Students should regularly practice West Bengal Board Class 10 Hindi Book Solutions Poem 5 रामदास to reinforce their learning.
WBBSE Class 10 Hindi Solutions Poem 5 Question Answer – रामदास
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. रघुवीर सहाय की कविता ‘रामदास’ का सारांश लिखें।
अथवा
प्रश्न 2. ‘रामदास’ कविता का मूल भाव लिखें।
अथवा
प्रश्न 3. ‘रामदास’ कविता में व्यक्त कवि के विचारों को लिखें।
अथवा
प्रश्न 4. ‘रामदास’ कविता में निहित उह्देश्य को लिखें।
अथवा
प्रश्न 5. ‘रामदास’ कविता के संदेश को अपने शब्दों में लिखें।
अथवा
प्रश्न 6. रघुवीर सहाय की कविता ‘रामदास’ के आधार पर लिखें कि इस कविता में सामाजिकराजनैतिक परिवेश में संशय और आशंका का स्वर प्रमुखता से उभरकर सामने आया है।
अथवा
प्रश्न 7. ‘रामदास’ कविता सत्ता और राजनीति के गंदे खेल से जनता को सावधान करती है विवेचना करें।
अथवा
प्रश्न 8. ‘रामदास’ किसका प्रतीक है ? उसकी हत्या की आशंका क्यों थी ?
अथवा
प्रश्न 9. ‘रामदास’ कविता के माध्यम से कवि ने किस सचचाई की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करना चाहा है ?
उत्तर :
रघुवीर सहाय ‘रामदास’ कविता के कवि हैं। इनकी कविताओं की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वह जीवन के हर कोने से अपने विषय की तलाश कर लेती है। सत्ता और राजनीति से भी उनकी कविता परहेज नहीं करती है। सत्ता तथा राजनीति में एक ईमानदार व्यक्ति किस प्रकार इसका शिकार होता है – इससे भी रघुवीर सहाय आम जनता को सावधान करते हैं। प्रस्तुत कविता ‘रामदास’ में एक ऐसे ही व्यक्ति का वर्णन है जो गंदी राजनीति का शिकार होता है। उसे अपनी ईमानदारी तथा अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है।
रामदास एक आम आदमी है। अत्याधार तथा अनाचार का विरोध करने के कारण राजनीतिक गुंडे उसे ये धमकी दे चुके हैं कि उसे मौत के घाट उतार दिया जाएगा। अपनी हत्या की आशंका से भयभीत वह बाहर निकला। दिन का समय था तथा घने बादल छाए हुए थे। वह मन ही मन भयभीत था कि हो न हो हत्यारे उसकी ताक में होंगे। उसे लगा कि उसका अंत समय आ गया है क्योंकि उसे पहले से ही धमकी मिल चुकी थी कि संड़क पर नज़र आते ही उसकी हत्या कर दी जाएगी।
रामदास अपनी हत्या की आशंका से डरा हुआ सड़क पर धीरे-धीरे चल रहा था। एक बार उसने सोचा कि सुरक्षा के लिए किसी को साथ ले ले। फिर वह सोचकर रह गया क्योंकि निहत्था आदमी ऐसी परिस्थिति में भला उसकी सुरक्षा क्या कर पाएगा।
उसने दोनों हाथ पेट पर सुरक्षा की दृष्टि से रखे हुए था तथा एक-एक कदम सावधानीपूर्वक रखता वह आगे बढ़ रहा था। लोग मौन होकर रामदास पर आँखें गड़ाए हुए थे क्योंकि यह तय था कि जिसने उसे हत्या की धमकी दी है – वह आज उसकी हत्या करके रहेगा।
रामदास सड़क पर आरंकित भाव से खड़ा था कि किसी ने उसका नाम लेकर पुकारा। रामदास पर उसने अपने सधेसधाये हाथों से चाकू का वार किया। चाकू का वार होते ही रामदास के शरीर से खून का फव्वारा-सा निकल पड़ा।
रामदास को चाकू मारने वाला हत्यारा भीड़ की परवाह किए बिना वहाँ से चला गया। किसी ने उसे रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। अब रामदास सड़क पर मरा पड़ा है। लोग उसकी परवाह करने की बजाय वहाँ खड़े थे। वे उन लोगों को बुलाने लगे जिन्हें यह संशय था कि रामदास की हत्या होकर रहेगी।
इस प्रकार हम पाते हैं कि आज के गुंडातंत्र में आम आदमी को गलत का विरोध करना कितना महँगा पड़ता है। भीड़ भी देखती रह जाती है और हत्यारा चहल-कदमी करते निकल जाता है। यह घटना व्यापक अर्थ को अपने आप में उकेरती है। रघुवीर सहाय की कविता में वास्तविकता का दबाव अधिक है। वे यह संदेश देना चाहते हैं कि जब कहने को बहुत कुछ हो तो मौन को स्वीकार करना प्रतिरोध का प्रतीक है। व्यक्ति के अकेले प्रतिरोध से समाज नहीं बदलता है। समाज की संगठित शक्ति से ही राजनैतिक स्थिति को बदला जा सकता है – यही बताना इस कविता का उद्देश्य है।
लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
रामदास की हत्या किस प्रकार की गई?
