Detailed explanations in West Bengal Board Class 8 Geography Book Solutions Chapter 5 मेघ – वर्षा offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 8 Geography Chapter 5 Question Answer – मेघ – वर्षा
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
कैसे बादल से वर्षा होती है ?
उत्तर :
वर्षी बादल (Nimbus clouds )
प्रश्न 2.
वर्षा को किस यंत्र से मापा जाता है ?
उत्तर-
रेनगेज या वर्षा मापी यंत्र ।
प्रश्न 3.
समान वर्षा वाले स्थान को जिस रेखा से मिलाते हैं उसका नाम बताओ ।
उत्तर :
समवर्षी रेखा ।
प्रश्न 4.
भूमध्य रेखीय क्षेत्र में किस तरह की वर्षा होती है ?
उत्तर :
संवाहनीक वर्षा ।
प्रश्न 5.
भारत में स्थित एक वृष्टि छाया प्रदेश का नाम बताओ ।
उत्तर :
पूना !
प्रश्न 6.
सबसे अधिक ऊँचाई पर किस तरह का बादल पाया जाता है ?
उत्तर :
सिरास (Cirrus Clouds) या पक्षाभ मेघ
प्रश्न 7.
बज्र बादल किसे कहा जाता है ?
उत्तर :
क्यूमलोनिम्बास |
प्रश्न 8.
जिस तापमान पर वायु संपृक्त होती है उसे क्या कहा जाता है ?
उत्तर :
सम्पृक्त बिन्दू (Point of saturation)
प्रश्न 9.
भारत में सन् 2008 में पूर्वी तट पर कौन सा तूफान आया था ?
उत्तर :
आइला ।
प्रश्न 10.
सन् 2013 में भारत के पूर्वी तट पर आने वाले तूफान का क्या नाम है ?
उत्तर :
फाइलेन ।
प्रश्न 11.
कैरेबियन सागर में आने वाले चक्रबाती तूफान का नाम बताओ ।
उत्तर :
हरिकेन ।
प्रश्न 12.
पूर्वी चीन सागर के चक्रवातीय तूफान का क्या नाम है ?
उत्तर :
टाइफून ।
प्रश्न 13.
स्तरीय मेघ की ऊँचाई बताओ।
उत्तर :
लगभग 2000 मीटर ।
प्रश्न 14.
आकाश में किन मेघों की आकृति लहरों के समान लगती है ?
उत्तर :
अल्ट्रोक्यूमूलस या कपासी मध्य मेघ की।
प्रश्न 15.
पहाड़ों की ऊँचाई पर किन मेघों के एकत्रित रहने से विमान चालकों एवं पर्वतारोहियों को असुविधा होती है ?
उत्तर :
स्टेटस या स्तरी मेघ के एकत्रित होने से।
प्रश्न 16.
किन मेघों से वज्रपात के साथ भीषण तूफानी वर्षा होती है ?
उत्तर :
क्यूमूलोनिम्बस या कपासी वर्षी मेघ से।
प्रश्न 17.
जलवाष्प युक्त गर्म वायु कब ठंडी होने लगती है ?
उत्तर :
ऊपर उठकर ठंडी वायु के सम्पर्क में आकर ।
प्रश्न 18.
किन क्षेत्रों में सम्पूर्ण वर्ष भर सूर्य किरणें लम्बवत् पड़ती हैं?
उत्तर :
भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में.
प्रश्न 19.
पश्चिमी घाट का कौन ढाल वृष्टिछआया प्रदेश के अन्तर्गत आता है ?
उत्तर :
पूर्वी ढाल
प्रश्न 20.
मौसमी वायु की किस शाखा के प्रभाव से चेरापूँजी में वर्षा होती है ?
उत्तर :
बंगाल की खाड़ी की शाखा से ।
प्रश्न 21.
उष्ण चक्रवात कहाँ अधिक शक्तिशाली होते हैं?
उत्तर :
जलीय भाग के ऊपर ।
प्रश्न 22.
जिन देशों में मानसूनी वायु प्रवाहित होती है, वहाँ किन ऋतुओं में चक्रवातीय वर्षा होती है ?
उत्तर :
शरद एवं हेमन्त ऋतुओं में ।
प्रश्न 23.
मध्य अक्षांशीय देशों में शीतऋतु में किस प्रकार की वर्षा होती है ?
उत्तर :
चक्रवातीय वर्षा ।
प्रश्न 24.
पश्चिम बंगाल में ओलावृष्टि किन ऋतुओं में होती या देखी जाती है ?
उत्तर :
बसंत एवं ग्रीष्म ऋतुओं में ।
प्रश्न 25.
शरद ऋतु में पश्चिम बंगाल में आने वाले चक्रवातीय तूफानों को क्या कहते हैं?
उत्तर :
अश्विन झड़ एवं काल बैशाखी
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARKS
प्रश्न 1.
बादल क्या है ?
उत्तर :
बादल (Clouds ) – संघनन के कारण ऊँचाई पर जलवाष्प जलकणों या हिम- कणों के रूप में बदल जाती है। वायु में ऊँचाई में तैरने वाले जलकणो या हिमकणों के समूह को बादल कहते हैं ।
प्रश्न 2.
संघनन किसे कहते हैं ?
