Detailed explanations in West Bengal Board Class 8 Geography Book Solutions Chapter 3 चट्टान offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 8 Geography Chapter 3 Question Answer – चट्टान
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
कौन-सी चट्टान प्राथमिक चट्टान कहलाती है?
उत्तर:
आग्नेय चट्टान।
प्रश्न 2.
किस चट्टान में जीवाश्म (Fossils) पाये जाते हैं।
उत्तर:
अवसादी चट्टान में।
प्रश्न 3.
पातालीय आग्नेय चट्टान का एक उदाहरण बताओ।
उत्तर :
गेब्रो।
प्रश्न 4.
ज्वालामुखी चट्टान का उदाहरण दो।
उत्तर :
बेसाल्ट।
प्रश्न 5.
विज्ञान की जिस शाखा में चट्टान का अध्ययन किया जाता है, उसे किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर :
पेट्रेलॉजी
प्रश्न 6.
खनिजों का अध्ययन विज्ञान के किस शाखा के अंतर्गत किया जाता है?
उत्तर :
मिनरेलॉजी।
प्रश्न 7.
आग्नेय चट्टान की कोई एक विशेषता बताओ।
उत्तर :
ये परतहीन होती है।
प्रश्न 8.
हमारी पृथ्वी पर सबसे अधिक किस तरह की चट्टानें पायी जाती हैं?
उत्तर :
अवसादी चट्टान लगभग 75 प्रतिशत।
प्रश्न 9.
खनिज तेल और प्राकृतिक गैस किस तरह की चट्टानों में पाई जाती है?
उत्तर :
अवसादी चद्टानों में।
प्रश्न 10.
कोयला किस प्रकार का चट्टान है ?
उत्तर :
अवसादी चट्रान
प्रश्न 11.
चुना पत्थर और बालू पत्थर कौन-सी चट्टान है ?
उत्तर :
अवसादी चट्टानें
प्रश्न 12.
शेल का परिवर्तित रूप क्या है?
उत्तर :
स्लेट।
प्रश्न 13.
चूना पत्थर का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर :
संगमरमर।
प्रश्न 14.
किस प्रकार के चट्टानी क्षेत्र में कास्ट टोपोग्राफी पाई जाती है?
उत्तर :
चूना पत्थर
प्रश्न 15.
बेसाल्ट चट्टानों से बनने वाली मिट्टी का रंग कैसा होता है?
उत्तर :
काला।
प्रश्न 16.
ग्रेनाइट चट्टानों से बनने वाली मिट्टी का रंग कैसा होता है?
उत्तर :
लाल।
प्रश्न 17.
विश्व के सबसे मुल्यवान चट्टान का नाम बताओ।
उत्तर :
हीरा।
प्रश्न 18.
रासायनिक अवसादी चट्टान का एक उदाहरण दो।
उत्तर :
पोटाश।
प्रश्न 19.
एक ही खनिज से बनी किसी चट्टान का नाम लिखिए।
उत्तर :
चूना पत्थर।
प्रश्न 20.
पेग्माटाइम किस प्रकार की चट्टान हैं?
उत्तर :
उप-पातालीय आग्नेय चट्टान।
प्रश्न 21.
विखण्डित चट्टान-चूर्ण के जमा होने से निर्मित किसी एक अवसादी चट्टान का नाम लिखिए।
उत्तर :
बालुका पत्थर।
प्रश्न 22.
चट्टानों में रूपान्तरण के मुख्य कारण कौन-कौन से हैं।
उत्तर :
ताप एवं दबाव।
प्रश्न 23.
संगमरमर का बचाव किससे किया जाता है?
उत्तर :
एसिड मिश्रित जल से।
प्रश्न 24.
स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट के मिलने से किसका निर्माण होता है?
उत्तर :
चूना पत्थर के स्तम्भों का।
प्रश्न 25.
किस खनिज की उपस्थिति के कारण ग्रेनाइट चट्टान चमकीली दिखती है?
उत्तर :
अभक की उपस्थिति के कारण।
प्रश्न 26.
भारत के किस पठार को ‘खनिजों का भण्डार गृह’ कहते हैं?
उत्तर :
छोटानागपुर पठार को।
प्रश्न 27.
गेहूँ और कपास की खेती के लिए कौन-सी मिट्टी आदर्श है?
उत्तर :
काली मिट्टी।
प्रश्न 28.
किस मिट्टी में लौह-ऑक्साइड की अधिकता है?
उत्तर :
लाल मिट्टी में।
प्रश्न 29.
उत्तरी भारत की समतल भूमि का गठन किस मिट्टी से हुआ है?
उत्तर :
जलोढ़ मिट्टी से।
प्रश्न 30.
छोटानागपुर के पठार और मेघालय के अंचलों में कौन-सी मिट्टी पायी जाती है?
उत्तर:
लैटेराइट मिट्टी।
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARKS
प्रश्न 1.
चट्टान किसे कहते हैं ?
उत्तर:
चट्टान (Rock) – भूगोल में हम उन सभी पदार्थो को चट्टान कहते हैं जिनसे पृथ्वी के प्रथम आवरण या भूपटल (Earth’s Crust) का निर्माण हुआ है। चाहे वे अत्यन्त कठोर हो, जैसे – ग्रेनाइट अथवा अत्यन्त कोमल हो, जैसे बालू और मिट्टी। चट्टानों की कोई निश्चित रासायनिक रचना नहीं होती। वास्तव में ये दो या दो से अधिक खनिजों के मिश्रण से बनती हैं। इस प्रकार खनिजों के योग फल (Aggregate of minerals) को चट्टान कहते हैं।
प्रश्न 2.
