Detailed explanations in West Bengal Board Class 10 Physical Science Book Solutions Chapter 5 प्रकाश offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 10 Physical Science Chapter 5 Question Answer – प्रकाश
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
एक प्रकाश किरण एक अवतल दर्पण के वक्रता केन्द्र से गुजरती है, तो आयतन कोण का मान क्या होगा ?
उत्तर :
आपतन कोण का मान शून्य होगा।
प्रश्न 2.
एक प्रिज्म में कितने आयताकार तल होते हैं ?
उत्तर :
एक प्रिज्म में तीन आयताकार तल होते हैं।
प्रश्न 3.
प्रकाश किरण का विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाते समय आपतन कोण और वर्तन कोण में कौन बड़ा होता है ?
उत्तर :
आपतन कोण।
प्रश्न 4.
वर्ण विक्षेपण का प्राकृतिक उदाहरण दीजिए।
उत्तर :
इन्द्रधनुष (Rainbow।
प्रश्न 5.
निकट दृष्टि दोष क्या है ?
उत्तर :
जब नेत्र पास की वस्तु को स्पष्ट देख लेता है परन्तु एक निश्चित दूरी से अधिक दूर की वस्तु को स्पष्ट नहीं देख पाता है, तो उस नेत्र में निकट दृष्टि दोष होता है।
प्रश्न 6.
किस प्रकार के लेन्स द्वारा निकट दृष्टि दोष दूर किया जा सकता है ?
उत्तर :
निकट दृष्टि दोष को दूर करने के लिए अवतल (Concave) लेन्स का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 7.
कार्निया क्या है ?
उत्तर :
कार्निया नेत्र गोलक के आगे की पारदर्शक परत है, जिससे होकर प्रकाश आँख में प्रवेश करता है।
प्रश्न 8.
कार्निया का कार्य क्या है ?
उत्तर :
कार्निया आँख में आने वाली प्रकाश किरणों को नेत्र-लेंस की ओर वर्तित करता है।
प्रश्न 9.
दूर-दृष्टि दोष क्या है ?
उत्तर :
मानव नेत्र जो दूर की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है, पर नजदीक की वस्तुओं को साफ नहीं देख पाता उस नेत्र के दोष को दूर-दृष्टि दोष कहते हैं।
प्रश्न 10.
दूर-दृष्टि दोष का कारण क्या है ?
उत्तर :
दूर-दृष्टि दोष का कारण :
(i) नेत्र-लेंस का फोकस-दूरी बढ़ जाना।
(ii) नेत्र-गोलक का छोटा हो जाना।
प्रश्न 11.
क्या शून्य में प्रकाश का वर्ण विक्षेपण होता है ?
उत्तर :
शून्य में प्रकाश का वर्ण विक्षेपण नहीं होता है।
प्रश्न 12.
किसी परावर्तक तल पर प्रकाश की किरण लम्बवत पड़ने पर विचलन कोण का मान कितना होगा ?
उत्तर :
विचलन कोण का मान शून्य (0°) होगा।
प्रश्न 13.
कौन सा दर्पण किसी वस्तु का सीधा और आवर्द्धित (Magnified) प्रतिबिम्ब बनाता है ?
उत्तर :
अवतल दर्पण किसी वस्तु का सीधा और आवर्द्धित (Magnified) प्रतिबिम्ब बनाता है।
प्रश्न 14.
सड़कों पर लगे लैम्प तथा टैबल लैम्प में किस प्रकार का दर्पण उपयोग किया जाता है ?
उत्तर :
सड़कों पर लगे लैम्प में उत्तल दर्पण जबकि टैबल लैम्प में अवतल दर्पण का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 15.
किसी माध्यम का वर्तनांक किन कारकों पर निर्भर करता है ?
उत्तर :
किसी माध्यम का वर्तनांक दोनों माध्यमों की प्रकृति तथा प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है।
प्रश्न 16.
सफेद प्रकाश में किस रंग के प्रकाश का सर्वाधिक वर्तनांक होता है ?
उत्तर :
बैंगनी रंग का वर्तनांक सबसे अधिक होता है।
प्रश्न 17.
कौन-सा लेन्स वास्तविक और आभासी दोनों प्रकार के प्रतिबिम्ब बनाते हैं ?
उत्तर :
उत्तल लेन्स।
प्रश्न 18.
यदि किसी लेन्स द्वारा प्राप्त प्रतिबिम्ब हमेशा सीधा और छोटा हो, तो वह कौन सा लेन्स होगा ?
उत्तर :
अवतल लेन्स।
प्रश्न 19.
निर्वात में प्रकाश का वेग कितना है ?
उत्तर :
निर्वात (शून्य में प्रकाश का वेग 3 × 108 मीटर/सेकेण्ड या 3 × 1010 से॰मी०/सेकेण्ड होता है।
प्रश्न 20.
मानव नेत्र के किस भाग में वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है ?
उत्तर :
रेटिना पर।
प्रश्न 21.
पीत-बिन्दु (Yellow spot) किसे कहते हैं ?
उत्तर :
रेटिना के लगभग बीच में एक पीला भाग होता है जिसे पीत-बिन्दु कहते हैं।
प्रश्न 22.
आँख के किस भाग में बना प्रतिबिम्ब सबसे स्पष्ट होता है ?
उत्तर :
पीत-बिन्दु पर बना प्रतिबिम्ब सबसे स्पष्ट होता है।
प्रश्न 23.
गोलीय दर्पण के ध्रुव से क्या समझते हो ?
उत्तर :
गोलीय दर्पण के परावर्तक तल के मध्यबिन्दु को दर्पण का ध्रुव कहते हैं।
प्रश्न 24.
गोलीय दर्पण का मुख्य अक्ष किसे कहते हैं ?
उत्तर :
गोलीय दर्पण के धुव तथा वक्रता केन्द्र को मिलाने वाली रेखा को दर्पण का मुख्य अक्ष कहते हैं।
प्रश्न 25.
किस माध्यम में प्रकाश का वेग सबसे अधिक होता है ?
उत्तर :
शून्य माध्यम में प्रकाश का वेग सबसे अधिक होता है।
प्रश्न 26.
गोलीय दर्पण की फोकस दूरी और उसकी वक्रता त्रिज्या में क्या सम्बन्ध होता है ?
उत्तर :
गोलीय दर्पण की फोकस दूरी उसकी वक्रता त्रिज्या की आधी होती है।
प्रश्न 27.
जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो अपवर्तन क्यों होता है ?