उत्तर :
जलवाष्प के जल (द्रव) अथवा हिम (ठोस) कणों के रूप में बदलने की क्रिया को संघनन कहते हैं।
प्रश्न 3.
वाष्पीकरण क्या है ?
उत्तर :
जल के द्रव अवस्था से गैस अवस्था में बदलने की क्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं।
प्रश्न 4.
ओसांक बिन्दु किसे कहते हैं ?
उत्तर :
वह तापक्रम जिस पर कोई वायु संतृप्त हो जाती है उसे संतृप्त बिन्दु या ओसांक बिन्दु कहते हैं।
प्रश्न 5.
संतृप्त वायु किसे कहते हैं?
उत्तर :
किसी निश्चित तापक्रम पर वायु जब अपनी पूर्ण सामर्थ्य भर जलवाष्प ग्रहण कर लेती है तब उसे संतृप्त वायु (Saturated Air) कहते हैं ।
प्रश्न 6.
वर्षा किसे कहते हैं ?
उत्तर :
वायु में विद्यमान जलवाष्प ठण्डा होकर तथा धूल कणों की सहायता से घनीभूत होकर जलकणों के रूप में बदल जाता है। ये आपस में मिलकर इतने बड़े हो जाते हैं कि वायु उन्हें संभाल नहीं सकती और वे जलकण या हिमकण के रूप में तीव्र गति से धरातल पर गिरने लगते हैं। उसे वर्षा कहते हैं ।
प्रश्न 7.
कुहासा किसे कहते हैं?
उत्तर :
कुहासा (Fog) – पृथ्वी के तल के निकट मिलने वाले जलकणों के समुद्र को कुहासा कहते हैं। वास्तव में बहुत ही कम ऊँचाई पर मिलने वाले बादल को कुहासा कहते हैं। इनसे दृश्यता घट जाती है और अंधेरा छा जाता है। इसे वर्षा नहीं होती है ।
प्रश्न 8.
वायु का शिशिरांक किसे कहते हैं ?
उत्तर :
जिस तापक्रम में वायु संपृक्त हो जाते हैं उस तापक्रम को वायु का शिशिरांक कहते हैं।
प्रश्न 9.
अधिक ऊँचाई वाले मेघों की औसत निम्नतम ऊँचाई कितनी है ? ?
उत्तर :
20000 फुट लगभग ।
प्रश्न 10.
वाष्प किसे कहते हैं?
उत्तर :
सूर्य के ताप से समुद्र, नदी, तालाब इत्यादि का जल गर्म हो कर वाष्प में परिवर्तित होता है ।
प्रश्न 11.
शरद ऋतु में पश्चिम बंगाल में जो तूफान आता है उसका नाम क्या है ?
उत्तर :
आइला और फाइलेन
प्रश्न 12.
संतृप्त वायु (Saturated air) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
निश्चित तापमान पर निश्चित परिमाण वाली कोई वायु, यदि अपने में इतना जलवाष्प धारण किए हुए है, जितनी उसकी क्षमता है तो उस वायु को संतृप्त वायु कहा जाता है। संतृप्त वायु की आपेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत होती है।
प्रश्न 13.
वर्षण या अध: पतन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वर्षण या आर्द्रता का अध: पतन (Precipitation) :- निरन्तर संघनन होने से वायु में विद्यमान जलकण या हिम-कण आपस में मिलकर इतने बड़े हो जाते हैं कि वायु उन्हें सम्भाल नहीं पाती और वे जल की बूँदों या हिम- कणों के रूप में तीव्र गति से पृथ्वी पर गिरने लगते हैं। वायु में विद्यमान जलवाष्प के घनीभूत होकर जल की बूँदों या हिम-कणों के रूप में धरातल पर गिरने की क्रिया को वर्षण (Precipitation) या आर्द्रता का अध: पतन (Throwing down of Moisture) कहते हैं ।
प्रश्न 14.
सापेक्ष आर्द्रता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
सापेक्ष आर्द्रता किसी निश्चित तापक्रम पर किसी निश्चित वायु में विद्यमान जलवाष्प तथा उसके वाष्प ग्रहण करने की सामर्थ्य के अनुपात को सापेक्ष आर्द्रता कहते हैं । अर्थात् सापेक्ष आर्द्रता = निरपेक्ष आर्द्रता / वाष्प ग्रहण करने की सामर्थ्य । इसे प्रतिशत में भी व्यक्ति किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए 22°C तापक्रम पर यदि किसी वायु में 20 ग्राम जलवाष्प धारण करने की क्षमता है और उसमें 15
ग्राम जलवाष्प विद्यमान है, तो उस वायु की सापेक्षिक आर्द्रता
प्रश्न 15.
आपेक्षिक आर्द्रता और तापमान के बीच क्या सम्बन्ध है?
उत्तर :
तापमान एवं वायु की आर्द्रता सामर्थ्य में सीधा सम्बन्ध होने के कारण तापमान एवं आपेक्षिक आर्द्रता में विपरीत. सम्बन्ध होता है अर्थात् यदि वायु का तापमान बढ़ जाता है तो उसकी जलवाष्प ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ जाती है, जिससे आपेक्षिक, आर्द्रता कम हो जाती है। इसके विपरीत यदि वायु का तापमान घट जाता है तो उसकी जलवाष्प ग्रहण करने की क्षमता भी कम हो जाती है जिससे वायु की सापेक्षिक आर्द्रता बढ़ जाती है।
प्रश्न 16.