चट्टान कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
चट्टान तीन प्रकार के होते हैं।
- आग्नेय चट्टान (Igneous Rocks)
- अवसादी चट्टान (Sedmentary Rocks)
- रूपान्तरित चट्टान (Metamorphic Rocks)
प्रश्न 3.
पेट्रोलॉजी किसे कहते हैं ?
उत्तर:
विज्ञान की वह शाखा जिसमें चट्टान और उसके विशिष्टता का अध्ययन किया जाता है उसे पेट्रोलॉजी (Petrology) कहते हैं।
प्रश्न 4.
मिनरेलॉजी किसे कहते हैं?
उत्तर:
विज्ञान की वह् शाखा जिसमें खनिजों का अध्ययन किया जाता है उसी को मिनिरोलॉजी(Minerology) कहते हैं।
प्रश्न 5.
आग्नेय चट्टान किसे कहते हैं ?
उत्तर:
आग्नेय चट्टान (Igneous Rocks) – आग्नेय शब्द का अर्थ है, अग्नि से निर्मित। पृथ्वी के अत्यंत तप्त तथा पिघले मैग्मा (लावा) के ठण्डा होकर ठोस हो जाने से निर्मित होने वाली चट्टानों को आग्नेय चट्टान कहते हैं।
प्रश्न 6.
जीवाश्म किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जीवाश्म (Fossils) – अवसादों के साथ वनस्पतियों एवं जीवों के सड़े-गले अंश तथा पेड़-पौधों के दब जाने से अवसादी चट्टान का निर्माण होता है। इन्हीं कारणों से अवसादी चट्टान में जीवाश्म पाया जाता है।
कारण बताओ : 3 MARKS
प्रश्न 1.
चूना पत्थर के अँचलों में जलाशयों का निर्माण करना उचित नहीं होता है ।
उत्तर:
चूना पत्थर के अंचलों में किसी बाँध या जलाशय का निर्माण करना उचित नहीं होता क्योंकि वर्षा या नदी का जल के स्पर्श से चूना पत्थर के जल्द गलने से बाँध के टूटने का डर रहता है। साथ ही ऐसे अंचल में ऊंची इमारतें और अतिरिक्त सड़कों का निर्माण भी नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2.
स्थापत्य शिल्पों का निर्माण अवसादी चट्टानों से होता है ।
उत्तर:
बालू पत्थर से निर्मित भूमि में लवण की मात्रा ज्यादा होती है। इस भूमि की उर्वरता अत्यधिक कम होती है। प्राचीन काल में भारत के अनेक स्थापत्य शिल्पों में जैसे- ताजमहल, लालकिला, उदयगिरि, खंडगिरि का मंदिर, खजुराहो का मंदिर बनाने में बालूका पत्थर का इस्तेमाल किया गया है।
प्रश्न 3.
आग्नेय चट्टान को प्राथमिक चट्टान क्यों कहा जाता है ?
उत्तर:
भू-पृष्ठ के ऊपरी एवं मध्य भागों में सर्वप्रथम आग्नेय चट्टान का ही निर्माण हुआ, इसीलिए इसे प्राथणिक चट्टान भी कहते हैं ।
प्रश्न 4.
अम्लीय आग्नेय चट्टान से तुम क्या समझते हो ?
उत्तर:
वे आग्नेय चट्टानें जिनमें सिलिका की मात्रा अधिक (65% से अधिक) होती है, अम्लीय आग्नेय चट्टान कहलाती है। इनका रंग हल्का एवं घनत्व कम होता है । जैसे- ग्रेनाइट रायोलाइट तथा पेग्माटाइट ।
प्रश्न 5.
क्षारीय आग्नेय चट्टान किसे कहा जाता है ?
उत्तर:
वे आग्नेय चट्टानें जिनमें सिलिका की मात्रा 45 से 55 प्रतिशत होती है तथा क्षारीय ऑक्साइड की मात्रा 55 से 45 प्रतिशत तक होती है, क्षारीय आग्नेय चट्टान कहलाती हैं। इन चट्टानों का रंग गहरा एवं घनत्व अधिक होता है । जैसे बैसाल्ट तथा गैो ।
प्रश्न 6.
अवसादी चट्टानों का निर्माण प्रक्रिया क्या है?
उत्तर :
नदी, हिमनद, पवन तथा सागरीय लहरों आदि के द्वारा लाए गए चट्टान- चूर्ण निचले भागों में परतों के रूप में जमा होते रहते हैं। परतों के बढ़ते भार एवं दबाव के कारण विभिन्न परतें संगठित होकर अवसादी चट्टान का निर्माण करती हैं।
प्रश्न 7.
अवसादी चट्टानों के महत्त्व पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर:
अवसादी चट्टानें आर्थिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इन चट्टानों से कोयला, खनिज तेल, प्राकृतिक गैस, चूना पत्थर, बालुका पत्थर, डोलोमाइट आदि खनिजों की प्राप्ति होती है। इनमें कोयला, खनिज तेल तथा प्राकृतिक गैस का उपयोग ईंधन एवं शक्ति संसाधन के रूप में किया जाता है। चूना पत्थर का उपयोग सीमेन्ट एवं लौह-इस्पात उद्योग में कच्चे माल के रूप में किया जाता है।
प्रश्न 8.
