Students should regularly practice West Bengal Board Class 9 Hindi Book Solutions सहायक पाठ Chapter 12 डॉ. राजेन्द्र प्रसाद to reinforce their learning.
WBBSE Class 9 Hindi Solutions सहायक पाठ Chapter 12 Question Answer – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न – 1 : संकलित पाठ के आधार पर डॉ० राजेन्द्र प्रसाद का परिंचय दें ।
प्रश्न – 2 : डॉ० राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान में भारत के लिए जो आदर्श रखे उनका वर्णन करें।
प्रश्न – 3 : डॉ० राजेन्द्र प्रसाद महात्मा गाँधी के निष्ठावान शिष्य थे – पठित पाठ के आधार पर लिखें।
प्रश्न – 4 : डॉ० राजेन्द्र प्रसाद के विश्व-शांति तथा परमाणु निरस्त्रीकरण के बारे में विचार लिखें ।
प्रश्न – 5 : डॉ० राजेन्द्र प्रसाद सच्चा प्रजातंत्र किसे मानते थे ? विवेचना करें ।
प्रश्न – 6 : डॉ० राजेन्द्र प्रसाद के व्यक्तित्व तथा कार्यों का उल्लेख करें ।
उत्तर :
है राजेन्द्र प्रसाद वह नाम आदर जिसे इतिहास देता है,
बढ़कर जिसके पद-चिह्नों को अंकित दिल पर कर देता है ।
अपनी सादगी तथा सरलता के कारण किसान जैसा व्यक्तित्व पाकर भी पहले राष्प्रपति बनने का गौरव पाने वाले डॉ० राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर सन् 1884 ई० के दिन बिहार राज्य के सरना जिले के एक मान्य एवं सभान्त कायस्थ परिवार में हुआ था । इन्होंने बारह वर्षों से भी अधिक समय तक देश को भविष्य का मार्ग दिखाया।
आरंभ में राजेन्द्र बाबू राष्ट्रीय नेता गोपाल कृष्ण गोखले से, पर बाद में महात्मा गाँधी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सबसे अधिक प्रभावित रहे । दोनों का प्रभाव इनके जीवन पर स्सष्ट रूप से दिखाई देता था । जाँधी जी के सच्चे शिष्य के रूप में उन्होंने हमेशा निम्नलिखित बातों पर बल दिया –
- हम सभी प्रकार की हिंसा से बचें ।
- सभी राष्ट्रों के बीच शांति और मित्रता स्थापित करने के लिए संघर्ष करें ।
- एकपक्षीय परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रस्ताव पारित एवं स्वीकृत किए जायं।
- हमें उन कारणों को भी समाप्त करना होगा जो युद्धों का कारण बनते हैं।
- यदि हम विश्व में एक शांतिप्रिय राष्ट्र के रूप में जीवित रहना चाहते हैं तो परस्पर भय, अविश्वास, वैरभाव तथा असुरक्षा के कारणों को दूर करना होगा ।
- मनुष्य को यह अनुभव करना चाहिए कि समस्त मानवता एक है, भले ही उसमें जातिगत, संप्रदायगत और वर्गभेद हैं ।
- सभी राष्ट्रों को अपनी सोच का क्षितिज व्यापक बनाना होगा, ज्ञान में वृद्धि करनी होगी, सभ्य जीवन जीना होगा और यह अनुभव करना होगा कि जब विश्व का कोई व्यक्ति या देश कष्ट उठाता है तो सभी कष्ट उठाते हैं।
- हम एक-दूसरे से घृणा करना, शत्रुता छोड़ दें तथा प्रेमपूर्वक एक-दूसरे को समझने की कोशिश करें ।
निष्कर्ष के तौर पर यह कहा जा सकता है कि राजेन्द्र प्रसाद गाँधी जी के निष्ठावान शिष्य थे। प्रजातंत्र में उनका पूरापूरा विश्वास था और उनका यह मानना था कि जब तक यह पूरे संसार में व्याप्त न हो जाय, संसार के सभी समुदायों को प्रसन्नता न प्रदान करे तब तक वह सच्चा प्रजातंत्र नहीं है।
WBBSE Class 9 Hindi डॉ. राजेन्द्र प्रसाद Summary
शब्दार्थ
पृष्ठ सं० – 69
- सर्वोत्कृष्ट = सबसे अच्छा ।
- शिखर वर्ष = अच्छे साल ।
- बल = जोर ।
- निरस्त्रीकरण = हथियारों पर रोक लगाना।
पृष्ठ सं० – 70
- वैरभाव = दुश्मनी का भाव ।
- भ्रातृत्व = भाईचारे की भावना ।
- हासिल = प्राप्त ।
- उतावलेपन = जल्दीबाजी।
- अंततोगत्वा = अंत में जाकर ।
पृष्ठ सं० – 70
- श्रोताओं = सुननेवाले ।
- संतोषजनक = संतोष को जन्म देने वाला ।
- निरंतर = लगातार ।
- व्यापक = फैला ।