Detailed explanations in West Bengal Board Class 8 Geography Book Solutions Chapter 2 परिवर्तनशील पृथ्वी offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 8 Geography Chapter 2 Question Answer – परिवर्तनशील पृथ्वी
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
हमारी पृथ्वी पर प्रमुख प्लेटें कितनी हैं ?
उत्तर:
6
प्रश्न 2.
सर्वप्रथम किसने प्लेट शब्द का प्रयोग किया था ?
उत्तर:
जे. टी. विल्सन ।
प्रश्न 3.
एस्थेनोसफियर का तापमान कितना होता है ?
उत्तर:
लगभग 1500°C
प्रश्न 4.
जिस स्थान पर प्लेटें परस्पर एक दूसरे से दूर होती हैं उस किनारा को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर:
अपसारी प्लेट किनारा ।
प्रश्न 5.
हमारी पृथ्वी के सबसे गहरा समुद्री गर्त का नाम बताओ ।
उत्तर:
मेरियाना गर्त ।
प्रश्न 6.
मेरियाना गर्त किस महासागर में स्थित है ?
उत्तर:
प्रशांत महासागर में ।
प्रश्न 7.
किस प्लेट के किनारे अधिक ज्वालामुखी पर्वतों का निर्माण होता है ?
उत्तर:
अधीन प्लेट किनारा ।
प्रश्न 8.
विनासकारी प्लेट किनारा किस प्लेट को कहा जाता है ?
उत्तर:
अधीन प्लेट किनारा को ।
प्रश्न 9.
किसे सँसरी प्लेट किनारा कहा जाता है ?
उत्तर:
ट्रांसफार्म प्लेट किनारा को ।
प्रश्न 10.
अधिकांश मोड़दार पर्वत किस प्रकार के प्लेट के संघर्षण से बने हैं?
उत्तर:
महादेशीय प्लेट ।
प्रश्न 11.
यूरेशिया किसे कहते हैं?
उत्तर:
यूरोप व एसिया का सम्मिलित नाम यूरेसिया कहलाता है।
प्रश्न 12.
भारत के एक लावा निर्मित समतल भूमि का नाम बताओ ?
उत्तर:
दक्षिण भारत की माल भूमि ।
प्रश्न 13.
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में किस तरह के भूकंप आते हैं?
उत्तर:
विवर्तनिक भूकंप ।
प्रश्न 14.
भूकंप की तीव्रता किस यन्त्र से मापते हैं?
उत्तर:
रिक्टर स्केल (Ricater Scale) से।
प्रश्न 15.
भूकंप की तरंगों को किस स्केल से मापा जाता है।
उत्तर:
सिस्मोग्राफ से ।
प्रश्न 16.
हिमसैल के टूटकर गिरने एवं वेगवान लहरों के तट पर टकराने पर कैसा भूकंप आता है ?
उत्तर:
लघु भूकंप ।
प्रश्न 17.
विश्व के कौन-से क्षेत्र में सर्वाधिक भूकंप आते हैं?
उत्तर:
प्रशांत महासागर के तटवर्ती भाग में ।
प्रश्न 18.
समुद्र में आने वाले भूकंप को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर:
नाम
प्रश्न 19.
26 जनवरी 2001 में गुजरात के किस शहर में भूकंप आया था ?
उत्तर:
भुज में ।
प्रश्न 20.
भारत के किस भाग में सर्वाधिक भूकंप आते हैं ?
उत्तर:
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में ।
प्रश्न 21.
ओल्ड फेथफुल गीजर किस देश में है?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमेरिका में ।
प्रश्न 22.
आइसलैण्ड में किस प्रकार का विद्युत अधिक उत्पन्न किया जाता है ?
उत्तर:
भूतापीय ऊर्जा ।
प्रश्न 23.
प्लेट विवर्तनिक सिद्धान्त का प्रतिपादन कब हुआ ?
उत्तर:
1960 के दशक के अन्तिम वर्षों में ।
प्रश्न 24.
पृथ्वी पर मँझोले एवं छोटे प्लेटों की संख्या कितनी है ?
उत्तर:
बीस
प्रश्न 25.
किन प्लेट किनारों पर न तो नए भू-पृष्ठ का निर्माण होता है और न ही पुराने भू-पृष्ठ का विनाश होता है?
उत्तर:
अपसारी प्लेट किनारों पर ।
प्रश्न 26.
भारत के एक प्राचीन मोड़दार पर्वत का नाम लिखिए।
उत्तर:
अरावली ।
प्रश्न 27.
किस प्रकार के लावा में सिलिका की मात्रा अधिक होती है?
उत्तर:
अम्लीय लाबा में।
प्रश्न 28.
मोनालोया ज्वालामुखी पर्वत का निर्माण किस प्रकार के लावा से हुआ है?
उत्तर:
क्षात्रीय लावा से।
प्रश्न 29.
मुख्य भूकम्प के बाद हल्के भूकम्प क्यों आते हैं?
उत्तर:
भूगर्भ के पदार्थो का संतुलन बनाने के लिए।
प्रश्न 30.
प्राथमिक तरंग किस प्रक्रिया द्वारा प्रवाहित होती है?
उत्तर:
संकुचन एवं प्रसारण प्रक्रिया द्वारा।
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARKS
प्रश्न 1.
पृथ्वी के प्रमुख प्लेटों के नाम बताओ ।
उत्तर:
पृथ्वी के प्रमुख प्लेटों के नाम निम्नलिखित हैं –
- प्रशांत महासागरीय प्लेट
- यूरेसियन प्लेट
- अमेरिकन प्लेट
- अफ्रीकन प्लेट
- भारत अस्ट्रेलिया प्लेट,
- अंटार्कटिका प्लेट
प्रश्न 2.
