Students should regularly practice West Bengal Board Class 6 Hindi Book Solutions Poem 3 वह चिड़िया जो to reinforce their learning.
WBBSE Class 6 Hindi Solutions Poem 3 Question Answer – वह चिड़िया जो
वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
प्रश्न 1.
चिड़िया के पंख हैं –
(क) नीले
(ख) पीले
(ग) हरे
(घ) लाल
उत्तर :
(क) नीले।
प्रश्न 2.
चिड़िया कैसी है ?
(क) मोटी
(ख) बड़ी
(ग) छोटी
(घ) काली
उत्तर :
(ग) छोटी।
प्रश्न 3.
चिड़िया किसके लिए गाती है ?
(क) आदमी के लिए
(ख) बच्चों के लिए
(ग) पशु-पक्षियों के लिए
(घ) बूढ़े वन-बाबा के लिए
उत्तर :
(घ) बूढ़े वन-बाबा के लिए।
प्रश्न 4.
चिड़िया कौन-से मोती ले जाती है ?
(क) सोने के
(ख) चाँदी के
(ग) जल के
(घ) दाने के
उत्तर :
(ग) जल के।
प्रश्न 5.
चिड़िया किसका दिल टटोलती है ?
(क) बूढ़े बाबा का
(ख) कवि का
(ग) इस्सान का
(घ) नदी का
उत्तर :
(घ) नदी का।
प्रश्न 6.
कविता के रचयिता कौन हैं ?
(क) केदारनाथ अप्रवाल
(ख) सरोजिनी नायडू.
(ग) महादेवी वर्मा
(घ) सुमित्रानंदन पंत
उत्तर :
(क) केदारनाथ अप्रवाल।
प्रश्न 7.
चिड़िया किसके दाने खाती है
(क) मूँगफली के
(ख) जुंडी के
(ग) चने के
(घ) धान के
उत्तर :
(ख) जुंडी के।
प्रश्न 8.
दूध से भरे हुए क्या हैं?
(क) नदियाँ
(ख) तालाब
(ग) जुंडी के दाने
(घ) मक्का के दाने
उत्तर :
(ग) जुंडी के दाने।
प्रश्न 9.
चिड़िया का गीत कैसा है ?
(क) उबाऊ
(ख) नीरस
(ग) कर्कश
(घ) मधुर
उत्तर :
(घ) मधुर।
प्रश्न 10.
चिड़िया का स्वभाव कैसा हैं ?
(क) संतोपी
(ख) चिड़चिड़ा
(ग) घुमक्कड़
(घ) फुर्तोला
उत्तर :
(क) संतोषी।
प्रश्न 11.
चिड़िया कैसे गाती है ?
(क) तीव स्वर में
(ख) कंठ खोलकर
(ग) धीरे-धीरे
(घ) मंद स्वर में
उत्तर :
(ख) कंठ खोलकर।
प्रश्न 12.
‘संतोषी’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय लगा हुआ है ?
(क) षी
(ख) तोषी
(ग) ई
(घ) सम्
उत्तर :
(ग) ई।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित में कौन-सा अन्न का नाम है ?
(क) चना
(ख) जुंडी
(ग) गेहूँ
(घ) ये सभी
उत्तर :
(घ) ये सभी।
प्रश्न 14.
‘नदी’ शब्द का बहुवचन रूप कौन-सा है ?
(क) नदियाँ
(ख) नदियों
(ग) नदीएँ
(घ) नदें
उत्तर :
(क) नदियाँ।
प्रश्न 15.
इनमें ‘जल’ शब्द का पर्यायवाची कौन-सा है ?
(क) नीर
(ख) तोय
(ग) वारि
(घ) ये सभी
उत्तर :
(घ) ये सभी।
प्रश्न 16.
चिड़िया स्वयं को ‘छोटी संतोषी’ कहती है, क्योंकि –
(क) वह छोटी-छोटी चीजों से ही संतोष कर लेती है
(ख) वह जौ-बाजरे के दाने खाकर ही संतोष कर लेती है
(ग) वह यह मानकर संतोष कर लेती है कि वह छोटी है
(घ) वह केवल चोंच मारकर ही खा लेती है
उत्तर :
(ख) वह जौ-बाजरे के दाने खाकर ही संतोष कर लेती है।
प्रश्न 17.
चिड़िया को अन्न से बहुत प्यार है, क्योंकि –
(क) वह अन्न का महत्व समझती है
(ख) अन्न उगाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है
(ग) उसे अन्न खाना ही अच्छा लगता है
(घ) वह छोटी और संतोषी चिड़िया है
उत्तर :
(क) वह अन्न का महत्व समझती है।
प्रश्न 18.