उत्तर :
हत्यारे ने दिन में ही बीच सड़क पर चाकू मारकर रामदास की हत्या कर दी।
प्रश्न 2.
‘रामदास’ कविता के कवि का क्या नाम है ?
उत्तर :
‘रामदास’ कविता के कवि रघुवीर सहाय जी हैं।
प्रश्न 3.
रामदास की हत्या हो जाने के बाद लोग किसे बुलाने लगे ?
उत्तर :
रामदास की हत्या हो जाने के बाद लोग उसे बुलाने लगे जिन्हें संशय था कि रामदास की हत्या होगी।
प्रश्न 4.
रामदास ने अपनी सहायता के लिए किसी को अपने साथ क्यों नहीं लिया ?
उत्तर :
रामदास ने यह सोचकर किसी को अपने साथ नही लिया कि कोई निहत्था उसकी क्या सुरक्षा कर पाएगा।
प्रश्न 5.
‘रामदास’ कविता में किसके प्रति चिंता व्यक्त की गई है ?
उत्तर :
‘रामदास’ कविता में वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की गई है।
प्रश्न 6.
‘रामदास’ कविता में कौन-सा स्वर प्रमुखता से उभरकर सामने आया है?
उत्तर :
‘रामदास’ कविता में नैतिक मूल्यों में गिरावट, सामाजिक परिवेश में रोज बढ़ते संशय और आशंका का स्वर प्रमुखता से उभरकर सामने आया है।
प्रश्न 7.
रामदास किसका प्रतीक है ?
उत्तर :
रामदास अत्याचार तथा अनाचार का विरोध करने वाले आम आदमी का प्रतीक है।
प्रश्न 8.
रामदास घर से कब निकला ?
उत्तर :
रामदास घने बादल छाये दिन में घर से निकला।
प्रश्न 9.
रामदास उदास क्यों था ?
उत्तर :
रामदास को यह आभास हो गया था कि हत्या की धमकी देने वाला उसकी हत्या जरूर कर देगा। इसी आशंका के कारण रामदास उस दिन उदास था।
प्रश्न 10.
रामदास को क्या बता दिया गया था ?
उत्तर :
रामदास को यह बता दिया गया था कि घर से बाहर निकलने पर उसकी हत्या कर दी जाएगी।
प्रश्न 11.
रामदास कहाँ पर दोनों हाथ सुरक्षा के लिए अपने पेट पर रखकर खड़ा था।
उत्तर :
रामदास सड़क पर दोनों हाथ सुरक्षा के लिए अपने पेट पर रखकर खड़ा था।
प्रश्न 12.
कौन भीड़ को ठेल कर लौट गया ?
उत्तर :
रामदास का हत्यारा भौड़ को ठेल कर लौट गया।
प्रश्न 13.
लोग आँखें गड़ा कर किसे और क्यों देखने लगे ?
उत्तर :
लोग रामदास को आँखें गड़ाकर देखने लगे क्योंकि सबको यह पता था कि उसकी हत्या कर दी जाएगी।
प्रश्न 14.
सभी रामदास के बारे में क्या जानते थे ?
उत्तर :
रामदास के बारे में सभी यह जानते थे कि उसकी हत्या होगी।
प्रश्न 15.
‘रामदास’ कविता का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर :
‘रामदास’ कविता का उद्देश्य आज के गुंडातंत्र से लोगों को सावधान करना तथा एकता का संदेश देना है।
प्रश्न 16.
सड़क पर सभी मौन तथा निहत्थे क्यों थे ?
उत्तर :
गुंडातंत्र के विरोध का साहस न होने के कारण सड़क पर सभी मौन तथा निहत्थे थे।
प्रश्न 17.
‘घनी बदली’ किसका प्रतीक है ?
उत्तर :
‘घनी बदली’ देश में छाये राजनीतिक कुव्यवस्था तथा आतंक के साये का प्रतीक है।
प्रश्न 18.
‘आया उसने नाम पुकारा’ – कौन आया और उसने किसका नाम पुकारा ?
उत्तर :
हत्यारा आया और उसने रामदास का नाम पुकारा।
प्रश्न 19.
‘अंत समय आ गया पास था’ — किसका अंत समय पास आ गया था ?
उत्तर :
रामदास का अंत समय पास आ गया था।
प्रश्न 20.
लोग निडर होकर किस जगह खड़े थे और क्यों ?