वृष्टि छाया प्रदेश से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर :
वृष्टि – छाया प्रदेश (Rain Shadw Region) :- भाप भरी हवा किसी पर्वत से टकराकर पवनाभिमुख ढाल . पर तो खूब वर्षा करती है। परन्तु ये हवा जब पर्वत के पवनविमुख ढाल वर्षा से वंचित रह जाते हैं। इस भाग को वृष्टिछाया प्रदेश कहते हैं। उदाहरण के लिए अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएँ पश्चिमी घाट पर्वत में टकराकर भारत के पश्चिमी तटीय मैदान में तो खूब वर्षा करती हैं, परन्तु पश्चिमी घाट पर्वत के पूर्व में स्थित भाग वृष्टि – छाया प्रदेश में पड़ जाता है जिससे नागपुर, पूना तथा बंगलोर में बहुत कम वर्षा हो पाती है।
प्रश्न 17.
मुम्बई की तुलना में पुणे में वर्षा कम क्यों होती है?
उत्तर :
मुम्बई पश्चिमी घाट के पश्चिमी ढाल की ओर स्थित है। पश्चिमी घाट का पश्चिमी ढाल अरब सागर की ओर से आने वाली आर्द्र मानसूनी हवाओं के मार्ग में सम्मुख स्थित है अत: ये हवाएँ इस ढाल से टकराकर ऊपर उठकर मुम्बई में प्रचुर वर्षा करती हैं। इसके विपरीत पुणे पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल की ओर स्थित है, जहाँ वर्षा बहुत कम होती है । इसीलिए मुम्बई की तुलना में पुणे में कम वर्षा रेकार्ड की जाती है।
प्रश्न 18.
‘चक्रवात की आँख’ से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
उष्ण चक्रवातों के केन्द्रीय भाग को ‘चक्रवात की आँख’ कहते हैं। इस केन्द्रीय भाग पर वायुदबाव सबसे कम रहता है तथा आकाश स्वच्छ एवं मौसम शांत रहता है।
प्रश्न 19.
रेनगेज या वर्षामापी यन्त्र क्या है?
उत्तर :
जिस यन्त्र की सहायता से वर्षा की मात्रा या परिमाण ज्ञात किया जाता है उसे रेनगेज (Raingauge ) या वर्षामापी यन्त्र कहते हैं । इस यन्त्र को किसी खुले स्थान पर इस तरह रखा जाता है कि वर्षा की बूँदें ठीक यन्त्र के भीतर प्रवेश करें। जिन स्थानों पर वर्षा न होकर हिमपात होता है, वहाँ बर्फ को गलाकर जल में परिवर्तित करके उसका परिमाप ज्ञात किया जाता है। है
प्रश्न 20.
समवर्षा रेखा (Isohyet) से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर :
पृथ्वी पर समान औसत वर्षा प्राप्त करने वाले स्थानों को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा को समवर्षा रेखा (Isohyet) कहते हैं ।
विस्तृत उत्तर वाले प्रश्न (Descriptive Type) : 5 MARKS
प्रश्न 1.
वर्षा मापी यंत्र या रेनगेज किसे कहते हैं?
उत्तर :
वर्षा की माप वर्षामापी यन्त्र या रेनगेज (Rain gauge) द्वारा मिलीमीटर या सेन्टीमीटर में की जाती है। इस यन्त्र में शीशे का एक बोतल होता है। बोतल के मुँह पर एक किप लगी होती है। कीप सहित बोतल को एक धातु के बड़े बर्तन में रखा जाता है। कीप का व्यास बोतल के पंदे के व्यास के बराबर होता है। इस यंत्र को खुले स्थान पर कुछ ऊँचाई पर रख देते हैं। इसमें वर्षा का जल इकट्ठा होता है। इस जल को नपना गिलास में गिराकर वर्षा की माप कर लेते हैं।
प्रश्न 2.
संवाहनिक वर्षा किसे कहते हैं?
उत्तर :
संवाहनिक वर्षा (Convectional Rainfall) – पथथ्वी पर जिन अंचलों या क्षेत्रों में वर्ष भर सूर्य की किरणें लम्बवत् पड़ती है उस स्थान पर अधिक गर्मी पड़ती है जिससे गर्म धरातल के सम्पर्क से नीचे की वायु गर्म होकर फैलती है तथा हल्की होकर ऊपर उठती है। इस खाली स्थान को भरने के लिए आसपास की ठण्डी हवाएँ आती हैं। लेकिन वह भी गर्म होकर ऊपर उठ जाती है। इस प्रकार वायु में संवहन धारायें उत्पन्न हो जाते हैं।
अधिक ऊँचाई पर जाने पर यही भाप भरी हवाएँ ठण्डी होकर संतृप्त हो जाती है और बाद में संघनित होकर वर्षा करती है। वायु में संवहन धाराओं के उत्पन्न होने से होने वाली वर्षा को संवाहनिक वर्षा कहते हैं। ऐसी वर्षा मुख्य रूप से भूमध्य रेखीय प्रदेश में प्रतिदिन दिन के तीसरे पहर बादलों की गरज तथा बिजली की चमक के साथ मूलसाधार वर्षा होती है।
प्रश्न 3.
संवाहनिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों के बारे में लिखें।
उत्तर :
ऐसी वर्षा मुख्य रूप से भू-मध्यरेखीय प्रदेशों में होती है। साथ ही जल भाग अधिक होने के कारण यहाँ जलवाष्प अधिक पाया जाता है। जल वाष्प युक्त उष्ण वायु हल्की होकर ऊपर उठ जाती है और ठंडी होकर संवाहनिक वर्षा के रूप में बरसती है।
- शीतोष्ण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु के आरम्भ में यह वर्षा होती है।
- उष्ण क्षेत्रों में जहाँ मौसमी वायु का प्रभाव है जैसे – भारत, बांग्लादेश, वियतनाम एवं म्यांमार में साधारण मौसमी वायु के आने के पहले एवं शरदकाल में संवाहनिक वर्षा होती है।
प्रश्न 4.
पर्वतीय वर्षा किसे कहते हैं ?
उत्तर :
पर्वतीय या धरातलीय वर्षा (Mountain or Orographic or Relief Rainfall)- समुद्र से आने वाली भाप भरी हवाओं के मार्ग में जब कोई ऊँचा पर्वत आ जाता है तो हवा को बाध्य होकर ऊपर उठना पड़ता है। पर्वत के जिस ढाल से हवा ऊपर चढ़ती है उसे पवनाभिमुख ढाल (Wind-ward Slope) कहते हैं तथा उसके विपरीत ढाल को पवनविमुख ढाल (Leeward slope) कहते हैं।
ऊपर उठने के कारण यह वायु ठण्डी होकर संतृप्त होने लगती है। फलस्वरूप उनका जलवाष्प घनीभत होकर बादलों के रूप में बदल जाता है। इस प्रकार यह भाप भरी वायु पवनाविमुख ढाल पर वर्षा करती है। इसे पर्वतीय या धरातलीय वर्षा कहते हैं। पर्वतीय वर्षा का अच्छा उदाहरण भारत का पश्चिम तटीय मैदान है।
प्रश्न 5.
अधःपतन के विभिन्न प्रकारों का वर्णन करो।
उत्तर :
बहुत छोटे-छोटे जलकणों ( 0.5 मिमी०) से धरातल पर फब्वारे की तरह वर्षा होती है। इस तरह होने वाली वर्षा को फब्बारी वर्षा कहते हैं। अनेक बार ऐसी वर्षा के साथ बहती हुई वायु को देखकर ऐसा लगता है जैसे छोटे-छोटे जलकण वायु में तैर रहे हैं। जलकणों एवं तुषार कणों के अधिक मिश्रित रूप को स्लिट कहते हैं। ऊर्ध्वमुखी वायु प्रवाह के कारण जलकण अनेक बार अधिक ऊँचाई तक पहुँच जाते हैं।
जहाँ पहुँचकर ये जलकण तेजी से ठंडा होकर छोटे-छोटे बर्फ के टुकड़ों में बदल जाते हैं। इस बर्फ के टुकड़ों के साथ अतिरिक्त जलकणों के मिश्रण से बर्फ के टुकड़े जलकणों के साथ धरातल पर गिरने लगते हैं। इसी को ओला वृष्टि कहते हैं। ओला वृष्टि से घर, मकान तथा फसलों को हानि पहुँचती है।
शीत प्रधान देशों में जलवाष्प युक्त वायु हिमांक से भी कम तापक्रमो में घनीभूत होने लगता है। वहां ये जलकण छोटेछोटे बर्फ के टुकड़ों में परिवर्तित हो जाते हैं। पृथ्वी की आकर्षण शक्ति के कारण ये तुषार धरातल पर गिरने लगते हैं, जिसे तुषारपात कहते हैं।
प्रश्न 6.
चक्रवातीय वर्षा किसे कहते हैं?
उत्तर :
चक्रवातीय वर्षा (Cyclonic Rainfall) – गर्म व नम वायु हल्की होती है जबकि ठण्डी शुष्क वायु भारी होती है। जब गर्म व नम वायु ठण्डी व शुष्क वायु से टकराती है। तो ठण्डी व शुष्क वायु भारी होने के कारण नीचे बैठ जाती है और वह गर्म व नम वायु को ऊपर धकेल देती है। ऊपर जाकर यह वायु ठण्डी होकर वर्षा करती है। इसे चक्रवातीय वर्षा कहते हैं।
प्रश्न 7.
उष्ण चक्रवात से तुम क्या समझते हो?
उत्तर :
उष्ण चक्रवात (Tropical Cyclone) – ये चक्रवात उष्णकटिबन्ध में उत्पन्न होते हैं तथा व्यापारिक हवाओं के साथ पूर्व से पथ्चिम की ओर चलते हैं। इन चक्रवातों का घेरा कम होता है। वायुभार में अधिक अन्तर मिलने के कारण इन चक्रवातों के चक्रीय गति तेज होती है। परन्तु आगे बढ़ने की गति धीमी होती है। कभी-कभी ये चक्रवात बहुत ही विनाशकारी होते हैं। इन चक्रवातों को पश्चिम द्वीप समूह में हरिकेन, पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में टारनैडो तथा पश्चिमी प्रशान्त तथा चीन सागर में टाइफून कहते है।
प्रश्न 8.
शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात किसे कहते हैं?