चूना पत्थर का संक्षिप्त विवरण दीजिए ।
उत्तर:
चूना पत्थर का निर्माण उन जीवों तथा वनस्पतियों के अवशेषों के जमाव से होता है जिनमें चूना की प्रधानता होती है। इसकी रचना घुलनशील तत्व कैल्शियम कार्बोनेट से होती है, अत: यह जल में शीघ्रता से घुल जाता है । इसीलिए इस पर रासायनिक अपक्षय का प्रभाव अधिक होता है। चूना पत्थर का रंग सफेद, धूसर, हरा याकालमि युक्त हो सकता है। सीमेण्ट तथा लौह-इस्पात उद्योग में इसका उपयोग कच्चे माल के रूप में किया जाता है।
प्रश्न 9.
बालुका पत्थर के बारे में संक्षेप में लिखिए |
उत्तर:
बालुका पत्थर का निर्माण बालू के कणों के संगठन से होता है। इसके संयोजक पदार्थ सिलिका, कैल्शियम, लोहे के ऑक्साइड तथा चीका हैं। यह चट्टान प्रवेश्य होती है परन्तु इसकी क्षय प्रतिरोधी क्षमता अधिक होती है। यह पीले, लाल, गुलाबी, नारंगी, सफेद तथा धूसर आदि रंगों में पाया जाती है। इसका उपयोग भवन निर्माण में किया जाता है।
प्रश्न 10.
चीका मिट्टी से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
चट्टान चूर्ण के बारीक कणों के निक्षेपण से चीका मिट्टी का निर्माण होता है। यह कालिमा लिए धूसर रंग को होती है। मुलायम प्रकृति की होने के कारण यह जल्दी टूट जाती है।
प्रश्न 11.
संगमरमर (Marble) – के बारे में संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
अत्यधिक ताप एवं दबाव के कारण चूना पत्थर का रूपान्तरण संगमरमर में होता है। यह सुंदर, मुलायम एवं चमकीला होता है। जब मौलिंक चूना पत्थर शुद्ध होता है तो उससे बना संगमरमर सफेद रंग का होता है। सफेद के अतिरिक्त यह हरे, धूसर एवं नीले रंग का भी होता है। इसका उपयोग भवन निर्माण एवं मूर्ति निर्माण में अधिक होता है ।
प्रश्न 12.
स्लेट क्या है?
उत्तर:
स्लेट रूपान्तरित चट्टान है जिसका निर्माण शेल के क्षेत्रीय रूपान्तरण से होता है। यह अपेक्षाकृत मुलायम चट्टान होती है, जो सामान्यत: नीले, धूसर एवं काले रंग की होती है। लिखने के उपकरण बनाने में इसका उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 13.
नीस से क्या समझते हो ?
उत्तर:
ग्रेनाइट के रूपान्तरण से नीस का निर्माण होता है। इसका प्रमुख खनिज फेटसपार है। यह एक प्रतिरोध शैल है जिस पर अपक्षय एवं अपरदन का प्रभाव जल्दी नहीं होता। सड़कों के निर्माण में इस चट्टान का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 14.
कार्स्ट स्थानृति (Karst Topography) किसे कहते हैं?
उत्तर:
चूना पत्थर के प्रदेशों में जल के अपरदन कार्य द्वारा सतह के ऊपर तथा नीचे विशेष प्रकार की स्थालकृतियों का निर्माण हुआ है, जिन्हें कार्स्ट स्थलाकृति (Karst Topography) कहते हैं ।
प्रश्न 15.
मोह स्केल क्या है ?
उत्तर:
खनिज की कठोरता का परिमाप जिस स्केल से किया जाता है, उसे मोह स्केल कहते हैं । कठोरता को सबसे मुलायम से सबसे कठोर के क्रम में मापने के लिए 1 से 10 तक के मानक रहते हैं ।
प्रश्न 16.
भारत के किस पठार को खनिज सम्पदा का भण्डार कहा जाता है तथा क्यों ?
उत्तर:
भारत के छोटानागपुर के पठार को खनिज सम्पदा का भण्डार कहा जाता है, क्योंकि यहाँ लौह-अयस्क, ताँबा बॉक्साइड, मैंगनीज, डोलोमाइट, अभ्रक आदि खनिज प्रचुर परिमाण में पाए जाते हैं ।
विस्तृत उत्तर वाले प्रश्न (Descriptive Type) : 5 MARKS
प्रश्न 1.
उत्पत्ति के आधार पर आग्नेय चट्टानों का वर्गीकरण करो ।
उत्तर:
आग्नेय चट्टानों का वर्गीकरण (Classification of Igneous Rocks) – उत्पत्ति के अनुसार आग्नेय चट्टानों के दो भेद हैं।
(i) आन्तरिक आग्नेय चट्टान (Intrusive Igneous Rock) –
(ii) वाह्य आग्नेय चट्टान (Extrusive Igneous Rocks)
(i) आन्तरिक आग्नेय चट्टान (Intrusive Igneous Rock ) – जब भूगर्भ से निकलने वाला लावा धरातल के अत्यन्त गहरे भाग में ठण्डा होकर जम जाता है तो इस प्रकार बनने वाली आग्नेय चट्टान को पतालीय चट्टान कहते हैं। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण ये धीरे-धीरे ठण्डी होकर ठोस बनती हैं। अतः इसके रवे बड़े आकार के होते हैं। जैसै- ग्रेनाइट । इस तरह यह उदभेदी चदान पुनः दो रूपों में पाई जाती हैं। भूगर्भ का मैग्मा जब किसी दरार में धीरे- धीरे कठोर हो जाता है तो ऐसी चट्टान उप पातालीय चट्टान कहलाता है। जैसे- डोलेराइट ।
(ii) वाह्य आग्नेय चट्टान (Extrusive Igneous Rocks) – जब भूगर्भ से निकलने वाला लावा ज्वालामुखी के उद्गार से धरातल के बाहर आ जाता है तो इस लावा के ठण्डा होकर ठोस होने से बनने वाली आग्नेय चट्टान को बाह्य चट्टान कहते हैं। वायु के प्रभाव से ये शीघ्र ही ठण्डी हो जाती है । अत: यह प्राय: रवाहीन होती हैं।
जैसे – वेसाल्ट
प्रश्न 2.