चिड़िया बूढ़े वन-बाबा की खातिर रस उँड़ेलकर गाती है, क्योंकि –
(क) वह जानती है कि वन-बाबा बूढ़े हैं
(ख) वन-बाबा को रसीले गीत सुनना अच्छा लगता है
(ग) वन-बाबा को धन्यवाद देना चाहती है
(घ) वह छोटी, मुँहबोली और नीले पंखोंवाली है
उत्तर :
(घ) वह छोटी, मुँहबोली और नीले पंखोंवाली है।
प्रश्न 19.
चिड़िया को विजन से बहुत प्यार है, क्योंकि –
(क) विजन उसकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है
(ख) उसे एकांत स्थान में रहना अच्छा लगता है
(ग) विजन में उसके अलावा कोई नहीं रहता
(घ) विजन में वन-बाबा रहते हैं
उत्तर :
(ख) उसे एकांत स्थान में रहना अच्छा लगता है।
लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर :
प्रश्न 1.
कविता में कैसी चिड़िया की बात की गई है।
उत्तर :
कविता मे छोटी संतोषी चिड़िया की बात की गई है।
प्रश्न 2.
चिड़िया अपनी चोंच से किस प्रकार के दाने खाती है ?
उत्तर :
विड़िया अपनी चोंच से दूध से भरे अधपके जुंडी अर्थात् ज्वार-बाजरा की बालियों के दानें ख्वादपूर्वक खाती है।
प्रश्न 3.
चिड़िया का स्वभाव कैसा है ?
उत्तर :
चिड़िया का संतोषी स्वभाव है।
प्रश्न 4.
चिड़िया को अन्न से बहुत प्यार है। कैसे ?
उत्तर :
चिड़िया का पेट अन्न से ही भरता है। वह अन्न के दानों को पूरे मन और स्वाद से खाती है। इसालिए उसे अन्न से बहुत प्यार है।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों के अर्थ लिखिए –
(क) जुंडी
(ख) संतोषी
उत्तर :
(क) जुंडी : ज्वार-बाजरा की बालियाँ।
(ख) संतोषी : जिसे संतोष हो या संतोष करने वाली।
प्रश्न 6.
कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर :
कवि का नाम केदारनाथ अम्रवाल एवं कविता का नाम वह चिड़िया जो।
प्रश्न 7.
चिड़िया किसकी खातिर गाती है?
उत्तर :
चिड़िया बूढ़े (पुराने) जंगल की खातिर गाती है।
प्रश्न 8.
चिड़िया का गाना कैसा है ?
उत्तर :
चिड़िया का गाना सुरीला, रसीला तथा आकर्षक है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित के अर्थ लिखिए –
(क) कंठ
(ख) विजन
उत्तर :
(क) कंठ : गला।
(ख) विजन : एकांत जंगल।
प्रश्न 10.
चिड़िया नदी से जल कैसे लेती है ?
उत्तर :
चिड़िया जल की मोती के समान बूँद लेने से पूर्व उसका हृदय टटोलती है अर्थात् उसकी इच्छा जानती है।
प्रश्न 11.
चिड़िया को किससे प्यार है ?
उत्तर :
चिड़िया को अन्न, वन और नदी से प्यार है।
प्रश्न 12.
“जल का मोती ले जाती है।” पंक्ति का क्या आशय है ?
उत्तर :
पंक्ति का आशय है – जल से मोती रूपी बूँद ग्रहण करना।
बोधमूलक प्रश्नोत्तर :
प्रश्न 1.
‘वह चिड़िया जो’ कविता का सारांश लिखिए।
उत्तर :
इस कविता में कवि ने एक छोटी सी चिड़िया की विशेषताओं का वर्णन किया है। वह छोटी सी चिड़िया अपनी चोंच से ज्वार के दाने प्रेम से खाती है। वह सदा संतुष्ट रहती है, अन्र से प्यार करती है। बूढ़े वन-बाबा के लिए मधुर कंठ से गीत गाती है। उस प्यारी चिड़िया को एकान्त से बहुत प्यार है। वह बढ़ी हुई नदी के जल से मोती निकाल लेती है। वह गर्वीले स्वभाव की है। उसे नदी से बहुत प्यार है।
प्रश्न 2.
चिड़िया कौन-कौन से कार्य करती है ?
