Students should regularly practice West Bengal Board Class 7 Hindi Book Solutions Chapter 8 कामचोर to reinforce their learning.
WBBSE Class 7 Hindi Solutions Chapter 8 Question Answer – कामचोर
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए।
प्रश्न 1.
वाद-विवाद के बाद तय हुआ कि :
(क) नौकरों को आराम करने दिया जाय
(ख) नौकरों को निकाल दिया जाय
(ग) नौकरों को बहाल किया जाय
(घ) नौकरों का वेतन रोक दिया जाय
उत्तर :
(ख) नौकरों को निकाल दिया जाय।
प्रश्न 2.
तूफान गुजरने के बाद पता चला कि:
(क) प्याले टूट गए
(ख) प्याले भरे हुए हैं
(ग) प्याले खाली हैं
(घ) प्याले गायब हैं
उत्तर :
(ग) प्याले खाली हैं
प्रश्न 3.
भैंस के पिछले दो पैर कहाँ बाँधे गए।
(क) खूँट से
(ख) पेड़ के तने से
(ग) बिजली के खंभे से
(घ) चाचा जी की चारपाई के पायों से
उत्तर :
(घ) चाचा जी की चारपाई के पायों से।
प्रश्न 4.
इस्मत चुगताई का जन्म कब हुआ था ?
(क) सन् 1905
(ख) सन् 1915
(ग) सन् 1925
(घ) सन् 1935
उत्तर :
(ख) सन् 1915
प्रश्न 5.
बगल के बंगले से बुलाये गये नौकरों ने बच्चों को नहलाने के लिए कितने पैसे लिए ?
(क) एक आना प्रति बच्चा
(ख) दो आना प्रति बच्चा
(ग) तीन आना प्रति बच्चा
(घ) चार आना प्रति बच्चा
उत्तर :
(घ) चार आना प्रति बच्चा
प्रश्न 6.
सफाई और पेड़ों की देखभाल से हारकर बच्चों ने कौन-सा काम शुरू किया ?
(क) भैंसों को दूध दूहने का काम
(ख) मुर्गियों को बंद करने का काम
(ग) भेड़ों को दाना खिलाने का काम
(घ) पढ़ाई करने का काम
उत्तर :
(ख) मुर्गियों को बंद करने का काम
प्रश्न 7.
अब्बा ने अंत में बच्चों के साथ क्या करने का फैसला किया ?
(क) उनका विद्यालय में दाखिला कराने का
(ख) उनका कोर्ट मार्शल करने का
(ग) उनको घर में बंद करने का
(घ) उन्हें घर से बाहर कर देने का
उत्तर :
(ख) उनका कोर्ट मार्शल करने का
प्रश्न 8.
किसने सिर पीट लिया ?
(क) अब्बा ने
(ख) अम्मा ने
(ग) नौकर ने
(घ) बुजुर्ग ने
उत्तर :
(ख) अम्मा ने
प्रश्न 9.
तख्त पर क्या फैला हुआ था ?
(क) साड़ी
(ख) शर्ट
(ग) दुपट्टा
(घ) धोती
उत्तर :
(ग) दुपट्टा
प्रश्न 10.
कौन पलंग पर दुपट्टे से मुहँ ढांके सो रही थी ?
(क) हज्जन माँ
(ख) बानी दीदी
(ग) चंपा
(घ) मल्मा
उत्तर :
(क) हज्जन माँ
लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
किन्हें कामचोर कहा गया है?
उत्तर :
घर के नौकरों को कामचोर कहा गया है।
प्रश्न 2.
बच्चों को क्या धमकी मिली?
उत्तर :
बच्चों को यह धमकी मिली कि यदि वे काम नहीं करते तो उन्हें रात का खाना नहीं मिलेगा।
प्रश्न 3.
शाही फरमान जारी होने का क्या अर्थ है?
उत्तर :
शाही फरमान जारी होने का अर्थ है ऐसा आदेश जिसका पालन करना जरूरी है। ऐसे फरमान की अनदेखी नहीं हो सकती।
प्रश्न 4.
‘फौज मैदान में हथियार फेंक कर पीठ दिखा गई’ – इस पंक्ति में पीठ दिखाने का क्या अर्थ है?
उत्तर :
पीठ दिखाने का अर्थ है – अपनी हार मान लेना। यहाँ घर के बच्चों की हार के विषय में कहा गया है। बच्चे जल पर घमासान करने लगे, पर घर के बड़े लोगों के पहुँचने पर चल दिए।
प्रश्न 5.
