Students should regularly practice West Bengal Board Class 8 Hindi Book Solutions Chapter 5 टोबा टेक सिंह to reinforce their learning.
WBBSE Class 8 Hindi Solutions Chapter 5 Question Answer – टोबा टेक सिंह
वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
प्रश्न 1.
‘टोबाटेक’ सिंह कहानी पर आधारित है-
(क) देश विभाजन पर
(ख) स्वाधीनता आन्दोलन
(ग) पागलों की हरकत पर
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर :
(क) देश विभाजन पर
प्रश्न 2.
‘टोबाटेक’ सिंह स्थित है-
(क) बंगलादेश में
(ख) हिन्दुस्तान में
(ग) पाकिस्तान में
(घ) श्रीलंका मे
उत्तर :
(ग) पाकिस्तान में
प्रश्न 3.
‘कायदे आजम’ की उपाधि मिली थी-
(क) खान अन्दुल गफफार खाँ को
(ख) लियाकत अली को
(ग) मोहम्मद अली जिन्ना को
(घ) याहिया खान को
उत्तर :
(ग) मोहम्मद अली जिन्ना को
प्रश्न 4.
बिशन सिंह की बेटी का नाम था-
(क) हर प्रीत कौर
(ख) रूपमती
(ग) रूप कौर
(घ) हरमीत कौर।
उत्तर :
(ग) रूप कौर
प्रश्न 5.
बिशन सिंह किस शहर के पागल खाने में था?
(क) सयाल कोट
(ख) अमृतसर
(ग) चियौट
(घ) लाहौर
उत्तर :
(घ) लाहौर
प्रश्न 6.
सआदत हसन मंटो किस भाषा के लेखक थे ?
(क) हिंदी
(ख) अंग्रेजी
(ग) बंगला
(घ) उर्दू
उत्तर :
(घ) उर्दू
प्रश्न 7.
इनमें से कौन-सा सम्मान सआदत हसन मंटो को मिला –
(क) निशान-ए-पाक
(ख) निशान-ए-इम्तियाज
(ग) निशान-ए-हिन्द
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) निशान-ए-इम्तियाज
प्रश्न 8.
मंटो ऑल इंडिया रेडियो की किस शाखा में काम करते थे ?
(क) कलकत्ता
(ख) दिल्ली
(ग) बम्बई
(घ) तमिलनाडु
उत्तर :
(ख) दिल्ली
प्रश्न 9.
मंटो की मृत्यु कब हुई ?
(क) सन् 1947 में
(ख) सन् 1950 में
(ग) सन् 1955 में
(घ) सन् 2005 में
उत्तर :
(क) सन् 1947 में
प्रश्न 10.
मुसलमानों के लिए अलहदा कौन-सा मुल्क बना ?
(क) भारत
(ख) पाकिस्तान
(ग) श्रीलंका
(घ) नेपाल
उत्तर :
(ख) पाकिस्तान
प्रश्न 11.
एंग्लो-इंडियन पागल किस वार्ड में रखे गये थे –
(क) हिन्दू वार्ड में
(ख) मुस्लिम वार्ड में
(ग) यूरोपियन वार्ड में
(घ) सिख वार्ड में
उत्तर :
(ग) यूरोपियन वार्ड में
प्रश्न 12.
स्वयं को खुदा कहने वाले पागल के अनुसार टोबा टेक सिंह कहाँ था ?
(क) हिंदुस्तान में
(ख) पाकिस्तान में
(ग) दोनों जगह
(घ) कहीं नहीं
उत्तर :
(घ) कहीं नहीं
प्रश्न 13.
बिशन सिंह के मुसलमान दोस्त का क्या नाम था ?
(क) करमदीन
(ख) फजलदीन
(ग) फरमुद्दीन
(घ) फजलुद्दीन
उत्तर :
(ख) फजलदीन
प्रश्न 14.
बिशन सिंह कितने साल पागलखाने में रहा ?
(क) 5 वर्ष
(ख) 10 वर्ष
(ग) 15 वर्ष
(घ) 20 वर्ष
उत्तर :
(ग) 15 वर्ष
प्रश्न 15.
कौन बेहोश हो गया ?
