Detailed explanations in West Bengal Board Class 8 History Book Solutions Chapter 8 साम्प्रदायिकता के कारण देश का विभाजन offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 8 History Chapter 8 Question Answer – साम्प्रदायिकता के कारण देश का विभाज
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARK
प्रश्न 1.
अलीगढ़ आन्दोलन का मूल उद्देश्य क्या था?
उत्तर :
सर सैयद अहमद खाँ अलीगढ़ आन्दोलन के जन्मदाता थे । इनका मुस्लिम सम्प्रदाय में वही स्थान है जो हिन्दू सम्र्रदाय में राजा राममोहन राय का है । इसलिए बहुत से लोग इन्हें मुस्लिम समाज का राजा राममोहन राय कहते हैं।
उनका मुख्य उद्देश्य था
(i) मुसलमानों को अंग्रेजों के सम्पर्क में लाना
(ii) मुस्लिम समाज में व्याप्त बुराइयों तथा उनके अन्ध-विश्वासों को दूर करना तथा
(iii) मुसलमानों में पाश्चात्य सभ्यता का प्रसार करना ।
प्रश्न 2.
स्वदेशी आंदोलन से बंगाल के हिन्दू मुस्लिम समर्थक किस प्रकार प्रभावित हुए ?
उत्तर :
स्वदेशी आंदोलन को लेकर हिन्दू-मुस्लिम समस्या और जोर पकड़ने लगी। बंग-भंग का विरोध करने वाले नेताओं को कहने लगे कि हिन्दूओं की तुलना में मुसलमानों को अधिक सुविधाएँ दी जा ही है, जिसके कारण बंगाली पहचान के बदले हिन्दू तथा मुस्लिम की पहचान बनती गई। इसके साथ ही बंगाल के गरीब किसानों को विदेशी वस्त्रों को बहिष्कृत करने के लिए जोर दिया जाने लगा। बंग-भंग प्रतिरोध आंदोलन एक समय हिन्दू तथा मुस्लिम के पारस्परिक विरोध में बदल गया।
प्रश्न 3.
भारत में मुसलमान खिलाफत आंदोलन प्रारम्भ क्यों हुआ ?
उत्तर :
प्रथम विश्व-युद्ध के दौरान चेक गणराज्य बिटेन के विरूद्ध अस्त्र उठा लिया था। भारतीय मुसलमानों में प्रथम विश्वयुद्ध में अंग्रेजी सरकार को समर्थन देने के बावजूद चेक गणराज्य के विषय को लेकर एक उधड़ेनुन की स्थिति उत्पन्न हो गई। चेक गणराज्य के सुल्तान को ‘खलीफा’ अथवा मुस्लिम समुदाय में धर्मगुरू के रूप में जाना जाता था। प्रथम विश्वयुद्ध में चेक गणराज्य के हार के कारण सुल्तान की शक्ति कम हो गई। तुर्की के बहुत बड़े साग्राज्य को ब्रिटिशों ने अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना से भारतीय मुसलमान असंतुष्ट हो गए थे। उनलोगों ने बिटिश नीतियों का पूरा विरोध किया। मुसलमानों के पवित्र स्थलों को ‘खलीफा’ को वापस देने की माँग उठी। यही माँग क्रमश: भारत में ब्रिटिश विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया।
प्रश्न 4.
सन् 1930 ई० भारत में हिन्दू मुसलमान सम्पर्क क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण क्यों था?
उत्तर :
1924 ई० में चेक गणराज्य (तूर्की) के खलिफा का खात्मा हो गया। इसके परिणामस्वरूप खिलाफत आंदोलन का तेज प्रभाव समाप्त हो गया। लेकिन जिस धार्मिक भावना का सूत्रपात हुआ था। इस समय हिंदू महासभा की तरह उग्र हिंदू जातीवादी संगठनों का वर्चस्व बढ़ते जा रहा था। कांग्रेस के साथ इन सभी संगठनों का घनिष्ठता बढ़ता जा रहा था। मदनमोहन मालवीय ने प्रमुख नेताओं को हिंदुत्ववाद क्रिया-कलापों से कांग्रेस को प्रमुख रूप से फायदा कराया मुस्लिम सम्भदाय धीरे-धीरे कांग्रेस से और दूर होता चला गया। 1930 के दशक में दोहरी जाति के साम्रदायिक विछिन्नता का महत्त्वपूर्ण समय था। 1930 ई० में मुस्लिम लीग का सभापति मोहम्मद इकबाल एवं उसके पश्चात् कैम्ब्रिज विभविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, उत्तर पश्चिम सीमांत प्रदेश, बलुचिस्तान तथा कश्मीर को लेकर अलग प्रदेश गठन करने का प्रस्ताव दिया। रहमत अली ने साफ-साफ तौर पर पाकिस्तान की बातों का उल्लेख किया था।
प्रश्न 5.
सन् 1857 ई० के आन्दोलन का इतना महत्व क्यों था?
उत्तर :
सन् 1857 ई० में ऐसी अनेक घटनाएँ हुई थी। एक ऐसा विद्रोह हुआ था जिसने ब्रिटिश सरकार को परेशानी में डाल दिया था वह यह था कि इस विद्रोह में हिन्दू और मुसलमान ने एक होकर ब्रिटिश के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई थी।
प्रश्न 6.
मुस्लिम समाज का आघुनिकीकरण किस प्रकार शुरू हुआ ?
उत्तर :
मुस्लिम समाज का आधुनिकीकरण सर सैयद-अहमद खान तथा अलीगढ़ आन्दोलन के बीच हुआ था। इसमें इस्लामी धर्म के साथ पाश्चात्य ज्ञान, विज्ञान को मिलाकर मुसलमान समाज को आधुनिक मनोभाव का विकास करने का प्रयास किया। सर सैयद अहमद खान का यह भी उद्देश्य था कि छात्रों के बीच एक तरह की मानसिकता को तैयार करना था। ताकि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा मुसलमानों को भी मिले और साथ-ही-साथ उनकी जीवन स्तर में सुधार हो।
प्रश्न 7.
किस कारण मुस्लिम समाज अपने उद्देश्य के लिए अंग्रेजों के प्रति उदार हो गये।
उत्तर :
सन् 1906 ई० में ढाका में मुस्लिम एडुकेशन कानफरेन्स का अधिवेशन हुआ था। उसी समय मुसलमानों के लिए नया संगठन की सम्भावना तीव्र हो उठी। मुसलमान अपने स्वार्थ तथा राजनैतिक अधिकारों के प्रति नजर रख रहे थे। यही कारण था कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वह अंग्रेजों के प्रति उदार बनने लगे।
प्रश्न 8.
नवजागरण आन्दोलन का जन्म क्यों हुआ?
उत्तर :
19 वीं शताब्दी में हिन्दू समाज के संस्कारमुखी धारां से ही इस आन्दोलन का जन्म हुआ। इसका मूल उद्देश्य था कि हिन्दू सभ्यता के गौरवमय अतीत के विषय में गर्वबोध महसूस करना था।
प्रश्न 9.
मुसलमानों ने ब्रिटिश नीति का क्यों विरोध किया?