उत्तर :
दो माध्यमों में प्रकाश का वेग भिन्न-भिन्न होने के कारण अपवर्तन होता है।
प्रश्न 28.
उत्तल लेन्स की सहायता से गठित सूर्य का प्रतिबिम्ब लेन्स के सापेक्ष में कहाँ गठित होता है ?
उत्तर :
उत्तल लेन्स की सहायता से गठित सूर्य का प्रतिबिम्ब लेन्सके सापेक्ष में नाभि (Focus) पर गठित होता है।
प्रश्न 29.
उत्तल लेन्स को आवर्द्धन शीशा के रूप में प्रयोग करने के लिए लेंस की सापेक्ष वस्तु को कहाँ रखना होगा ?
उत्तर :
उत्तल लेन्स को आवर्द्धन शीशा के रूप में प्रयोग करने के लिए वस्तु को फोकस और प्रकाश केन्द्र के बीच रखना होगा।
प्रश्न 30.
श्वेत प्रकाश के वर्णपट्ट में किस वर्ण के प्रकाश का विचलन सबसे कम होता है ?
उत्तर :
श्वेत प्रकाश के वर्णपट्ट में लाल रंग के प्रकाश का विचलन सबसे कम होता है।
प्रश्न 31.
F नाभिक दूरी वाले उत्तल लेन्स के सामने 2 F दूरी पर एक वस्तु रखी जाती है तो वस्तु के आकार और प्रतिबिम्ब के आकार में सम्बन्ध क्या होगा ?
उत्तर :
वस्तु का आकार और प्रतिबिम्ब का आकार समान होगा।
प्रश्न 32.
सिनेमा के पर्दे पर बना प्रतिबिम्ब वास्तविक या काल्पनिक होता है ?
उत्तर :
सिनेमा के पर्दे पर बना प्रतिबिम्ब वास्तविक होता है।
प्रश्न 33.
प्रकाश की तरंग की लम्बाई किस इकाई द्वारा मापी जाती है ?
उत्तर :
एंगस्ट्रोम (Angstrom) (A9) द्वारा ।
प्रश्न 34.
श्वेत प्रकाश के शुद्ध वर्णपट्ट के बाह्यतम रंग क्या हैं ?
उत्तर :
बैंगनी (Violet) एवं लाल (Red)।
प्रश्न 35.
उत्तल लेन्स और अवतल लेन्स में कौन सा अभिसारी एवं कौन सा अपसारी है?
उत्तर :
उत्तल लेन्स अभिसारी और अवतल लेन्स अपसारी है।
प्रश्न 36.
सघन माध्यम में किस रंग के प्रकाश का वेग सबसे अधिक एवं किस रंग के प्रकाश का वेग सबसे कम होता है ?
उत्तर :
किसी सघन माध्यम में लाल रंग के प्रकाश का वेग सबसे अधिक और बैंगनी रंग के प्रकाश का वेग सबसे कम होता है।
प्रश्न 37.
फोकस दूरी की S.I. इकाई क्या है ?
उत्तर :
फोकस दूरी की S.I. इकाई डायप्टर है।
प्रश्न 38.
किसी लेन्स की दोनों सतहों के वक्रता केन्द्रों को मिलाने वाली रेखा को क्या कहते हैं ?
उत्तर :
प्रधान अक्ष कहते हैं।
प्रश्न 39.
प्रकाश के किस रंग की तरंग लम्बाई सबसे अधिक और किसकी सबसे कम होती है ?
उत्तर :
प्रकाश के लाल रंग की तरंग लम्बाई सबसे अधिक और बैंगनी रंग की तरंग लम्बाई सबसे कम होती है।
प्रश्न 40.
किन वर्णों को उचित अनुपात में मिलाने से अन्य सभी वर्ण प्राप्त होते हैं ?
उत्तर :
प्रथमिक वर्णों को।
प्रश्न 41.
दैनिक जीवन में लेंसों के दो उपयोग बताएँ।
उत्तर :
आवर्द्धन शीशा और सूक्ष्मदर्शी यंत्र के निर्माण में लेन्स का प्रयोग होता है।
प्रश्न 42.
नेत्र-लेंस की फोकस दूरी कम हो जाने पर कौन सा दृष्टि दोष होता है ?
उत्तर :
निकट-दृष्टि दोष।
प्रश्न 43.
सफेद प्रकाश में किस रंग की किरण की तरंग दैर्ध्य (Wave length) न्यूनतम होती है ?
उत्तर :
बैंगनी रंग।
प्रश्न 44.
एक अवतल दर्पण की फोकस दूरी 10 cm है, तो उसकी वक्रता-त्रिज्या कितनी होगी ?
उत्तर :
R = 2 f = 2 × 10 = 20 cm
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Short Answer Type) : 2 MARKS
प्रश्न 1.
किसी माध्यम का वर्तनांक किसे कहते हैं ?
उत्तर :
वर्तनांक (Refractive Index) :- जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में वर्तित होती है तो आपतन कोण के Sine तथा वर्तन कोण के Sine के अनुपात को वर्तनांक कहते हैं। इसे μ (म्यू) द्वारा प्रदर्शित करते हैं। वर्तनांक का मान दोनों मध्यमों की प्रकृति तथा आपतित किरण के रंग पर निर्भर करता है।
प्रश्न 2.
उत्तल लेंस द्वारा किस प्रकार का दृष्टिदोष संशोधन किया जाता है ?
उत्तर :
जिस नेत्र में दूर दृष्टि दोष होता है वह निकट (25) cm स्थित वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है। उसके लिए निकट बिन्दु 25 cm पर N न होकर नेत्र से और अधिक दूरी पर N होता है। दूर-दृष्टि दोष को दूर करने के लिए उचित फोकस दूरी का उत्तल लेन्स का व्यवहार किया जाता है जिससे 25 सें॰मी॰ दूर स्थित बिन्दु का प्रतिबिम्ब दोषी आँख के निकट बिन्दु पर बन जाये। फलत: दोषी आँख उसे देख सकता है।
प्रश्न 3.
उत्तल लेन्स का प्रकाश केन्द्र किसे कहते हैं ?
उत्तर :
यदि कोई प्रकाश की किरण उत्तल लेन्स से इस प्रकार वर्तित हो कि आपत्ति और निर्गत (Emergent) किरणें आपस में समानान्तर हो जायें तो लेन्स के अन्दर वर्तित किरण प्रधान अक्ष के जिस बिन्दु पर मिलती है, वही बिन्दु लेन्स का प्रकाश केन्द्र कहलाता है लेकिन पतले लेन्स में प्रकाश केन्द्र वह बिन्दु होता है जिससे गुजरनेवाली किरणें बिना मुड़े सीधी चली जातीहैं।
प्रश्न 4.