(क) हिन्दू पागल
(ख) मुसलमान पागल
(ग) अधिकारी
(घ) लेखक
उत्तर :
(ख) मुसलमान पागल
प्रश्न 16.
सिख पागल कितने वर्षों तक सोया नहीं ?
(क) आठ वर्षों
(ख) नौ वर्षों
(ग) दस वर्षों
(घ) पन्द्रह वर्षों
उत्तर :
(घ) पन्द्रह वर्षों
प्रश्न 17.
पागल खाने में एक पागल अपने आप को क्या कहता था ?
(क) प्रधानमंत्री
(ख) वकील
(ग) खुदा
(घ) पुलिस
उत्तर :
(ग) खुदा
प्रश्न 18.
अधिकतर पागल किसके पक्ष में नहीं थे ?
(क) पाकिस्तान के
(ख) हिन्दुस्तान के
(ग) तबादले
(घ) अधिकारी
उत्तर :
(ग) तबादले
प्रश्न 19.
कौन समाप्त हो गया ?
(क) विशन सिंह
(ख) फजलद्दीन
(ग) लेखक
(घ) पागल
उत्तर :
(क) विशन सिंह
लघुउत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
मुसलमानों के लिए अलग देश किसने बनाया?
उत्तर :
मोहम्मद अली जिन्ना ने मुसलमानों के लिए अलग देश बनाया।
प्रश्न 2.
एक पागल दरख् पर क्यों चढ़ गया?
उत्तर :
एक पागल हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के चक्कर में पड़कर और ज्यादा पागल हो गया। झाडू देते समय वह दरख्त पर चढ़ गया।
प्रश्न 3.
पागल हिन्दू वकील लीडरों को क्यों गालियाँ देने लगा?
उत्तर :
हिन्दू वकील प्रेम में असफल हो जाने के कारण पागल हो गया। अमृतसर की एक लड़की से वह प्रेम करता था। लड़की ने उसे ठुकरा दिया, पर वह दीवानगी में उस लड़की को नहीं भूला था। जब उसने सुना कि अमृतसर हिन्दुस्तान में चला गया, जहाँ वह लड़की रहती है तो उसे बहुत दु:ख हुआ। इसलिए वह लीडरों को गालियाँ देने लगा।
प्रश्न 4.
बिशन सिंह कैसे परिवार का सदस्य था?
उत्तर :
विशन सिंह एक जमींदार परिवार का सदस्य था।
प्रश्न 5.
बिशन सिंह ने हिन्दुस्तान जाने से इन्कार क्यों किया?
उत्तर :
विशन सिंह समझता था कि पाकिस्तान में उसकी जमीन हैं, उसके साथी है। पागलखाने में भी उसके साथी थे। इसलिए वह हिन्दुस्तान जाने से इन्कार कर दिया।
प्रश्न 6.
सआदत हसन मंटो का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
उत्तर :
सआदत हसन मंटो का जन्म 11 मई, 1912 ई० को लुधियाना जिला के समराल नामक क्षेत्र के पपरौदी गाँव में हुआ था।
प्रश्न 7.
मंटो के माता-पिता का क्या नाम था ?
उत्तर :
मंटो के पिता का नाम गुलाम हसन मंटो और माता का नाम सरदारी बेगम थी।
प्रश्न 8.
मुसलमानों के लिए अलग देश किसने बनाया ?
उत्तर :
कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने मुसलमानों के लिए अलग देश बनाया।
प्रश्न 9.
बिशन सिंह क्या बड़बड़ाता रहता था ?
उत्तर :
‘ओंपड़ दि गड़ गड़ दि अनैक्सदि बेध्यानाँ दि मुंग दि दाल आफ दी लालटेन’।
प्रश्न 10.
बिशन सिंह ने क्या मिन्नत की ?
उत्तर :
बिशन सिंह ने स्वयं को खुदा मानने वाले पागल से मिन्नत की कि वह हुक्म दे दे कि टोबा टेक सिंह हिंदुस्तान में रहे या पाकिस्तान में।
प्रश्न 11.
बिशन सिंह से मिलने कौन लोग आते थे ?
उत्तर :
बिशन सिंह से मिलने उसके रिश्तेदार आया करते थे।
प्रश्न 12.