उत्तर :
प्रथम विशयुद्ध में चेक गणराज़्य हार के कारण सुल्तान की ताकत कम हो गई। इसके फलस्वरूप ब्रिटिश ने धीरे- धीरे तुक्री साम्राज्य पर अपंना कब्जा कर लिया। इस कारण मुसलमान ने सबसे पहले पवित्र स्थलों ‘खलीफा’ वापस करने की बात कही और उसके साथ-साथ ब्रिटिश नीति का विरोध किया।
प्रश्न 10.
मोहम्मद इकबाल के बारे में बताओ।
उत्तर :
मोहम्मद इकबाल आधुनिक भारत में तरुण विचार के मुसलमान थे। वह अपनी लेखनी के द्वारा धार्मिक तथा दार्शनिक भावों को भरते थे। उनका कहना था कि अच्छे कर्म मनुष्य को अपने अन्दर और शान्ति प्रदान करती हैं। उन्होंने ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा’ लिखा था। लेकिन वह भी मुस्लिम राष्ट्र के पक्ष में थे।
प्रश्न 11.
भारतीय इतिहास में सन् 1930 ई० में क्या हुआ था ?
उत्तर :
सन् 1930 ई० में भारतीय इतिहास इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मुस्लिम लीग के सभापति मोहम्मद इकबाल उसके बाद कैम्ब्रिज विश्धविद्यालय के छात्र रहमत अली चौधरी, उत्तर पं्चिम सीमांत प्रदेश, बलूचिस्तान तथा कश्मीर को लेकर अलग प्रदेश गठन करने का प्रस्ताव दिया था। इसके साथ पाकिस्तान की बाते उल्लेख की गई थी।
प्रश्न 12.
असहयोग आन्दोलन के बाद खिलाफत आन्दोलन का क्या हुआ?
उत्तर :
- सन् 1920 ई० में महात्मा गाँधी ने खिलाफत समिति का समर्थन किया था।
- इसके साथ ही असहयोग आन्दोलन उग्र होने के कारण महात्मा गौंधी ने इसे वापस ले लिया।
- इसके बाद खिलाफत आन्दोलन के नेताओं के साथ महात्मा गाँधी ने सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़े।
- सन् 1922 ई० में असहयोग आंदोलन वापस ले लिया गया जिसके कारण खिलाफत आदोलन शिथिल पड़ गया।
- लेकिन आन्दोलनकारी जनता के पास पहुँचे।
- उधर उलेमाओ की उपस्थिति के कारण इस्लामी आन्दोलन धार्मिक भावनाओं को जागृत किया।
विस्तृत उत्तर वालें प्रश्न (Detailed Answer Questions) : 5 MARK
प्रश्न 1.
सर सैयद अहमद खाँ किस प्रकार मुस्लिम समाज को आधुनिकिकरण पथ पर आगे ले गये?
उत्तर :
उन्नीसवीं शताब्दी के आरम्भ में मुस्लिम सम्रदाय बहुत पिछड़ा हुआ था । मुस्लिम समाज में शिक्षा का सर्वथा अभाव था । मुसलमानों में पर्दा प्रथा, बाल विवाह, बहुविवाह तथा अंधविश्वास का प्रचलन जोरों पर था । भारत में अंग्रेजों से पहले मुसलमानों का शासन था । अंग्रेजों ने मुसलमानों से सत्ता छीन ली थी अतः वे अंग्रेजों के प्रबल विरोधी तथा कट्टर दुश्मन थे। मुस्लिम समाज अंग्रेजों की अच्छी बातों को भी स्वीकार नहीं करते थे वरन् उन्हें घृणा की दृष्टि से देखते थे।
इसी समय मुस्लिम समाज में सर सैयद अहमद खाँ नामक महापुरुष का पदार्पण हुआ जिसने सर्वप्रथम यह अनुभव किया कि पाश्चात्य संस्कृति न अपनाने के कारण मुसलमान बहुत पीछे रह गये हैं। मुस्लम सम्रदाय का उद्धार करने में उन्होंने बहुत परिश्रम किया। उन्होंने भारतीय मुसलमानों को नई चेतना दी तथा यह बताया कि पाश्चात्य सभ्यता के बिना उनका उद्धार नहीं हो सकता है। वे पर्दा-प्रथा के प्रबल विरोधी तथा री-शिक्षा के कट्टर अनुयायी थे । सर सैयद अहमद खाँ ने मुसलमानों की बदतर स्थिति को समझा और उनमें नई शिक्षा का प्रचार और नवजागरण लाने के लिए 1875 ई० में अलीगढ़ में मुहम्मडन एंग्लो-ओरिएण्टल-कॉलेज की स्थापना की, जो कालान्तर में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम से विख्यात हुआ।
सर सैयद अहमद खाँ ने ही मुसलमानों में राजनीतिक जागरण लाया। सर्वपथम उन्होंने ही हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रयास किया । इसलिए इलबर्ट बिल के समय उन्होंने हिन्दू और मुस्लिमों को भारत माँ की दो आँखे कहा, पर कालान्तर में जब वे कांग्रेस से अलग हो गये तब उन्हें यह भय हुआ कि कहीं भारत में अल्प संख्यक मुसलमानों के अधिकारों का हरण न हो जाय, इसलिए उन्होंने मुसलमानों में साम्रदायिकता की भावना को उभारा । उनके विचार से मुसलमानों का हित उसी में था।
प्रश्न 2.
19 वीं सदी में हिन्दू पुनरूत्थानवादी आन्दोलन का जन्म हुआ? साम्प्रदायिक भावों के पनपने में इन सभी आन्दोलन का क्या योगदान है?
उत्तर :
1924 ई० में चेक गणराज्य (तूकी) के खलीफा का खात्मा हो गया। इसके परिणामस्वरूप खिलाफत आंदोलन का तेज प्रभाव समाप्त हो गया। लेकिन जिस धार्मिक भावना का सूत्रपात हुआ था। इस समय हिंदू महासभा की तरह उग्र हिंदू जातीवादी संगठनों का वर्चस्व बढ़ते जा रहा था। कांग्रेस के साथ इन सभी संगठनों का घनिष्ठता बढ़ता जा रहा था। मदनमोहन मालवीय ने प्रमुख नेताओं को हिंदुत्ववाद क्रिया-कलापों से कांग्रेस को प्रमुख रूप से फायदा कराया मुस्लिम सम्रदाय धीरे-धीरे कांग्रेस से और दूर होता चला गया। 1930 के दशक में दोहरी जाति के साम्मादायिक विछिन्नता का महत्त्वपूर्ण समय था। 1930 ई० में मुस्लिम लीग का सभापति मोहम्मद इकबाल एवं उसके पश्चात् कैम्ब्रिज विश्चविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, उत्तर पश्चिम सीमांत प्रदेश, बलुचिस्तान तथा कश्मीर को लेकर अलग प्रदेश गठन करने का प्रस्ताव दिया। रहमत अली ने साफ-साफ तौर पर पाकिस्तान की बातों का उल्लेख किया था।
1930 के दशक में दोहरी जाति के साम्पदायिक विछिन्नता का महत्वपूर्ण समय था । 1930 ई० में मुस्लिम लीग का सभापति मोहम्मद इकबाल एवं उसके पश्चात् कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, उत्तर पश्चिम सीमांत प्रदेश, बलुचिस्तान तथा काश्मीर को लेकर अलग प्रदेश गठन करने का प्रस्ताव दिया। रहमत अली ने साफ-साफ तौर पर पाकिस्तान की बातों का उल्लेख किया था । 1932 ई० के बिटिश प्रधानमंत्री रैमेस मैकडोलान्ड के घोषणा पत्र में साम्रदायिक बँटवारा की बात कही गयी थी । इस घोषणा में ब्रिटिश सरकार के विभाजन तथा शासन नीति प्रतिफलित हुई थी।
प्रश्न 3.
