न प्रकार के घरों में रहते थे। सबसे बड़े और सुन्दर घरों को हवेली कहा जाता था और इससे निम्न श्रेणी के घरों को मकान या कोठी कहा जाता था। सबसे छोटे घरों को कोठारी कहा जाता था।
प्रश्न 12.
सर्राफ से क्या समझते हो?
उत्तर :
उस समय बैकिंग कार्य करने के लिए जो लोग होते थे उन्हें सर्राफ कहा जाता था। ये लोग पैसे के विनिमय का काम करते थे। धातु का मुद्रा कितना खरा है इसका भी ये लोग परीक्षण करते थे।
प्रश्न 13.
दलाल किन्हें कहा जाता था?
उत्तर :
क्रेता और बिक्रेता के बीच सम्पर्क बनाये रखने के लिए कुछ लोग नियुक्त किये जाते थे, इन्हें ही दलाल कहा जाता था। ये लोग वस्तुओं की कीमत भी तय करते थे।
प्रश्न 14.
हुण्डी का क्या तात्पर्य है?
उत्तर :
तुर्की शासन के समय हुई नाम की कागज को चालू किया गया था। व्यापारी किसी भीएक स्थान पर पैसे इकट्ठा करके कागज को खरीद लेते थे उसे और दूसरी जगह जरूरत के अनुसार बेच देते थे। इससे व्यापारियों को एक जगह से दूसरी जगह पैसे ले जाने में सुविधा होती थी।
प्रश्न 15.
वाणिज्यिक खेती से क्या समझते हो?
उत्तर :
यूरोपीय कम्पनियों को यातायात के फलस्वरूप बांग्लादेश के कृषक किसी-किसी क्षेत्र में धान को छोड़कर अफिम और रेशम की खेती करना भी शुरू कर दिये। इस तरह बाजार में फसल बेच कर लाभ कमाने के लिए जो खेती की जाती थी उसे वाणिज्यिक खेती कहा जाता था।
विस्तृत उत्तर वालें प्रश्न (Detailed Answer Questions) : 5 MARK
प्रश्न 1.
तेरहवीं शताब्दी में दिल्ली क्यों एक महत्वपूर्ण शहर बना?
उत्तर :
(क) सन् 1192 ई० में तराइन के युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराकर मुहम्मद गोरी दिल्ली पर अधिकार कर लिया।
(ख) मोहम्मद गोरी की मृत्यु के बाद कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली का सम्राट बना। उसने दिल्ली को वाणिज्यिक एवं राजनैतिक केन्द्र बनाया।
प्रश्न 2.
शाहजहाँ नाबाद के नागरिकों का चरित्र कैसा था?
उत्तर :
शाहजहाँ नाबाद में मिश्रित संस्कृति थी। यहाँ के लोगों का स्वभाव अलग-अलग था किन्तु सभी में एकता थी। यहाँ के नागरिकों में धार्मिक मतभेद नहीं था। हर कोई बड़े ही सुशील आचरण से रहते थे।
प्रश्न 3.
दिल्ली सल्तनत काल में व्यापार वाणिज्य का विस्तार किस प्रकार हुआ?=
उत्तर :
दिल्ली सल्तनत काल में व्यवसाय वाणिज्य का विस्तार हुआ था। इसके विभिन्न कारण थे। तेरहवीं शताब्दी से चौदहवीं शताब्दी तक दिल्ली के सुल्तानों ने कई नये शहरों का निर्माण किया था। पुराने शहरों में नये रूप से घरों का निर्माण किया गया। विभिन्न प्रकार के लोगों के आवागमन के फलस्वरूप मध्य युग के भारत में शहरों का निर्माण हुआ। इन सब शहरों में सुल्तानों ने या उनके जमीदारों, सैनिकों या साधारण लोगों ने निवास करना शुरू कर दिया। फलस्वरूप यह शहर जन बहुल हो गया।
शहरों में किला, मस्जिद, बाजार, रास्ता-घाट, सराय, स्थानागार एवं जल सरोवर व्यवस्था इत्यादि के निर्माण करने में अनेक प्रकार के कच्चा माल और श्रमिकों को जरूरत पड़ी। ये सब श्रमिक विभिन्न धर्मों एवं जातियों के थे। इनमें से कोई भारतीय तथा कोई भारत के बाहर से आया हुआ व्यक्ति था। अनेक श्रमिक युद्धों में पराजित एवं बन्दी बनाये हुए दास थे। शहरों के लिए आवश्यक वस्तुओं एवं घरों के निर्माण हततु कच्चे मालों के लिए होने वाले आयात और निर्यात से वाणिज्य का विकास हुआ।
प्रश्न 4.