खामोश होकर सड़क पर कौन टहलता था ?
उत्तर :
एक एम० एस-सी० पास रेडियो इंजीनियर पागल खामोश होकर सड़क पर टहलता था।
प्रश्न 13.
एक सिख पागल ने दूसरे सिख पागल से क्या पूछा ?
उत्तर :
एक सिख पागल ने दूसरे सिख पागल से पूछा कि उन्हें हिन्दुस्तान क्यों भेजा जा रहा है ?
प्रश्न 14.
मोहम्मद अली नामक पागल ने क्या ऐलान किया था ?
उत्तर :
मोहम्मद अली नामक पागल ने खुद को कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्ना घोषित कर दिया था।
प्रश्न 15.
बिशन सिंह के परिवारवालों ने फजलदीन के पास क्या छोड़ा ?
उत्तर :
बिशन सिंह के परिवारवालों ने फजलदीन के पास अपनी भैंस छोड़ी।
प्रश्न 16.
बिशन सिंह की मौत कहाँ हुई ?
उत्तर :
बिशन सिंह की मौत भारत-पाकिस्तान की सीमा (बागाह बॉर्डर) पर हुई।
प्रश्न 17.
‘टोबा टेक सिंह’ कहानी का हिंदी अनुवाद किसने किया है ?
उत्तर :
‘टोबा टेक सिंह’ कहानी का हिंदी अनुवाद नरेन्द्र शर्मा ने किया है।
प्रश्न 18.
प्रस्तुत कहानी में किसकी त्रासदी को दिखाया गया है ?
उत्तर :
प्रस्तुत कहानी में हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के विभाजन की त्रासदी को दिखाया गया है।
प्रश्न 19.
कौन प्यार में असफल हो जाने से पागल हो गया था ?
उत्तर :
अमृतसर की एक लड़की से प्यार करने वाला हिन्दू वकील प्यार में असफल हो जाने से पागल हो गया था।
प्रश्न 20.
एंग्लो इंडियन पागल क्या सुनकर दु:खी हो गया ?
उत्तर :
एंग्लो इंडियन पागल आजाद करके अंग्रेजों के चले जाने की खबर सुनकर दु:खी हो गया।
बोधमूलक प्रश्न :
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए-
(क) … और यह भी कौन सीने पर हाथ रखकर कह सकता है कि हिन्दुस्तान और पाकिस्तान, दोनों किसी दिन सिरे से गायब हो जाएँगे।’ उद्धुत पंक्तियों में निहित भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
प्रस्तुत पंक्तियों में स्पष्ट किया है कि स्थानांतरण के समय कोई भी पागल टोबा टेक सिंह को सटीक उत्तर न दे सका कि वह पाकिस्तान में है या हिन्दुस्तान में। सभी उलझन में थे कि कौन क्षेत्र किस देश में है और फिर भविष्य में क्या परिवर्तन हो जाएगा, यह निश्चित नहीं है। अत: दृढ़ता और पूरे विश्वास के साथ कौन कह सकता हैं कि हिन्दुस्तान और पाकिस्तान का अलग-अलग आस्तित्व ही कभी समाप्त हो सकता है।
(ख) आधिकांश पागल अदला-बदली के पक्ष में क्यों नहीं थे और इस अदला-बदली से उनकी क्या दशा थी?