उत्तर :
लोग निडर होकर रामदास की लाश के पास खड़े थे क्योंकि उन्होंने हत्यारे का कोई विरोध नहीं किया था और उन्हें उनसे डर न था।
प्रश्न 17.
‘घनी बदली’ किसका प्रतीक है ?
उत्तर :
‘घनी बदली’ देश में छाये राजनीतिक कुव्यवस्था तथा आतंक के साये का प्रतीक है।
प्रश्न 18.
‘आया उसने नाम पुकारा’ – कौन आया और उसने किसका नाम पुकारा ?
उत्तर :
हत्यारा आया और उसने रामदास का नाम पुकारा।
प्रश्न 19.
‘अंत समय आ गया पास था’ – किसका अंत समय पास आ गया था ?
उत्तर :
रामदास का अंत समय पास आ गया था।
प्रश्न 20.
लोग निडर होकर किस जगह खड़े थे और क्यों ?
उत्तर :
लोग निडर होकर रामदास की लाश के पास खड़े थे क्योंकि उन्होंने हत्यारे का कोई विरोध नहीं किया था और उन्हे उनसे डर न था।
प्रश्न 21.
रामदास किस दिन उदास था ?
उत्तर :
रामदास अपनी हत्या वाले दिन उदास था।
प्रश्न 22.
रामदास ने सड़क पर अकेले चलते समय क्या सोचा ?
उत्तर :
रामदास ने अकेले चलते समय यह सोचा कि वह अपने साथ किसी व्यक्ति को ले ले।
प्रश्न 23.
रामदास को किसने पुकारा ?
उत्तर :
हत्यारे ने रामदास को पुकारा।
प्रश्न 24.
रामदास की हत्या कब हुई ?
उत्तर :
रामदास की हत्या दिन के समय हुई ।
प्रश्न 25.
रामदास की हत्या किस व्यवस्था की ओर इंगित/संकेत करती है ?
उत्तर :
रामदास की हत्या गुंडातंत्र की अराजक व्यवस्था की ओर संकेत करती है।
प्रश्न 26.
रामदास के धीरे चलने का मूल कारण क्या था ?
उत्तर :
रामदास के धीरे चलने का मूल कारण यह था कि वह चिंतित और अपनी हत्या के बारे में आशंकित था।
प्रश्न 27.
रामदास धनी बदली वाले दिन उदास क्यों था ?
उत्तर :
रामदास धनी बदली वाले दिन घर से बाहर निकला तथा उसे पता था कि घर से बाहर निकलने पर उसकी हत्या हो सकती है इसलिए वह उदास था।
प्रश्न 28.
किसे बता दिया गया था कि उसकी हत्या होगी ?
उत्तर :
रामदास को बता दिया गया था कि उसकी हत्या होगी।
प्रश्न 29.
रामदास किसका प्रतीक है ?
उत्तर :
रामदास वैसे आम आदमी का प्रतीक है जो गलत का विरोध करता है।
प्रश्न 30.
लोग आँखें गड़ा कर किसे और क्यों देखने लगे ?
उत्तर :
लोग आँखे गड़ा कर रामदास को देखने लगे क्योंकि यह तय था कि रामदास की हत्या होगी।
प्रश्न 31.
आपके विचार से रामदास का वास्तविक हत्यारा कौन था ?
उत्तर :
मेरे विचार से रामदास का वास्तविक हत्यारा वह व्यक्ति है जिसके इशारे पर उसकी हत्या की गई।
प्रश्न 32.
रामदास ने अपनी हत्या का विरोध क्यों नहीं किया ?
उत्तर :
रामदास कमजोर, अकेला तथा निहत्था था इसलिए यह अपनी हत्या का विरोध नहीं कर पाया।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘रामदास’ कविता के कवि कौन है?
(क) विमल सहाय
(ख) रघुवीर सहाय
(ग) कन्हैया लाल नन्दन
(घ) राजेश जोशी
उत्तर :
(ख) रघुवीर सहाय
प्रश्न 2.
रामदास की हत्या के समय –
(क) सड़क सूनी थी
(ख) सड़क पर भीड़ थी
(ग) सड़क पर इक्के दुक्के लोग थे
(घ) सड़क पर सो रहे थे
उत्तर :
(ख) सड़क पर भीड़ थी
प्रश्न 3.
रामदास कहाँ खड़ा था ?
(क) चौड़ी सड़क पर
(ख) पतली गली में
(ग) गली के किनारे में
(घ) बीच सड़क पर
उत्तर :
(घ) बीच सड़क पर।
प्रश्न 4.
रघुवीर सहाय का जन्म कब हुआ था ?
(क) 5 जनवरी 1929 ई०
(ख) 10 नवंबर 1929 ई०
(ग) 6 मार्च 1929 ई०
(घ) 9 दिसंबर 1929 ई०
उत्तर :
(घ) 9 दिसम्बर 1929 ई०।
प्रश्न 5.