दिन के समय पृथ्वी का आकाश नीला क्यों दिखायी देता है ?
उत्तर :
सूर्य से चलती हुई प्रकाश की किरणें जब वायुमण्डल में स्थित धूलकण जलवाष्प आदि से टकराती है तो इन किरणों में उपस्थित विभिन्न रंग की किरणों की तरंग लम्बाई भिन्न-भिन्न होने के कारण अलग-अलग छिटकती है। इन किरणों में सबसे कम तरंग लम्बाई बैंगनी तथा नीले रंग की होती है। अत: यह अधिक छिटकती है और वायुमण्डल का भेदन कर हमारी आँखों पर पड़ती है। बैंगनी तथा नीला आपस में संयुक्त होकर नीले रंग में बदल जाता है। फलत: आकाश नील दिखाई पड़ता है। इन्हीं करणों से समुद्र का जल भी नीला दिखायी देता है।
प्रश्न 5.
प्रकाश का अपवर्तन या वर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर :
प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light) : जब प्रकाश की किरणें एक समांगी पारदर्शक माध्यम से दूसरे समांगी पारदर्शक माध्यम में तिरछी प्रवेश करती हैं तो दोनों माध्यमों के संस्पर्श तल पर अपने पहले मार्ग से थोड़ा मुड़ जाती हैं। प्रकाश के इस मुड़ाव को ही प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।
प्रश्न 6.
प्रकाश के वर्तन के नियम लिखो।
उत्तर :
प्रकाश के वर्तन के दो नियम हैं –
(i) आपतित किरण, वर्तित किरण और आपतन बिन्दु पर खींचा गया अभिलम्ब तीनों एक ही तल में होते हैं।
(ii) एक जोड़े माध्यम के लिए एवं एक विशेष रंगवाली किरण के लिए आपतन कोण के साइन (Sine) तथा वर्तन कोण के साइन (Sine) का अनुपात हमेशा स्थिर होता है। इस स्थिरांक को ∝ (म्यू द्वारा प्रदर्शित करते हैं। यह ∝ दोनों माध्यमों की प्रकृति तथा प्रकाश के रंग पर निर्मर करता है। यदि आपतन कोण = i तथा वर्तन कोण = r हो, तो इस नियम से \(\frac{Sin i}{Sin r}\) = μ
प्रश्न 7.
उत्तल दर्पण का उपयोग वाहनों के किनारे का दर्पण (Side mirror) या पीछे देखने का दर्पण (rear-view mirror) के रूप में क्यों होता है ?
उत्तर :
स्कूटर, कार, बस आदि में उत्तल दर्पण का उपयोग किनारे का दर्पण (Side mirror) या पीछे देखने का दर्पण के रूप में होता है क्योंकि ये दर्पण किसी वस्तु का हमेशा सीधा प्रतिबिम्ब बनाते हैं तथा इनका दृष्टि क्षेत्र विकसित होता है जिसके कारण अपने पीछे बहुत बड़े क्षेत्र को देख सकते हैं।
प्रश्न 8.
गोलीय दर्पण के उपयोगों को लिखें।
उत्तर :
गोलीय दर्पण के निम्नलिखित उपयोग है।
- दन्त चिकित्सक तथा ENT डॉक्टर दाँत, आँख, नाक, गला इत्यादि को देखने के लिए अवतल दर्पण का उपयोग करते हैं।
- उत्तल दर्पण का उपयोग वाहनों, कार, स्कूटर के ड्राइवर के पास साइड मिरर के रूप में किया जाता है।
- सोलर कुकर, सौर भट्ठियों (Solar furnaces) कार के हेड लाइट और हजामती दर्पण के रूप में अवतल दर्पण का उपयोग होता है।
प्रश्न 9.
विचलन कोण (Angle of Deviation) किसे कहते हैं ?
उत्तर :
विचलन कोण (Angle of Deviation) : जब प्रकाश की किरणें एक माध्यम से चलकर किसी दूसरे माध्यम में प्रवेश करती हैं तो वे अपने प्रारम्भिक मार्ग से एक निश्चित कोण से विचलित (deviate) हो जाती है।
अतः अपवर्तन के समय एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करने पर आपतित किरण की दिशा से अपवर्तित किरण जिस कोण से विचलित होती है, उसे विचलन कोण (Angle of deviation) कहते हैं।
प्रश्न 10.
प्रिज्म का विचलन का कोण (angle of deviation) किन कारकों पर निर्भर करता है ?
उत्तर :
प्रिज्म का विचलन का कोण निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है।
- यह वर्तनांक पर निर्भर करता है। यदि वर्तनांक अधिक हो, तो विचलन अधिक होगा।
- प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है। बैंगनी (violet) रंग के प्रकाश की किरण का विचलन का कोण, लाल (Red) रंग की किरण की अपेक्षा अधिक होता है।
- प्रिज्म के कोण का मान अधिक होने पर विचलन का कोण भी अधिक होगा।
- आपतन कोण पर निर्भर करता है।
प्रश्न 11.
प्रकाश किस प्रकार का तरंग है तथा प्रकाश तरंग कितनी प्रकार की होती हैं ?
उत्तर :
प्रकाश तरंग अनुप्रस्थ तरंग (Transverse wave) है। यह विद्युतीय तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत होती है, दृश्य तरंग सात होती हैं जो हमें आँखों से दिखाई पड़ती है तथा अन्य अदृश्य होती हैं जैसे : x – किरणें।
प्रश्न 12.
पाश्रिक विस्थापन (Lateral displacement) किसे कहते हैं?
उत्तर :
जब प्रकाश की किरणें किसी काँच की आयताकार सिल्ली (स्लेब पर आपतित होती हैं, तो उस सतह के समानान्तर विपरीत सतह से निर्गत होती है। आपतित किरण अपने पूर्व पथ से विचलित हो जाती है परन्तु आपतित किरण की दिशा के समानान्तर ही रहती है। आपतित किरण और निर्गत किरण के बीच की लम्बवत दूरी को पाश्श्वक विस्थापन कहते हैं।
प्रश्न 13.
एक लेंस तथा एक कांच के Slab में क्या अन्तर होता है ?