उत्तर :
अधिकांश पागल की समझ में नहीं आ रहा था कि उन्हें अपनी जगह से उखाड़ कर कहाँ फेंका जा रहा है। कुछ पागल, नारेबाजी करने लगे, जिससे कई बार दंगा होते-होते बचा। कुछ मुसलमानों तथा सिखों को यह नारे सुनकर तैश आ गया था । पागलों को उनके दूसरे अफसरों के हवाले करना बड़ा कठिन काम था। कुछ पागल आपस में झगगड़ने लगे, कुछ रोने लगे, कुछ अपने कपड़े उतार कर नंगे होने लगे। कुछ पागल औरतें शोर शराबा करने लगीं। कड़ाके की सर्दी भी पड़ रही थी।
(ग) टोबा टेक सिंह उर्फ बिशन सिंह का चरित्र चित्रण कीजिए।
उत्तर :
बिशन सिंह पहले खाता-पीता जमींदार था। एकाएक उसका दिमाग उलट गया, जिससे उसके रिश्तेदार पागलखाने में दाखिल कर गए। बिशन सिंह हृष्ट-पुष्ट तथा मजबूत शरीर का था। पागल होते हुए भी वह साहसी तथा दृढ़ निश्चयवाला था। पंद्रह वर्षों तक वह कभी सोया नहीं। हर वक्त खड़ा रहने से उसके पाँव सूज गए। तकलीफ के बावजूद वह टस से मस न हुआ। तबादले के समय पागलों की बातें वह ध्यान से सुनता। हमेशा यह जानने की कोशिश करता कि वह पाकिस्तान में है या हिन्दुस्तान में। मिलने के लिए आनेवाले रिश्तेदारों से वह नहाकर कपड़े बदलकर उनसे मिलता था। तबादले के समय उसे मालूम हुआ कि अभी वह पाकिस्तान में है। वह प्रसन्न होकर अपने साथियों से मिलने लगा। बहुत समझाने पर भी वह हिन्दुस्तान जाने को तैयार न हुआ। जबर्दस्ती करने पर वह अपनी सूजी हुई टाँगों पर खड़ा हो गया, पर हिला नहीं। अन्त में चीखकर प्राण त्याग दिया। वह अपने दृढ़ निश्चय पर अडिग था। कष्ट सहने की उसमें अद्भुत शक्ति थी।
व्याख्या मूलक प्रश्न :
यथानिर्देश प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
1. ‘आदमी चूँकि बे-जरर था, इसलिए उसमें मजीद जबर्दस्ती न की गई।’
(क) उपर्युक्त पंक्ति किस लेखक के लिए पाठ से उद्धृत है?
(ख) इसका प्रसंग बतलाइए।
(ग) पंक्ति का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
(क) प्रस्तुत पंति सआदत हसन मेटो रचित ‘टोबा टेक सिंह’ पाठ से उद्धृत है।
(ख) निर्णय के अनुसार पागलों का तबादला होने लगा। टोबाटेक सिंह को सिपाहियों ने पकड़ लिया और उसे दूसरी तरफ ले जाने लगे। पर टस से मस न हुआ। वह एक जगह खड़ा हो गया, उसे कोई हालत न हिला सकी। इसी प्रसंग में यह उक्ति उद्धृत है।
(ग) टोबाटेक सिंह (बिशन सिंह) एक जगह अपनी सूजी टाँगों पर दृढ़ता पूर्वक खड़ा हो गया, जिससे उसे कोई हिला न सके। वह बिल्कुल निडर व्यक्ति था। इसलिए उसके साथ जबर्दस्ती न की गई। उसे बल पूर्वक उसके स्थान से हटाने का इरादा छोड़ दिया गया।
भाषा बोध :
1. इस पाठ में आए अंग्रेजी शब्दों का हिन्दी रूप –
कान्फेंन्स – सम्मेलन
इंजीनियर – यंत्रकार
प्रैक्टिस – अभ्यास
ब्रेकफास्ट – नाश्ता
गवर्नमेंट – सरकार
एनेक्स – पूरक अंश
सुपरिंटेंडेंट – अधीक्षक
2. नीचे दिए गए वाक्यों में से पहचान कर बताइए कि इनमें साधारण, संयुक्त, मिश्र वाक्यों कौन है।
(क) एक सिक्ख था जिसे पागलखाने में दाखिल हुए पंद्रह वर्ष हो चुके थे- मिश्र वाक्य।
(ख) महीने में एक बार मुलाकात के लिए यह लोग आते थे और उसकी खैर – खैरियत दरयाफ्त करके चले जाते थेसंयुक्त वाक्य।