अपसारी प्लेट किनारा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जिस स्थान पर प्लेटें एक दूसरे से क्रमशः दूर होती हैं, वहाँ अपसारी प्लेट किनार(Divergent Plate Margin) क्षेत्र होता है। जब दो महासागरीय प्लेटें एक दूसरे से दूर होती हैं तो उसके मध्य स्थित दायरों में भू-गर्भ को उत्तप्त गालत पदार्थ (मैग्मा) ऊपर आकर इकट्ठा हो लगता है। यहाँ मैग्मा ठंडा और कठोर होकर महासागरोय पृष्ठ और मध्य सामुद्रिक शैलाशीरा (Mid-oceanic Ridge) का निर्माण करती है। इस कारण इस क्षेत्र को अपसारी प्लेट किनारा कहा जाता है।
प्रश्न 3.
अभिसारी प्लेट किनारा क्या है?
उत्तर:
अभिसारी प्लेट किनारा (Convergent Plate Margin) – यह वह स्थान है जहाँ प्लंटें परस्पर एक दिशा में ही आगे बढ़ती हैं। वहाँ अभिसारी प्लेट किनारा का क्षेत्र बन जाता है। महासागरीय और महाद्वीपोय प्लेटो के परस्पर अभिमुखी बलन से भारी महासागरीय प्लेट महादेशीय प्लेट के नौचे खिसके लगतो है। इसके कारण गहरे सामुद्रिक गर्त का निर्माण होता है। भू-पृष्ठ का यह भाग अस्थिर है। इसके कारण यहाँ लगातार भू-आलाड़न या भूका आंत हैं, इसलिए इस क्षेत्र को विनाशकारी प्लेट किनारा भी कहा जाता है।
प्रश्न 4.
ट्रांसफार्म प्लेट किनारा किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ट्रांसफार्म प्लेट किनारा (Transform Plate Margin) – जहाँ प्लेट परस्पर समानांतराल में पास – पास संचरित होता है वह क्षेत्र ट्रांसफार्म प्लेट किनारा कहलाता है। इस क्षेत्र में प्लेट के किनारे पर किसी नये भू-पृष्ठ का निर्मांग नहीं होता और न ही पुराने भू-पृष्ठ का विनाश होता है। इस कारण इस प्लेट को संरक्षणशील या निरेेक्ष जेट किनारा (Conservative Plate Margin) कहा जाता है।
प्रश्न 5.
ज्वालामुखी क्या है?
उत्तर:
ज्वालामुखी (Volcano) :- भू-गर्भ में स्थित गलित, सान्द्र, मैग्मा, गैस, जलीय वाष्प किसी गहवर या दरारों से निकलकर प्रचंड वेग में या धीर शांत गति से भू-पृष्ठ के बाहर आने लगते हैं। इस प्रक्रिया को अग्निपात कहते हैं। इन अग्निपातों के उद्ग्रम स्थल को ज्वालामुखी (Volcano) कहते हैं।
प्रश्न 6.
आग्नेय पर्वत क्या है ?
उत्तर:
आग्नेय पर्वत (Volcanic Mountains) :- ज्वालामुखी के उद्गार से निकलने वाले लावा, राख, शिलाखण्ड, चट्टानों के चूर्ण आदि पदार्थ उसके मुंह (Cratery) के चारों ओर शँकु (Cone) के आकार में जमा हो जाती है। जिससे आग्नेय पर्वत या ज्वालामुखी पर्वत का निर्माण होता है। ये पर्वत त्रिकोण आकृति के होते हैं तथा इसका ऊपरी भाग कीप के आकार का होता है।
ज्वालामुखी के संग्रह से निर्मित होने के कारण इन पर्वतों-पठारों को संग्रहित पर्वत भी कहते हैं। इन पर्वतों के अच्छे उदाहरण, जापान का फ्यूजीयामा, अफ्रीका के केनियाव किलिमंजारो, इटली के विसूवियस तथा एटना सिसली का स्ट्राम्बोलियन, बर्मा का पोपा, भारत का बारेन आदि इस श्रेणी के पर्वत हैं|
प्रश्न 7.
अम्लीय लावा और क्षारीय लावा किसे कहते हैं?
उत्तर:
अम्लीय लावा : अम्लीय लावा में सिलिका या क्वार्ट्ज की मात्रा (65-85) प्रतिशत तक होती है। ये अधिक सान्द्र स्थिति में रहते हैं। इस कारण अधिक दूर तक नहीं फैल पाते हैं। इस लावा से निर्मित होने वाली शंकु की आकृति अधिक उन्नत होती है। जैसे – माउण्ट पिली ज्वालामुखी की शंकु आकृति।
क्षारीय लावा :- क्षारीय लावा में सिलिका की मात्रा कम ( 45 से 60 प्रतिशत) होती है। कम सान्द्र होने से यह दूर तक फैलती है। इससे तैयार होने वाले शंकु में मन्द डाल होता है। यह विशाल आग्नेय गिरि निर्मित करती है। जैसे मोनालोथा।
प्रश्न 8.
भूकंप किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी ज्ञात या अज्ञात वाह्म या आन्तरिक कारणों से भू-पटल पर तीव्रगति से होने वाले कम्पन- को भू-कम्प कहते हैं। इस प्रकार भू-कम्प वह घटना है। जिससे भू-पटल के किसी हिस्से में हलचल पैदा हो जाती है तथा वहां कम्पन होने लगता है।
प्रश्न 9.
भूकंप केन्द्र तता उपेकन्द्र किसे कहते हैं ?
उत्तर:
भूकंप केन्द्र (Seismic Focus) :- भू-गर्भ में वह स्थान जहाँ से भूकंपीय तरंगों की उत्पत्ति होती है उसे भूकंप केन्द्र (Seismic Focus) कहते हैं। अधिकांश भूकंप केन्द्र भू-पृष्ठ से 50-100 किमी० की गहराई में स्थित रहते हैं।
उपकेन्द्र (Epicenter) :- पृथ्वी के जिस स्थान पर सर्वप्रथम भू-कंप के लहरों का अनुभव होता है उसे भूकंप उप केन्द्र (Epicenter) कहते हैं। इसी स्थान पर भू-कंप का प्रभाव सबसे अधिक होता है एवं भूकंप का अनुभव सबसे पहले होता है।
प्रश्न 10.