उत्तर :
एक लेंस तथा एक कांच के Slab में अन्तर : किसी पुस्तक के छपे पृष्ठ के निकट एक लेन्स को लाते हैं तो उस पर छपे अक्षर मूल आकार से बड़ा या छोटा दिखाई पड़ता है तो वह लेंस होता है, बड़ा दिखनेवाला अक्षर उत्तल लेंस तथा छोटा दिखनेवाला अक्षर अवतल लेंस के कारण होता है। लेकिन उसी पृष्ठ पर छपे अक्षर को काँच के Slab से देखने पर अपने वास्तविक आकार में ही दिखाई पड़ता है लेकिन Slab मोटा होने पर अक्षर ऊपर की तरक उठा हुआ दिखाई पड़ता है।
प्रश्न 14.
एक उत्तल लेन्स के प्रधान अक्ष के समानान्तर प्रकाश की किरणें लेन्स पर आपतित होकर निर्गत होने के बाद अक्ष के किस बिन्दु पर मिलती हैं ? इस बिन्दु पर उत्पन्न प्रतिबिम्ब वास्तविक है या काल्पनिक ?
उत्तर :
एक उत्तल लेन्स के प्रधान अक्ष के समानान्तर प्रकाश की किरणें लेन्स पर आपतित होकर निर्गत होने के बाद प्रधान अक्ष के नाभि (Focus) पर मिलती हैं।
नाभि (Focus) पर उत्पन्न प्रतिबिम्ब वास्तविक होता है।
प्रश्न 15.
उत्तल लेन्स का फोकस किसे कहते हैं ?
उत्तर :
उत्तल लेन्स का फोकस (Focus of convex lens) : जब प्रकाश की किरणें लेन्स के प्रधान अक्ष के समानान्तर चलकर लेन्स पर आपतित होती हैं, तो लेन्स से वर्तित होकर प्रधान अक्ष के एक बिन्दु पर केन्द्रित हो जाती हैं। इस बिन्दु को लेन्स का फोकस (नाभि कहते हैं।
प्रश्न 16.
उत्तल लेन्स के प्रधान अक्ष की परिभाषा लिखो।
उत्तर :
प्रधान अक्ष (Principal axis) : किसी लेन्स के दोनों गोलीय तलों के वक्रता केन्द्रों को मिलाने वाली सरल रेखा को प्रधान अक्ष कहते हैं।
प्रश्न 17.
उत्तल लेन्स के उपयोग का वर्णन करो।
उत्तर :
उत्तल लेन्स के निम्नलिखित उपयोग हैं :
- फोटोग्राफी कैमरा में।
- चश्मा में।
- आवर्द्धन शीशा तथा टेलीस्कोप में।
- घड़ी के छोटे-छोटे पूर्जा को देखने में।
प्रश्न 18.
उत्तल लेंस किसे कहते हैं ? इस लेंस को अभिसारी लेंस (Converging lens) क्यों कहते हैं ?
उत्तर :
वह लेंस जो बीच में मोटा और किनारे पर क्रमशः पतला होता है उसे उत्तल लेंस कहते हैं।
जब प्रधान अक्ष के समानान्तर किरणे लेंस पर आपतित होती हैं, तो वर्तन की पश्चात लेंस की दूसरी तरफ एक बिन्दु पर केन्द्रित हो जाती हैं। इसलिए उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस (Converging lens कहते हैं।
प्रश्न 19.
आपको एक उत्तल लेंस, एक अवतल लेंस तथा काँच का वृत्ताकार टुकड़ा दिया गया है। उनकी सतहों को बिना स्पर्श किये आप उसे कैसे पहचानेंगे।
उत्तर :
उत्तल लेंस को पुस्तक के पेज के नजदीक रखने पर अक्षर बड़े और सीधे दिखाई देते हैं। लेंस को पेज से ऊपर करने पर अक्षर उल्टा और छोटा हो जाता है।
अवतल लेंस को पुस्तक के पेज के नजदीक रखने पर अक्षर सीधा एवं मूल अक्षर से छोटा दिखाई देता है।
काँच के टुकड़ा को पुस्तक के नजदीक या ऊपर उठाने पर अक्षर सदैव सीधा ही दिखाई देता है।
प्रश्न 20.
यदि कोई किरण किसी पतले लेंस के प्रकाश केन्द्र से गुजरती है, तो विचलन कोण का मान कितना होगा ? किसी प्रिज्म के विचलन कोण, आपतन कोण, निर्गत कोण और प्रिज्म के कोण में क्या सम्बन्ध है ? लिखें।
उत्तर :
जब प्रकाश की कोई किरण पतले लेंस के प्रकाश केन्द्र से गुजरती है, तो विचलन कोण का 0° होगा।
δ (Delta) =(i1 + i2) – A
जहाँ δ विचलन कोण, i1 = आपतन कोण, i2 = निर्गत कोण तथा A = प्रिज्म का कोण है।
प्रश्न 21.
प्रतिबिम्ब का रेखीय आवर्द्धन (Linear magnification of Image) किसे कहते हैं ?
उत्तर :
प्रतिबिम्ब का रेखीय आवर्द्धन (Linear magnification of Image) : प्रतिबिम्ब की लम्बाई और वस्तु की लम्बाई के अनुपात को रेखीय आवर्द्धन कहते हैं।
प्रश्न 22.
“किसी वस्तु के प्रतिबिम्ब का रेखीय आवर्द्धन 2.5 है” – इस कथन का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर :
‘किसी वस्तु के प्रतिबिम्ब का रेखीय आवर्द्धन 2.5 है”‘। इस कथन का तात्पर्य यह है कि प्रतिबिम्ब की लम्बाई वस्तु की लम्बाई का 2.5 गुना है।
प्रश्न 23.
वायु शून्य या निर्वात में वर्ण विक्षेपण की घटना क्यों नहीं होती है ?
उत्तर :
वायु शून्य या निर्वात में सभी रंग की किरणों का वेग समान होता है जिससे उसका विचलन भी समान होता है। अत: वे एक दूसरे से अलग नहीं हो पातीं तथा एक साथ गमन करती हैं। यही कारण है कि निर्वात में वर्ण विक्षेपण नहीं होता है।
प्रश्न 24.
जब सफेद प्रकाश की किरण किसी प्रिज्म से होकर गुजरती है, तो बनने वाले वर्णपट में अवयवी रंग कौन-कौन से हैं ?
उत्तर :
जब सफेद प्रकाश की किरण किसी प्रिज्म से होकर गुजरती है, तो बनने वाले वर्णपट में अवयवी रंग बैंगनी (Violet), नोल (Indigo), आसमानी (Blue), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange) एवं लाल (Red) होते हैं।
प्रश्न 25.