रघुवीर सहाय का जन्म कहाँ हुआ था ?
(क) उत्तर प्रदेश के लखनऊ में
(ख) बिहार के पटना में
(ग) मध्य प्रदेश के उज्जैन में
(घ) इनमें से कहीं नहीं
उत्तर :
(क) उत्तर प्रदेश के लखनऊ में।
प्रश्न 6.
रघुवीर सहाय के पिता का नाम क्या था ?
(क) श्री नरदेव सहाय
(ख) श्री हरदेव सहाय
(ग) श्री हरि सहाय
(घ) श्री हरगौरी सहाय
उत्तर :
(ख) श्री हरदेव सहाय।
प्रश्न 7.
रघुवीर सहाय की माता का क्या नाम था ?
(क) श्रीमती तारा देवी
(ख) श्रीमती शारदा देवी
(ग) श्रीमती नीलम देवी
(घ) श्रीमती सुधा देवी
उत्तर :
(क) श्रीमती तारा देवी।
प्रश्न 8.
रघुवीर सहाय किस काल के कवि हैं ?
(क) आदिकाल
(ख) भक्ति काल
(ग) रोतिकाल
(घ) आधुनिक काल
उत्तर :
(घ) आधुनिक काल।
प्रश्न 9.
रघुवीर सहाय ने निम्न में से किस पत्रिका में संपादन का कार्य किया ?
(क) दिनमान
(ख) माधुरी
(ग) मतवाला
(घ) चाँद
उत्तर :
(क) दिनमान।
प्रश्न 10.
रघुवीर सहाय में निम्न में से किस पत्र में संपादक का कार्य किया ?
(क) माधुरी
(ख) साप्ताहिक हिन्दुस्तान
(ग) नवभारत टाईम्स
(घ) सारिका
उत्तर :
(ग) नवभारत टाईम्स।
प्रश्न 11.
हिन्दी साहित्य-जगत में रघुवीर सहाय की पहचान किस रूप में अधिक है ?
(क) कवि
(ख) कहानीकार
(ग) उपन्यासकार
(घ) नाटककार
उत्तर :
(क) कवि।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित में से कौन-सा काव्य-संग्रह रघुवीर सहाय का है ?
(क) खुले हुए आसमान के नीचे
(ख) सीढ़ियों पर धूप में
(ग) गलत पते की चिट्ठी
(घ) आदिम राग
उत्तर :
(ख) सीढ़ियों पर धूप में।
प्रश्न 13.
‘कुछ पते और कुछ चिद्यियाँ’ के कवि कौन हैं ?
(क) राजेश जोशी
(ख) रघुवीर सहाय
(ग) ऋतुराज
(घ) यतीन्द्र मिश्र
उत्तर :
(ख) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 14.
‘रास्ता इथर से है’ (कहानी-संग्रह) किसकी रचना है ?
(क) रघुवीर सहाय
(ख) राजेश जोशी
(ग) ॠतुराज
(घ) अनामिका
उत्तर :
(क) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 15.
‘जो आदमी हम बना रहे है’ (कहानी-संग्रह) के लेखक कौन हैं ?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) कृष्णा सोबती
(ग) रघुवीर सहाय
(घ) संजीव
उत्तर :
(ग) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 16.
‘लिखने का कारण’ के निबंधकार कौन हैं ?
(क) संजीव
(ख) सत्यजित राय
(ग) कृष्णा सोबती
(घ) रघुवीर सहाय
उत्तर :
(घ) रयुवीर सहाय।
प्रश्न 17.
‘ऊबे हुए सुखी’ के निबंधकार कौन हैं ?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) रघुवीर सहाय
(ग) शैल रस्तोगी
(घ) प्रेमघंद
उत्तर :
(ख) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 18.
‘वे और नहीं होंगे जो मारे जाएंगे’ (निबंध-संग्रह) के रचनाकार कौन हैं ?
(क) राम कुमार वर्मा
(ख) रघुवीर सहाय
(ग) शैल रस्तोगी
(घ) प्रेमचंद
उत्तर :
(ख) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 19.
‘भँवर लहरें और तरंग’ (निबंध-संग्रह) के रचनाकार कौन हैं ?
(क) रघुवीर सहाय
(ख) शिवमूर्ति
(ग) राम कुमार वर्मा
(घ) शैल रस्तोगी
उत्तर :
(क) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 20.
‘शब्द-शक्ति’ (निबंध-संग्रह) के लेखक कौन हैं ?
(क) संजीव
(ख) कृष्णा सोबती
(ग) रघुवीर सहाय
(घ) शिवमूर्ति
उत्तर :
(ग) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 21.