(ग) यूरोपियन वार्ड में दो एंग्लो इंडियन पागल थे – साधरण वाक्य।
(घ) पागलों की लारियों में निकलना और उनको दूसरे अफसरों के हवाले करना बड़ा कठिन काम था – संयुक्त वाक्य।
3. निम्नलिखित शब्दों में प्रत्यय पृथक् कीजिए।
हुकूमतों – हुकुमत + ओं।
गिरफ्तारी – गिरफ्तार + ई।
तब्दीली – तब्दील + ई।
जमीनें – जमीन + एँ।
मिठाइयाँ – मिठाई + इयाँ।
हमदर्दों – हमदर्द + ई।
मुसलमानों – मुसलमान + ओं
WBBSE Class 8 Hindi टोबा टेक सिंह Summary
लेखक-परिचय :
सआदत हसन मंटो का जन्म सन् 1912 ई० में पंजाब प्रांत के लुधियाना जनपद के सम्बराला नामक गाँव में हुआ था। ये उर्दू कहानीकार के रूप में प्रसिद्ध रहे। सन् 1955 में लाहौर में इनका देहावसान हो गया। इन्होंने अपनी कहानियों में देश-विभाजन की त्रासदी, संकीर्ण साप्रदायिकता के भयावह परिणाम, समाज की विकृत स्थितियों का कच्चा चिंट्ठा उजागर किया है।
सारांश :
प्रस्तुत्त कहानी में हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के विभाजन की त्रासदी को दिखाया गया है। विभाजन के दो-तीन साल बाद दोनों देशों की सरकारों के ध्यान में आया कि दोनों देशों के पागलों का भी तबदला होना चाहिए। दोनों तरफ के अधिकारियों ने परामर्श कर तबादले का दिन निश्चित कर दिया। छानबीन कर हिन्दू तथा मुसलमान पागलों को बार्डर पर पहुँचा दिया गया। लाहौर के पागलखाने में इस खबर पर शोर-शराबे होने लगे। मुसलमान पागल तथा हिन्-सिख पागल सभी अपने पागलपन में अनाप शनाप प्रश्नोत्तर करने लगे।
एक मुसलमान पागल जोर से पाकिस्तान जिन्दाबाद का नारा लगाकर फिसल गया और बेहोश हो गया। कुछ पागल ऐसे थे जो पागल नहीं थे, पर उनके संबंधियों ने उनके अपराध से उन्हें फाँसी से बचाने के लिए अधिकारियों से मिलकर उन्हें पागलखाने में भेज दिया था। उन्हें भी हिन्दुस्तान पाकिस्तान के विषय में कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें इतना मालूम था कि मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान नामक एक अलग देश बनाया है। पर वे किस देश में हैं, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।
एक पागल एक दिन वृक्ष की टहनी पर दो घंटे बैठकर पाकिस्तान और हिन्दुस्तान के नाजुक मसले पर तकरार करता रहा। सिपाहियों के कहने पर भी न उतरा और कहा कि वह इस वृक्ष पर ही रहेगा। जब दौरा ठंडा पड़ा तो उतर कर हिन्दू-सिख मित्रों को गले लगाकर रोने लगा। उसने सोचा कि ये दोस्त उसे छोड़कर हिन्दुस्तान चले जाएँगे। एक इंजोनियर मुसलमान पागल नंग धडंग होकर बाग में घूमता रहा। दो पागल अपने को मोहम्मद अली जिन्ना तथा मास्टर तारा सिंह कहने लगे। अमृतसर की एक लड़की से प्यार करने वाला हिन्दू वकील प्यार में असफल हो जाने से पागल हो गया था। इस विभाजन को जानकर वह नेताओं को गाली देने लगा। एंग्लो इंडियन पागल आजाद करके अंग्रेजों के चले जाने की खबर सुनकर दु:खी हो गए।