आहिंसा, असहयोग आन्दोलनों में किस प्रकार मुसलमान नेताओं ने दूरी बनाये ?
उत्तर :
1922 ई० में महात्मा गाँधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया। इसके साथ ही खिलाफत आंदोलन भी शिथिल पड़ गया। खिलाफत आदोलन के नेताओं ने महात्मा गाँधी के अहिंसा नीति को पूरी तरह स्वीकार नहीं किया। बल्कि महात्मा गाँधी के जन लोकप्रियता का प्रयोग करके खिलाफत आंदोलनकारी जनता के करीब पहुँचने का प्रयास किये। उलेमाओं की उपस्थिति तथा धर्मों के प्रतीक के प्रयोग के कारण इस्लामी आंदोलन धार्मिक भावनाओं को जागृत करने में सहायक सिद्ध हुआ। इसके साथ-साथ समान रूप से उग्र हिन्दू पुर्नजीवी आंदोलन भी गति पकड़ रहा था। इस समय हिन्दू महासभा की तरह उग्र जातिवादी संगठनों का वर्चस्व बढ़ते जा रहा था। काँग्रेस के साथ इन सभी संगठनों का घनिष्ठता बढ़ता जा रहा था। मदनमोहन मालवीय आदि प्रमुख नेताओं ने हिंदुत्ववादी क्रियाकलापों से काँग्रेस को प्रमुख रूप से फायदा कराया। इन्हीं कारणों से मुस्लिम संपदाय धीरे-धीरे काँग्रेस से दूर होता चला गया।
उग्र हिंदू नेताओं के दबाव में मोतीलाल नेहरू जैसे स्वराजपथी नेता हिंदू-मुसलमान को एक साथ लेकर चलने के लिए मजबूर हुए। मुहम्मद अली जिन्ना स्वराजपंधियों के साथ ताल-मेल के लिए उत्साहित थे, लेकिन 1926 ई० के चुनाव में बंगाल और पंजाब में काँग्रेस के बीच कोई भी मुसलमान प्रार्थी नहीं था। जातीय आंदोलन से मुसलमानों के अलग हो जाने के प्रलोभन को ही ‘सांपदायिकता’ कहकर व्याख्या की गई। लेकिन अंदर की बात पता लगाने पर यह देखने को मिलता है कि जो 1930 के दशक में राजनीति में भी मुसलमानों का अलग स्थान था, जिसके परिणामस्वरूप ‘मुस्लिम सांप्रदायिकता’ कहकर किसी भी निश्चित अवस्था को बतलाना ऐतिहासिक भूल माना जा सकता है।
प्रश्न 4.
सन् 1940-1947 ई० तक किस प्रकार भारत-भाग्य स्पष्ट हुआ? भारत विभाजन कहाँ तक आवश्यक और उचित था ? अपने उत्तर को योग्य तर्क के साथ प्रस्तुत करो।
उत्तर :
जब भारतवासी बीसवीं शताब्दी के आरंभ के साथ स्वाधीनता आंदोलन की ओर अग्रसर हो रहे थे, उसी समय कुछ कट्टरवांदी मुस्लिम नेता मुसलमानों के लिए पृथक संरक्षण की माँग करने लगे। उन्हें भारत जैसे हिन्दू बहुल राष्ट्र में अपना अधिकार खो जाने का भय सता रहा था । हिन्दू वर्ग के कट्टरवाद का सामना करने के लिए उन्हें एक ऐसी संस्था की स्थापना करने की आवश्यकता हुई जो हिन्दुओं को पूरी तरह जवाब दे सके। इस संस्था का मूल उद्देश्य मुस्लिम हितों की रक्षा करना था।
इसी उद्देश्य से 1906 ई० में मुस्लिम लीग की स्थापना की गई। लीग ने आरम्भ से ही साम्र्रदायिक रुख अपनाया । लीग की साम्रदायिक गतिविधियों के कारण हिन्दू और मुसलमान वर्गों के बीच विवाद की दरार और भी चौड़ी होती गयी। इस दरार को 1916 ई० में लखनऊ समझौते द्वारा पाटने का भी प्रयत्न किया गया। खिलाफत आंदोलन को गांधी जी ने इस उद्देश्य से समर्थन किया कि शायद इससे दोनों वर्गो के बीच का विवाद समाप्त हो जाय, परन्तु यह विवाद उत्तरोत्तर बढ़ता ही गया।
1927 ई० में लीग के दो गुट होने पर एक गुट का नेतृत्व जिन्ना ने किया । वे उस समय तक भी हिन्दू-मुस्लिम समस्याओं के समाधान के लिए संयुक्त निर्वाचन की बात को महत्व देते थे ।
1937 ई० के आम चुनाव में कांग्रेस की भारी सफलता से जिन्ना जैसे महत्वाकांक्षी व्यक्ति के लिए घबरा जाना स्वाभाविक था । इसलिए जिन्ना ने कांग्रेस को हिन्दुओं की संस्था घोषित कर इसे मुसलमानों के हितों का घातक बताया । जिन्ना ने सर्वप्रथम ‘पाकिस्तान’ नामक नये राष्ट्र की ‘स्थापना की माँग उठाया और जिन्ना की इस माँग से मुसलमान वर्ग अत्यन्त खुश हुआ और इस प्रकार जिन्ना मुसलमानों के सर्वेसर्वा नेता के रूप में प्रकट हुए । 22 नवम्बर, 1939 ई० के दिन जब कांग्रेस ने मंत्रिमण्डल से त्यागपत्र दिया तो मुस्लिम लीग ने उस दिन को ‘मुक्ति दिवस बताया।
जिन्ना और लीग के इशारे पर 1946 ई० में भीषण हिन्दू-मुस्लिम दंगे हुए । लीग ने 16 अगस्त, 1946 ई० को प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस (Direct action day) घोषित कर हिन्दू-मुस्लिम वैमनस्य को और बढ़ा दिया । सरकार भी इस झगड़े से प्रसन्न थी। वह पाकिस्तान की माँग को उचित बताकर उसका समर्थन करती थी। 1947 ई० में माउण्टबेटन योजना द्वारा भारत और पाकिस्तान नामक दो इकाइयों का गठन किया गया। 14 अगस्त, 1947 ई० को एक स्वतन्त्र मुस्लिम राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान का निर्माण हुआ ।
प्रश्न 5.