‘यथार्थ यथास्थिति नहीं’ (निबंध-संग्रह) के रचनाकार कौन हैं ?
(क) रघुवीर सहाय
(ख) गुणाकर मुले
(ग) यतीन्द्र मिश्र
(घ) डॉ० रामदरश मिश्र
उत्तर :
(क) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 22.
रघुवीर सहाय का निधन कब हुआ ?
(क) 25 दिसम्बर 1990
(ख) 1 जनवरी 1990
(ग) 28 दिसम्बर 1990
(घ) 30 दिसंबर 1990
उत्तर :
(घ) 30 दिसंबर 1990
प्रश्न 23.
निम्नलिखित में से कौन-सा काव्य-संग्रह रघुवीर सहाय का है ?
(क) पल्लव
(ख) आदिम राग
(ग) आत्महत्या के विरूद्ध
(घ) गलत पते की चिट्ठी
उत्तर :
(ग) आत्महत्या के विरूद्ध।
प्रश्न 24.
‘रामदास’ कविता में कौन उदास था ?
(क) रामदास
(ख) कवि
(ग) लोग
(घ) हत्यारा
उत्तर :
(क) रामदास।
प्रश्न 25.
किसका अंत समय पास आ गया था ?
(क) लोगों का
(ख) कवि का
(ग) हत्यारा का
(घ) रामदास का
उत्तर :
(घ) रामदास का।
प्रश्न 26.
सोचा साथ किसी को ले लें – कौन सोचता है ?
(क) रामदास
(ख) कवि
(ग) हत्य्यारा
(घ) लोग
उत्तर :
(क) रामदास।
प्रश्न 27.
सभी जानते थे – सभी क्या जानते थे ?
(क) रामदास की हत्या न होगी
(ख) रामदास की हत्या होगी
(ग) रामदास नहीं मरेगा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) रामदास की हत्या होगी।
प्रश्न 28.
‘लोग भूल गए हैं’ के रचनाकार कौन हैं ?
(क) यतीन्द्र मिश्र
(ख) गुणाकर मुले
(ग) रामदरश मिश्र
(घ) रघुवीर सहाय
उत्तर :
(घ) रघुवीर सहाय।
प्रश्न 29.
लोग आँखें गड़ा कर किसे देखने लगे ?
(क) रामदास को
(ख) हत्यारे को
(ग) कवि को
(घ) इनमें से किसी को नहीं
उत्तर :
(क) रामदास को।
प्रश्न 30.
रामदास का हत्यारा कहाँ से निकला ?
(क) सड़क से
(ख) गली से
(ग) कार से
(घ) दुकान से
उत्तर :
(ख) गली से।
प्रश्न 31.
रामदास का नाम किसने पुकारा ?
(क) हत्यारे ने
(ख) कवि ने
(ग) लोगों ने
(घ) उसके मित्र ने
उत्तर :
(क) हत्यारे ने।
प्रश्न 32.
भीड़ ठेल कर कौन लौट गया ?
(क) कवि
(ख) हत्यारा
(ग) रामदास
(घ) लोग
उत्तर :
(ख) हत्यारा।
प्रश्न 33.
सड़क पर कौन मरा पड़ा था ?
(क) लोग
(ख) कवि
(ग) कुत्ता
(घ) रामदास
उत्तर :
(घ) रामदास।
प्रश्न 34.
रामदास की हत्या के बाद लोग किसे बुलाने लगे ?
(क) जिन्हें संशय था कि हत्या होगी
(ख) पुलिस को
(ग) घरवालों को
(घ) अस्पतालवालों को
उत्तर :
(क) जिन्हें संशय था कि हत्या होगी।
प्रश्न 35.
‘लगे देखने उसको’ – उसको से कौन संकेतित है ?
(क) हत्यारे को
(ख) रामदास को
(ग) कवि को
(घ) इनमें से किसी को नहीं
उत्तर :
(ख) रामदास को।
प्रश्न 36.
‘उसे यह बता दिया गया था’ – ‘उसे’ से कौन संकेतित है ?
(क) रामदास
(ख) हत्यारा
(ग) लोग
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) रामदास।
प्रश्न37.
रामदास की हत्या के बाद लोग कैसे खड़े थे ?
(क) भयभीत
(ख) निडर
(ग) खुश
(घ) चिंतित
उत्तर :
(ख) निडर।
प्रश्न 38.
रघुवीर सहाय आकाशवाणी के किस केन्द्र में कार्यरत् थे ?
(क) दिल्ली
(ख) कोलकाता
(ग) नागपुर
(घ) पटना
उत्तर :
(क) दिल्ली।
प्रश्न 39.
रामदास की हत्या किस समय हुई ?
(क) दिन में
(ख) रात में
(ग) सुबह में
(घ) शाम में
उत्तर :
(क) दिन में।
प्रश्न 40.