उत्तर :
शीतोष्ण चक्रवात (Temperater Cyclone) – ये चक्रवात दोनों गोलार्द्धों में उष्ण व नम पछुआ हवाओं तथा ठण्डी व शुष्क भुवीय हवाओं के मिलने से उत्पन्न होते हैं। ये पछुआ हवाओं के साथ पश्चिम से पूर्व की ओर चलती है। ये चक्रवात सैकड़ों किलोमीटर तक विस्तृत होते हैं। वायु भार में विशेष अन्तर न मिलने के कारण इनकी चक्रीय गति धीमी होती है। परन्तु इनकी आगे बढ़ने की गति तेज होती है।
प्रश्न 9.
अधिक ऊँचाई वाले बादलों का संक्षेप में परिचय दीजिए।
उत्तर :
आकाश में 20,000 फुट से अधिक ऊँचाई पर पाए जाने वाले बादलों या मेघों को उच्च मेघ या अधिक ऊँचाई वाले मेघ कहते हैं। इसके अन्तर्गत निम्नलिखित तीन प्रकार के बादलों को सम्मिलित किया जा सकता है।
(i) सिरसा या पक्षाभ मेघ – स्वच्छ सफेद रंग के ये मेघ वायुमण्डल में सबसे अधिक ऊँचाई पर पाए जाते हैं। जब ये मेघ सम्पूर्ण आकाश में अव्यवस्थित तथा बिखरे होते हैं तो साफ मौसम के सूचक होते हैं, परन्तु जब ये एक दूसरे के ऊपर आकर मोटी परत का निर्माण कर देते हैं तब मौसम खराब हो जाता है।
(ii) सिरोस्ट्रेटस (Cirro-stratus) या पक्षाभ स्तरी मेघ :- जब पक्षाभ मेघ सफेद चादर की तरह आकाश को घेर लेते हैं तो इन्हें पक्षाभ स्तरी या सिरो स्ट्रेटस मेघ कहते हैं। इनसे ढका आकाश माक्रेल मछली की पीठ की तरह लगता है। इसीलिए इन मेघो से ढँके आकाश को माक्रेल आकाश कहते हैं। ये मेघ स्वच्छ मौसम को सूचित करते हैं। ये प्रात:काल दिखाई देते हैं तथा धूप होने पर विलीन हो जाते हैं।
(iii) सिरोक्यूमूलस (Cirro-cumulus) – या पक्षाभ कपासी मेघ :- धुनी हुई रूई के समान दिखाई देने वाले इन मेघों से ढँककर आकाश माक्रेल मछली की पीठ की तरह लगता है। इसीलिए इन मेघों से ढँके आकाश को माक्रेल आकाश कहते हैं। ये मेघ स्वच्छ मौसम को सूचित करते हैं। ये प्रातःकाल दिखाई देते हैं तथा धूप होने पर विलीन हो जाते हैं।
प्रश्न 10.
मध्यम ऊँचाई वाले बादलों के बारे में संक्षेप में लिखिए –
उत्तर :
आकाश में 6500 से 20,000 फुट तक की ऊँचाई वाले मेघों को मध्यम ऊँचाई वाले मेघ कहते हैं। ये निम्नलिखित हैं-
(i) अल्टो स्ट्टेटस (Alto – stratus) या स्तरी मध्य मेघ :- हल्के नीले एवं भूरे रंग के ये मेघ एक विशाल चादर की तरह पूरे आकाश को घेर लेते हैं। इनसे सूर्य चन्द्रमा का प्रकाश धुँधला सा पड़ जाता है। आकाश में इन मेघों के रहने से विस्तृत क्षेत्र में लगातार वर्षा की सम्भावना रहती है।
(ii) अल्टोक्यूमूलस (Alto – cumulus) – या कपासी मध्य मेघ :- ये मेघ सफेद अरै भूरे रंगों के होते हैं। आकाश में ये पंक्तिबद्ध या लहरों के रूप में पाए जाते हैं। जब ये मेघ मध्यवर्ती ऊँचाई पर पहुँच जाते हैं तो धब्बे के रूप में आकाश में बिखर जाते हैं जिससे इनके बीच-बीच में नीला आकाश दिखाई देता है।
प्रश्न 11.
निम्न ऊँचाई वाले मेघों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर :
आकाश में जिन मेघों की औसत ऊँचाई 6500 फुट के आसपास रहती है उन्हे निम्न ऊँचाई वाले मेघो के अन्तर्गत शामिल किया गया है। ये मेष निम्नलिखित हैं –
(i) स्ट्रटोक्यूमूलस (Strato cumulus) या स्तरी कपासी मेघ :- ये मेघ आकाश में कम ऊँचाई वाले मेघों के अन्तर्गत शामिल किया गया है। ये स्तरों में विभाजित होकर आकाश में बिछ्छे रहते हैं। इनका रंग हल्का भूरा होता है तथा निचले स्थर में कभी-कभी काले रंग के होते हैं।
(ii) स्ट्रेटस (Stratus) या स्तरी मेघ :- निचले स्तर के इन मेघों का निर्माण दो प्रकार की वायु राशियों के मिलने से होता है। ये सफेद से भूर रंग के होते हैं तथा धरातल से कुछ ऊँचाई पर आकाश को कुहरे की तरह ढँक लेते हैं जिससे पर्वतारोहियों और विमान चालकों को असुविधा होती है। इनसे बीच-बीच में हल्की वर्षा होती है।
(iii) निम्बोस्ट्रेटस (Nimbo stratus) या वर्षा स्तरी मेघ :- लैटिन भाषआ में निम्बस का अर्थ होता है घना मेघ। ये निम्न स्तरीय मेघ घने, मोटे तथा भूरे से काले रंग के होते हैं। इसका कोई निश्धित आकार नहीं होता है तथा आकाश में इनकी उपस्थिती खराब मौसम की सूचना देती है।
प्रश्न 12.