भू-कंप की विभिन्न तरंगों के बारे में क्या जानते हो?
उत्तर:
(i) प्राथमिक तरंग (Primary wake (P) wave) : सबसे द्रुत गति (6 किमी०/से) भू-पृष्ठ पर सबसे पहले पहुँचता है। कठोर, तरल, गैसीय पदार्थो से गुजरती हुई यह तरंग संकुचन और प्रसारण प्रक्रिया द्वारा प्रवाहित होती है।
(ii) द्वितीय अनुगामी तरंग (Secondary wave ‘S’ wave) : यह तरंगP तरंग के उपरांत भू-पृष्ठ पर पहुँचती है। मात्र तरल और गैसीय पदार्थो के मध्य से प्रवाहित होने वाली यह तरंग क्रमशः ऊपर-नीचे उठती-गिरती प्रसारित होती हैं।
(iii) पृष्ठ तरंग (Surface wave) : भुकंप केन्द्र से भू-पृष्ठ पर लगातार दो तरह के तरंगों का संचार होता रहता है जिसे पृष्ठ तरंग (Surface wave) कहते हैं। इन्हें लव तरंग (Love wave) एवं रेल्फ तरंग (Reyleigh wave) भी कहते हैं। इन पृष्ठ तरंगों के कारण ही अधिकांश क्षति होती है।
प्रश्न 11.
सिस्मोग्राफ क्या है?
उत्तर:
सिस्मोग्राफ (Sismograph) : भूकम्प संबन्धी घटनाओं जैसे भूकंप की लहरों की तीव्रता, दिशा एवं अवधि का अकंन (Record) करने वाले यन्त्र को भूकंप लेखी यन्त्र (Seismograph) कहते हैं। इस यंत्र द्वारा भूकपप के लहरों का कागज पर अंकन किया जाता है। इसकी सहायता से भूकंप की उत्पत्ति का स्थान एवं भूकंप के कारणों का सहज ही अनुमान कर लिया जाता है।
प्रश्न 12.
रिक्टर स्केल क्या है?
उत्तर:
इस यंत्र का अविष्कार कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर C. F. Richter ने 1935 ई० में किया था। यह उपकरण भूकंप लेखी यंत्र (Seismograph) में लगा होता है। इससे भूकंप की तीव्रता मापा जाता है। इस पर 0 से 9 तक की संख्यायें होती हैं। जब भूकंप की तीव्रता 7 से अधिक होती है। तब भूकंप विनाशकारी माना जाता है।
प्रश्न 13.
सक्रिय ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन ज्वालामुखी में हमेसा उद्गार होता रहता है उन्हें सक्रिय ज्वालामुखी कहते हैं। जैसे भारत का बैरन सक्रिय ज्वालामुखी का उदाहरण है ।
प्रश्न 14.
सुषुप्त ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
उत्तर:
ये वे ज्वालामुखी होती हैं जिनमें एक बार उद्गार होने के बाद लंबे समय तक उद्गार नहीं होता परन्तु विस्फोट की संभावना बनी रहती है उन्हें सुषुप्त ज्वालामुखी कहते हैं। जैसे – इटली का विसुवियस इसका प्रमुख उदाहरण है।
प्रश्न 15.
मृत ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
उत्तर:
ये वे ज्वालामुखी हैं जिनमें एक बार उद्गार होने के बाद भविष्य में कोई उद्गार नहीं होता है। उसे मृत ज्वालामुखी कहते हैं । जैसे इरान का कोह सुल्तान, म्यांमार का पोपा-हवाई द्वीप का मोनालोशा इसके प्रमुख उदाहरण हैं ।
प्रश्न 16.
अपसारी प्लेट किनारों को रचनात्मक या गठनकारी प्लेट किनारा क्यों कहते हैं?
उत्तर:
अपसारी प्लेट किनारों के सहारे जब दो प्लेटें एक दूसरे के विपरीत दिशा में गतिशील होती हैं तो इनके मध्य भूपटल पर दरार का निर्माण होता है। इस दरार से भू-गर्भ का मैग्मा भू-पृष्ठ पर आकर नए भूपटल का निर्माण करता है। इसीलिए अपसारी प्लेट किनारों को रचनात्मक प्लेट किनारा कहते हैं।
प्रश्न 17.
अभिसारी प्लेट किनारों को विनाशात्मक प्लेट किनारा क्यों कहते हैं?
उत्तर:
जब दो प्लेटें आमने-सामने संचालित होकर टकराती हैं, तो इनके सीमान्त क्षेत्र को अभिसारी प्लेट किनारा. कहते हैं। टकराव के कारण अधिक घनत्व की भारी प्लेट का अग्र किनारा कम घनत्व की हल्की प्लेट के नीचे मेण्टल में क्षेपित होकर नष्ट हो जाता है। चूँकि यहाँ प्लेट का विनाश होता है, इसीलिए इसे विनाशात्मक प्लेट किनारा कहते हैं।
प्रश्न 18.
उत्तप्त स्थल (Hot Spot) का निर्माण किस प्रकार होता है?
उत्तर:
प्लेट के नीचे गुरुमण्डल में कहीं-कहीं रेडियो सक्रिय तत्वों की अधिकता के कारण भूतापीय ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है। यह ऊर्जा संवहनीय धाराओं द्वारा ऊपर उठती है तथा जिस स्थान पर प्लेट की निचली सतह तक आती है वहाँ उत्तप्त स्थल (Hot Spot) का निर्माण होता है।
प्रश्न 19.
उष्ण झरना (Hot Spring) क्या है ?
उत्तर:
उष्ण झरना वे जलस्रोत हैं जिनसे गर्म जल अनवरत रूप से निकलता रहता है। इस प्रकार के उष्ण जलस्रोत प्राय: ज्वालामुखी प्रदशों में पाए जाते हैं, परन्तु कभी-कभी ये उन क्षेत्रों में भई देखने को मिलते हैं जहाँ ज्वालामुखी नहीं पाए जाते हैं, जैसे- बिहार के मुंगेर का सीताकुंड ।
प्रश्न 20.