हत्यारे ने किससे रामदास की हत्या की ?
(क) तलवार से
(ख) पिस्तौल से
(ग) चाकू से
(घ) गला दबाकर
उत्तर :
(ग) चाकू से।
प्रश्न 41.
रघुवीर सहाय ने किस विषय से एम० ए० किया था ?
(क) हिन्दी
(ख) अंगेजी
(ग) इतिहास
(घ) अर्थशास्त्र
उत्तर :
(ख) अंग्रेजी।
प्रश्न 42.
रामदास की हत्या कहाँ हुई ?
(क) घर में
(ख) खेत में
(ग) बाजार में
(घ) सड़क पर
उत्तर :
(घ) सड़क पर ।
प्रश्न 43.
रामदास को क्या बता दिया गया था?
(क) उसे बंदी बनाया जाएगा
(ख) उसे नौकरी दी जाएगी
(ग) उसे पुरस्कार दिया जाएगा
(घ) उसकी हत्या कर दी जाएगी
उत्तर :
(घ) उसकी हत्या कर दी जाएगी।
प्रश्न 44.
निम्नलिखित में से कौन-सा काव्य-संग्रह रघुवीर सहाय का है ?
(क) हँसो हँसो जल्दी हँसो
(ख) सारिका
(ग) मतवाला
(घ) पल्लव
उत्तर :
(क) हँसो हँसो जल्दी हँसो।
प्रश्न 45.
रामदास की हत्या कहाँ हुई थी ?
(क) दुकान में
(ख) सड़क पर
(ग) घर में
(घ) अस्पताल में
उत्तर :
(ख) सड़क पर।
प्रश्न 46.
रामदास था ?
(क) अपराधी
(ख) आतंकवादी
(ग) आम आदमी
(घ) खूनी
उत्तर :
(ग) आम आदमी।
प्रश्न 47.
रामदास किसका प्रतीक है ?
(क) आम आदमी का
(ख) नेता का
(ग) अपराधी का
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) आम आदमी का।
WBBSE Class 10 Hindi रामदास Summary
कवि परिचय
रघुवीर सहाय का जन्म 9 दिसंबर 1929 ई० को लखनऊ के मॉडल हाउस मुहल्ले में एक शिक्षित परिवार मे हुआ था। इनके पिता श्री हरदेव सहाय लखनऊ के ‘ब्याय एंग्लों बंगाली स्कूल’ में साहित्य के अध्यापक थे। जन्म के दो वर्ष के बाद ही माता श्रीमती तारा देवी चल बसी। बालक रघुवीर की शिक्षादीक्षा लखनऊ में ही हुई थी। लखनऊ विश्वविद्यालय से इन्होंने 1951 ई० में अंपेजी साहित्य में एम० ए० की उपाधि प्राप्त की।
इटरमीडिएट (हायर सेकेण्डरी) में अध्ययन के दौरान ही इनकी रूचि कविता-लेखन में हो गई। 1946 ई० से लेकर 1948 ई० तक इनकी कविताएँ ‘आजकल’, ‘प्रतीक’ आदि पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहीं। 1957 ई० में विमलेश्वरी देवी से विवाह के बाद आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) से त्यागपत्र देकर मुक्त लेखन को अपने जीवन-यापन का आधार बनाया। आगे चलकर ‘नवभारत टाइम्स’ तथा ‘दिनमान’ में भी संपादक का कार्य किया। 30 दिसंबर, 1990 ई० को इनका निधन हो गया।
रघुवीर सहाय को उनके काव्य-संग्रह ‘लोग भूल गए’ के लिए सन् 1984 में ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। रहुवीर सहाय की रचनाओं में तत्कालीन राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं तथा विसंगतियों पर गहरी चिंता प्रकट की गई है। ये हिन्दी साहित्य जगत में उस पीढ़ी के सदस्य थे, जो स्वाधीनता आंदोलन की समाप्ति पर रचनाशील हुई थी।
रघुवीर सहाय की रचना-संसार का परिचय इस प्रकार है –
कविता-संग्रह :- ‘सीढ़ियों पर धूप में’, आत्महत्या के विरूद्ध’, ‘हँसो-हँसो जल्दी हँसो’, ‘लोग भूल गए हैं, ‘कुछ पते और कुछ चिट्यियाँ’।
कहानी-संप्रह :- रास्ता इधर से हैं और ‘जो आदमी हम बना रहे हैं।
निबंध-संग्रह :- ‘लिखने का कारण’, ‘ऊबे हुए सुखी’, ‘वे और नहीं होगे जो मारे जाएंगे”, ‘भँवर लहरें और तरंग’, ‘शब्द-शक्ति’ तथा ‘यथार्थ यथा-स्थिति नहीं।
अनुवाद :- मैकबेथ और ट्रेवेल्थ नाइट (शेक्सपियर का नाटक), 12 हंगरी कहानियों का अनुवाद, 30 हंगरी कविताओं का अनुवाद, तीन हंगरी नाटको का अनुवाद, लोक्का के ‘हाउस ऑफ बर्नाडा’ का गद्य में अनुवाद।
वस्तुनिष्ठ सह व्याख्यामूलक प्रश्नोत्तर
1. चौड़ी सड़क गली पतली थी
दिन का समय घनी बदली शी
रामदास उस दिन उदास था
अंत समय आ गया पास था
उसे बता यह दिया गया था उसकी हत्या होगी।
शब्दार्थ :
- घनी बदली = घने बादलों का घिरा होना।
प्रश्न 1.