किन-किन कारणों से हिन्दू और मुसलमानों के बीच विरोधी भाव ने जन्म लिया?
उत्तर :
हिन्दू और मुसलमानों के बीच विरोध के बीज बोने वाले ब्रिटिश थे। पहले भी हिन्दू और मुसलमान के बीच अवसर और सुविधा प्रदान करने के क्षेत्र में हमेशा ही प्रश्न उठता था। सन् 1837 ई० में सरकारी भाषा के रूप में फारसी के बदले अंग्रेजी भाषा को स्वीकृति प्रदान की गई। लेकिन अंग्रेजी भाषा होने से हिन्दू नौकरी पा जाते थे किन्तु मुसलमान नौकरी नहीं प्राप्त कर पाते थे। धीरे-धीरे 19 वीं शताब्दी में मुसलमानों को यह अहसास हो गया कि हिन्दू की तुलना में वे ज्यादा वंचित हैं।
इन्हीं सब कारणों से हिन्दू और मुसलमानों के बीच विरोधी भाव ने जन्म लिया लेकिन यह शिक्षित मुसलमानों का ही स्वार्थ था।
प्रश्न 6.
भारत विभाजन किस प्रकार हुआ?
उत्तर :
भारत विभाजन की माँग पहले ही उठ खड़ी हुई थी। यह ब्रिटिश के नीति का नतीजा था जिसने भारत को दो हिस्सों में कर दिया। सन् 1940 ई० में लार्डलिनलियागो ने घोषणा की थी कि आगे कोई भी समझौता होगा उसमें ब्रिटिश मुसलमानों का पूरा ध्यान रखेगी। इसी साल 8 अगस्त को भारत छोड़ो आन्दोलन का नारा दिया गया। इस आन्दोलन का लोगों ने विरोध किया और अधिकतर नेता जेल में चले गए। तभी उसी समय पाकिस्तान का नारा जोर-शोर से उठा। इसे एक धार्मिक रंग दिया गया। इसी के कारण सन् 16 अगस्त 1944 ई॰ से पाकिस्तान के लिए जन आन्दोलन प्रारम्भ हुआ। इसने जगह-जगह भयकर रूप ले लिया। बिहार, कलकत्ता, उत्तर प्रदेश और काफी अन्य जगहों में भयानक दंगा हो गया।
बिटिश शासन भी इस भयंकर दंगों को रोक नहीं पाई। उधर कांग्रेस के नेतां ने जो मत पेश किया उसे लीग ने अस्वीकार कर दिया। इतना घटनाक्रम बीत जाने के बाद ब्रिटिश सरकार इंडिया इनडिपेन्डेन्ट एक्ट 1947 पास किया। इसके अनुसार ई० के 14 अगस्त को पाकिस्तान एवं 15 अगस्त को भारत नामक दो राष्ट्रों का जन्म हुआ।
प्रश्न 7.
अलीगढ़ आन्दोलन से क्या समझते हो?
उत्तर :
अलीगढ़ आन्दोलन मुसलमानों में पाभ्धात्य शिक्षा का प्रचार करना, उनमें व्याप्त बुराइयाँ पर्दा प्रथा, बहु विवाह आदि समाप्त करना। इधर सर सैयद अहमद खान ने धर्म के साथ पाश्थात्य ज्ञान-विज्ञान को मिलाकर मुसलमान समाज में आधुनिक उदार मनोभावना का विकास करने का प्रयास किये। उन्होंने मुसलमान समाज में अंग्रेजी शासन के अवसर तथा सुविधाओं को उचित तरीके से व्यवहार करने का प्रयास किया। यही सब कारणों से अलीगढ़ मोहम्मडन ओरियेन्टल कोलेज के पाठ्यक्रम में यूरोपीय दर्शन के साथ इस्लामिक धर्म के विषय में जानने की व्यवस्था थी।
सर सैयद अहमद खान जातीय विरोधी नहीं थे लेकिन वह जातीय कांग्रेसी विरोधी थे। उनका मानना था कि कांग्रेस वास्तव में अधिकाधिक हिन्दुओं की प्रतिनिधि सभा थी।
प्रश्न 8.
सर सैयद अहमद खाँ किस प्रकार मुसलीम समाज की अधुनिकीकरण के रास्ते पर ले गए ?
उत्तर :
सर सैयद अहमद खाँ जी ने हर वह प्रयास किया जिससे मुस्लिम समुदाय आगे बढ़ सके। उसके साथ उनकी मानसीकता और मजबूत हो। सबसे पहले मुस्लिम समुदाय में उन्होंने युवा वर्ग में विज्ञान के प्रति रूची बनाने की चेष्टा की जिसमें वे सफल भी हुए। सर सैयद अहमद ने कभी भी दो सम्रदायों के बीच भेदभाव या विवाद उत्पत्न करने का प्रयास मुस्लिम नहीं किया। उन्होंने मुस्लिम समाज के निम्न वर्ग को और शिक्षित वर्ग भी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया।
उन्होंने मुसलीम समाज के लिए अनेक कार्य किए। उन्होंने अलीगढ़ मोहम्मडन ओरिएंटल कॉलेज खोला ताकि युवाओं की अंग्रेजी अच्छी तरह सिखाई जा सके। उन्होंने पाठ्यक्रम में यूरोपीय दर्शन के साथ साथ इस्लामिक धर्मों के विषय भीं सम्मिलित किए।
मुसलमान समाज को आगे बढ़ाने के लिए सयैद साहब ने खूब प्रयास किया और उसमें वे सफल भी हुए पूरे मुस्लिम समुदाय उनका धन्यवाद मानता है जो कार्य उन्होंने किया।
प्रश्न 9.
महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन वापस लेने के क्या कारण था? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर :
महात्मा गाँधी का आंदोलन पूरी तरह भारत में फैला भी परन्तु उसके हिंसा का रूप देखते हुए महात्मा गाँधी ने उसे वापस ले लिया इसके साथ साथ खिलाफत आंदोलन शिथिल पड़ गया। किन्तु महात्मा गांधी ने जन लोकप्रिय जनता के करीब पहुँचने का प्रयास किया ज्यातर उलेमाओं और धार्मिक गुरुओं की उपस्थिति के कारण धार्मिक आंदोलन की जागृत कर दिया।
इस आंदोलन में हिन्दू और मुस्लिम ने दोनों मिलकर दंगों को अंजाम दिया था।
इस आंदोलन के फलस्वरूप कांग्रेस भी इन सभी व्यक्तियों की अपना करीबी बंना रही थी।
इन सब परिस्थिति की देखते हुए गाँधी ने असहयोग आंदोलनको वापस लिया ताकि समुदाय का विश्वास प्राप्त करके एक होकर अच्छे से लड़ा जा सके।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (Multiple Choice Question & Answer) : (1 Mark)
प्रश्न 1.
कौन से विद्रोह में भारतीय हिन्दू और मुसलमान एक हुए ?
(a) सन् 1860 ई० में
(b) सन् 1892 ई० में
(c) सन् 1857 ई० में
(d) सन् 1867 ई० में
उत्तर :
(c) सन् 1857 ई० में ।
प्रश्न 2.