गीजर क्या है ?
उत्तर:
गीजर गर्म जल का स्रोत होता है, जिससे समय-समय पर गर्म जल तथा वाष्प फव्वारे के रूप में निकलता रहता है। जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित येलोस्टोन नेशनल पार्क का ओल्ड फेथफुल गीजर ।
प्रश्न 21.
प्रशान्त महासागर के अग्निवलय से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
विश्व के लगभग दो तिहाई ज्वालामुखी प्रशान्त महासागर के दोनों तटीय भागों तथा समुद्री द्वीपों के सहारे पाए जाते हैं, जो इसे चक्र की तरह घेरु हुए हैं। इस ज्वालामुखी श्रृंखला को प्रशान्त महासाग का अग्निवलय या ज्वालावृत्त कहते हैं ।
विस्तृत उत्तर वाले प्रश्न (Descriptive Type) : 5 MARKS
प्रश्न 1.
प्लेट संचरण सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
हमारी पृथ्वी की ऊपरी आवरण बहुत कठोर, ठोस खंडों एवं भूप्लेटों में विभक्त है। इन प्लेटों की मोटाई इनकी आयतन के अनुपात में कम होती है। महादेश महासागर अथवा महादेश व महासागर दोनों तरह का अंश मिलकर ही प्लेट का निर्माण कर सकते हैं। महासागरीय प्लेटों की अपेक्षा महादेशीय प्लेटों की मोटाई अधिक होती है एवं सभी प्लेटें गतिशील होती है।
ये प्लेट एक प्लास्टिकनुमा सतह पर तैर रहे हैं। इनके बीच-बीच में मध्यम एवं छोटे आकार के प्लेटें भी आती रहती हैं। इस कारण इन प्लेटों के ऊपर स्थित महादेश या महासागर भी संचरित होते रहते हैं। भू-पृष्ठ से 100 से 200 किमी० की गहराई में वाह्य गुरुमंडल के ऐस्योनेस्फीयर का तापमान 1500°C है। इस तापमान में स्थित शिला या चट्टान संपूर्ण या आंशिक रूप से पिघल कर तरल अवस्था में आ जाता है।
ऊपरी स्तर के दबाव के कारण भूगर्भ में मौजूद ये पदार्थ ऊपर की ओर अग्रसर होते हैं। इस प्रकार ताप के परिवहन में एक परिचालन स्रोत बनता है। इस तरह से परिचालन स्रोत जो आस-पास स्थित होते हैं के मध्य में ऊर्ध्वमुखी स्रोत के ऊपर स्थित प्लेटें एक दूसरे से दूर होती हैं।
प्रश्न 2.
नवीनि मोड़दार पर्वतों को नवीन किसलिए कहा जाता है?
उत्तर:
नवीन मोड़दार पर्वत(New Fold Mountain) : पृथ्वी के आन्तरिक शक्तियों के कारण महादेशीय प्लेटों के संघर्षण से पृथ्वी के अधिकांश मोड़दार पर्वतों का निर्माण होता है। इनमें प्रमुख अपलेसियन, युराल, अरावली जैसे पर्वतों का निर्माण लगभग 3-4 करोड़ वर्ष पहले हुआ है। हिमालय, आल्पस, एण्डिज इन पर्वतों का निर्माण 40 लाख वर्ष पहले हुआ और इन मोड़दार पर्वतों की निर्माण की प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हुई है।
इस कारण इनमें उत्थान की क्रिया चलती रहती है। पृथ्वी के निर्माण काल से वर्तमान तक के समय को भू-तात्विक काल कहा जाता है। इसके सापेक्ष में 40 लाख वर्ष पहले का समय नगण्य प्रतीत होता है। इसलिए इस समय के मोड़दार पर्वतों को नवीन एवं 3-4 करोड़ वर्ष पुराने पर्वतों का प्राचीन कहा जाता है। इसलिए हिमालय विश्व का सबसे नवीन मोड़दार पर्वत है और अरावली विश्व का सबसे प्राचीन मोड़दार पर्वत है। इनके अलावा एण्डिज विश्व का सबसे लम्बा मोड़दार पर्वत है।
प्रश्न 3.
प्लेट किनारे और ज्वालामुखी उद्गार के क्या संबंध हैं ?
उत्तर :
अभिसारी प्लेट किनारा के बराबर नीचे की ओर खिसकने वाली महासागरीय प्लेट का कुछ अंश गल कर दरारों के मार्ग में लावा बन कर बाहर निकलता है। प्रशांत महासागर की घाटी में इस तरह की अभिसारी प्लेट किनारा ज्यादा पाये जाते हैं। लगभग (80 प्रतिशत) अग्नि उद्गार बनकर बाहर निकलता है। ठीक इसी प्रकार अपसारी प्लेट किनारा मध्य सामुद्रिक शैलियां या गर्त में मिलने पर समुद्र के नीचे अविरत रूप से अग्निपात घटित होता है। स्थल भाग में इस तरह के प्लेटों से पृथ्वी का 15% भू-भाग जीवंत होता है।
पृथ्वी के 5 प्रतिशत आग्नेयगिरि प्लेट के मध्य स्थल के उत्ताप केन्द्र इसके ऊपर अवस्थित होते हैं। भू-गर्भ की गहराई में तेज सक्रियता की उत्ताप के वृद्धि में ही ऐसे स्थलों का निर्माण होता है। यहीं से ऊर्ध्वमुखी परिचालन सोत के माध्यम से मैग्मा का उद्गार होता है। गुरुमंडल में स्थित इन स्थानों की स्थिति निश्चित है एवं प्लेटों की संचरण या स्थान परिवर्तन होने पर भी इसकी स्थिति नहीं बदलती है।
प्रश्न 4.
विश्व के भू-कंप प्रभावित क्षेत्रों का वर्णन करो ?