एक सिख पागल पंद्रह वर्षों में कभी भी सोया नहीं। कभी-कभी किसी दीवार के साथ टेंक लगा लेता था। शरीरिक तकलीफ के बावजूद भी वह आराम नहीं करता था। पागलों के तबादले की बातों को वह गौर से सुनता था। वह इसे जानने के लिए उत्सुक रहता था कि टोबा टेक सिंह पाकिस्तान में है या हिन्दुस्तान में। वह बहुर्त कम नहाता था। किसी से झगड़ा नहीं करता था। पाकिस्तान में जमींदार था। दिमाग उलट जाने से उसके रिश्तेदार पागलखाने में दाखिल कर गए। उसका नाम विशन सिंह था, मगर सब उसे टोबा टेक सिंह कहते थे। हर महीने उसके रिश्तेदार उससे मिलने आते थे।
विभाजन के बाद यह क्रम समाप्त हो गया। उसकी एक लड़की भी थी। पागल खाने में एक पागल अपने को खुदा कहता था। उससे भी उसने पूछा कि वह पाकिस्तान में है या हिन्दुस्तान में, पर उससे भी उत्तर न मिला। एक दिन उसका दोस्त फजलदीन मिलने आया। उसने बतलाया कि तुम्हारे सब आदमी सकुशल हिन्दुस्तान चले गए। यथा संभव उनकी मदद मैंने की। उसने बतलाया कि तुम अभी पाकिस्तान में ही हो।
तबादले की तैयारियाँ निश्चित हो गई थी। बड़ी कठिनाई से पागलों को दूसरे अफसरों के हवाले किए जाने लगा। कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी। पागलों में कोई गालियाँ बकने लगा। कोई गाना गाने लगा। जो नंगे हो जाते उन्हें कपड़े पहनाए जाते। कुछ रोते तथा झगड़ रहे थे। अधिकतर पागल तवादले के पक्ष में नहीं थे। वे नारे लगा रहे थे। बिशन सिंह को अफसर ने बतलाया कि वह पाकिस्तान में है। यह सुनकर वह बचे हुए साथियों के पास पहुँच गया।
पाकिस्तानी सिपाही उसे पकड़ कर दूसरी तरफ ले जाने लगे, मगर वह हिलने से इन्कार कर दिया। उसे समझाया गया कि अब टोबा टेक सिंह हिन्दुस्तान में चला गया है। उसे जबर्दस्ती दूसरी तरफ से ले जाने की कोशिश की गई। किन्तु वह अपनी सूजी हुई टाँगों पर खड़ा हो गया। इसलिए उसे वहीं खड़ा रहने दिया गया। सूर्य निकलने से पहले शान्त एवं खामोश विशन सिंह के मुँह से एक चीख निकली। अफसरों ने देखा कि जो आदमी पंद्रह वर्ष तक दिन-रात अपनी टाँगों पर खड़ा रहा, आज वह समाप्त हो गया।
शब्दार्थ :
- बँटवारा – विभाजन
- हुकूमत – शासन
- तबादला – स्थानांतरण
- अख्लाकी – सामाजिक
- माकूल – उचित, ठीक
- दानिशमंद – विद्वान, बुद्धिमान
- मुकर्रर – निश्चित, निर्धारित
- हिफाजत – सुरक्षा
- लवाहकीब – संबंधी, रिश्तेदार
- चेमेगोइयाँ – शोरगुल, बातचीत
- मुतमाइन – संतुष्ट
- बाज – कुछ
- अक्सरीयत – अधिकार
- तक्सीम – हिस्से में आना
- अलहदा – अलग
- महले वकू – भौगोलिक स्थिति
- माऊफ – खराब, बिगड़ा
- दरब-वृक्ष, दरख
- मुसलसल – निरंतर लगातार
- बाकीमांदा – बचे हुए शेष
- मजीद – ज्यादा
- शकित व शामित – शांति एवं खामोश
- रविश – सड़क, मार्ग
- नमूदार – प्रकट
- दफेदार – प्रहरी, रक्षक
- कारकुन – कार्यकर्ता
- यकलख्त – एकदम
- गुफ्तुगु – गुप्त बातचीत
- जहर-माहर – जबर्दस्ती खाना
- मुताल्लिक – बारे में, विषय में
- बे-जरर – निर्भय, निडर
- दरयाफ्त – जानकारी लेना
- कत्अन – कतई
- अजीबो-अकारिब – निकट संबंधी
- इत्मीनान बखश – संतोषजनक
- मसरुफ – व्यस्त
- फेहरिस्त – सूची, तालिका
- मुहाफिज – रक्षक
- तरफैन – दोनों तरफ के
- इब्तिदाई – आरंभिक, शुरू का
- शोरो-गोगा – शोरगुल
- शिगाफ – गगन भेदी
- खिदमत – सेवा
- दरमियान – मध्य, बीच