हिन्दुस्तान में पंजाब के ऊपर से भारत की सीमा रेखा कितने वर्षों के बाद खींची गई?
(a) 50 वर्ष बाद
(b) 80 वर्ष बाद
(c) 90 वर्ष बाद
(d) 40 वर्ष बाद
उत्तर :
(c) 90 वर्ष बाद।
प्रश्न 3.
सर सैयद की मृत्यु कब हुई ?
(a) सन् 1898 ई० में
(b) सन् 1872 ई० में
(c) सन् 1857 ईं० में
(d) सन् 1856 ई० में
उत्तर :
(a) सन् 1898 ई० में।
प्रश्न 4.
कब ढाका में मुस्लिम एडुकेशन कान्फ्रेन्स का अधिवेशन हुआ?
(a) सन् 1910 ई० में
(b) सन् 1906 ई० में
(c) सन् 1915 ई० में
(d) सन् 1909 ई० में
उत्तर :
(a) सन् 1910 ई० में।
प्रश्न 5.
किस भाषा के बदले अंग्रेजी को स्वीकृति दी गई?
(a) बंगाली
(b) हिन्दी
(c) फारसी
(d) मराठी
उत्तर :
(c) फारसी।
प्रश्न 6.
बंगाल का विभाजन कब हुआ?
(a) सन् 1915 ई० में
(b) सन् 1905 ई० में
(c) सन् 1935 ई० में
(d) सन् 1906 ई० में
उत्तर :
(b) सन् 1905 ई० में ।
प्रश्न 7.
लीग का कामकाज कब तक मोहम्मडन एडुकेशन कानक्रेन्स के साथ ही चलता रहा ?
(a) सन् 1962 ई० में
(b) सन् 1965 ई० में
(c) सन् 1910 ई० में
(d) सन् 1918 ई० में
उत्तर :
(b) सन् 1965 ई०।
प्रश्न 8.
पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश कौन हुए ?
(a) सैयद महमूद
(b) अनवर खान
(c) महसीन उल नायक
(d) सैयद अकरम
उत्तर :
(a) सैयद महमूद।
प्रश्न 9.
किसे मुस्लिम समुदाय में धर्मगुरु के रूप में माना जाता है?
(a) चेक गणराज्य सुल्तान
(b) सैयद महमूद
(c) विश्चसनीय गाँधी
(d) केक गणराज्य रसीद सुल्तान
उत्तर :
(a) चेक गणराज्य सुल्तान।
प्रश्न 10.
मुसलमानों के पवित्र स्थल कौन-सा था?
(a) खलिफा
(b) मदीना
(c) अरब देश
(d) मक्का
उत्तर :
(b) मदीना
प्रश्न 11.
कब मुस्लिम लीग के नेता और काँग्रेस एकजुट हुए?
(a) सन् 1918 ई० में
(b) सन् 1932 ई० में
(c) सन् 1935 ई० में
(d) सन् 1935 ई० में
उत्तर :
(a) सन् 1918 ई० में।
प्रश्न 12.
किसने गाँधी के प्रस्ताव का समर्थन किया?
(a) केन्द्रीय खिलाफत समिति
(b) राष्ट्रीय समिति
(c) स्वराज्य दल
(d) भारत समिति
उत्तर :
(a) केन्द्रीय खिलाफत समिति।
प्रश्न 13.
कब चेक गणराज्य के खलीफा का खात्मा हो गया?
(a) सन् 1934 ई० में
(b) सन् 1924 ई० में
(c) सन् 1938 ई० में
(d) सन् 1928 ई० में
उत्तर :
(b) सन् 1924 ई० में।
प्रश्न 14.
ब्रिटिश के प्रधानमंत्री का नाम क्या था?
(a) रैमेस मैकडोलान्ड
(b) मोहम्द माईक
(c) सर बीलीयस
(d) सर क्वालीस
उत्तर :
(a) रैमेस मैकडोलान्ड
प्रश्न 15.
मुस्लिम लीग का लाहौर अधिवेशन कब हुआ?
(a) सन्. 1934 ई० में
(b) सन् 1972 ई० में
(c) सन् 1943 ई० में
(d) 1940 ई० में
उत्तर :
(a) सन् 1940 ई० में।
प्रश्न 16.
किस दिन से पाकिस्तान के लिए जन आन्दोलन प्रारम्भ हुआ?
(a) 16 अगस्त से
(b) 18 अगस्त से
(c) 19 अगस्त से
(d) 15 अगस्त से
उत्तर :
(a) 16 अगस्त में।
प्रश्न 17.
कब आदमसुमारी की महत्वपूर्ण भूमिका थी ?
(a) 1856 ई० में
(b) 1872 ई० में
(c) 1890 ई० में
(d) 1873 ई० में
उत्तर :
1872 ई० में।
प्रश्न 18.
14 एवं 15 अगस्त को कितने राष्ट्र का निर्माण हुआ ?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर :
(b) दो।
प्रश्न 19.
कब तक मुसलमानों में धारणा थी की हम हिन्दू के मुकाबले अधिक वंचित हैं ?
(a) 19 वीं शताब्दी के अंत तक
(b) 20 वीं शताब्दी के अंत तक
(c) 21 वीं शताब्दी के अंत तक
(d) 22 वीं शताब्दी के अंत तक
उत्तर :
19 वीं शताब्दी के अंत तक।
प्रश्न 20.
मुस्लिम समाज का आधुनिकीकरण किसने किया ?
(a) सर सैयद अहमद
(b) सर सैयद इस्लाम
(c) केन्द्रीय खिलाफत समिति ने
(d) सर सैयद हामिद
उत्तर :
(a) सर सैयद अहमद।
प्रश्न 21.
कब मी॰ अली और शौकत अली उलमा से प्रभावित हुए?
(a) 21 वीं शताब्दी
(b) 20 वीं शताब्दी
(c) 11 वीं शताब्दी
(d) 24 वीं शताब्दी
उत्तर :
(b) 20 वीं शताब्दी।
प्रश्न 22.
कब अंग्रेजी भाषा को स्वीकृति प्रदान की गई?
(a) सन् 1837 ई० में
(b) सन् 1840 ई० में
(c) सन् 1809 ई० में०
(d) सन् 1841 ई० में
उत्तर :
(a) सन् 1837 ई० में ।
प्रश्न 23.
19 वीं शताब्दी में हिन्दू समाज में किस आंदोलन का जन्म हुआ?
(a) नवजागरण आंदोलन
(b) भारत आजाद आंदोलन
(c) नवयुवक आंदोलन
(d) वनयुग आंदोलन
उत्तर :
(a) नवजागरण अंदोलन
प्रश्न 24.
20 वीं शताब्दी के युवा मुसलमान के नेतृत्व में किस आंदोलन का विरोध हुआ?
(a) भारतीय जातिवादी आंदोलन
(b) मनुष्य जातिवादी आंदोलन
(c) देश की जातिवादी आंदोलन
(d) नवयुग आंदोलन
उत्तर :
(a) भारतीय जातिवादी आंदोलन।
प्रश्न 25.
ब्रिटिश ने किस साप्राज्य को अपने कब्जे में ले लिया था?