उत्तर:
विश्व के अधिकांश भूकंप क्षेत्र ज्वालामुखी क्षेत्रों अथवा नवीन मोड़दार पर्वतों के क्षेत्रों में ही पाये जाते हैं।
(i) हमारी पृथ्वी पर अधिकांश जीवंत भूकंष ज्वालामुखी प्रशान्त महासागर के चारों ओर के समुद्र के तटीय भाग सम्मिलित हो। इसी से इसे प्रशान्त का अग्निवृत्त (Feiory Ring of Pacific) कहते हैं। यहां पर ज्वालामुखी विस्फोटों से भूकंप आते हैं। पृथ्वी के लगभग 40% भूकंप इसी क्षेत्र में आते हैं।
(ii) यह क्षेत्र युरेसिया महाद्वीप के बीच नवीन मोड़दार पर्वतों के सहारे पश्चिम से पूर्व तक फैला है। चहाँ प्राय: विवर्तनिक (Tectonic) एवं भू-संतुलन सम्बन्धी (Isostetic adjustment) क्रियाओं के कारण/भूकंप आते रहते हैं। इस क्षेत्र में विश्व का 34% भूकंप आते हैं।
(ii) कठोर चट्टानों से बने हुए अति प्राचीन भागों का भू-संतुलन अब स्थिर हो चुका है। अत: वे भूकंों से अप्रभावित रहते हैं। ये सब प्राचीन गौण्डावानालैण्ड, अंगारालैण्ड तथा लारोशिया भूमि के अंग हैं। दक्षिण भारत का पठार, ब्राजील का पठार, कनाडा एवं उत्तरी रूस आदि ऐसे ही क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों को भूकपशून्य क्षेत्र कहा जाता है।
प्रश्न 5.
ज्वालामुखी के प्रभावों का वर्णन करो :-
उत्तर:
ज्वालामुखी का प्रभाव : ज्वालामुखी पृथ्वी की आन्तरिक शक्ति का बाह्य रूप है। ऐसी घटना से जहाँ पृथ्वी की भू-प्रकृति, जलवायु में बड़ा परिवर्तन घटित होता है, वहीं दूसरी ओर जीवन सम्पात्ति, ध्वंस जैसी विपदा भी आती है। विध्वंसकारी ज्वालामुखियों या अग्निपात के कारण विश्व के बहुत से भू-भाग लुप्त हो चुके हैं। विसुवियस ज्वालामुखी विस्फोट में प्राचीन रोम का पम्पई शहर बहुत कम समय में नष्ट हो गया था। महादेशीय क्षेत्रों में प्रतिवर्ष 50 से भी अध्रिक
शक्तिशाली ज्वालामुखो का विस्फोट होता है। मनुष्य के जानकारी के पहले ही ये विशाल विस्फोट व लावास्ताव होने लगते हैं। 1902 में माउण्ट पिलि तथा 1980 में सेन्ट ह्वेलन्स में आने वाले ऐसे ही विस्फोटों में जन धन की हानि होती है। साथ ही वायुमंडल के ओजोन स्तर की पर्याप्त क्षति होती है। सन् 1883 में क्राकातोया, 1991 ई० में माउण्ट पिनाहक के विस्फोरण से गैस, भस्म, धुआँ के उठने से बनने वाले, विशाल मेघों ने पृथ्वी के वायुमण्डल को ढंक लिया जिसके कारण सूर्य का प्रकाश और ताप पृथ्वी तक पहुँचने में कठिनाई हुई।
समुद्र के नीचे होने वाली ऐसे विस्फोटों से तटीय अंचलों में जल प्लावन या सुनामी जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। सन् 1983 में क्राकातोआ के विस्फोरण से आने वाली सुनामी में लगभग 40,000 लोगों की मृत्यु हुई। आग्नेय गिरि से संलग्न क्षेत्रों में उष्ण झरने, गीजर से अनेक बार मूल्यवान रत्न एवं खनिजों की भी प्राप्ति होती है। दक्षिण अफ्रीका का किम्बर ले क्षेत्र ऐसा ही क्षेत्र है। जहाँ हीरे की खुदाई होती है।
प्रश्न 6.
भूकंप के विनाशकारी प्रभाव क्या हैं?
उत्तर:
भूकंप के विनाशाकारी प्रभाव :- प्राकृतिक आपदाओं में भूकंप सबसे भीषण एवं विनाशकारी होते हैं। ये हमारे सामने क्षण भर में प्रलय का दृश्य उपस्थित कर देते हैं।
(i) घन जन की हानि :- भूकंप द्वारा थोड़े समय में जितनी अधिक धन-जन की हानि होती है उतना किसी अन्य प्राकृतिक आपदाओं से नहीं होता है। 30 सितम्बर 1993 ई० में महाराष्ट्र राज्य के लातुर एवं उस्मानावाद जिलों में आये भूकंप से लगभग 20,000 लोग मारे गये थे। 26 जनवरी 2001 में गुजरात के कच्छ क्षेत्र में आये भूकंप में 10 हजार से अधिक लोग मारे गये।
(ii) धरातल पर दरारों का पड़ना :- भूकंप के कारण धरातल पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ जाती हैं। जिनमें कभी-कभी पूरा नगर या गाँव समा जाता है।
(iii) जहरीली गैसों का निकलना :- भूकंप के कारण कभी-कभी पृथ्वी के भूगर्भ से जहरीली गैसे निकलती हैं जो पशुओं एवं मनुष्यों के लिए बड़ी घातक होती हैं।
(iv) नदियों में बाढ़ का आना :- नदी में भूकप आने के कारण कभी-कभी उसकी तली उठ जाती है। जिससे नदी का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है और उसमें भयकर बाढ़ आ जाती है।
(v) समुद्रों में लहरों का उठना :- भूकप आने पर समुद्र में भयकर एवं विनाशकारी लहरे उठती हैं। ये लहरे समुद्र तट पर पहुँचकर वहाँ विनाश-लीला शुरू कर देती है। भूकप के कारण सागर तली में उथल-पुथल हो जाने से सागर जल में उत्पम्न लहरों को जापान में सुनामिस (Sunamis) कहते हैं।
(vi) परिवहन में बाधा :- भूकंप से रेल की पटरियाँ मुड़ जाती हैं तथा पुल और टेलीफोन के तार दूट जाते हैं जिससे परिवहन में बाधा पडतती है।
(vii) भूमि का कृषि के अयोग्य होना :- भूकप के कारण कहीं-कहीं उपजाऊ स्थानों पर बालू फैल जाता है साथ ही भूमि के धंसने से कुछ भाग जलमग्न हो जाते हैं। इस प्रकार भूमि कृषि के अयोग्य हो जाती है।
प्रश्न 7.