वर्णपट किसे कहते हैं ?
उत्तर :
वर्णापट (Spectrum) : जब सफेद प्रकाश की किरणें किसी ग्लास प्रिज्म से होकर गुजरती हैं तो वर्तित किरणें प्रिज्म के आधार की ओर झुकने के साथ-साथ सात रंगों के प्रकाश में विभक्त हो जाती हैं। जब प्रिज्म से निकलने वाली इन निर्गत किरणों के सामने सफेद पर्दा रखा जाता है तो पर्दे पर सात रंगों की एक रंगीन पट्टी प्राप्त होती है। इसी रंगीन पट्टी को वर्णपट कहते हैं।
प्रश्न 26.
प्रकाश का वर्ण विक्षेपण किसे कहते हैं ? इसका एक प्राकृतिक उदाहरण दो।
उत्तर :
वर्ण-विक्षेपण (Dispersion of light) : जब सफेद प्रकाश की किरणें किसी प्रिज्म से होकर गुजरती हैं तो सात विभिन्न रंगों में विभक्त हो जाती हैं। इस घटना को प्रकाश का वर्ण विक्षेपण कहते हैं।
प्रकाश के वर्ण विक्षेपण का प्राकृतिक उदाहरण इन्द्र धनुष है।
प्रश्न 27.
स्वस्थ नेत्र का दृष्टि विस्तार क्या होता है ?
उत्तर :
आँख के निकट बिन्दु और दूर बिन्दु के बीच की दूरी को दृष्टि विस्तार कहते हैं। सामान्यतः स्वस्थ आँख का दृष्टि विस्तार आँख से लगभग 25 से॰मी॰ से अनन्त तक होता है।
प्रश्न 28.
एक वर्णीय प्रकाश (Monochromatic light) और बहुवर्णीय प्रकाश (Polychromatic light) किसे कहते हैं ?
उत्तर :
वह प्रकाश जिसमें केवल एक रंग होता है उसे एक वर्णीय प्रकाश (Monochromatic light) कहते हैं जैसे : लाल, बैंगनी, पीला आदि। वह प्रकाश जिसमें एक से अधिक रंग के प्रकाश होते हैं उन्हें बहुवर्णीय प्रकाश (Polychromatic light) कहते हैं। जैसे : सूर्य का प्रकाश।
प्रश्न 29.
प्राथमिक रंग या मूल रंग का प्रकाश किसे कहते हैं ?
उत्तर :
सूर्य के प्रकाश के सात रंगों में केवल तीन रंग-लाल, हरा और पीला को यदि बराबर अनुपात में मिला दिया जाये तो श्वेत प्रकाश उत्पन्न हो जाता है। अत: लाल, हरा और पीला प्रकाश को प्राथमिक या मूल रंग का प्रकाश कहते हैं।
प्रश्न 30.
प्रकाश के वर्ण विक्षेपण (Dispersion के क्या कारण हैं ?
उत्तर :
किसी प्रकाशीय माध्यम में विभिन्न रंग के किरणों का वेग भिन्न-भिन्न होता है। अतः किसी पदार्थ का अपवर्तनांक (Refractive index) विभिन्न रंग के प्रकाश के लिए भिन्न-भिन्न होता है। सफेद प्रकाश की किरण के एक ही आपतन कोण के लिए विभिन्न रंगों के प्रकाश की किरणों का अपवर्तन कोण भिन्न-भिन्न होता है। इस प्रकार विभिन्न रंगोंके प्रकाश की किरणों के लिए विचलन कोण का मान भिन्न-भिन्न होता है जिसके फलस्वरूप वर्ण विक्षेपण की घटना होती है।
प्रश्न 31.
स्लेल का नियम किसे कहते हैं ?
उत्तर :
अपवर्तन के दूसरे नियम को स्लेल का नियम कहते हैं। एक जोड़े माध्यम के लिए एवं एक विशेष रंगवाली किरण के लिए आपतन कोण के साइन (Sine) तथा वर्तन कोण के साइन (Sine) का अनुपात हमेशा स्थिर होता है। इस स्थिरांक को μ (म्यू) द्वारा प्रदर्शित करते हैं। यह μ दोनों माध्यमों की प्रकृति तथा प्रकाश के रंग पर निर्मर करता है। यदि आपतन कोण = i तथा वर्तन कोण = r हो, तो इस नियम से \(\frac{Sin i}{Sin r}\) = μ
प्रश्न 32.
अवतल लेंस किसे कहते हैं ? इस लेंस को अपसारी लेंस (Diverging lens) क्यों कहते हैं ?
उत्तर :
वह लेंस जो बीच में पतला तथा किनारे पर क्रमश: मोटा होता है उसे अवतल लेंस कहते हैं।
जब प्रधान अक्ष के समानान्तर किरणें अवतल लेंस पर आपतित होती हैं तो अपवर्तन के बाद ऊपरी आधे भाग आपतित समानान्तर प्रकाश की किरणें ऊपर की तरफ तथा नीचे के आधे भाग पर आपतित समानान्तर प्रकाश की किरणें नीचे की ओर मुड़ जाती हैं। इस तरह अवतल लेंस आपतित समानान्तर प्रकाश की किरणों को अपसृत (Diverge) कर देता है। इस गुण के कारण अवतल लेंस को अपसारी लेंस (Diverging lens) कहते हैं।
प्रश्न 33.
किसी माध्यम के वर्तनांक पर प्रकाश का वेग किस प्रकार निर्भर करता है ?
उत्तर :
किसी माध्यम का वर्तनांक अधिक होने पर प्रकाश का वेग कम होता है जबकि वर्तनांक कम होने पर प्रकाश का वेग अधिक होता है जबकि वर्तनांक कम होने पर प्रकाश का वेग अधिक होता है। निर्वात (Vacuum) में प्रकाश का वेग सर्वाधिक होता है।
प्रश्न 34.
गाड़ी के हेडलाइट में किस प्रकार के दर्पण का उपयोग होता है और क्यों ?
उत्तर :
गाड़ी के हेडलाइट में अवतल दर्पण का उपयोग होता है क्योंकि जब हेडलाइट के बल्ब को अवतल दर्पण के फोकस पर रखते हैं, तो यह प्रकाश अनन्त तक फैलता है जिससे दूर तक की वस्तुएँ आसानी से दिखाई पड़ जाती है।
प्रश्न 35.