(a) तुर्की
(b) अफगानिस्तान
(c) इनमें से कोई नहीं
(d) बम्बई
उत्तर :
(a) तुर्की।
प्रश्न 26.
कब असहयोग आंदोलन वापस लिया गया?
(a) सन्1920 ई० में
(b) सन्स1902 ई० में
(c) सन्. 1930 ई० में
(d) सन् 1932 ई० में
उत्तर :
1922 ई०।
प्रश्न 27.
कब हिन्दू और मुस्लिम ने एक होकर दंगों को अंजाम दिया?
(a) 1983-1984 में
(b) 1922-23 में
(c) 1919-20 में
(d) 1924-25 में
उत्तर :
(b) 1922-23 में
प्रश्न 28.
कब बंगाल और पंजाब में मुसलमान प्रार्थी नहीं था?
(a) सन् 1926 ई० में
(b) सन् 1962 ई० में
(c) सन् 1910 ई० में
(d) सन् 1911 ई० में
उत्तर :
(a) 1926 ई० में।
प्रश्न 29.
‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तांन हमारा’ किसने लिखा?
(a) इकबाल ने
(b) मोहनदास ने
(c) राममनोहर ने
(d) मोहम्मद ने
उत्तर :
(a) इकबाल ने।
प्रश्न 30.
किसने पृथक मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन किया था?
(a) सर सैयद अहमद ने
(b) धर्म गुरूओं ने
(c) इकबाल ने
(d) मोहम्मद ने
उत्तर :
(c) इकबाल ने ।
प्रश्न 31.
कब मुहम्मद अली जिन्ना ने सभापति के रूप में अधिवेशन को सम्बोधित किया?
(a) सन्स्म1904 ई० में
(b) सन् 1940 ई० में
(c) सन् 1918 ई० में
(d) सन्स1919 ई० में
उत्तर :
(b) सन् 1940 ई० ।
प्रश्न 32.
लार्ड उथातेले और कांग्रेस के बीच शिमला में बैठक कब हुआ?
(a) सन्1984 ई० में
(b) सन् 1945 ई० में
(c) सन् 1918 ई० में
(d) सन्स1946 ई० में
उत्तर :
(b) 1945 ई०।
प्रश्न 33.
कौन एक कृषक प्रथा पार्टी के अन्तर्गत हिन्दू मुसलमान कृषकों के हितों के लिए कार्य करते थे?
(a) ए० के० फजलूल हक
(b) ए०म० इब्राहिम
(c) मालिक दानीश
(d) मोहम्मद रशीद
उत्तर :
(a) ए० के० फजलूल हक.।
प्रश्न 34.
ब्रिटिश सरकार ने कब इन्डिपेन्डेन्ट एक्ट पास किया?
(a) सन् 1974 ई० में
(b) सन् 1947 ई॰ में
(c) सन् 1918 ई० में
(d) सन् 1919 ई० में
उत्तर :
(b) सन् 1947 ई० में।
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. औपनिवेशिक भारत सरकार द्वारा भाषा के आधार पर फारसी के स्थान पर अंग्रेजी को ________ में स्वीकृति दिया गया। (सन् 1847 ई०/सन् 1837 ई०/सन् 1850 ई०)
उत्तर : सन् 1837 ई०।
2. भारतीय मुस्लिम समाज को आधुनिक बनाने का अभियान प्रथम ________ ने चलाया। (मुहम्मद अली जिन्ना/मौलाना अबुल कलाम आजाद/सर सैयद अहमद खाँ)।
उत्तर : सर सैयद अहमद खाँ।
3. कृषक प्रजा पार्टी के ________ नेता थे। (ए० के० फजलूल हक/मुहम्मद अली जिन्ना/जवाहरलाल नेहरू)।
उत्तर : ए० के॰ फजलूल हक।
4. स्वाधीन पाकिस्तान राष्ट्र का जन्म ________ हुआ। (15 अगस्त सन्1947 ई० /14 अगस्त सन् 1947 ई० / 26 जनवरी सन्र्र 1947 ई०)।
में
उत्तर : 14 अगस्त। सन् 1947 ई०
5. सन् 1947 ई० 27 जून को विशिष्ट कानूनी वक्ता ________ भारत विभाजन का मानचित्र तैयार किया।
उत्तर : सर सिरिल राउक्लिफ।
6. सन् 1947 ई० 15 एवं 14 को ________ एवं ________ नामक दो राष्ट्रों का निर्माण हुआ।
उत्तर : भारत एवं पाकिस्तान
7. बंगाल के ________ हिन्दू मुसलमान कृषकों के हितों की रक्षा करते थे।
उत्तर : ए० के फलजूल हक।
8. ________ सन् 1940 ई० में मुसलमानों को समर्थन किया।
उत्तर : लार्ड लिनलियगी ने ।
9. सन् 1944 ई० में ________ जिन्ना के पास प्रस्ताव रखा।
उत्तर : सी० राजगोपालाचारी ने।
10. 1945 ई० ________ का अधिवेशन हुआ।
उत्तर : शिमला।
11. ________ ने लिखा ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा।’
उत्तर : इकबाल।
12. भारतीय शासन अधिनियम के अनुसार प्रादेशिक विधान मंडलों के निर्वाचन ________ ई० में हुआ।
उत्तर : सन् 1937 ई०।
13. _______ ने मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन किया।
उत्तर : इकबाल।
14. _______ ई० में असहयोग आन्दोलन वापस ले लिया गया।
उत्तर : सन् 1922 ।
15. _______ ने एक होकर दंगों को अंजाम दिया।
उत्तर : हिन्दू-मुस्लिम।
16. सन्1926 ई० में _______ और ________ के बीच मुसलमान प्रथा नहीं थी।
उत्तर : बंगाल और पंजाब।
17. सर सैयद अहमद खाँ की मृत्यु ______ हुई। (सन् 898 ई० में/सन्1899 ई० में/ सन्1897 ई० में)।
उत्तर : सन् 1898 ई० में।
18. ढाका में मुस्लिम एजुकेशन कान्फ्रेंस का अधिवेशन ______ हुआ था। (सन् 1905 ई० में/सन् 1906 ई० में /सन् 1907 ई० में)।
उत्तर : सन् 1906 ई० में ।
19. असहयोग आंदोलन ______ वापस लिया गया। (सन् 1921 ई० में/ सन् 1922 ई० में/ सन् 1923 ई० में)
उत्तर : सन् 1922 ई० में।
20. खलीफा का खात्मा ______ हो गया। (सन् 1923 ई० में/सन् 1922 ई० में/सन् 1924 ई० में)
उत्तर : सन् 1924 ई० में।
21. चौधरी रहमत अली ने ______ राष्ट्र की बात कही थी। (भारत/पमकिस्तान/बंग्लादेश)
उत्तर : पाकिस्तान।
22. ‘सारे जहाँ से अच्छा’ कविता के रचयिता ________ हैं। (मो० इकबाल/रवीन्द्रनाथ ठाकुर/महात्मा गाँधी)
उत्तर : मो॰ इकबाल।
23. भारतीय समाज में अलगाव की धारणा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका ________ की थी। (जनगण/क्रिश मिशन/बंगभंग)
उत्तर : जनगण।
24. मुस्लिम लीग की स्थापना _________ हुई थी। (सन् 1905 ई० में/सन् 1906 ई० में/सन् 1907 ई० में)
उत्तर : सन् 1906 ई० में।
25. सन् 1930 ई० में मुस्लिम लीग के सभापति ________ थे। (मो० जिन्ना/मो० इकबाल/ चौधरी रहमत अली)
उत्तर : मो० इकबाल।
26. रैमेस मैकडोनाल्ड ________ प्रधानमंत्री थे। (फ्रांस के/अमेरिका के/ब्रिटेन के)
उत्तर : बिटेन के।
27. सन् 1940 ई० में मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन के सभापति ________ थे। (मो० अली जिन्ना/मो० इकबाल/चौधरी रहमत अली)