भूकंष के लाभकारी प्रभाव का वर्णन करो :-
उत्तर :
भूकंष के लाभकारी प्रभाव :- भूकंप से जहां हानि या विनाश होता है वहीं भूकंप से कई लाभ भी है।
(i) नये स्थल रूपों का निर्माण :- भूकंप के कारण कहीं भूमि ऊपर उठ जाती है जिसे नये द्वीप या मैदान बन जाते है। कहीं भूमि धंस जाती है जिससे झोलें बन जाती हैं। ये द्वीप, मैदान व झीलें मानव जीवन के लिए बड़े ही उपयोगी होते हैं।
(ii) उपजाऊ मैदान का निर्माण – भूकंप के कारण कभी-कभी लावा बहने लगता है। यह लावा ऊपजाऊ मिट्टी को जन्म देता है। भूकप के कारण कभी-कभी सागरतटीय जलमग्न भूमि समुद्र से बाहर निकल आते हैं जिससे उपजाऊ तटीय मैदानों की रचना हो जाती है।
(iii) ऊँचे पर्तवों का निर्माण :- भू-सन्तुलन सम्बन्धी भूकंपों से ऊँचे पर्वतों की रचना हो जाती है। ये ऊँचे पर्वत भाप भरी हवाओं को रोक कर वर्षा कराने में सहायता करता है।
(iv) खाड़ियों का निर्माण :- भूकप के कारण कहीं-कहीं पहाड़ और कही-कहीं खाड़ियाँ बन जाती हैं। पहाड़ वर्षा में सहायक होता है और खाड़ियों पर उत्तम बन्दरगाह बन जाते हैं।
(v) नये जल-स्रोतों का निर्माण — भूकप के प्रभाव से धरातल के चट्टानों में अचानक मोड़ (Folding) या भांशन (Faulting) की क्रिया होने से नये जल-स्रोत बन जाते हैं। ये जल-सोत अनेक प्रकार से मानव के लिए उपयोगी है। भूकप के कारण कभी-कभी धरातल के फट जाने से गन्धकीय जल-स्रोत फूट जाते हैं जिसमें स्नान करने से चर्म रोग नष्ट होता है।
(vi) खनिज पदार्थो की प्राप्ति की सुविधा – भूकंप के कारण भू-गर्भ में छिपे खनिज ऊपर उठकर धरातल के समीप आ जाते हैं। जिन्हें खोदकर निकालना आसान होता है।
प्रश्न 8.
उद्गार की अवधि के आधार पर ज्वालामुखी कितने प्रकार के होते हैं? संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर –
उद्गार की अवधि के अनुसार ज्वालामुखी का वर्गीकरण (Classification based on duration of eruption) :- उद्गार की अवधि के आधार पर ज्वालामुखी पर्वतों के निम्नलिखइत तीन भेद हैं :-
(i) सक्रिय ज्वालामुखी (Active volcanoes) :- वे ज्वालामुखी जिनके मुख से सदैव लावा, राख, घूल, घुआँ, जलवाष्प, गैसें अथवा शैलखण्ड निकला करते हैं अथवा किसी भी समय उद्गार की आशा की जा सकती है, उन्हें सक्रिय ज्वालामुखी कहते है। इनका मुख सदैव खुला रहता है। जैसे इटली का एटना, स्ट्राम्बोलियन एवं विसूवियस तथा भारत के अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह के बारेन द्वीप के ज्वालामुखी।
(ii) प्रसुप्त ज्वालामुखई (Dormant volanoes) :- वे ज्वालामुखी दो दीर्घकाल तक शान्त रहने के बाद अचानक किसी समय सक्रिय हो जाते हैं, उन्हें प्रसुप्त ज्वालामुखी कहते हैं। जैसे जापान काफ्यूजीयामा, मैक्सिको का पोपोकेटेपेटी (Popocatepeti) तथा इन्डोनेशिया का क्राकातोआ।
(iii) शान्त या मृत ज्वालामुखी (Extinct volcanoes) :- वे ज्वालामुखी जिनसे अब कोई उद्गार नहीं होता और न तो भविष्य में उद्गार होने की कोई आशा ही रहती है, उन्हें मृत या शांत ज्वालामुखी कहते हैं। इनके मुख ज्वालामुखी पदार्थों एवं लावा के जमने से बन्द हो जाते हैं। बर्मा का पोपा शान्त या मृत ज्वालामुखी का उदाहरण है।
प्रश्न 9.