ऊर्ध्वाधर या लम्बवत् विकास वाले मेघों का वर्णन संक्षेप में करें।
उत्तर :
(i) कपासी बादल (Cumulus Clouds) : सामान्यत: ये बादल 1 से 3 कि०मी॰ की ऊँचाई तक पाये जाते है ये लम्ब रूप स्तम्भ की भाँति बने होते हैं। ये बहुत अधिक समतल होते हैं किन्तु शीर्ष हवा की ओर ऊपर उठते हैं। ये फूल गोभी की तरह दिखते हैं। इनका रूप छोटा, श्वेत और रूई की तरह होता है। इनसे कभी-कभी वर्षा होती है।
(ii) वर्षी बादल (Numbus Clouds) : ये बादल काले घने पिण्ड के समान होते हैं। ये घरातल से लगभग डेढ़ \(1\frac{1}{2}\) कि॰मी॰ नीचे होते हैं कभी-कभी धरती को छूते नजर आते हैं। इनका कोई विशिष्ट आकार नहीं होता है। ये कुँज रूप में छाये रहते हैं, इनके किनारे आपस में मिले रहते हैं। ये प्राय: इतने सघन होते हैं कि सूर्य की किरणें इनमें प्रवेश कर धरती पर नहीं पहुँच पाती है। इन बादलों से अन्धकार-सा छा जाता है तथा बहुत ही काला होता है। इनसे बहुत ही शीघ्य तथा मुसलाधार वर्षा होती है।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (Multiple Choice Question & Answer) : (1 Mark)
प्रश्न 1.
मूसलाधार वर्षा होती है –
(a) कपासी बादल से
(b) निम्बोस्ट्रोटास से
(c) स्तरी बादल से
(d) जलीय बादल से
उत्तर :
(b) निम्बोस्ट्रोटास से।
प्रश्न 2.
भूमध्य रेखीय प्रदेश में वर्षा होती है –
(a) संवाहनिक वर्षा
(b) चक्रवातीय वर्षा
(c) पर्वतीय वर्षा
(d) हिम वर्षा
उत्तर :
(a) संवाहनिक वर्षा।
प्रश्न 3.
वर्षा का माप ज्ञात किया जाता है –
(a) रेनगेज से
(b) बैरोमीटर से
(c) थर्मामीटर से
(d) पैरामीटर से
उत्तर :
(a) रेनंगेज से।
प्रश्न 4.
समान वर्षा के स्थानों को मिलाने वाली रेखा को कहा जाता है –
(a) समताप रेखा
(b) समदाब रेखा
(c) सम वर्षा रेखा
(d) अम्लवर्षा रेखा
उत्तर :
(c) सम वर्षा रेखा।
प्रश्न 5.
सफेद रंग का मेघ होता है –
(a) सिरास
(b) स्ट्रोटास
(c) निम्बो स्ट्रोटास
(d) स्ट्रोटास
उत्तर :
(a) सिरांस।
प्रश्न 6.
धुनि हुई रूई के समान बादल होता है –
(a) सिरास
(b) स्ट्रोटास
(c) सिटोक्यूमूलस
(d) निम्बो स्ट्रोटास
उत्तर :
(c) सिटोक्यूमूलस।
प्रश्न 7.
जल का वाष्प में परिवर्तन होना कहलाता है –
(a) वाष्मीकरण
(b) उबलना
(c) सिरसा
(d) घोलीकरण
उत्तर :
(a) वाष्पीकरण।
प्रश्न 8.
पर्वतीय ढाल पर वर्षा होती है –
(a) मानसूनी वर्षा
(b) पर्वतीय वर्षा
(c) चक्रवातीय वर्षा
(d) संवहनीय वर्षा
उत्तर :
(b) पर्वतीय वर्षा
प्रश्न 9.
चक्रवात के केन्द्र को कहते हैं –
(a) तूफान की आँख
(b) चक्रवात की आँख
(c) वर्षा की आंख
(d) चक्रवात केन्द्र
उत्तर :
(b) चक्रवात की आँख।
प्रश्न 10.
शीत ऋतु की रात्रि में तीव्रता से तापविकीरण करने के कारण भू-पृष्ठ होता है –
(a) गर्म
(b) ठण्डा
(c) नरम
(d) उष्ण
उत्तर :
(b) ठण्डा।
प्रश्न 11.
फब्वारे वाली वर्षा को कहते हैं –
(a) स्लिट
(b) फब्वारी वर्षा
(c) ओलावृष्टि
(d) तेज वर्षा
उत्तर :
(b) फब्वारी वर्षा।
प्रश्न 12.
जलकणों के साथ-साथ बर्फ के टुकड़े को घरातल पर गिरने को कहते हैं –
(a) स्लिट
(b) ओलावृष्टि
(c) कुहासा
(d) हिमपात
उत्तर :
(b) ओलावृष्टि
प्रश्न 13.