मध्ययुग में भारत देश के आंतरिक रेखा चित्र देखकर उस युग के विदेशी वाणिज्य के सम्बन्ध में अपना विचार व्यक्त करो।
उत्तर :
देश में दो तरह का वाणिज्य होता था (1) प्रथम ग्राम और शहर का वाणिज्य। (2) शहरों के बीचो-बीच वाणिज्य। घनी आबादी वाले शहरों के निवासियों की जरूरत को पूरा करने के लिए ग्राम से शहर में जिन पदार्थों का आयात किया जाता था वे सभी वस्तुएँ कम कीमत की होती थी। लेकिन अधिक मात्रा में इन सभी वस्तुओं को ग्राम से शहर लाया जाता था। इन सभी वस्तुओं में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ रहते थे। जैसे तेल, घी, अनाज आदि। शहरों के बाजार में इनकी ही बिकी होती थी।
वहीं एक शहर से दूसरे शहर में निर्यात मूलत: अधिक कीमती और शौकीन वस्तुओं का ही होता था और इन वस्तुओं की तैयारी केवल धनी और कुलीन वर्गो के लिए ही किया जाता था। इन सभी जगहों पर सभी जाति एवं धर्म के लोग कारीगर के रूप में कार्य करते थे। सुल्तानों की राजधानी दिल्ली शहर में साम्राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से कीमती शराब एवं वस्तु का निर्यात किया जाता था। इसके अलावा बांग्लादेश और गुजरात का सूती एवं रेशमी के कपड़े की मांग चारों तरफ थी। इस युग में प्रथम चरखा कातकर सूता बनाने का कार्य शुरू हुआ था।
प्रश्न 5.
यूरोपीय कम्पनियों के आयात-निर्यात का रेखा चित्र देखकर उस युग के विदेशी वाणिज्य के सम्बन्ध में अपना विचार व्यक्त करें।
उत्तर : यूरोपीय कम्पनियों में सर्वप्रथम पुर्तगाली व्यापारी लोगों ने ही भारतीय जल पथ की खोज की और यहीं से अंग्रेज, फारसी आदि भारत आकर व्यापार करने लगे।
(क) यूरोपीय कम्पनियों में सूती वस्त, नील एवं कच्चा रंशम आदि मुख्य थे।
(ख) भारत से सूती वस्त एवं रेशमी कपड़ों आदि को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में बेचा जाता था।
(ग) सुग्धित पदार्थों को यूरोप से लाकर भारत में बेचा जाता था।
प्रश्न 6.
चौदहवीं शताब्दी के दिल्ली के बारे में लिखो।
उत्तर :
चौदहवीं शताब्दी के दूसरे भाग में दिल्ली की तस्वीर बदल गयी ।हले की तरह अब अरावली शिला खण्डों के बीच का शहर न होकर फिरोजशाह तुगलक ने फिरोजाबाद शहर की नाव रखी जिसका मुख्य केन्द्र फिरोजशाह कोटला था। यह शहर यमुना नदी के किनारे था। इस योजना के द्वारा शहर की जल समस्या का निदान किया गया। नदी के रास्ते सामानों को लाना एवं शहरों के निवासियों के पास पहुँचा देना आसान हो गया और उसके कारण खर्च भी कम हो गया। सुल्तानों की दिल्ली धीरे- धीरे नष्ट होने लगी। इसके बाद से नदी के किनारे ही मुगलों और अफगानों ने अनेक शहर बसाये और किला का भी निर्माण किया।
प्रश्न 7.
दिल्ली शहर की मुख्य विशेषताएँ क्या थी?