विश्व के प्रमुख भूकम्प प्रवण क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व के अधिकांश भूकम्प क्षेत्र ज्वालामुखी क्षेत्रों तथआ नवीन मोड़गदार पर्वत जैसे कमजोर एवं अस्थिर क्षेत्रों में आते हैं। इस आधार पर विश्व के भूकम्प प्रवण क्षेत्रों को निम्नलिखित तीन पेटियों में विभाजित किया गया है –
(i) प्रशान्त महासागरीय तटीय पेटी (Circum Pacific Belt) :- इस पेटी के अन्तर्गत प्रशान्त महासागर के चारों ओर के तटीय भाग सम्मिलित हैं। यह विश्व का सबसे विस्तृत भूकम्प क्षेत्र है जहाँ समस्त पृथ्वी के 70% भूकम्प आते हैं। यह ज्वालामुखी क्षेत्रों की प्रमुख पेटी है इसीलिए प्राशन्त महासागरीय अग्निवलय (Pacific Ring fire) कहते हैं। यहाँ ज्वालामुखियों के विस्फोटों के कारण भूकम्प आया करते हैं।
(ii) मध्य महाद्वीपीय पेटी (Mid Continental Belt) :- यह पेटी महाद्वीपीय प्लेट अभिसरण क्षेत्र में नवीन मोड़दार पर्वतों के सहारे भूमध्य सागर से लेकर आल्पस, काकेशश, हिमालय से होते हुए पूर्वी-द्वीप समूह तक विस्तृत है। यहाँ विवर्तनिक (Tectonic) एवं भू-संतुलन सम्बन्धी क्रियाओं के कारण भूकम्प आते हैं। विश्व की 20 प्रतिशत भूकम्पीय घटनाएँ इस क्षेत्र में घटित होती हैं।
(iii) मध्य अटलांटिक पेटी (Mid Atlantic Belt) – यह पेटी मध्य अटलांटिक कटक के सहारे उत्तर में आइसलैण्ड से लेकर दक्षिण में बोवेट द्वीप तक विस्तृत है। यहाँ भूकम्प का मुख्य कारण प्लेटों के अपसरण के कारण ज्वालामुखी का दरारी उद्गार है।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (Multiple Choice Question & Answer) : (1 Mark)
प्रश्न 1.
पृथ्वी का भू-पटल चारों ओर समान है :-
(a) स्थिर
(b) अस्थिर
(b) व्यवक्रित
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(b) अस्थिर
प्रश्न 2.
सबसे पहले प्लेट शब्द का प्रयोग किया था :-
(a) वेगनर
(b) पारकर
(c) जे॰ड़ी॰ विलसन
(d) निकोलसन
उत्तर :
(c) जे०डी० विलसन
प्रश्न 3.
हमारी पृथ्वी पर बड़ी प्लेटों की संख्या है :-
(a) 18
(b) 6
(c) 10
(d) 15
उत्तर :
(b) 6
प्रश्न 4.
पृथ्वी पर सभी प्लेटों की स्थित है :-
(a) गतिवान
(b) अस्थिर
(c) स्थिर
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(c) स्थिर
प्रश्न 5.
प्लेट संचरण तथ्यों का पता चला –
(a) 1970 में
(b) 1967 ई० में
(c) 1980 में
(d) 1990 में
उत्तर :
(b) 1967 ई० में
प्रश्न 6.
प्लेट संचरण का विस्तृत व्याख्या किया था –
(a) टामेली ना
(b) विल्सन ने
(c) मोर्गन ने
(d) पारकर ने
उत्तर :
(c) मोर्गन ने
प्रश्न 7.
जिस स्थान पर प्लेटें एक दूसरे से दूर होती जाती है, उसे कहा जाता है :
(a) गठनकारी प्लेट किनारा
(b) संगठन प्लेट किनारा
(c) अपसारी प्लेट किनारा
(d) अभिसारी प्लेट किनारा
उत्तर :
(c) अपसारी प्लेट किनारा
प्रश्न 8.
अफ्रीकन और अमेरिकन महाद्वीपों की प्लेटों के परस्पर दूर हटने से बनने वाली गर्त का नाम है।
(a) प्रशान्त महासागर
(b) अटलांटिक महासागर
(c) अरब सागर
(d) हिन्द महासासागर
उत्तर :
(b) अटलांटिक महासागर
प्रश्न 9.
जिस स्थान पर प्लेट परस्पर समानांतराल में पास-पास संचरित होता है वह क्षेत्र कहलाता है :-
(a) ट्रान्सफार्म प्लेट किनारा
(b) गरुन कारी प्लेट किनारा
(c) एण्डीज प्लेट किनारा
(c) तटवर्ती किनारा।
उत्तर :
(a) ट्रान्सफार्म प्लेट किनारा
प्रश्न 10.
भारतीय और यूरोशियाई प्लेटों के संघर्ष से जिस पर्वत श्रेणी का निर्माण हुआ है उसका नाम है :-
(a) आल्पस
(b) हिमालय
(c) एण्डीज
(d) एवरेस्ट
उत्तर :
(b) हिमालय
प्रश्न 11.
एक सक्रिय ज्वालामुखी का नाम है :-
(a) एटना
(b) बिसुवियस
(c) स्ट्राबोली
(d) प्यूजियामा
उत्तर :
(c) स्ट्राबोली
प्रश्न 12.
एक प्रसुप्त ज्वालामुखी का नाम है :-
(a) फ्यूजियामा
(b) घाटकुटिन
(c) बैरन
(d) एटना
उत्तर :
(a) फ्यूजियामा
प्रश्न 13.
एक मृत ज्वालामुखी का उदाहरण है :-
(a) एटना
(b) घाटकुटिन
(c) क्राकाटोआ
(d) बैरन
उत्तर :
(b) घाटकुटिन
प्रश्न 14.
भूकंप को मापने वाला यंत्र है :-
(a) सिस्मोग्राफी
(b) सिस्मोग्राफ
(c) बैरोमीटर
(d) थर्मोमीटर
उत्तर :
(b) सिस्मोग्राफ
प्रश्न 15.
भू-गर्भ के नीचे जिस स्थान से भूकंप का उद्गम होता है। वह कहलाता है :-
(a) भूकप तरंग
(b) भूकंप अन्तः केन्द्र
(c) भूकंप का उपकेन्द्र
(d) भूकंष का बाह्म केन्द्र
उत्तर :
(b) भूकंप अन्त: केन्द्र
प्रश्न 16.
वेगनर ने समस्त संलग्न स्थल भाग का नाम रखा –
(a) पैंजिया
(b) पैंथालालास
(c) लारेशिया
(d) गोण्डवाना
उत्तर :
(a) पैंजिया
प्रश्न 17.