पृथ्वी की आकर्षण शक्ति के कारण तुषार के धरातल पर गिरने को कहते हैं –
(a) तुषारपात
(b) कुहासा
(c) ओलावृष्टि
(d) स्लिट
उत्तर :
(a) तुषारपात।
प्रश्न 14.
पूर्वी चीन सागर के चक्रवातीय तूफान को कहते हैं –
(a) हरिकेन
(b) फाइलेन
(c) टाईफून
(d) फॉन
उत्तर :
(c) टाईफून।
प्रश्न 15.
चेरापूँजी में औसत वार्षिक वर्षा होती है –
(a) 1115 मिमी०
(b) 11560 मिमी०
(c) 1220 मिमी०
(d) 1500 मिमी०
उत्तर :
(b) 11560 मिमी०।
प्रश्न 16.
अल्ट्रोस्ट्रेटस या स्तरीं मध्य मेघ का रंग होता है –
(a) धूसर की तरह सफेद
(b) धूसर या भूरा से काला
(c) धूसर या भूरा से नीला
(d) गहरा काला
उत्तर :
(c) धूसर या भूरा से नीला
प्रश्न 17.
वज्रपात के साथ भीषण तूफानी वर्षा के लिए उत्तरदायी मेघ हैं –
(a) क्यूमूलस या कपासी मेघ
(b) स्ट्रेटस या स्तरीय मेघ
(c) क्यूमूलोनिम्बस या कपासी-वर्षी मेघ
(d) निम्बोस्ट्रेटस या वर्षा स्तरी मेघ
उत्तर :
(c) क्यूमूलोनिम्बस या कपासी-वर्षी मेघ
प्रश्न 18.
मेघों से वर्षा होती है –
(a) ट्रोपोस्सेयर या क्षोभ मण्डल में
(b) स्ट्रेटोस्फेयर या समताष मण्डल में
(c) आयनोस्फेयर या अयन मण्डल में
(d) मेसोस्फेयर या मध्य मण्डल में
उत्तर :
(a) ट्रापोस्फेयर या क्षोभ मण्डल।
प्रश्न 19.
तापमान कम होने पर वायु की आपेक्षिक आर्द्रता –
(a) घट जाती है
(b) बढ़ जाती है
(c) अपरिवर्तित रहती है
(d) बहुत घट जाती है
उत्तर :
(b) बढ़ जाती है
प्रश्न 20.
आपेक्षित आर्द्रता को व्यक्त किया जाता है –
(a) प्रतिशत में
(b) मीटर में
(c) लीटर में
(d) ग्राम में
उत्तर :
(a) प्रतिशत में।
प्रश्न 21.
उष्ण चक्रवातों का निर्माण होता है –
(a) दोनों गोलार्द्धों में 5°-20° अक्षाशों के मध्य
(b) दोनों गोलार्दो में 25°-45° अक्षांशों के मध्य
(c) दोनों गोलार्द्धो में 45°-65° अक्षांशों के मध्य
(d) दोनों गोलार्दों में 65°-85° अक्षाशों के मध्य
उत्तर :
(a) दोनों गोलार्द्धों में 5°-20° अक्षाशों के मध्य
प्रश्न 22.
बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न होने वाले उष्ण चक्रवातों को कहते हैं-
(a) साइक्लोन
(b) टाइफून
(c) हरिकेन
(d) टारनेडो
उत्तर :
(a) साइक्लोन।
प्रश्न 23.
शीतोष्ण चक्रवातों की उत्पत्ति होती है –
(a) उष्ण एवं आर्द्र तथा ठंडी एवं शुष्क वायु के विपरीत दिशाओं से आकर टकराने से
(b) उच्च तापमान के कारण वायु दबाव के अचानक कम हो जाने के कारण
(c) वायु में जलवाष्ष की मात्रा अधिक हो जाने के कारण
(d) उपरोक्त सभी कारणों से।
उत्तर :
(a) उष्ण एवं आर्द्र तथा ठंडी एवं शुष्क वायु के विपरीत दिशाओं से आकर टकराने से।
प्रश्न 24.
ओस का निर्माण होता है –
(a) शीतत्तु की बादलरहित रातों में
(b) ग्रीष्मऋतु की बादलरहित रातों में
(c) शीतत्तु की मेघाच्छादित रातों में
(d) ग्रीष्मत्रतु की मेघाच्छादित रातों में।
उत्तर :
(a) शीतऋतु की बादलरहित रातों में।
प्रश्न 25.