उत्तर :
चिड़िया अपनी चोंच मारकर ज्वार के दाने खाती है। बूढ़े वन-बाबा के लिए गीत गाती है। बढ़ी नदी के जल से मोती लाती है। नदी से प्यार करती है।
(क) वह छोटी संतोषी चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे अन्न से बहुत प्यार है।
(i) इस पद्यांश के कवि कौन हैं ? यह किस शीर्षक से उद्धुत है ?
उत्तर :
इस पद्यांश के कवि श्री केदारनाथ अप्रवाल हैं। यह कविता ‘वह चिड़िया जो’ शीर्षक से उद्धृत है।
(ii) चिड़िया को किससे प्यार है ? उसे संतोषी क्यों कहा गया है ?
उत्तर :
चिड़िया को अन्न से बहुत प्यार है। चिड़िया को संतोषी कहा गया है क्योंकि वह जुंडी के दूध भरे दाने को बड़े शौक तथा आनंद से खाकर प्रसन्न हो जाती है। इसी से संतुष्ट हो जाती है।
(ख) वह छोटी मुँह बोली चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ।
मुझे विजन से बहुत प्यार है।
(i) चिड़िया को मुँह बोली क्यों कहा गया है?
उत्तर :
चिड़िया सभी को बहुत प्यारी होती है। वह मधुर बोलती है तथा मधुर गीत गाती है। इसलिए चिड़िया को मुँह बोली कहा गया है।
(ii) विजन का क्या अर्थ है? चिड़िया को विजन से क्यों प्रेम है ?
उत्तर :
विजन का अर्थ एकांत प्रदेश से है। चिड़िया को विजन से प्रेम है क्योंकि एकांत में चिड़िया निडर होकर विचरती तथा गीत गाती है। वहाँ बूढ़े वन-बाबा के लिए वह मधुर कंठ से गीत गाती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर :
प्रश्न :
‘वह चिड़िया जो’ कविता के माध्यम से क्या सीख दी गई है? उसे हम अपने जीवन में कैसे अपना सकते हैं?
उत्तर :
प्रस्तुत कविता में प्रगतिवादी कवि केदारनाथ अग्रवाल ने चिड़िया के माध्यम से हमें उदार, संतोषी, सेवा परायण तथा परिश्रमशील बनने की प्रेरणा दी है। चिड़िया, संतोषी स्वभाव वाली है। वह जुंडी के दाने से अपनी रुचि और लगन से दूध खींच लेती है। वह अन्न से बहुत प्यार करती है। मनुष्य को भी अपने परिश्रम तथा प्रयल्न से जीवन में आनंद ग्रहण करना चाहिए। बिना परिश्रम के उसे कुछ नहीं मिल सकता। उसे समझनना चाहिए कि अन्न ही प्राण है। अन्न से प्यार करना चाहिए। अन्न उत्पादन तथा रक्षण के लिए सदा प्रयत्न करना चाहिए। अन्न सृष्टि जीवन मात्र का आधार है। अत: अन्न का एक कण भी व्यर्थ नहीं करना चाहिए।
चिड़िया खुले कंठ से बूढ़े वन बाबा के प्रति सम्मान का भाव रखती है। वह उनके आनंद के लिए अपने कंठ से सरस मीठे गीत गाती है। उसे एकोंत से, जंगल से, वन वृक्षों से अतिशय प्रेम और लगाव है। हमें भी अपने जीवन में वृद्धजनों की सेवा करनी चाहिए। उनकी प्रसनता के लिए मधुर वचन और उनके मनोरंजन के लिए मीठे गान का आयोजन करना चाहिए। चिड़िया की तरह हमें भी वन से, वहाँ के पेड़-पौधों से तथा एकांत से प्यार करना चाहिए। यह प्रकृति ही जीवन का आधार है। वन रहेंगे तब हम भी रहेंगे। इसलिए आज हमें प्रकृति की ओर बढ़ने की जरूरत है।
चिड़िया नदी से प्यार करती है। स्वाभिमान का भाव रखती है। वह नदी की बाढ़ को देखकर भयभीत नहीं होती, बल्कि नदी से मोती प्राप्त कर लेती है। मनुष्य को भी नदी से प्यार करना सीखना चाहिए। जल ही जीवन है। नदी अपने जल से सभी प्राणियों की नि: ख्वार्थ भाव से सेवा करती है। हमें साहस औरपरिश्रम से गहरे पानी में जाकर मोती प्राप्त करना चाहिए व्योंकि गहरे पानी में प्रवेश करने से ही मोती मिल सकता है। बड़ी वस्तु पाने के लिए ठोस प्रयल करना चाहिए। इस प्रकार हमें चिड़िया की सीख को अपने जीवन में अपना लेना चाहिए।