जब प्रकाश की किरणें एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती हैं; तो वे अपने मुख्य मार्ग से विचलित हो जाती हैं क्यों ? किस माध्यम में प्रकाश का वेग सबसे अधिक होता है।
उत्तर :
विभिन्न माध्यमों में प्रकाश का वेग भिन्न-भिन्न होता है यही कारण है जब प्रकाश की किरणें एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती हैं, तो अपने पूर्व से विचलित हो जाती है। शून्य में प्रकाश का वेग सबसे अधिक होता है।
प्रश्न 36.
एक माध्यम में प्रकाश का वेग 2 × 108 m / sec. है, उस माध्यम का वर्तनांक क्या होगा ?
उत्तर :
माध्यम में प्रकाश का वेग = 2 × 108 m / sec.
शुन्य में प्रकाश का वेग = 3 × 103 m / sec.
प्रश्न 37.
किसी माध्यम का वर्तनांक वायु के सापेक्ष √2 है। यदि वायु में प्रकाश की किरण का आपतन कोण 45° हो, तो वर्तन में किरण के विचलन कोण का मान कितना होगा ?
उत्तर :
वायु के सापेक्ष किसी माध्यम का वर्तनांक = √2
वायु में प्रकाश के किरण का आपतन कोण = 45°
माध्यम में प्रकाश के किरण का वर्तन कोण = r
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARKS
प्रश्न 1.
दाँत के डॉक्टर किस प्रकार का दर्पण प्रयोग करते हैं ? काँच के गुटखे (स्लैब से वर्तन के समय प्रकाश की किरण का विचलन नहीं होता है, क्यों ?
उत्तर :
दाँत को देखने के लिए डॉक्टर अवनत दर्पण का उपयोग करते हैं।
प्रकाश का प्रमुख प्राकृतिक स्रोत सूर्य है। सूर्य का प्रकाश या दुधिया बल्ब का प्रकाश श्वेत प्रकाश कहा जाता है। यह श्वेत प्रकाश को जब काँच के गुटखे (स्लैब से गुजारा जाता है तो वह सात रंगों में विभक्त नहीं होता है। बल्कि प्रकाश के अपवर्तन के नियम को मानते हुए स्लैब के दूसरे तरफ से निकल जाता है।
प्रश्न 2.
जब किसी वस्तु को उत्तल लेंस से 20 cm दूर रखा गया है, लेंस के किसी तरफ प्रतिबिम्ब प्राप्त नहीं होता है ? लेंस की फोकस दूरी क्या है ? वायु के सापेक्ष काँच का वर्तनांक 1.5 है तो काँच के सापेक्ष वायु का वर्तनांक क्या होगा ?
उत्तर :
जब किसी वस्तु को उत्तल लेंस से 20 cm. की दूरी पर रखा जाता है तो लेंस के किसी तरफ प्रतिबिम्ब प्राप्त नहीं होता है अर्थात् वस्तु से निकलने वाली किरणें लेंस से गुजरने के बाद प्रधान अक्ष के समानान्तर चली जाती हैं। अत: उत्तल लेन्स का फोकस दूरी 20 cm. है।
वायु के सापेक्ष काँच का वर्तनांक 1.5 अर्थात् 3 / 2 है।
अत: काँच के सापेक्ष वायु का वर्तनांक = \(\frac{1}{\mu}=\frac{1}{\frac{3}{2}}=\frac{2}{3}\) = 0.666 = 0.67 (लगभग
प्रश्न 3.
किसी वस्तु की लम्बाई 5 cm है। उसको लेंस के सामने 2 cm की दूरी पर रखने से 10 सेंमी लम्बा प्रतिबिम्ब प्राप्त होता है। रेखीय आवर्धन और प्रतिबिम्ब की दूरी ज्ञात कीजिए।
उत्तर :
पुन: वस्तु की लम्बाई x लेन्स से वस्तु की दूरी = प्रतिबिम्ब की लम्बाई x लेन्स से प्रतिबिम्ब की दूरी
या, 5 × 2 cm .=10 × x cm.
∴ लेन्स से प्रतिबिम्ब की दूरी (x) =\(\frac{5 \times 2}{10}\) = 1 cm.
प्रश्न 4.
उत्तल लेन्स की नाभि (फोकस और प्रकाश केन्द्र के बीच अवस्थित किसी वस्तु के प्रतिबिम्ब की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर :
उत्तल लेन्स के द्वारा काल्पनिक प्रतिबिम्ब का गठन : जब किसी वस्तु को लेन्स के सामने प्रकाश केन्द्र और फोकस के बीच रखते हैं, तो वस्तु का (i) सीधा प्रतिबिंब बनता है और (ii) काल्पनिक एवं वस्तु से बड़ा प्रतिबिम्ब बनता है। प्रतिबिम्ब का गठन लेन्स के उसी ओर होता है, जिस ओर वस्तु स्थित होती है।
प्रश्न 5.
दूर-दृष्टि दोष क्या है ? इसके क्या कारण हैं और इसका क्या उपचार है ?
उत्तर :
मानव नेत्र ने दूर की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है लेकिन निकट (25) सें. मी. की वस्तु को स्पष्ट नहीं देख सकता है उस नेत्र में दूर-दृष्टि दोष होता है।
दूर-दृष्टि दोष के निम्नोक्त दो कारण हैं :
(i) नेत्र लेन्स और रेटिना के बीच की दूरी कम हो जाना अर्थात् आँख के गोलक का व्यास कम हो जाना।
(ii) नेत्र लेन्स की फोकस दूरी अधिक हो जाना।
दूर-दृष्टि दोष का उपचार : दूर-दृष्टि दोष को दूर करने के लिए उचित फोकस दूरी का उत्तल लेन्स का व्यवहार किया जाता है जिससे 25 सें०मी॰ दूर स्थित बन्दु का प्रतिबिम्ब दोषी आँख के निकट बिन्दु पर बन जाये। फलत: दोषी आँख उसे देख सकता है।
प्रश्न 6.