नानी अम्मा के सफेद दूध जैसी चादर पर कैसी छाप पड़ी।
उत्तर :
नानी अम्मा के सफेद चादर पर कत्थे-चूने में लुथड़े हुए पंजे लेकर एक मुर्गी के उस पर कूदने से छाप पड़ी।
प्रश्न 6.
किन्हें कामचोर कहा गया है ?
उत्तर :
नौकरों को कामचोर कहा गया है।
प्रश्न 7.
बच्चों में सबसे पहला घमासान युद्ध कहाँ हुआ ?
उत्तर :
बच्चों में सबसे पहला घमासान युद्ध पानी के मटकों के पास हुआ।
प्रश्न 8.
दरी को झाड़ने और पीटने पर घर की स्थिति कैसी हो गई ?
उत्तर :
दरी को झाड़ने-पीटने के बाद सारा घर धूल से पट गया।
प्रश्न 9.
भेड़ को चोट क्यों नहीं लगती है ?
उत्तर :
भेड़ के शरीर के त्वचा के ऊपर रूई की तह एक मोटा आवरण है, जिसके कारण उसे चोट नहीं लगती है।
प्रश्न 10.
अब्बा ने आखिर में बच्चों के साथ क्या किया ?
उत्तर :
अब्बा ने आखिर में बच्चों को एक कतार में खड़ा करके सबका कोर्ट मार्शल कर दिया।
प्रश्न 11.
अंत में बच्चों ने क्या निर्णय लिया ?
उत्तर :
अंत में बच्चों ने निर्णय लिया कि वे घर का कोई काम नहीं करेंगे, यहाँ तक कि हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे।
बोधमूलक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
आरिए में मोटे किस काम के हैं। किनके बारे में कहा गया है और क्यों?
उत्तर :
यह उक्ति घर के नौकरों के बारे में कही गई है, क्योंकि वे कामचोर है। हिलकर पानी नहीं पीते। इनहें अपना काम खुद करने की आदत होनी चाहिए।
प्रश्न 2.
अम्मा आगरा जाने के लिए सामान क्यों बाँधने लगी ?
उत्तर :
अब्बा ने घर के बच्चों को काम करने के लिए कह दिया। बच्चे काम करने के साथ उत्पात मचाने लगे। घर में तूफान उठ खड़ा हो गया। इस बच्या राज से घर की इस अव्यवस्था को देखकर अम्मा आगरा जाने के लिए सामान बाँधने लगी।
प्रश्न 3.
बच्चों ने घर की क्या दुर्दशा की ?
उत्तर :
बच्चों ने सर्वपथम सफाई के लिए झाडु के सींके अलग कर दिया। पानी छिड़क कर धूल को कीचड़ बना दिया। नल पर आपस में मारपीट भी करने लगे। मुर्गियों को हाँकने लगे तो मुर्गियाँ दौड़-दौड़ कर उत्पात मचाने लगी। घर को गंदा करने लगी। भेड़े भी दौड़-दौड़कर अव्यवस्था फैला दी। भैंसे भी भागने लगी। घर में तूफान खड़ा हो गया। सारे घर में मुर्गियाँ, भेड़े, दूटे हुए तसले, बालटियाँ, लोटे तथा बच्चे ही नजर आ रहे थे। इस प्रकार बच्चों ने घर की दुर्दशा कर डाली।
प्रश्न 4.
कामचोर कहानी का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
कामचोर कहानी में लेखिका ने स्पष्ट किया है कि बच्चों के उत्पाती होने की वजह है बच्चों के उचित शिक्षादीक्षा तथा दिशा निर्देश का अभाव। बच्चों के उत्पाती होने से घर-परिवार अव्यवस्थित हो जाता है। माता-पिता को भौ कष्ट होता है। अत: घर के अभिभावक को बच्चों के मनोविज्ञान को समझकर उचित दिशा-निर्देश देना चाहिए। बिना सोचे-समझे बच्चो पर आदेश नहीं थोपना चाहिए।
प्रश्न 5.
‘अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पीयेंगे।’ बच्चों के इस निर्णय से आप सहमत हैं या असहमत। अपना विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर :
बच्चों के इस निर्णय से सहमत होने का प्रश्न नहीं उठता। बच्चों को सदा बड़ों की, माता-पिता की आज्ञा तथा दिशा-निर्देश का पालन करना चाहिए। उन्हे बिल्कुल आलसी तथा काहिल भी नहीं होना चाहिए।
निर्देशानुसार उत्तर दीजिये।
(क) ‘ऐे हे खुदा के लिए नहीं। घर में बाढ़ आ जाएगी।’
प्रश्न 1.
यह किसका कथन है? और कब कहा गया है?