उत्तर :
दिल्ली शहर की बहुत सारी विशेषताएँ थी जिसमें मिश्रित प्रकार की बस्ती मुख्य थी। यहाँ पर कोई धार्मिक या जातिगत परिचय पर आश्रित होकर बस्ती नहीं बनी। साधारणतः एक ही पेशे के कारीगर जात-धर्म निर्विशेष एक साथ एक ही मुहल्ले में रहते थे। शहर के गठन के दौरान सब समय परिकल्पना की विशेष दबाव नहीं थी। कई एक दशकों के बाद शहर की अवस्था बदल जाने के कारणजात पात पर आधारित मुहल्लों के गठन का अवसर कम था। शहर के आसपास कस्बा या शहर तली का निर्माण हो गया था। इन्हे ही छोटा शहर कहा जाता था।
निम्नलिखित में से कौन-सा नाम बेमेल है उसके नीचे चिह्न लगाएँ।
i) शाहजहाँनाबाद, तुगलकाबाद, किला राई पिथौरा, दौलताबाद।
उत्तर : किला राई पिथौरा
ii) तंका, मोहर, हुण्डी, जिटल।
उत्तर : हुण्डी
iii) नील, गोलमरिच, सूती वस्त्र, चाँदी।
उत्तर : चाँदी
iv) करयानी, कसवा, बनजारा, मुलतानी।
उत्तर : कसवा
v) पाणडुआ, बरहनपुर, चट्टगाँव, गौड़।
उत्तर : बरहनपुर
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. नगर शब्द _______ भाषा से लिया गया है।
उत्तर : संस्कृत
2. मंगोल जाति ने इराक के _______ शहर को बहुत हानि पहुंचाई।
उत्तर : बगदाद
3. _______ के दूसरे भाग में दिल्ली की तस्वीर बदल गयी।
उत्तर : 14 वीं शताब्द्री
4. फिरोज शाह तुगलक ने _______ शहर की नींव रखी थी।
उत्तर : फिरोजाबाद
5. फिरोजाबाद _______ के किनारे है।
उत्तर : यमुना नदी
6. दिल्ली शहर में _______ प्रकार की बस्तियाँ हैं।
उत्तर : मिश्रित
7. शहर के आस-पास _______ या शहर तली का निर्माण हो गया था।
उत्तर : कसबा
8. _______ दिल्ली शहर के लिए जल संग्रह करने का महत्वूपर्ण अंश था।
उत्तर : तालाब
9. सल्तनत शासन के साढ़े तीन सौ वर्षों के दौरान दिल्ली सरकार में _______ शासन केन्द्र का बदलाव हुआ।
उत्तर : ग्यारह बार
10. _______ में सुल्तान सिकन्दर लोदी के समय आगरा शहर का निर्माण शुर्तुआ।
उत्तर : सन् 1505 ई०
11. _______ की स्मृति में अकबर ने राजधानी फतेहपुर का निर्माण करवाया।
उत्तर : शेख सलीम चिश्ती
12. _______ से आगरा से ही मुगल शासन का संचालन शुरू हुआ।
उत्तर : सन् 1596 ई०
13. गंगा-यमुना के मिलन स्थल _______ दुर्ग से ही गंगा-यमुना दोआब अंचल की पहरेदारी की जाती थी।
उत्तर : इलाहाबाद
सही विकल्प को ही चुने :-
1. नीदरलैण्ड देश के लोगों को कहा जाता है – डच / अंग्राज / पुर्तगाली
उत्तर : डच
2. इंग्लैण्ड के राजा जेम्स का दूत था – टाम्ससेना/टाम्सरो/ फाहियान।
उत्तर : टाम्सरो
3. डच ईस्ट इण्डिया कम्पनी तैयार हुई। -सन् 1600 ई० में सन् 1603 ई० में/ सन् 1606 ई० में।
उत्तर : सन् 1600 ई० में
4. डयूक आफ अल्वोकार्क नव-सेनापति थे। पुर्तगाल के / अफगानिस्तान के/इंग्लैण्ड के।
उत्तर : पुर्तगाल के
5. वास्कोडिगामा कालीकट बन्दरगाह पहुंचा – सन् 1497 ई० में / सन् 1498 ई० में/ सन् 1576 ई० में।
उत्तर : सन् 1498 ई० में
6. तैमूरलंग ने दिल्ली पर आक्रमण किया – सन् 1398 ई० में / सन् 1399 ई० में / सन् 1300 ई० में।
उत्तर : सन् 1398 ई० में
7. कागज का प्रयोग शुरू हुआ – तुर्क/ मुगल/मंगोल शासन के समय।
उत्तर : तुर्क
8. शाहजहाँनाबाद का निर्माण हुआ – सन् 1637 ई० में/ यन् 1638 ई० में/ सन् 1639 ई०में।
उत्तर : सन 1637 ई० में
कल्पना करके लिखें।
प्रश्न 1.