एक प्रकाश किरण प्रिज्म से होकर गुजरती है। दिखाइये कि विचलित कोण का मान, δ (delta = I1+i2-A (जहाँ संकेत अपना प्रचलित अर्थ रखते हैं।
उत्तर :
प्रिज्म के द्वारा प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light through a prism : यदि A B C काँच के एक प्रिज्म का मुख्य परिच्छेद है तथा कोण A अपवर्तक कोण है। माना कि किसी एक रंग के प्रकाश की एक किरण LM प्रिज्म के अपवर्तक पृष्ठ A B पर गिरती है। यह A B किरण अभिलम्ब की ओर झुकती हुई MN दिशा में अपवर्तित हो जाती है। पृष्ठ A B पर आपतन कोण i1 है तथा अपवर्तन कोण r1 है। अपवर्तित किरण MN, पृष्ठ A C पर अभिलम्ब से दूर हटती हुई NR दिशा में बाहर वायु में निकल जाती है। इस पृष्ठ पर आपतन कोण r2 तथा निर्गमन कोण i2 है। इस प्रकार प्रिज्म में से LMNR प्रकाश-किरण का मार्ग है। आपतित किरण LM को आगे तथा निर्गत किरण NR को पीछे बढ़ाने पर वे बिन्दु O पर मिलती हैं। इन दोनों किरणों के बीच्च बना कोण δ (delta विचलन कोण (angle of deviation कहलाता है।
यदि प्रिज्म का कोण A है, विचलन का कोण (delta है, आपतन का कोण i1 तथा निर्गमन का कोण i2 है, तब ∠ A + ∠ δ = ∠ i1 +∠ i2
∴ ∠ δ = ∠ i1+∠ i2 – A …… (i)
यदि r1 तथा r2 दो पृष्ठ का अपवर्तन का कोण है तब ∠r 1 +∠ r2 = A …….. (ii)
प्रश्न 7.
अवतल दर्पण के क्षेत्र में फोकस दूरी एवं वक्रता अर्द्धव्यास में सम्पर्क ज्ञात कीजिए।
उत्तर :
जब दर्पण का द्वारक (Aperture) वक्रता त्रिज्या की अपेक्षा छोटा होता है तो फोकस दूरी वक्रता-त्रिज्या की आधी होती है। यदि अवतल दर्पण या उत्तल दर्पण की फोकस दूरी (f) तथा वक्रता त्रिज (R) है, तो f= \(\frac{R}{2}\)
प्रमाण : माना कि MM’ एक गोलीय दर्पण है [चित्र (i) अवतल तथा चित्र (ii) उत्तल] । प्रकाश की किरण AB प्रधान अक्ष PC के समानान्तर दर्पण के बिन्दु B पर आपतित होती है । यहाँ परावर्तित के नियमानुसार परावर्तित होकर BD के रूप में निकलती है। चित्र (i) में प्रधान अक्ष को परार्वर्तित किरण F बिन्दु पर काटती है तथा चित्र (ii) में BD को पीछे बढ़ाने पर कटान बिन्दु F मिलता है। यहाँ F मुख्य फोकस है तथा P F फोकस दूरी F है। PC वक्रता त्रिज्या R है।
(गोलीय दर्पण की फोकस दूरी और उसकी वक्रता त्रिज्या में सम्बन्ध
चित्र (i) में आपतन ∠ABC = i = परावर्तन ∠CBD = r
तथा AB || CP तथा BC तिर्यक रेखा है।
∴ ∠ABC = एकान्तर ∠BCP = i
तथा ∠CBF = ∠BCF
इसी प्रकार FCB एक समद्विबाहु त्रिभुज है।
अर्थात् FC = FB
फिर चित्र (ii में, ∠ABN = ∠EBC = i
तथा ∠DBN = ∠CFB = r
अब B E || PC तथा BC इन्हें काटती है।
∴ ∠EBC=∠BCF
या i =∠ BCF
इस तरह △ FBC एक समद्विबाहु त्रिभुज है।
अर्थात FC = FB
∴ द्वारक (Aperture छोटा है इसलिए बिन्दु B ध्रुव P के नजदीक है।
∴ FB = PF
∴ FC = PF अर्थात् PC का मध्य बिन्दु F है।
∴ PF = \(\frac{PC}{2}\)
या, f = \(\frac{R}{2}\) (Proved)
प्रश्न 8.
गोलीय दर्पण की वक्रता केन्द्र, वक्रता त्रिज्या, ध्रुव और मुख्य अक्ष की परिभाषा लिखें।
उत्तर :
वक्रता केन्द्र (Centre of curvature) : वह गोलीय दर्पण, जिस गोलक (sphere) का भाग होता है, उस गोलक के केन्द्र को दर्पण का वक्रता केन्द्र कहते हैं।
वक्रता त्रिज्या (Radius of curvature) : वह गोलीय दर्पण जिस गोलक (sphere) का भाग होता है, उस गोलक की वक्रता त्रिज्या कहते हैं।
ध्रुव (Pole) : गोलीय दर्पण के परावर्तक तल के मध्य बिन्दु को दर्पण का धुव (pole) कहते हैं।
मुख्य अक्ष (Principal Axis) : गोलीय दर्पण के धुव तथा वक्रता केन्द्र को मिलाने वाली रेखा को दर्पण का मुख्य अक्ष (Principal Axis) कहते हैं।
प्रश्न 9.
उत्तल लेन्स और अवतल लेन्स में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
उत्तल लेन्स और अवतल लेन्स में अन्तर :
उत्तल लेन्स | अवतल लेन्स |
1. यह बीच में मोटा और किनारों पर क्रमश: पतला होता है। | 1. यह बीच में पतला और किनारों पर क्रमशः मोटा होता है |
2. यह प्रधान अक्ष के समानान्तर आपतित किरणों को फोकस पर केन्द्रित कर देता है। | 2. यह प्रधान अक्ष के समानान्तर आपतित किरणों को प्रधान अक्ष से विचलित कर देता है अर्थात दूर कर देता है। |
3. इसको अभिसारी लेंस कहते हैं। | 3. इसको अपसारी लेंस कहते हैं। |
प्रश्न 10.
सिनेमा के पर्दे पर बने प्रतिबिम्ब का आकार तथा प्रकृति लिखो । इस प्रकार के प्रतिबिम्ब को प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के लेन्स का उपयोग किया जाता है ? वस्तु को लेन्स के सामने कहाँ रखा जाता है ?
उत्तर :
सिनेमा के पर्दे पर बड़ा, वास्तविक तथा उल्टा प्रतिबिम्ब बनता है।
इस प्रतिबिम्ब को प्राप्त करने के लिए उत्तल लेन्स काम में लाया जाता है।
वस्तु को लेन्स के F और 2 F के बीच रखा जाता है।
प्रश्न 11.