उत्तर : मो० अली जिन्ना।
28. सन् 1920 ई० में ________ गाँधी के प्रस्ताव का समर्थन किया।
उत्तर : केन्द्रीय खिलाफत समिति ने।
29. _______ के पराजय से मुसलमानों को हताशा थी।
उत्तर : तुर्की।
30. प्रथम विश्व युद्ध में के हार _______ के कारण सुल्तान का ताकत कम हो गया।
उत्तर : चेक गणराज्य।
31. चेक गणराज्य के सुल्तान को _______ अथवा मुस्लिम समुदाय का धर्म गुरु कहा जाता था।
उत्तर :
खलिफा।
32. हिन्दु समाज से ही _______ आन्दोलन का जन्म हुआ।
उत्तर : नवजागरण।
33. मुसलमानों ने कांग्रेस के _______ उद्देश्य में योगदान दिया।
उत्तर : प्राथमिक।
34. ब्रिटिश ने _______ को अपने अधिकार में ले लिया था।
उत्तर : तुर्की सामाज्य ।
35. सर सैयद अहमद की मृत्यु _______ में हुई।
उत्तर : सन्1898 ई०।
36. ______ में अंग्रेजी भाषा की स्वीकृति दी गयी।
उत्तर : सन् 1837 ई०।
37. ________ में आदमसुमारी की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।
उत्तर : 1872 ई०।
38. धर्म के आधार पर प्रत्येक सम्रदाय के उन्नयन कें लिए संबंधित सूचनाओं को ______ रखा जाता था।
उत्तर : आदम सुमारी।
सही एवं गलत का निर्णय करो : True or False (1 mark)
1. 19 वीं सदी में हिन्दुओं की तुलना में मुसलमान शिक्षा एवं नौकरी के क्षेत्र में पिछड़े थे।
उत्तर : (सही)
2. हिन्दू पुनरूत्थानवादी आंदोलन हिन्दू मुस्लिम एकता को प्रभावित कर रहा था।
उत्तर : (गलत)
3. महात्मा गाँधी खिलाफत आदोलन का समर्थन किए थे।
उत्तर : (सही)
4. पाकिस्तान प्रस्ताव को खारिज करने के लिए 1940 ई० में लाहौर अधिवेशन हुआ।
उत्तर : (गलत)
5. बिहार भी देश की विभाजन के पीड़ा से अछूता नहीं रहा।
उत्तर : (गलत)
6. सुल्तान और मुगल युग में हिन्दू और मुसलमान एक दूसरे से दूर रहते थे।
उत्तर : (गलत)
7. सन् 1857 ई० में हिन्दू और मुसलमान एकजुट होकर अंग्रेजों का विरोध किया।
उत्तर : (सही)
8. भारतीय समाज में पृथककरण की धारणा सन् 1862 ई० में हुई।
उत्तर : (गलत)
9. सन् 1870 ई० के बाद जातीय आंदोलन कम हुआ।
उत्तर : (सही)
10. सन् 1837 ई० में फारसी भाषा की स्वीकृति दी गई।
उत्तर : (गलत)
11. बंगाल प्रांत में मुसलमान गरीब और निरक्षर थे।
उत्तर : (सही)
12. सन् 1889 ई० में सर सैयद की मृत्यु हुई।
उत्तर : (गलत)
13. जनगणना का कार्य सन् 1872 ई० में शुरू हुआ था।
उत्तर : (सही)
14. सर सैयद अहमद खान जातिवादी विरोधी व्यक्ति नहीं थे।
उत्तर : (सही)
15. ‘खलीफा’ को मुस्लिम समुदाय में धर्म-गुरु के रूप में जाना जाता था।
उत्तर : (सही)
16. 1945 ई० में लीग और कांग्रेस के बीच शिमला में बैठक नहीं हुआ था।
उत्तर : (गलत)
17. ए० के० फजलूल हक कृषक पार्टी के नेता नहीं थे।
उत्तर : (गलत)
18. लार्ड माउण्ट बेटन भारत के अंतिम वायसराय नहीं थे।
उत्तर : (गलत)
19. 16 अगस्त, 1946 ई० से पाकिस्तान के लिए जन-आदोलन आरम्भ हुआ।
उत्तर : (गलत)
20. 14 एवं 15 अगस्त 1947 ई० को दो राष्ट्रों का जन्म हुआ था।
उत्तर : (गलत)
21. बंगाल एवं पंजाब को दो भागों में विभक्त कर पाकिस्तान का गठन हुआ।
उत्तर : (सही)
22. 20 वीं शताब्दी में बहुत लोग उलेमा से प्रभावित हुए।
उत्तर : (सही)
23. सन् 1906 ई॰ में ढाका मुस्लिम एडुकेशन कानफेंस्स अधिवेशन तैयार हुआ।
उत्तर : (सही)
24. सैयद् महमूद प्रथम न्यायाधीश नियुक्त किए गए।
उत्तर : (सही)
25. सन् 1910 ई० तक लीग का काम-काज मोहम्मडन एडुकेशन काक्फ्रेंस के साथ चलता रहा।
उत्तर : (सही)
26. बंग भंग आन्दोलन के समय हिन्दू तथा मुसलमान पारस्परिक विरोध में बदल गया।
उत्तर : (सही)
27. 19 वीं शताब्दी में हिन्दू समाज से नवजागरण आंदोलन का जन्म हुआ।
उत्तर : (सही)
28. हिन्दू पुनर्जागरणवादी भारत तथा हिन्दू मुसलमान को एक समान मानकर प्रयास करते रहे।
उत्तर : (सही)
29. ब्रिटिश ने तुर्की पर साम्राज्य अधिकार कर लिया।
उत्तर : (सही)
30. सन् 1918 ई० में मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस शामिल हुए।
उत्तर : (सही)
31. गाँधी ने मुस्लिम नेताओं के साथ अच्छा सम्पर्क बना लिया।
उत्तर : (सही)
32. तुर्की के पराजय से इस्लाम हताश।
उत्तर : (सही)
33. सन् 1922 ई० में बंगाल और पंजाब में कांग्रेस के बीच मुसलमान प्रार्थी नहीं था।
उत्तर : (सही)
34. सन् 1924 ई० में चेक गणराज्य खलीफा का खात्मा हो गया।
उत्तर : (सही)
35. सन् 1930 ई० में राजनीति में भी मुसलमान का अलग स्थान था।
उत्तर : (सही)
36. सन् 1932 ई० में घोषणा पत्र में साम्रदायिक बँटवारा होने की बात कही।
उत्तर : (सही)
37. इकबाल ने मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन किया था।
उत्तर : (सही)
सही मिलान करो Match the following : (1 Mark)
प्रश्न 1.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) 27 जून 1947 ई० | (क) भारत छोड़ो आंदोलन शुरू |
(b) सन् 1947 ई० | (ख) कोई मुसलमान प्रार्थी नहीं |
(c) ब्रिटिश सरकार | (ग) असहयोग आंदोलन वापस हुआ |
(d) 16 अगस्त को | (घ) मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन |
(e) सन् 1931 ई० | (ङ) राजगोपालचारी जिन्ना |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) 27 जून 1947 ई० | (ङ) राजगोपालचारी जिन्ना |
(b) सन् 1947 ई० | (क) भारत छोड़ो आंदोलन शुरू |
(c) ब्रिटिश सरकार | (घ) मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन |
(d) 16 अगस्त को | (ख) कोई मुसलमान प्रार्थी नहीं |
(e) सन् 1931 ई० | (ग) असहयोग आंदोलन वापस हुआ |
प्रश्न 2.