आग्नेय चट्टान की विशेषताएं लिखो?
उत्तर:
आग्नेय चट्टान की मुख्य विशेषताएं निम्न हैं|
- ये चट्टानें कठोर होती है। इनके कण संगठित होते हैं। अतः इनका अपक्षरण आसानी से नहीं होता है । परन्तु विखण्डन (Weathering) संभव है।
- ये परतहीन (Unstratified) होती है।
- ये चट्टानें रवेदार या दानेदार (Crystalied) होती है।
- ये छिद्ररहित (Non Porus) होती है। अत: इनमें जल बहुत कम प्रवेश कर पाता है।
- इन चट्टानों में जीवों एवं वनस्पतियों के अवशेष (Fossils) नहीं पाये जाते हैं ।
- ज्वालामुखी क्षेत्रों में ये चट्टानें अधिक पायी जाती हैं।
प्रश्न 3.
अवसादी चट्टान किसे कहते हैं ?
उत्तर:
अवसादी चट्टान (Sedimentary Rocks) – अवसाद शब्द का अर्थ है नीचे बैठने वाले पदार्थ । नदी, या हिमनद वायु समुद्र के बहाकर या हवा द्वारा उड़ाकर लाये गये पदार्थों या जीवाशेष के निम्न भागों में एकत्र होने से निर्मित चट्टानों को अवसादी चट्टान कहते हैं। जैसे बालू पत्थर, चुना पत्थर, शेल, कोयला, जिप्सम आदि ।
प्रश्न 4.
अवसादी चट्टानों की विशेषताएं क्या हैं?
उत्तर:
अवसादी चट्टानों की निम्नलिखित विशेषतायें हैं –
- ये चट्टानें परतदार (Stratifed) होती हैं।
- ये चट्टानें रवादार होती हैं।
- इनका निर्माण छोटे-छोटे कणों के मिलने से हुआ है। अतः ये संरभ्रीय या छिद्र युक्त (Porus) होती हैं।
- इन चट्टानों में जिवाश्म (Fossils) एवं वनस्पति के अवशेष अधिक पाये जाते हैं।
- इसका विखण्डन (Weathering) एवं अपक्षरण (Erosion) आसानी से होता है।
- धरातल का 75 प्रतिशथ भाग इन्हीं चट्टानों से घिरा है।
प्रश्न 5.
रूपांतरित चट्टान किसे कहते हैं ? रूपान्तरित चट्टानों की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
परिवर्तित चट्टाने या रूपान्तरित चट्टानें (Metamorphic Rock) – पृथ्वी के आन्तरिक ताप, दबाव अथवा दोनों के प्रभाव से आग्नेय, अवसादीय अथवा अन्य परिवर्तित चट्टानों के मूल रूप में परिवर्तन हो जाने से बनने वाली चट्टानों को ‘परिवर्तित या रूपान्तरित’ चट्टान कहते हैं। कभी-कभी चट्टानों के रूप, गुण, रंग, खनिज एवं रवों में इतना अधिक परिवर्तन हो जाता है कि यह पता लगाना कठिन हो जाता है कि ये आग्नेय चट्टानों से बने हैं या अवसादीय चट्टानों से।
भू गर्भ में प्रचंड ताप और दबाव के कारण देहाअवशेष हाइड्रोजन व कार्वन में परिवर्तन होने से खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस पाये जाते है.। चट्टान अनेक कारणों से रूपांन्तरित होते है ।
- तापीय या सम्पर्कीय रूपान्तरण से निर्मित होने वाली चट्टाने – संगमरमर, स्लेट ग्रेफाइट से कोयला ।
- दबाव या गत्यात्मक रूपान्तरण से निर्मित होने वाली चट्टाने – चीका मिट्टी व शेल शिल्ट में, ग्रेनाइट नीस में तथा लिग्नाइट कोयला एन्थासाइट कोयला में ।
- रसायनिक क्रिया के प्रभाव से निर्मित होने वाली रूपान्तरित चट्टान – ग्रेनाइट के रूपान्तरण वनानीस पून: रूपान्तरीत होकर फाइलाइट में तथा फाइलाइट पून: रूपान्तरित होकर शिल्ट में बदल जाता है ।
प्रश्न 6.
परिवर्तित चट्टानों की क्या विशेषताएं हैं?
उत्तर:
परिवर्तित चट्टानों की विशेषताएं (Characteristics of metamorphic Rocks)- परिवर्तित चट्टानों की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित होती हैं।
- ये चट्टानें काफी कठोर होती हैं।
- इनका विखण्डन (Weatheing) एवं अपक्षरण (Erosion) बड़ी कठिनाई से होता है।
- ये छिद्रहीन होती है। क्योंकि इनके कण अत्यन्त संगठित होते हैं।
- इनमें न तो रवे मिलते हैं और न परत।
- रूपान्तरण के कारण चट्टानों में खनिज सम्बन्धी गुण आ जाते हैं।
प्रश्न 7.
चट्टान चक्र (Rock Cycle) – किसे कहते हैं ?