कुहासा अधिकतर देखा जाता है –
(a) वर्षात्रु में
(b) ग्रीष्मःतु में
(c) शरदत्त में
(d) शीतऋतु में
उत्तर :
(d) शीतऋतु में।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. जल का _________ में परिवर्तन होना वाष्पीकरण है ।
उत्तर : जलवाष्प
2. जलवाष्प का _________ के रूप में बदलना संघनन कहलाता है।
उत्तर : जलकणों
3. सभी प्रकार के बादलों से वर्षा _________ होती है।
उत्तर : नहीं
4. भूमध्य रेखीय प्रदेश में _________ वर्षा होती है।
उत्तर : संवाहनिक
5. भारत के पश्चिमी तट पर _________ वर्षा होती है।
उत्तर : पर्वतीय
6. पवन विमुख बाल को _________ प्रदेश कहते हैं।
उत्तर : वृष्टि छाया
7. आइला और फाइलेन एक प्रकार _________ चक्रवात है।
उत्तर : उष्णग कटिबन्धीय
8. वर्षा को _________ नामक यंत्र से मापते हैं।
उत्तर : रेनगेज
9. भारत में आइला तूफान ई०_________ में आया था।
उत्तर : 2009
10. वायु में तैरने वाले जल कणों या हिम-कणों के समूह को _________ कहते हैं।
उत्तर : बादल
11. अल्टोस्टेटस या स्तरी मध्य मेघ _________ ऊँचाई वाले मेघ हैं।
उत्तर : मध्यम
12. क्यूमूलस या कपासी मेघ साधारणत: _________ मौसम की सूचना देते हैं।
उत्तर : स्वच्छ
13. जलवाष्पयुक्त वायु शुष्क वायु की अपेक्षा _________ होती है।
उत्तर : हल्की
14. जिस तापमान पर वायु संतृप्त हो जाती है उस तापमान को वायु का _________ कहते हैं।
उत्तर : शिशिरांक या ओसांक
15. उर्ध्वगामी वायु का दबाव कम होने से उसकी भी _________ कम होती है।
उत्तर : उष्णता
16. जलकण, घूलकणों से मिलकर_________ का निर्माण करते हैं।
उत्तर : बादल
17. शीतोष्ण क्षेत्रों में _________ ऋतु के आरम्भ में संवहनीय वर्षा होती है।
उत्तर : ग्रीष्म
18. पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल की ओर स्थित दक्षिण का पठारी अंचल _________ प्रदेश के अन्तर्गत आता है।
उत्तर : वृष्टिछाया
19. उष्ण चक्रवातों से_________ वर्षा होती है।
उत्तर : मूसलाधार
20. केरेबियन सागर में उत्पत्र होने वाले उष्ण चक्रवातों को _________ कहा जाता है।
उत्तर : हरिकेन
21. _________ मकान एवं फसलों को बहुत हानि पहुँचाती है।
उत्तर : ओलावृष्टि
सही कथन के आगे ‘ True ‘ एवं गलत कथन के आगे ‘ False ‘ लिखिए : (1 Mark)
1. भूमध्य रेखीय क्षेत्र में पर्वतीय वर्षा होती है।
उत्तर : False
2. विश्च में सवसे ज्यादा वर्षा चेरापूंजी में होता है।
उत्तर : True
3. जल का वाष्प या गैस में बदलने की क्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं।
उत्तर : True
4. जलवाष्म का जल कणों में बदलने की क्रिया को संघनन कहते हैं।
उत्तर : True
5. सभी प्रकार के बादलों से वर्षा होती है।
उत्तर : False
6. भूमध्य रेखीय प्रदेश में प्रतिदिन दिन के तीसरे पहर में वर्षा होती है।
उत्तर : True
7. पर्वतों के विमुख दाल पर अधिक वर्षा होता है।
उत्तर : False
8. पर्वतों के जिस ढाल पर वर्षा नहीं होती उसे वृष्टिछाया प्रदेश कहते हैं।
उत्तर : True
9. जलकणों एवं तुषारकणों के आशंकि मिश्रण के रूप को स्लिट कहा जाता है।
उत्तर : True
10. विभिन्न स्थानों पर वायु में उपस्थित जलवाष्प का परिमाण अलग-अलग होता है।
उत्तर : True
11. मध्य यूरोपीय देशों में शीतकाल में चक्रवातीय वर्षा होती है।
उत्तर : False
12. चीन सागर में उत्पन्न उष्ण कटिबंधीय चक्रवात को हरिकेन कहा जाता है।
उत्तर : True
13. शिलांग वृष्टिछाया प्रदेश में पड़ता है।
उत्तर : True
14. सिरसा या पक्षाभ मेघ गहरे काले रंग के होते हैं।
उत्तर : False
15. सिरोस्ट्रेटस या पक्षाभस्तरी मेघ सूर्य एवं चन्द्रमा के चारों ओर वलय या प्रभा मण्डल का निर्माण करते हैं।
उत्तर : True
16. अल्टोक्यूमूलस या कपासी मध्य मेघों की आकृति आकाश में लहरों के समान लगती है।
उत्तर : ……..
17. स्ट्रेटोक्यूमूलस या स्तरी कपास मेघों से लगातार मूसलाधार वर्षा होती है।
उत्तर : False
18. क्यूमूलोनिम्बस या कपासी वर्षी मेघ का एक और नाम वज्र मेघ (Thuder cloud) भी है।
उत्तर : ………
19. निम्बोस्ट्रेटस या वर्षा स्तरी मेघो से शिलावृष्टि भी होती है।
उत्तर : False
20. संवहनीय वर्षा गरज एवं बिजली की चमक के साथ होती है।
उत्तर : True
21. शिलांग में चेरापूँजी की अपेक्षा अधिक वर्षा होती है।
उत्तर : False
22. उष्ण चक्रवातों के कम वायु दबाव वाले केन्द्रीय भाग को चक्रवात की आँख कहते हैं।
उत्तर : False
23. साधारणत: शरदकाल में चक्रवात का प्रकोप अधिक देखा जाता है।
उत्तर : False