भाषा-बोध :
(क) पर्यायवाची शब्द :
चिड़िया -खग, विहग, पक्षी।
नदी-सरिता, सरि, तटनी।
मोती- मुक्ता, मौक्तिक, सीपिज।
दूध-दुग्ध, क्षीर, पय, गोरस।
वन- कानन, जंगल, विपिन।
(ख) चिड़िया, जड़िया, डाकिया, धुनिया।
WBBSE Class 6 Hindi वह चिड़िया जो Summary
जीवन-परिचय :
केदारनाथ अप्रवाल का जन्म बाँदा जनपद के कमासिन गाँव में सन् 1911 में हुआ था। प्रगतिवादी कवियों में इनका प्रमुख स्थान है। गाँव में जन्मे केदारनाथ अग्रवाल का गाँव से गहरा लगाव रहा। इनकी कविताओं में मानव और प्रकृति के सौन्दर्य का बड़ा ही सहज और उन्मुक्त चित्रण मिलता है। इनकी प्रमुख रचनाएँ–युग की गंगा, लोक और आलोक, फूल नहीं रंग बोलते हैं आदि हैं। इनकी मृत्यु सन् 2000 में हुई।
पद – 1
वह चिड़िया जो –
चोंच मारकर
दूध-भरे जुंडी के दाने
रुचि से रस से खा लेती है
वह छोटी संतोषी चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे अन्न से बहुत प्यार है।
शब्दार्थ :
- जुंडी – ज्वार।
- रुचि – शौक।
- रस – आनंद।
- संतोषी – संतुष्ट।
- अन्न – अनाज।
संदर्भ : प्रस्तुत कविता ‘वह चिड़िया जो’ पाठ से ली गई है। इसके कवि श्री केदारनाथ अग्रवाल हैं।
व्याख्या : इस कविता में कवि ने चिड़िया की विशेषताओं का वर्णन किया है । वह छोटी सी चिड़िया अपनी चोंच मारकर जुंडी के दानें जिसमें दूध भरे रहते हैं उसे खाकर अपनी भूख मिटाती है। उस दाने को वह बड़े शौक तथा आनंद से खाती है। वह सदा संतुष्ट एवं प्रसन्न रहने वाली है, जिसके पंख नीले रंग के हैं। वह चिड़िया मैं ही हूँ। मैं अन्न को बहुत रुचिकर एवं प्यारा समझती हूँ।
पद – 2
वह चिड़िया जो –
कंठ खोलकर
बूंढ़े वन-बाबा की खातिर
रस उड़ेलकर गा लेती है
वह छोटी मुँह बोली चिड़िया
नीले पंखोंवाली मैं हूँ
मुझे विजन से बहुत प्यार है।
शब्दार्थ :
- कंठ – गला।
- मुँहबोली – प्यारी, मधुर बोलने वाली ।
- विजन – एकांत ।
- वन – बाबा-जंगल।
संदर्भ : प्रस्तुत कविता में कवि ने छोटी चिड़िया के स्वरूप, उसकी विशेषताओं तथा कार्यों का वर्णन किया है।
व्याख्या : जो छोटी सी प्यारी चिड़िया वृद्ध वन -बाबा (जंगल) की प्रसन्नता के लिए खुले गले से मधुर गीत गाती है। अपने मधुर कंठ से रस भर देती है अर्थात् आनंद से भर देती है। वह चिड़िया सभी को अत्यंत प्यारी तथा मीठी बोली बोलनेवाली लगती है। उसके पंख नीले रंग के हैं। उसे एकांत से बहुत प्यार है। वह चिड़िया मैं ही हूँ।
पद – 3
वह चिड़िया जो –
चोंच मारकर
चढ़ी नदी का दिल टटोलकर
जल का मोती ले जाती है
वह छोटी गरबीली चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे नदी से बहुत प्यार है।
शब्दार्थ –
- चढ़ी – जल से भरी ।
- दिल – मन ।
- टटोलना – जाँचना ।
- परख करना, गरबीली – गर्ववाली, घमंडी।
संदर्भः प्रस्तुत कविता में कवि ने चिड़िया के दिल की परख, प्रयत्न, उसके स्वभाव तथा नदी के प्रति प्यार का वर्णन किया है।
व्याख्या : जो चिड़िया निडर होकर बढ़ी नदी के भीतर जाँच-परख कर जल के भीतर से मोती प्राप्त कर लेती है। वह छोटी सी चिड़िया गर्वीले स्वभाव वाली है। उसके पंख नीले हैं। वह नदी से बहुत प्यार करती है। वह चिड़िया मैं ही हूँ।