उत्तर:
चट्टान चक्र (Rock Cycle) – जैसा कि हम जानते हैं कि निर्माण ढंग के आधार पर या चट्टान के तीन रूप होते हैं। आग्नेय चट्टान, अवसादी चट्टान, रूपान्तरित चट्टान। आग्नेय चट्टानों की रचना भूगर्भ के पिघले मैग्मा या लावा के ठण्डा होकर ठोस होने से होता है। प्रारम्भ में पृथ्वी तप्त एवं पिघली अवस्था में थी। इसी से पृथ्वी पर सबसे पहले आग्नेय चट्टानों का निर्माण हुआ। आग्नेय अवसादी तथा रूपान्तरित चट्टानों के विखण्डन था।
अपक्षरण द्वारा टूट-फूट कर निम्न स्थानों में जमा होने से अवसादी चट्टानों का निर्माण होता है। पुन: ताप अथवा दबाव से या दोनों के सम्मिलित प्रभाव से आग्नेय या अवसादी चट्टानों के मूलरूप में परिवर्तन हो जाने से रूपान्तरित चट्टान का निर्माण होता है। लेकिन रूपान्तरित चट्टान बनने की क्रिया में आग्नेय और अवसादी चट्टान ठोस अवस्था में ही रहता है।
पिघलता नहीं है। ज्यों ही भू-गर्भ में अधिक गहराई में जाने पर यह पिघल जाता है तो वह मैग्मा का रूप धारण कर लेता है। यह पिघला मैग्मा ठंडा होकर ठोस हो जाता है तो पुन: आग्नेय चट्टान निर्माण हो जाता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि आग्नेय → अवसादीय → रूपान्तरित → आग्नेय चट्टानों का निर्माण क्रम चलता रहता है। इसे शिलाचक्र (Rock Cycle) कहते हैं।
प्रश्न 8.
खनिज पदार्थ का क्या महत्व है ?
उत्तर:
खनिज पदार्थों का महत्व : खनिज पदार्थ हमारे दैनिक तथा व्यावसायिक जीवन के महत्वपूर्ण अंग हैं। हम प्रकृति में खनिज के प्रभाव को स्पए रूप से देख सकते हैं। लोहा अथवा बाक्साइड समृद्ध भृमि का ऊपरी स्तर ठोस व लाल रंग का होता है। जिप्सम समृद्ध भूमि नरम, हल्की पीली रंग की होती है। नरम बैल्साइट खनिज से चूना पत्थर का निर्माण होता है जो जल्द ही क्षय ग्रस्त हो जाता है जिस क्षेत्र में खनिज तेल या प्राकृतिक गैस पाये जाते हैं वह अंचल अधिक नरम एवं प्रवेश्य अवसादी चट्टानों से बना होता है।
खनिजों की अधिकता से मिट्टी लाल या लेटराइट हो जाती है। जिसमें खेती नहीं किया जा सकता है। भारत का छोटानागपुर का पठार खनिजों का भंडार है। जैसे लोहा, ताँबा, बाक्साइट, मैगनीज, डोलो माइट, माइका, इत्यादि खनिज पदार्थ पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसलिए छोटानागपुर को भारत के खनिज पदार्थों का भण्डार गृह कहते हैं।
प्रश्न 9.
चड्टान के द्वारा निर्मित होने वाली मिट्टियों का वर्णन करो।
उत्तर:
विखण्डन से चद्टानों की टूट-फूट होती है। इन्ही चूर्ण से मिट्टी का निर्माण होता है। मिट्टी के ऊपर प्रतिमंडल का निवास होता है। प्राकृतिक शक्तियों जैसे- नदी, वायु, वर्षा, समुद्र तरंग, हिम नद द्वारा अनेक वर्षों में चद्टानों के गठनकारी खनिजों के विखंडित चूर्णों को एक स्थान पर एकत्रित करती है। इनके साथ-साथ जल, वायु, जैव पदार्थों के मिश्रण से मिट्टी का निर्माण होता है। चट्टानों से निर्मित मिट्टियों के निम्न रूप होते हैं।
बेसाल्ट चट्टानों से बनने वाली मिट्टी :- बेसाल्ट चट्टानों से बनने वाली मिट्टी का रंग काला होता है। इस मिट्टी के कण बहुत सूक्ष्म होते हैं। साथ ही इनमें जल धारण करने की क्षमता अधिक होती है। खेती के लिए यह मिट्टी अच्छी होती है। गेहूँ और कपास की खेती के लिए यह आदर्श मिट्टी है। भारत के दक्षिण मालभूमि में यह मिट्टी पायी जाती है।
बलुई मिट्टी:- बालूका पत्थर के क्षेत्र की भूमि बलुई मिट्टी से बनी है। इसका रंग हल्का पीला धूसर बादामी तक होता है। इसके दाने अधिक बड़े होते हैं। इस मिट्टी के कण एक दूसरे से अलग होते हैं। इस प्रकार इस मिट्टी में जल धारण करने की क्षमता बहुत कम होती है। यह मिट्टी खेती के अनुकूल नहीं होती है। भारत के राजस्थान की मरूभूमि में बलुई मिट्टी पायी जाती है।
लाल मिट्टी :- यह मिट्टी लाल या भूरे रंग की होती है। लोहे की मात्रा अधिक होने के कारण इस मिट्टी का रंग लाल होता है। इस मिट्टी में जीवांश का अभाव होता है। इस मिट्टी के कण बड़े होते हैं। अतः इसमें जल धारण करने की क्षमता कम होती है। यह मिट्टी खेती के उपयुक्त नहीं है। पश्चिम के पठारी भाग में यह मिट्टी पायी जाती है।