यदि आप सल्तनत काल की दिल्ली के एक निवासी होते तो किस तरह आप प्रत्येक दिन आवश्यक जल की प्राप्ति करते।
उत्तर :
i) हम लोगों के देश में वर्ष में प्राय: तीन बार वर्षा होती है। मैं इस जल को इकट्ठा करके रखता।
ii) दिल्ली के सुल्तान लोग जल के संकट से जुझने के लिए बड़े-बड़े तालाब-पोखरे की खुदाई करते थे।
iii) ग्यासुद्दीन तुगलक की राजधानी तुगलकाबाद में बहुत बड़ी जलाशय थी। वहाँ से भी जल संग्रह कर पाता।
प्रश्न 2.
मानो आप एक यूरोपीय कम्पनी के व्यापारी हो। व्यापार के लिए आपको बम्बई से सूरत होते हुए आगरा मुगल दरबार में जाना होता। आप किस रास्ते से होकर जाते।
उत्तर :
i) सर्वप्रथम मैं नक्शा की व्यवस्था करता। सूरत से आगरा जल एवं स्थल दोनों ही मागों से जाया जा सकता है।
ii) बम्बई से सूरत जल पथ से जाया जा सकता है। वहां से फिर जल पथ से ही आगरा जाया जा सकता है।
प्रश्न 3.
आठरहवीं शताब्दी के आरम्भ में बंगोपसागर के भागीरथी मुहाने से आप नाव द्वारा नदी के रास्ते क्रमश: उत्तर की ओर जा रहे हो। रास्ते में आप कहा यूरोपीय कोठियाँ देखेंगे।
उत्तर :
इस यात्रा में मैं निम्न उल्लेखित स्थानों पर यूरोपीय कोठियाँ देख पाऊँगा।
कलकत्ता – यहाँ से शुरू करने पर हम सर्वप्रथम अंग्रंजों की कोठी देख पाएँगे।
श्रीरामपुर – भागीरथी नदी के उत्तर में जाने पर हम श्रीरामपुर में यूरोपीय कोठी देख पाएँगे।
चन्दननगर – श्रीरामपुर से चन्दननगर जाने पर फारसी लोगों की कोठी देख पाएँगे।
चुँचड़ा – यहाँ पर डच लोगों की कोठी देखने को मिलती है।
बैण्डेल – यहाँ जाने पर पर्तगाल लोगों की कोठी देखने को मिलती है।
सही मिलान करो Match the following : (1 Mark)
प्रश्न 1.
स्तम्भ ‘क’ | स्तम्भ ‘ख’ |
(a) सीरि | (i) डेनमार्क के निवासी |
(b) दिनभार | (ii) शंख नासीरुद्दीन |
(c) सर्राफ | (iii) अलाउद्दीन खिलजी |
(d) हौज | (iv) मुद्रा विनिमय योग्य |
(e) चिराग-ए-दिल्ली | (v) जल-संरक्षण |
उत्तर :
स्तम्भ ‘क’ | स्तम्भ ‘ख’ |
(a) सीरि | (iii) अलाउद्दीन खिलजी |
(b) दिनभार | (i) डेनमार्क के निवासी |
(c) सर्राफ | (iv) मुद्रा विनिमय योग्य |
(d) हौज | (v) जल-संरक्षण |
(e) चिराग-ए-दिल्ली | (ii) शंख नासीरुद्दीन |
पाठ सारांश :
नगर शब्द संस्कृत भाषा से आया है और शहर शब्द फारसी भाषा का है। व्यवसाय, वाणिज्य एव राजनातक, प्रशासनिक कारणों से शहरों और नगरों का जन्म हुआ। 14 वीं शताब्दी में फिरोजशाह तुगलक ने दिल्ली की तस्वीर बदल डाली थी। तुगलक के समय दिल्ली और दौलताबाद के बीच रास्ते का निर्माण करवाया गया किन्तु ये रास्ते सुनसान थे जहाँ कोई आता- जाता नहीं था। दिल्ली का शासन बदलने से भी दिल्ली का विकास नहीं हुआ।
देश में दो तरह का वाणिज्य होता था- प्रथम ग्राम और शहर का वाणिज्य एवं दूसरा शहर के बीचोबीच वाणिज्य। सड़क मार्ग से भारतीय सामग्रियों का व्यापार प्रधानतः मध्य एशिया और पश्चिम एशिया के विभिन्न स्थानों पर होता था। व्यापार ही इसकी मुख्य वजह थी और भारत में व्यापार करते-करते वे भारत पर अधिकार जताने लगे। व्यापार ही इसका माध्यम था जिसकी वजह से यूरोपीय व्यापारी भारत के अन्दर प्रवेश कर गये थे।