शुद्ध वर्णपट प्राप्त करने की शर्तों को लिखें।
उत्तर :
शुद्ध वर्णपट प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्ते हैं :- (a) स्लिट सँकरी होनी चाहिए। (b) मध्यमान किरणो के लिए प्रिज्म को न्यूनतम विचलन की स्थिति में रखना चाहिए। (c) एक अवर्णक उत्तल लेंस (Achromatic convex lens स्लिट और प्रिज्म के बीच ऐसी जगह रखनी चाहिए जिससे स्लिट लेंस के फोकस पर हो। इससे प्रिज्म पर आपतित किरणें समानान्तर हो जाती हैं। (d) निर्गत किरणों को पर्दे पर लाने के लिए प्रिज्म और पर्दे के बीच एक उत्तल लेंस को इस प्रकार रखना चाहिए जिसकी दूरी पर्दे से लेंस के फोकसान्तर के बराबर हो। (e) प्रिज्म का अपवर्तक कोर (Refracting edge स्लिट के समानान्तर होना चाहिए।
प्रश्न 12.
शुद्ध वर्णपट्ट और अशुद्ध वर्णपट्ट में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
शुद्ध वर्णपट्ट और अशुद्ध वर्णपट्ट में अन्तर :
शुद्ध वर्णपट्ट | अशुद्ध वर्णपट |
1. इसमें सभी रंग स्पष्ट एवं अलग-अलग दिखाई पड़ते हैं। | 1. इसमें सभी रंग आंशिक रूप से मिले रहते हैं। |
2. शुद्ध वर्णपट्ट के लिए प्रिज्म का न्यूनतम विचलन की स्थिति में होना आवश्यक है। | 2. प्रिज्म की स्थिति न्यूनतम विचलन की स्थिति में होना आवश्यक नहीं है। |
प्रश्न 13.
अवतल दर्पण और उत्तल दर्पण के क्या उपयोग हैं ?
उत्तर :
अवतल दर्पण का उपयोग हैं :
- टॉर्च, हजामती दर्पण (Shaving mirror, वाहनों के हेड लाइट तथा सर्चलाइटों में अवतल दर्पण का उपयोग होता है।
- रोगियों के नाक, कान, गले और दाँत को देखने के लिए डॉक्टर अवतल दर्पण का उपयोग करते हैं।
- सौर भट्ठियों में भी अवतल दर्पण का उपयोग होता है।
उत्तल दर्पण का उपयोग : बस, मोटरकार, स्कूटर आदि में साइड मिरर और पीछे देखने के दर्पण के रूप में उत्तल दर्पण का उपयोग होता है, क्योंकि उत्तल दर्पण किसी वस्तु का सीधा और छोटा प्रतिबिम्ब बनाता है लेकिन उसका दृष्टि क्षेत्र विकसित होता है तथा अपने पीछे के बहुत बड़े क्षेत्र को देख सकता है।
प्रश्न 14.
निकट दृष्टि दोष क्या है ? इसके क्या कारण हैं और इसका क्या उपचार है ?
उत्तर :
मानव नेत्र जो निकट की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है लेकिन दूर स्थित वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है, उस नेत्र में निकट दृष्टि दोष होता है।
निकट दृष्टि दोष के दो कारण हैं –
(i) नेत्र लेन्स और रेटिना के बीच की दूरी बढ़ जाती है अर्थात आँख के गोलक का व्यास बढ़ जाता है।
(ii) नेत्र लेन्स आवश्यकता से अधिक मोटा हो जाता है जिससे उसकी फोकस दूरी कम हो जाती है।
उपचार : निकट दृष्टि दोष को दूर करने के लिए ऐसे अवतल लेन्स का उपयोग किया जाता है जिससे दूर स्थित वस्तु से चलने वाली किरणें इस लेन्स से निकलने पर नेत्र के दूर-बिन्दु से चलती हुई प्रतीत हो तब ये किरणें नेत्र में अपरिवर्तित होकर रेटिना पर मिलती हैं जिससे दूर रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना पर बन जाता है और आँख उस वस्तु को स्पष्ट देखने लगती है।
प्रश्न 15.
एक लेन्स और एक काँच के Slab में क्या अन्तर है ?
उत्तर :
किसी पुस्तक के छपे पृष्ठ के निकट एक लेन्स को लाते हैं तो उस पर छपे अक्षर मूल आकार से बड़ा या छोटा दिखाई पड़ता है तो वह लेंस होता है, बड़ा दिखनेवाला अक्षर उत्तल लेंस तथा छोटा दिखने वाला अक्षर अवतल लेंस के कारण होता है। लेकिन उसी पृष्ठ पर छपे अक्षर को काँच के Slab से देखने पर अपने वास्तविक आकार में ही दिखाई पड़ता है लेकिन Slab मोटा होने पर अक्षर ऊपर की तरफ उठा हुआ दिखाई पड़ता है।
प्रश्न 16.
सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य क्यों लाल रंग का प्रतीत होता है ? कारण बताओ ।
उत्तर :
सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य लाल रंग का प्रतीत इसलिए होता है, क्योकि उस समय सूर्य पृथ्वी की क्षितिज पर स्थित होता है। उस समय दोपहर की तुलना में सूर्य की किरणों को पृथ्वी पर आने में अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। लाल रंग की किरणों की तरंग लम्बाई सबसे अधिक होती है। अत: लाल रंग को छोड़कर अन्य सभी रंग की किरणें धूलकणों तथा जलवाष्प से अधिक विक्षेपण के कारण टकराकर क्षितिज के ऊपर चली जाती हैं, लेकिन लाल किरणों का विक्षेपण कम होता है जिससे ये पृथ्वी की ओर आ जाती हैं और सूर्य लाल दिखाई पड़ता है।
प्रश्न 17.
प्रिज्म का विचलन कोण किन कारकों पर निर्भर करता है ?
उत्तर :
प्रिज्म का विचलन कोण निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है।
- यह प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है। बैंगनी रंग की किरण का विचलन कोण लाल रंग के किरण की अपेक्षा अधिक होता है।
- वर्तनांक अधिक होने पर विचलन कोण अधिक होता है।
- प्रिज्म के कोण का मान अधिक होने पर विचलन कोण अधिक होगा।
प्रश्न 18.
पराबैंगनी किरण, x-किरण एवं गामा किरण का एक-एक हानिकारक प्रभाव लिखें।
उत्तर :
पराबैंगनी किरण का हानिकारक प्रभाव : लम्बे समय तक इसके सम्पर्क में रहने पर मनुष्यों में चर्म कैंसर होता है। X-किरण का हानिकारक प्रभाव : विकृत शिशुओं का जन्म होता है।
गामा किरण का हानिकारक प्रभाव : जीवित कोशिकाओं को नष्ट कर द्ते है।