जलोढ़ मिट्टी :- जलोढ़ मिट्टी में खनिजों की कण सूक्ष्म रूप में पाये जाते हैं। यह मिट्टी, नदी एवं वायु द्वारा बहाकर लाये गये अवसादों से बनता है। यह मिट्टी अत्यन्त उपजाऊ होती है। इस मिट्टी में जल धारण करने की क्षमता अधिक होती है तथा इसमें जीवाश्म भी अधिक पाये जाते हैं। कृषि के लिए यह मिट्टी सर्वाधिक उपयोगी है। उत्तरी भारत की समतल भूमि का निर्माण इसी मिट्टी से हुआ है।
लेटराइट मिट्टी :- लेटराइट शब्द लेटर शब्द से बना है। जिसका अर्थ है- ईंट, लोहा, और एल्युमीनियम ऑक्साइड) की अधिकता के कारण लेटराइट मिट्टी का निर्माण होता है। इस मिट्टी का रंग लाल होता है। इसी से इसे लेटराइट कहते हैं। यह मिट्टी अनुपजाऊ एवं कृषि के अयोग्य है। इस तरह की मिट्टी पश्चिम के पठारी भाग में पाया जाता है।
पर्वतीय मिट्टी :- पर्वतीय अंचलों में बड़े-बड़े पत्थरों एवं छोटे-छोटे कण-पत्थर से मिलकर बनी पतली मिट्टी के स्तर को पर्वतीय मिट्टी कहते हैं। ये मिट्टियां नवीन होती हैं क्योंकि इनका निर्माण पूरी तरह से नहीं हुआ है। यह मिट्टी कृषि के अयोग्य होता है। लेकिन पहाड़ी ढालों पर मिट्टी में हूमस का अंश मिलता है। इसलिए यह मिट्टी चाय की खेती के योग्य है। हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में यह मिट्टी पायी जाती है।
लवणयुक्त मिट्टी :- समुद्र तटीय क्षेत्रों में चट्टानों के पूर्ण ज्वार के समय जब समुद्र के जल के संपर्क में आते हैं तो इस प्रकार की मिट्टी का निर्माण होता है। समुद्र के ज्वार के आये हुए जल के प्रभाव के कारण यह मिट्टी नमकीन हो जाती है। इसलिए इसे नोना मिट्टी भी कहते हैं। ऐसी मिट्टी पश्चिम बंगाल राज्य के सुन्दरवन क्षेत्र में पायी जाती है।
कादा मिट्टी :- पत्थर के चूर्ण और किचड़ से बनी मिट्टी को कादा मिट्टी कहते हैं। इस मिट्टी के कण में बहुत सूक्ष्म छिद्रतायुक्त एवं अप्रवेश होते हैं। इसलिए इसमें जल धारण करने की अतिरिक्त क्षमता होती है। इसकी उर्वता शक्ति मध्यम है।
प्रश्न 10.
खनिज से आप क्या समझते हैं? कुछ प्रमुख खनिजों का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर:
प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले समांगी ठोस अजैव पदार्थ खनिज कहलाते हैं। खनिजों की सुव्यवस्थित आणविक संरचना तथा निश्चित रासायनिक संघटन रहता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि भू-पृष्ठ का निर्माण लगभग 2000 खनिजों से हुआ है, परन्तु इनमें से 12 सामान्य खनिज हैं जो पृथ्वी के सभी स्थानों पर पाए जाते हैं। इन 12 खनिजों को चट्टान निर्माणकारी खनिज कहते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:
(i) क्वार्ट्ज – यह सफेद रंग का अत्यन्त कठोर खनिज है जिसमें सिलिका की मात्रा अधिक होती है। ग्रेनाइट तथा बैसाल्ट का यह प्रमुख उपादान है एवं जल में अघुलनशील है। इसका उपयोग आभूषण बनाने में तथा काँच एवं पत्थर को काटने में होता है।
(ii) फेल्डस्पर – भू-पृष्ठ के निर्माण में फेल्डस्पर खनिज का योगदान सबसे अधिक है। यह मुलायम प्रकृति का होता तथआ गुलाबी एवं क्रीम के रंगों में पाया जाता है। सफेद या क्रीम रंग के प्लैजीओ फेल्डस्पर का मूल रासायनिक उपादान ओडियम है तथा गुलाबी रंग के आर्थोक्लेज फेल्डस्पर का मूल उपादान पोटैशियम है। इसका उपयोग चीनी मिट्टी के बर्तन तथा काँच बनाने के लिए किया जाता है।
(iii) अभ्रक – यह चमकीला, मुलायम, पतला तथा शीघ्र विखण्डित होनेवाला खनिज है, जो पोटैशियम, एल्युमीनियम, लोहा, मैग्नीशियम एवं सिलिका आदि से बनता है। यह मुख्य रूप से आग्नेय तथा रूपान्तरित चट्टानों में पाया जाता है। इसके कारण ही ग्रेनाइट चट्टान चमकीली दिखती है। इसका उपयोग विद्युत उपकरण एवं मूर्ति निर्माण तथा रंग बनाने में किया जाता है।
(iv) जिप्सम – यह हल्के पीले रंग का मुलायम खनिज है। सीमेण्ट तथा खाद निर्माण उद्योग में इसका उपयोग किया जाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (Multiple Choice Question & Answer) : (1 Mark)
प्रश्न 1.
आग्नेय चट्टान का उदाहरण है –
(a) ग्रेनाइट
(b) चिकनी मिट्टी
(c) कोयला
(d) पत्थर
उत्तर:
(a) ग्रेनाइट
प्रश्न 2.
अवसादी चट्टान का उदाहरण है :-
(a) कोबाल्ट
(b) प्यूमिस
(c) शेल
(d) नीस
उत्तर:
(a) कोबाल्ट
प्रश्न 3.
रूपान्तरित चद्टान का उदाहरण है –
(a) संगमरमर
(b) चुना पत्थर
(c) नीस
(d) ग्रेनाइट
उत्तर:
(a) संगमरमर
प्रश्न 4.
