WBBSE Class 6 Hindi Solutions सहायक पाठ Chapter 3 आइए चलें प्रकृति की ओर

Students should regularly practice West Bengal Board Class 6 Hindi Book Solutions सहायक पाठ Chapter 3 आइए चलें प्रकृति की ओर to reinforce their learning.

WBBSE Class 6 Hindi Solutions सहायक पाठ Chapter 3 Question Answer – आइए चलें प्रकृति की ओर

बोधमूलक प्रश्नोत्तर :

प्रश्न 1.
पृथ्वी का अनुमानित वजन कितना है?
उत्तर :
पृथ्वी का अनुमानित वजन छ: ट्रिलियन टन एवरडो पाइज है।

प्रश्न 2.
पृथ्वी किस चाल से सूर्य के चक्कर लगाती है?
उत्तर :
पृथ्वी आकाश में अपने रास्ते पर सूर्य के चारों तरफ एक सेकेण्ड में 18.5 मील की चाल से चक्कर लगाती है

प्रश्न 3.
रत्न प्रसविनी किसे कहा जाता है?
उत्तर :
पृथ्वी के गर्भ में कई रत्न और खनिज पदार्थ भरे रहने से पृथ्वी को रत्न प्रसविनी कहा जाता है।

प्रश्न 4.
पृथ्वी के संबंध में तीसरी आशर्शज्यजनक बात क्या है ?
उत्तर :
पृथ्वी के संबंध में तीसरी आश्र्यजनक बात पृथ्वी पर रहने वाले जीवों की उत्पत्ति है।

WBBSE Class 6 Hindi Solutions सहायक पाठ Chapter 3 आइए चलें प्रकृति की ओर

प्रश्न 5.
कबीरदास ने मनुष्य को कैसा प्राणी कहा है?
उत्तर :
कबबीदास ने मनुष्य को थलचर प्राणी अर्थात् पृथ्वी पर विचरने वाला जीव कहा है। इसलिए उसका कल्या इसी में है कि वह सदा-सर्वदा पृथ्वी से ही संसर्ग रखे।

प्रश्न 6.
पृथ्वी के अन्य कौन से नाम हैं?
उत्तर :
पृथ्वी के धरती, मिट्टी, धरित्री, धरा, क्षमा, रत्नगर्भा, वसुधा, वसुंधरा, वसुमती, रत्नप्रसविनी, रसा, अमृत आदि नाम हैं।

प्रश्न 7.
पृथ्वी में कौन-कौन से महत्वपूर्ण गुण पाए जाते है?
उत्तर :
पृथ्वी अनंत गुणों का भंडार है। पृथ्वी से ही अन्न उत्पन्न होते है। पृथ्वी से ही प्राणियों की उत्पत्ति तथा भरण पोषण होता है। पृथ्वी जीवन की समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति करती है। पृथ्वी में विलक्षण अद्भुत शक्ति होती है पृथ्वी अनेक रोगों के लिए औषधि का काम करती है। पृथ्वी पर सोने से, नंगे पाँव चलने से शरीर स्वस्थ रहता है। समर खनिज तत्व पृथ्वी से पाए जाते हैं।

प्रश्न 8.
कौन-कौन से लोग प्राय: धरती के संपर्क से लाभ उठाया करते है?
उत्तर :
किसान, साधु-सन्यासी, पशु, सभी जीव जन्तु, धरती के संपर्क से लाभ उठाते है।

प्रश्न 9.
धरती पर सोने से क्या लाभ है?
उत्तर :
धरती पर सोना अत्यंत लाभदायक है। धरती पर सोने से कुषक या बाग के माली को अतिशय सुख शांति व अनुभूति होती है। धरती पर सोने से बड़ी शांति मिलती है, चिंता, बेचैनैी दूर होती है। पेट के रोग दूर होते है । उदर, आँ हृदय आदि अपना काम जोरों से करते हैं। विजातीय द्रव निकल जाता है। शरीर निर्मल और नवीन हो जाता है। अनिड रोग दूर हो जाता है।

प्रश्न 10.
किन वानप्रस्थियों व संन्यासियों ने पृथ्वी के संसर्ग से शक्ति ग्रहण की?
उत्तर :
प्रसिद्ध योगी भर्तृहरी गोपीचंद तथा राम, लक्ष्मण आदि ने पृथ्वी के संसर्ग से शक्ति प्राप्त की। प्राचीन भारत के गुरु में विधार्थी भूमि पर सोकर ही ज्ञान प्राप्त करते थे। वानप्रस्थियों एवं संन्यासियों को पृथ्वी पर ही सोने की व्यवस्था थी।

WBBSE Class 6 Hindi Solutions सहायक पाठ Chapter 3 आइए चलें प्रकृति की ओर

प्रश्न 11.
‘पृथ्वी के जीव पृथ्वी के सीधे संसर्ग से नीरोग रहकर लंबी आयु प्राप्त कर सकते हैं।’ इस कथन से तुम क्या समझते हो?
उत्तर :
पृथ्वी पर जीवों की उत्पत्ति पृथ्वी से हुई है। संपूर्ण प्राणी पृथ्वी से ही उत्पन्न होते हैं। इसलिए पृथ्वी से सीधा संस से प्राणियों में जीवन शक्ति की यथेष्ट उपलब्धि होती है। पृथ्वी हमारे शरीर पर स्वास्थय रस की वर्षा करती है। फलस्वरू जीव नीरोग रहकर दीर्घायु प्राप्त करता है। पृथ्वी से जो पोषण मिलता है। उससे आरोग्य, बल एवं दीर्घ जीवन की प्रापि होती है।

WBBSE Class 6 Hindi आइए चलें प्रकृति की ओर Summary

विज्ञान की प्रगति के साथ-साथ मानव प्रकृति से दूर होता गया है। यही कारण है कि वह अनेक रोग और समस्याओं से ग्रसित हो गया है। यहाँ प्रकृति के एक तत्व ‘पृथ्वी तत्व’ के महत्व को बताया गया है

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