उत्तर :
यह अम्मा का कथन है। यह कथन उस समय कहा गया जब अब्या ने बच्चों को काम करने के लिए कहा।
प्रश्न 2.
वक्ता के ऐसा कहने का कारण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
वक्ता इसलिए कहा है कि यदि सभी बच्चे मिलकर फर्श की धुलाई तथा पेड़ों की सिंचाई करेंगे तो घर में बाढ़ आ जाएगी, अर्थात् सब जगह बिना व्यवस्था के पानी ही हो जाएगा।
(ख) हमलोगों को तुरंत आंगन में निकाला गया ।
प्रश्न 1.
इस पंक्ति के लेखक और पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर :
इस पंक्ति की लेखिका इस्मत चुगताई हैं। इस पाठ का नाम कामचोर है।
प्रश्न 2.
बच्चों को आँगन में क्यों निकाला गया?
उत्तर :
बच्चे फर्श पर बिछी दरी को झाड़ने-पीटने लगे। सारा घर धूल से भर गया। खांसते-खांसते सब बेदम हो गए। सब के सिरों, नाकों तथा आँखों में धूल घुस गई। सब का बुरा हाल हो गया। इस कारण बच्चों को आँगन में निकाला गया।
(ग) ‘या तो बच्चा राज कायम कर लो या मुझे ही रख लो।’
प्रश्न 1.
यह किसका कथन है?
उत्तर :
यह कथन अम्मा का है।
प्रश्न 2.
वक्ता के ऐसा कहने का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर :
वक्ता के ऐसा कहने का परिणाम यह हुआ कि अब्बा ने सभी बच्चों को कतार में खड़ा कर उन्हें सख्त आदेश दिया कि यदि किसी बच्चे ने घर की किसी चीज को हाथ लगाया तो बस रात का खाना बंद हो जाएगा।
भाषा-बोध
1. निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग एवं मूल शब्द पृथक कीजिए :
- बेदम – बे + दम
- बेनकेल – बे + नकेल
- लापरवाह – ला + परवाह
- बेधुली – बे + धुली
2. निम्नलिखित शब्दों से प्रत्यय पृथक् कीजिए :
- सुराहियाँ – सुराही + याँ (इयाँ)
- बालटियाँ – बालटी + याँ (इयाँ)
- दमदार – दम + दार
- फड़फड़ाती – फड़फड़ + ती
- लुढ़कती-लुढ़क + ती
3. पर्यायवायी शब्द लिखिए :
- पलंग-सेज, शय्या, बिस्तर
- गंध-महक, वास, खुशबू,
- तीर – बाण, शर, शायक
- मातम – शोक, विषाद, विपत्ति
- पानी – जल, नीर, तोय
4. निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग वाक्य में कीजिए :
- घमासान – विभिन्न दलों में घमासान मधा हुआ है।
- आँगन – बच्चे आँगन में खेल रहे हैं।
- तनख्वाह – मजदूरों को हर महीने तनख्वाह मिलती है।
- सेना – भारत की सेना हर प्रकार से समर्थ है
- व्याकुल – भिखारी की पीड़ा देखकर मैं व्याकुल हो उठा।
5. विलोम शब्द लिखिए :
- असली – नकली
- शांति – अशांति
- खाली – भरी
- भला – बुरा
- मोटा – दुबला, पतला
- वाद – प्रतिवाद
WBBSE Class 7 Hindi कामचोर Summary
जीवन्मिच्यि
इस्मात चुगताई का जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूँ में 1915 ई० में हुआ था। सन् 1991 ई० में इनका निधन हो गया। इस्मत चुगताई रूढ़ियों को तोड़ने वाली प्रगतिशील विचार की प्रबुद्ध लेखिका थीं। उनकी रचनाओं पर इन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
कहानी का सरांश – बड़ी देर के वाद-विवाद के बाद सभी कामचोर आलसी नौकरों को निकाल देने का निश्चय हुआ। फिर सारे दिन ऊधम मचाने वाले बच्चों को काम करने और उन्हें वेतन देने का प्रस्ताव रखा गया। फिर तो पानी के मटकों के पास ही घमासान से सुराहियाँ लुढ़क गई। मटके इधर-उधर हो गए। कपड़े भीग गए। बच्चों की इस घमासान को देखकर अम्मा ने निश्चय किया कैसे काम कर सकते है। अब्बा मियाँ ने आदेश दिया कि जो काम नहीं करेगा उसे रात का खाना नहीं मिलेगा। अब्बा ने बताया कि उन्हें मैली दरी को साफ करना है। आँगन से कूड़ा दूर करना है। पेड़ों में पानी देना है। वेतन की बात सुनकर बच्चे काम में लग गए।