कौन-सी चट्टान प्रारम्भिक चट्टान है ?
(a) आग्नेय
(b) रूपान्तरित
(c) अवसादी
(d) बेसाल्ट
उत्तर:
(a) आग्नेय
प्रश्न 5.
पृथ्वी अपने निर्माणकाल में किस अवस्था में थी ?
(a) तरल एवं ठोस
(b) ठंडी
(c) गर्म एवं तरल
(d) गर्म
उत्तर:
(c) गर्म एवं तरल
प्रश्न 6.
पातालीय चट्टान का उदाहरण है –
(a) आग्नेय
(b) बेसाल्ट
(c) डोलेराइट
(d) ग्रेनाइट
उत्तर:
(a) आग्नेय
प्रश्न 7.
चुना पत्थर का परिवर्तित रूप है –
(a) नीस
(b) ग्रेफाइट
(c) संगमरमर
(d) चूना पत्थर
उत्तर:
(c) संगमरमर
प्रश्न 8.
ग्रेफाइट चट्टान होती है –
(a) तरल
(b) बहुत कठोर
(c) गर्म
(d) ठंडी
उत्तर:
(b) बहुत कठोर
प्रश्न 9.
सेल का परिवर्तित रूप होता है –
(a) शिल्ट
(b) स्लेट
(c) क्वार्टजाइट
(d) कोबाल्ट
उत्तर:
(b) स्लेट
प्रश्न 10.
मध्यवर्ती चट्टान है –
(a) डोलेराइट
(b) नीस
(c) कोयला
(d) कोयला
उत्तर:
(a) डोलेराइट
प्रश्न 11.
बेसाल्ट चट्टानों से बनी मिट्टी का रंग है –
(a) काला
(b) पीला
(c) लाल
(d) हरा
उत्तर:
(a) काला
प्रश्न 12.
लैटराइट मिट्टी का रंग है –
(a) भूरा
(b) पीला
(c) लाल
(d) काला
उत्तर:
(c) लाल
प्रश्न 13.
किस प्रकार की चट्टान में जल प्रवेश कर सकता है ?
(a) आग्नेय चट्टान
(b) अवंसादी चट्टान
(c) रूपान्तरित चट्टान
(d) संगमरमर
उत्तर :
(b) अवसादी चट्टान
प्रश्न 14.
पृथ्वी पर सबसे मूल्यवान चट्टान है –
(a) हीरा
(b) कोयला
(c) जिप्सम
(d) संगमरमर
उत्तर
(a) हीरा
प्रश्न 15.
जीवाष्म पाये जाते हैं –
(a) आग्नेय चट्टान में
(b) रूपान्तरित चट्टान में
(c) अवसादी चट्टान में
(d) चूना पत्थर
उत्तर
(c) अवसादी चट्टान में
प्रश्न 16.
गौण चट्टान है :-
(a) अवसादी चट्टान
(b) आग्नेय चट्टान
(c) रूपान्तरित चट्टान
(d) ग्रेफाइट
उत्तर :
(a) अवसादी चट्टान
प्रश्न 17.
विज्ञान की वह शाखा जिसमें चट्टान और उसकी विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है कहलाती है
(a) पेट्रोलॉजी (Petrology)
(b) मिनरेलोंजी (Mineralogy)
(c) जियोलॉजी (Geology)
(d) पेडोलॉजी (Pedology)
उत्तर :
(a) पेट्रोलॉजी (Petrology)
प्रश्न 18.
प्राथमिक चट्टान कहते हैं –
(a) रूपान्तरित चट्टान को
(b) अवसादी चट्टान का
(c) आग्नेय चट्टान को
(d) कायान्तरित चट्टान
उत्तर :
(c) आग्नेय चट्टान को
प्रश्न 19.
नि:सारी या बाह्य आग्नेय चट्टान है –
(a) ग्रेनाइट
(b) डोलेराइट
(c) खड़िया
(d) बैसाल्ट
उत्तर :
(d) बैसाल्ट
प्रश्न 20.
महासागरीय भू-पृष्ठ का निर्माण हुआ है –
(a) बैसाल्ट चट्टान से
(b) डोलोराइट चट्टान से
(c) ग्रेनाइट चट्टान
(d) डायराइट चट्टान से
उत्तर :
(a) बैसाल्ट चट्टान से
प्रश्न 21.
बलुई मिट्टी पायी जाती है –
(a) दक्षिण के पठारी अंचल में
(b) पर्वतीय अंचलों में
(c) राजस्थान के मरुस्थलीय अंचल में
(d) छोटानागपुर के पठारी अंचल में
उत्तर :
(c) राजस्थान के मरुस्थलीय अंचल में
प्रश्न 22.
रासायनिक अवसादी चट्टान है –
(a) जिप्सम
(b) बालु का पत्थर
(c) कोयला
(d) चीका मिट्टी
उत्तर :
(a) जिप्सम
प्रश्न 23.
छोटानागपुर के पठारी अंचल का गठन हुआ है –
(a) ग्रेनाइट बट्टान से
(b) बैसाल्ट चट्टान से
(c) चूना पत्थर
(d) चीका मिट्टी से
उत्तर :
(a) ग्रेनाइट चट्टान से
प्रश्न 24.
लौह ऑक्साइड की अधिकता होती है –
(a) काली मिट्टी में
(b) पर्वतीय मिट्टी में
(c) लाल मिट्टी में
(d) चीका मिट्टी में
उत्तर :
(c) लाल मिट्टी में
प्रश्न 25.