कविता तथा कवि का नाम लिखें।
उत्तर :
कविता का नाम ‘रामदास’ है तथा इसके कवि रघुवीर सहाय हैं।
प्रश्न 2.
रामदास कौन है ?
उत्तर :
रामदास एक आम आदमी है जो अत्याचार तथा अनाचार का विरोध अकेले ही करता है।
प्रश्न 3.
प्रस्तुत पद्यांश का भावार्थ लिखें।
उत्तर :
इस पद्यांश में रामदास नामक व्यक्ति के बारे में कहा गया है। रामदास एक आम आदमी है। अत्याचार तथा अनाचार का विरोध करने के कारण राजनीतिक गुंडे उसे ये धमकी दे चुके हैं कि उसे मौत के घाट उतार दिया जाएगा। अपनी हत्या की आशंका से भयभीत वह बाहर निकला। दिन का समय था तथा घने बादल छाए हुए थे। वह मन ही मन भयभौत था कि हो न हो हत्यारे उसकी ताक में होंगे। उसे लगा कि उसका अंत समय आ गया है क्योंकि उसे पहले से ही धमकी मिल चुकी थी कि सड़क पर नज़र आते ही उसकी हत्या कर दी जाएगी।
काव्यगत सौंदर्य :
1. अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला रामदास जैसे आम आदमी का यही हश्र (परिणाम) होता है।
2. कविता की पंक्तियाँ पाठको में राजनीतिक व्यवस्था के प्रति आक्रोश जगाती हैं।
3. परिणाम को जानते हुए भी कुव्यवस्था के खिलाफ लड़ना आम आदमी की संयर्षशीलता का प्रमाण है ।
4. सौदर्य और कला की जगह सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन की सच्चाई को प्रस्तुत करना कवि का लक्ष्य है।
5. कविता की भाषा सपाट होते हुए भी विराट अर्थ देती है।
2. धीरे धीरे चला अकेले
सोचा साथ किसी को ले ले
फिर रह गया, सड़क पर सब थे
सभी मौन शे सभी निहतथे
सभी जानते थे यह उस दिन उसकी हल्या होगी।
शब्दार्थ :
- निहत्थे = खाली हाथ।
प्रश्न 1.
यह अंश किस कविता से लिया गया है ?
उत्तर :
यह अंश ‘रामदास’ नामक कविता से लिया गया है।
प्रश्न 2.
प्रस्तुत पंक्तियों का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर :
रामदास अपनी हत्या की आशंका से डरा हुआ सड़क पर धीरे-धीरे चल रहा था। एक बार उसने सोचा कि सुरक्षा के लिए किसी को साथ ले ले। फिर वह सोचकर रह गया क्योंकि निहत्था आदमी ऐसी परिस्थिति में भला उसकी सुरक्षा क्या कर पाएगा? रामदास को सड़क पर देखने वाले लोग भी मौन थे। उन्हें यह पता था कि हो न हो आज रामदास की हत्या कर दी जाएगी।
काव्यगत सौंदर्य :
1. अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला रामदास जैसे आम आदमी का यही हश्र (अंजाम) होता है।
2. कविता की पंक्तियाँ पाठकों में राजनीतिक व्यवस्था के प्रति आकोश जगाती हैं।
3. परिणाम को जानते हुए भी कुव्यवस्था के खिलाफ लड़ना आम आदमी की संघर्षशीलता का प्रमाण है।
4. सौदर्य और कला की जगह सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन की सच्चाई को प्रस्तुत करना कवि का लक्ष्य है।
5. कविता की भाषा सपाट होते हुए भी विराट अर्थ देती है।
3. खड़ा हआ वह बीच सडुक पर दोनों हाथ पेट्पर रख कर
सथे कदम रख कर के आए
लोग सिमद कर आँख यड़ाए
लगे देखने उसको जिसकी तय था हत्या होर्गी।
शब्दार्थ :
- सधे = सावधानीपूर्वक।
प्रश्न 1.
पद्यांश के कवि का नाम लिखें।
उत्तर :
पद्यांश के कवि रघुवीर सहाय है।
प्रश्न 2.