‘क’ स्तष्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) सन् 1945 ई० | (क) मुसलमानों को पूर्ण रूप से सुरक्षा दी जाएगी |
(b) सन् 1940 ई० | (ख) कृषक के हितों के लिए कार्य |
(c) सन् 1942 ई० | (ग) लाहौर अधिवेशन में मुहम्मद अली जिन्ना सभापति हुए |
(d) ए० के० फजलूल हक | (घ) क्रिप मिशन प्रस्ताव माना नहीं गया |
(e) सन् 1940 ई० | (ङ) लीग और कांग्रेस के बीच शिमला बैठक |
उत्तर :
‘क’ स्तष्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) सन् 1945 ई० | (ङ) लीग और कांग्रेस के बीच शिमला बैठक |
(b) सन् 1940 ई० | (क) मुसलमानों को पूर्ण रूप से सुरक्षा दी जाएगी |
(c) सन् 1942 ई० | (घ) क्रिप मिशन प्रस्ताव माना नहीं गया |
(d) ए० के० फजलूल हक | (ख) कृषक के हितों के लिए कार्य |
(e) सन् 1940 ई० | (ग) लाहौर अधिवेशन में मुहम्मद अली जिन्ना सभापति हुए |
प्रश्न 3.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) कांग्रेस नेता | (क) भारत छोड़ो आंदोलन शुरू |
(b) 8 अगस्त 1942 | (ख) कोई मुसलमान प्रार्थी नहीं |
(c) इकबाल | (ग) असहयोग आंदोलन वापस हुआ |
(d) सन् 1926 ई० | (घ) मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन |
(e) सन् 1922 ई० | (ङ) राजगोपालचारी जिन्ना |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) कांग्रेस नेता | (ङ) राजगोपालचारी जिन्ना |
(b) 8 अगस्त 1942 | (क) भारत छोड़ो आंदोलन शुरू |
(c) इकबाल | (घ) मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन |
(d) सन् 1926 ई० | (ख) कोई मुसलमान प्रार्थी नहीं |
(e) सन् 1922 ई० | (ग) असहयोग आंदोलन वापस हुआ |
प्रश्न 4.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) हिन्दू-मुसलीम दंगा एक साथ | (क) चेक गणराज्य खलीफा का खात्मा |
(b) सन् 1942 ई० | (ख) खिलाफत आंदोलन में गांधीसक्रिय हुए |
(c) सन् 1920 ई० | (ग) इस्लाम हताश |
(d) सन् 1919 ई० | (घ) केद्रीय खिलाफत समिति प्रस्ताव समर्थन |
(e) तर्की | (ङ) सन् 1922-23 |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) हिन्दू-मुसलीम दंगा एक साथ | (क) चेक गणराज्य खलीफा का खात्मा |
(b) सन् 1942 ई० | (ख) खिलाफत आंदोलन में गांधीसक्रिय हुए |
(c) सन् 1920 ई० | (ग) इस्लाम हताश |
(d) सन् 1919 ई० | (घ) केद्रीय खिलाफत समिति प्रस्ताव समर्थन |
(e) तर्की | (ङ) सन् 1922-23 |
प्रश्न 5.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) सन् 1918 ई० | (क) मुसलीम और कांग्रेस बैठक में शामिल |
(b) चेक गणराज्य | (ख) नवजागरण आंदोलन |
(c) सन् 1910 ई० | (ग) सन् 1905 ई० |
(d) 19 वीं शताब्दी | (घ) मोहम्मडन एडुकेशन कान्फरेन्स |
(e) बंगाल विभाजन | (ङ) मुसलीम धर्मगुरु |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) सन् 1918 ई० | (क) मुसलीम और कांग्रेस बैठक में शामिल |
(b) चेक गणराज्य | (ङ) मुसलीम धर्मगुरु |
(c) सन् 1910 ई० | (घ) मोहम्मडन एडुकेशन कान्फरेन्स० |
(d) 19 वीं शताब्दी | (ख) नवजागरण आंदोलन |
(e) बंगाल विभाजन | (ग) सन् 1905 ई० |
प्रश्न 6.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) संन् 1906 ई० | (क) सर सैयद की मृत्यु हुई |
(b) सन् 1898 ई० | (ख) सर सैयद अहमद खान |
(c) 20 वीं शताब्दी | (ग) अंग्रेजी भाषा की स्वीकृति |
(d) मुस्लिम समाज आधुनिकीकरण | (घ) युवा नेता उलेमा से प्रभावित |
(e) सन् 1837 ई० | (ङ) मुस्लिम, एडूकेशन कानफ्रेंस |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) संन् 1906 ई० | (ङ) मुस्लिम, एडूकेशन कानफ्रेंस |
(b) सन् 1898 ई० | (क) सर सैयद की मृत्यु हुई |
(c) 20 वीं शताब्दी | (घ) युवा नेता उलेमा से प्रभावित |
(d) मुस्लिम समाज आधुनिकीकरण | (ख) सर सैयद अहमद खान |
(e) सन् 1837 ई० | (ग) अंग्रेजी भाषा की स्वीकृति |
प्रश्न 7.
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) बंगाल में | (क) जातीय आंदोलन कमजोर |
(b) सन् 1870 ई० | (ख) आदमसुमारी महत्वपूर्ण |
(c) सन् 1872 ई० | (ग) अंग्रेजी शासन का विरोध |
(d) सन् 1857 ई० | (घ) मुसलमान गरीब और निरक्षर थे |
उत्तर :
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
(a) बंगाल में | (घ) मुसलमान गरीब और निरक्षर थे |
(b) सन् 1870 ई० | (क) जातीय आंदोलन कमजोर |
(c) सन् 1872 ई० | (ख) आदमसुमारी महत्वपूर्ण |
(d) सन् 1857 ई० | (ग) अंग्रेजी शासन का विरोध |