उत्तरी भारत की समतल भूमि का निर्माण हुआ है –
(a) जलोढ़ मिट्टी से
(b) लेटराइट मिट्टी से
(c) बलुई मिट्टी से
(d) काली मिट्टी से
उत्तर :
(a) जलोढ़ मिट्टी से
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. अपने निर्माण काल के समय पृथ्वी अत्यधिक गर्म एवं _________अवस्था में थी।
उत्तर : तरल
2. हमारी पृथ्वी पर सबसे पहले _________चट्टान का निर्माण हुआ था।
उत्तर : आग्नेय
3. _________को प्राथमिक चट्टान कहते हैं।
उत्तर : आग्नेय
4. अवसादी चट्टान में _________पाये जाते हैं।
उत्तर : जीवाश्म
5. अवसादी चट्टानें _________होती हैं।
उत्तर : परतदार
6. आग्नेय और अवसादी चट्टानों का परिवर्तित रूप _________है।
उत्तर : रूपांतरित
7. चुना पत्थर का रूपान्तरित रूप है।
उत्तर : संगमरमर
8. स्लेट परिवर्तित रूप है _________का।
उत्तर : शेलका
9. मिद्टी का मूल उपादन विखंडित _________के चूर्ण हैं।
उत्तर : चट्टानो
10. बेसाल्ट चट्टानों से बनने वाली मिट्टी का रंग _________होता है।
उत्तर : काला
11. सबसे मूल्यावान चट्टान _________है।
उत्तर : हीरा
12. लेटराइट मिट्टी का रंग _________होता है।
उत्तर : लाल
13. विज्ञान की जिस शाखाओं में खनिजों का अध्ययन किया जाता है, उसका नाम _________है।
उत्तर : मिनरेलॉजी
14. आग्नेय चट्टानों का घनत्व _________होता है।
उत्तर : अधिक
15. पातालीय या आग्नेय चट्टानों के रवों या दानों का व्यास _________से अधिक होता है।
उत्तर : 3 मिलिमीटर
16. चट्टान परतदार _________होती है।
उत्तर : अवसादी
17. छिद्रयुक्त अवसादी चट्टानों में ही _________एवं _________पाए जाते हैं।
उत्तर : खनिज, तेल, म्राकृतिक गैस
18. _________से निर्मित भूमि में लवण की मात्रा अधिक होती है।
उत्तर : बालुका पत्थर
19. सड़कों के निर्माण में _________चट्टान का उपयोग अधिक किया जाता है।
उत्तर : नीस
20. _________ की उपस्थिति के कारण ही चट्टानें अधिक क्षय प्रतिरोधी होती हैं।
उत्तर : क्वार्ट्ज
21. बैसाल्ट के विखण्डन से निर्मित काली मिट्टी का जलधाण क्षमता_________ होती है।
उत्तर : अधिक
22. जलोढ़ मिट्टी में खनिजों के कण बहुत _________अवस्था में होते हैं।
उत्तर : सूक्ष्म
सही कथन के आगे ‘ True ‘ एवं गलत कथन के आगे ‘ False ‘ लिखिए : (1 Mark)
1. चट्टान एक या एक से अधिक खनिजों का मिश्रण है।
उत्तर : True
2. आग्नेय चट्टान मुलायम चट्टान है।
उत्तर : False
3. अवसादी चट्टानों में परतें एवं जीवश्म पाये जाते हैं।
उत्तर : True
4. आग्नेय चट्टान में जिवाश्म नहीं पाये जाते।
उत्तर : True
5. अपने निर्माण काल में पृथ्वी कठोर थी।
उत्तर : False
6. हमारी पृथ्वी पर सर्वप्रथम आग्नेय चट्टान का निर्माण हुआ।
उत्तर : True
7. प्राथमिक चट्टान आग्नेय चट्टान को कहते हैं।
उत्तर : True
8. अवसादी चट्टानों को गौड़ चट्टान भी कहते हैं।
उत्तर : True
9. शेल का परिवर्तित रूप स्लेट होता है।
उत्तर : True
10. संगमरमर चुना पत्थर का परिवर्तित रूप है।
उत्तर : True
11. हीरा विश्च में सबसे मुल्यवान चट्टान है।
उत्तर : True
12. लेटराइट मिट्टी का रंग पीला होता है।
उत्तर : False
13. मैग्मा के ठण्डा होकर ठोस होने से अवसादी चट्टानों का निर्माण हुआ है।
उत्तर : False
14. बाह्य या नि:सारी आग्नेय चट्टानों के रवे (दाने) बहुत सूक्ष्म होते हैं।
उत्तर : True
15. ग्रेनाइट चट्टान बहुत कठोर एवं भारी होती हैं।
उत्तर :
16. खनिज तेल के ऊपरी स्तरों पर प्राकृतिक गैस उपस्थित रहती है।
उत्तर : True
17. जिप्सम जैविक तत्वों से निर्मित अवसादी चट्टान है।
उत्तर : True
18. डोलोमाइट रासायनिक तत्वों से निर्मित अवसादी चट्टान है।
उत्तर : True
19. पीट कोयले का ग्रेफाइट में रूपान्तरण अत्यधिक दबाव के कारण हुआ है।
उत्तर : False
20. रूपान्तरित चट्टानों में जीवाश्म पाए जाते हैं।
उत्तर : False
21. ग्रेनाइट की अपेक्षा नीस कम कठोर होती है।
उत्तर : True
22. फेल्ड्सकर का उपयोग काँच तैयार करने में किया जाता है।
उत्तर : True
23. दक्षिण के पठार के दक्कन ट्रैप अंचल में काली मिट्टी पायी जाती है।
उत्तर : True