लोग किस पर आँखें गड़ाए हुए थे?
उत्तर :
लोग रामदास पर आँखें गड़ाए हुए थे।
प्रश्न 3.
पद्यांश का भावार्थ लिखें।
उत्तर :
रामदास अपनी हत्या की आशंका से भयभीत बीच सड़क पर खड़ा था। उसने दोनो हाथ पेट पर सुरक्षा की दृष्टि से रखे हुए था तथा एक-एक कदम सावधानीपूर्वक वह रखता
हुआ आगे बढ़ रहा था। लोग मौन होकर रामदास पर आँखें गड़ाए हुए थे क्योंक यह तय था कि जिसने उसे हत्या की धमकी दी है – वह आज उसकी हत्या करके रहेगा।
काव्यगत सौंदर्य :
1. अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला रामदास जैसे आम आदमी का यही हश्र (अंत) होता है।
2. कविता की पंक्तियाँ पाठकों में राजनीतिक व्यवस्था के प्रति आक्रोश जगाती है।
3. परिणाम को जानते हुए भी कुव्यवस्था के खिलाफ लड़ना आम आदमी की संघर्षशीलता का प्रमाण है।
4. सौदर्य और कला की जगह सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन की सच्चाई को प्रस्तुत करना कवि का लक्ष्य है।
5. कविता की भाषा सपाट होते हुए भी विराट अर्थ देती है।
4. निकल गली से तब हत्यारा आया उसने नाम पुकारा
हाथ तौल कर चाकू मारा
छूटा लोह का फव्वारा
कहा नहीं धा उसने आखिर उसकी हत्या होगी।
प्रश्न 1.
प्रस्तुत पद्यांश किस कविता से लिया गया है ?
उत्तर :
प्रस्तुत पद्यांश ‘रामदास’ नामक कविता से लिया गया है।
प्रश्न 2.
पद्यांश का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर :
रामदास सड़क पर आशंकित भाव से खड़ा ही था कि किसी ने उसका नाम लेकर पुकारा। रामदास पर उसने अपने सधे-सधाये हाथों से चाकू का वार किया। चाकू का वार होते ही रामदास के शरीर से खून का फव्वारा-सा निकल पड़ा। आखिरकार लोगों की आशंका सच में बदल गई। हत्यारे ने अपनी कहानी को करनी में बदल ही डाला। उसने रामदास की हत्या कर ही दी।
काव्यगत सौंदर्य :
1. अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला रामदास जैसे आम आदमी का यही हश्र (अंत) होता है।
2. कविता की पंक्तियाँ पाठकों में राजनीतिक व्यवस्था के प्रति आक्रोश जगाती है।
3. परिणाम को जानते हुए भी कुव्यवस्था के खिलाफ लड़ना आम आदमी की संघर्षशीलता का प्रमाण है।
4. सौंदर्य और कला की जगह सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन की सच्चाई को प्रस्तुत करना कवि का लक्ष्य है।
5. कविता की भाषा सपाट होते हुए भी विराट अर्थ देती है।
5. भीड़ वेल कर लौद गया वह मरा पड़ा है रामदास यह
देखो-देखो बार बार कह
लोगनिडर उस जमह खड़े
लगे बुलाने उन्हें जिनें संशय धा हत्या होगी।
प्रश्न 1.
कवि और कविता का नाम लिखें।
उत्तर :
कवि रघुवीर सहाय हैं तथा कविता का नाम ‘रामदास’ है।
प्रश्न 2.
भीड़ ठेल कर कौन लौट गया ?
उत्तर :
रामदास का हत्यारा भीड़ ठेल कर लौट गया।
प्रश्न 3.
प्रस्तुत पद्यांश का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर :
रामदास को चाकू मारने वाला हत्यारा भीड़ की परवाह किए बिना वहाँ से चला गया। किसी ने उसे रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। अब रामदास सड़क पर मरा पड़ा है। लोग उसकी परवाह करने की बजाय वहाँ खड़े थे। वे उन लोगों को बुलाने लगे जिन्हें यह संशय था कि रामदास की हत्या होकर रहेगी।
काव्यगत सौंदर्य :
1. अन्याय तथा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला रामदास जैसे आम आदमी का यही हश्र (अंत) होता है।
2. कविता की पंक्तियाँ पाठकों में राजनीतिक व्यवस्था के प्रति आकोश जगाती है।
3. परिणाम को जानते हुए भी कुव्यवस्था के खिलाफ लड़ना आम आदमी की संघर्षशीलता का प्रमाण है।
4. सौंदर्य और कला की जगह सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन की सच्चाई को प्रस्तुत करना कवि का लक्ष्य है।
5. कविता की भाषा सपाट होते हुए भी विराट अर्थ देती है।