सर्वपथम बच्चे फर्श पर बिछी दरी को झटकने लगे। सारी धूल सिर, नाकों आँखों में घुस गई। सब का बुरा हाल हो गया। फिर बच्चे झाडू के सींके हाथ में लेकर हाथ मारने लगे। यह देख अम्मा ने सिर पीट लिया। फिर बच्चे दरी पर पानी छिड़क दिए जिससे सारी धूल कीचड़ बन गई। फिर सब आँगन से निकाले गए। फिर पेड़ों को पानी देने के लिए घर की बालटियाँ, लोटे, तसले, भगोने, पतलियाँ, कटोरे, गिलास लेकर नल पर टूट पड़े। कीचड़ में बच्चे लथपथ हो गए। फिर वर्तमान में नौकरों तथा पास के बंगलों से नौकरों को बुलाकर बच्चों को नहलाया गया। फिर बच्चों ने सोचा कि सफाई का काम और पेड़ों की देखभाल का काम उनसे संभव नहीं है। अब वे लोग बाँस, छड़ी लेकर मुर्गियाँ हाँकने लगे। मुर्गियाँ इधर-उधर कूदने लगीं।
याले की खीर दीदी के दुपट्टे तथा सिर पर लग गई। एक मुर्गा अम्मा के पानदान में कूद पड़ा। कत्थे चुने में लिपटे पंजों से अम्मा के सफेद चादर पर छापे मारता निकल गया। एक मुर्गी दाल की पतीली में छपाक भर कर भागी और मोरी में इस प्रकार फिसली की कीचड़ मौसी जी के मुँह पर पड़ा। फिर लोगों ने भेड़ों को दाना खिलने का निश्चय किया। दिन भर की भूखी भेड़े दाने का सूप देखकर उस पर झपट पड़ी। सबको रौदतती हुई मेंगनों का छिड़काव करती हुई दौड़ गई। भेड़े शिकारी कुत्तों की तरह सूप की गंध सूँघती हुई निकल गई। भेंड़ फिर सूप को भूलकर तरकारी वाली टोकरी पर टूट पड़ीं।
भेड़ें तरकारी को छिलकें सेमत चट कर गई । बच्चे भी लापरवाह नहीं थे। वे चार भैसों का दूध दुहने पर जुट गए। भैसे बालटी को लात मार कर दूर जा खड़ी हुई। फिर उनके पैरों को बाँधकर दुहने की बात सोच ने पर भैंसें भागने लगी। तत्काल बछड़ा भी खोल दिया गया। अब भैंसे खड़ी हो गई। दुहने वाले गिलास कटोरे लेकर दुहने की चेष्टा करने लगे। कुछ दूध जमीन पर गिरा, कुछ कपड़ों पर। दो चार धारें गिलास-कटोरे पर भी पड़ीं।
घर में तूफान खड़ा हो गया। ऐसा लगता था जैसे सारे घर में मुर्गियाँ, भेड़ें, टूटे हुए तसले बाल्टियाँ, लोटे-कटोरे और बच्चे थे। बच्चे बाहर किए गए। मुर्गियाँ बाग में हँकाई गई। तरकारी वाली को सन्त्व दी गई। अम्मा आगरा जाने के लिए सामान बाँधने लगी। अम्मा ने कहा कि बच्चा राज कायम होने पर वे यहाँ नहीं रह सकती। अब्बा ने सभी बच्चों को सख्त आदेश दिया कि वे घर की किसी चीज को हाथ न लगाएं। बच्चों ने भी निश्चय किया कि अब वे हिलकर पानी भी नहीं पीएँगे।
शब्दार्थ –
- कामचोर – आलसी
- फरमान – आज्ञा, आदेश
- तनख्वाह – वेतन
- हवाला – उदाहरण, दृष्टांत
- कुमक-सेना की टुकड़ी
- लथपथ-सना हुआ
- मोरी – नाली
- दालान – बरामदा, बैठक
- बटालियन – पलटन, सेना
- हरगिज-बिल्कुल
- दबैल – दब्बू, डरने वाला
- घमासान – गहरी लड़ाई, घोर
- फर्शी – फर्श पर बिछाने की दरी
- धुआँधार – बड़े जोर से
- धींगा-मुश्ती – लड़ाई
- दड़ा-मुर्गियों के रहने की जगह
- बेनकेल – बिना नकेल के
- मातम – शोक मनाना
- कोर्ट मार्शल – सैनिक अदालत में सुनवाई
- विरुद्ध-खिलाफ