पृथ्वी के अधिकांश जीवंत या जागृत ज्वालामुखी एक चक्र की तरह घेरे हुए हैं –
(a) प्रशान्त महासागर के तटिय क्षेत्र में
(b) अटलाण्टिक महासागर के तटिय क्षेत्र में
(c) हिन्द महासागर के तटिय क्षेत्र में
(d) आर्कटिक महासागर के तटिय क्षेत्र में
उत्तर :
(a) प्रशान्त महासागर के तटिय क्षेत्र में
प्रश्न 18.
एस्थेनोस्फेयर या दुर्बलता मण्डल का तापमान है –
(a) 1500°C
(b) 1000°C
(c) 2000°C
(d) 800°C
उत्तर :
(a) 1500°C
प्रश्न 19.
मध्य महासागरीय कटकों (Mid-ocenic Ridges) का निर्माण होता है –
(a) अपसारी प्लेट किनारों के सहारे
(b) संरक्षी या निरपेक्ष प्लेट किनरों के सहारे
(c) अभिसारी प्लेट किनारों के सहारे
(d) इनमें से कहीं भी नहीं
उत्तर :
(a) अपसारी प्लेट किनारों के सहारे –
प्रश्न 20.
कैलिफोर्निया का सैन ऑन्ड्रिज फॉल्ट (San – Andreas fault) उदाहरण –
(a) अपसारी प्लेट किनारा का
(b) निरपेक्ष या संरक्षी प्लेट किनारा का
(c) अभिसारी प्लेट किनारा का
(d) इनमें से किसी का भी नहीं
उत्तर :
(b) निरपेक्ष या संरक्षी प्लेट किनारा का
प्रश्न 21.
भारत का बैरन है, एक –
(a) सुप्त ज्वालामुखी
(b) सक्रिय ज्वालामुखी
(c) मृत ज्वालामुखी
(d) गर्म झरना
उत्तर :
(b) सक्रिय ज्वालामुखी
प्रश्न 22.
विश्व के 80 प्रतिशत ज्वालामुखी पाए जाते हैं –
(a) अपसारी प्लेट किनारों के क्षेत्र में
(b) संरक्षी प्लेट किजारों के क्षेत्र में
(c) अभिसारी प्लेट किनारों के क्षेत्र में
(d) उत्ताप केन्द्र (Hot spot) पर
उत्तर :
(c) अभिसारी प्लेट किनारों के क्षेत्र में
प्रश्न 23.
सर्वाधिक विनाशकारी भूकम्पीय तरंग है –
(a) द्वितीय तरंग या ‘S’ तरंग
(b) प्राथ्थमिक तरंग या ‘p’ तरंग
(c) Pg तरंग
(d) पृष्ठ तरंग
उत्तर :
(d) पृष्ठ तरंग
प्रश्न 24.
विश्व के 70 प्रतिशत भू-कम्प आते हैं –
(a) मध्य महाद्वीपीय पेटी में
(b) प्रशान्त महासागर के तटीय क्षेत्रों में
(c) मध्य अटलाण्टिक पेटो में
(d) अन्य क्षेत्रों में
उत्तर :
(b) प्रशान्त महासागर के तटीय क्षेत्रों में
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. हमारी पृथ्वी का भूपटल सर्वत्र ________अवस्था में नहीं है।
उत्तर : स्थिर
2. हमारी पृथ्वी की आंतरिक शक्ति के कारण ________पर परिवर्तन होता है।
उत्तर : भू-पृष्ठ
3. ________के विघनट से स्थल भाग दूटकर अलग-अलग दिशा में संचालित हो गया।
उत्तर : पैंजिया
4. हमारी पृथ्वी पर ________प्रमुख प्लेटें हैं।
उत्तर : 7
5. हमारी पृथ्वी पर से ________भी अधिक ज्वालामुखी है।
उत्तर : 1000
6. अम्लीय लावा में की ________मात्रा अधिक होती है।
उत्तर : सिलिका
7. ________के संपर्क में आकार भू-गर्भ का जल गर्म होकर उष्ण झरना के रूप में बाहर निकलता है।
उत्तर : मैग्मा
8. क्षारीय लावा में की ________मात्रा कम होती है।
उत्तर : सिलिका
9. हमारी पृथ्वी के निर्माण काल से वर्तमान तक के ________समय को कहते हैं।
उत्तर : भू-तात्विक
10. हिमालय, आल्पस ________श्रेणी के पर्वतों के प्रमुख उदाहरण हैं।
उत्तर : मोड़दार
11. माउण्ट फ्यूजियामा ________पर्वत है।
उत्तर : ज्वालामुखी
12. प्लेटों की मोटाई उनके ________के अनुपात में कम है।
उत्तर : आयतन
13. अभिसारी प्लेट किनारों को ________प्लेट किनारा भी कहते हैं।
उत्तर : विनाशात्मक
14. सिसली का माउण्ट एटना एक ________ ज्वालामुखी है।
उत्तर : सक्रिय
15. ________ ज्वालामुखी अत्यन्त खतरनाक होते हैं ।
उत्तर : सुप्त
16. ________ज्वालामुखी में भविष्य में पुन: उद्गार की सम्भावना बहुत कम है।
उत्तर : मृत
17. मोनालोया ________लावा से निर्मित ज्वालामुखी पर्वत है ।
उत्तर : क्षारीय
18. संयुक्त राज्य अमेरिका के इयालोस्टोन नेशनल पार्क का ________गीजर विश्व प्रसिद्ध है।
उत्तर : ओल्ड फेथफुल
19. भूकम्प की प्रवणता के अनुसार भारत को ________अंचलों में विभिक्त किया गया है।
उत्तर : पाँच
20. ज्वालामुखी विस्फोट से वायुमण्डल के ________स्तर को क्षति पहुँचती है।
उत्तर : ओजोन
सही कथन के आगे ‘ True ‘ एवं गलत कथन के आगे ‘ False ‘ लिखिए : (1 Mark)
1. हमारी पृथ्वी का धरातल स्थिर है।
उत्तर : False
2. भारत का एक ज्वालामुखी पर्वत बैरन है।
उत्तर : True
3. पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों के कारण धरातल पर परिवर्तन होता है।
उत्तर : True
4. हमारी पृथ्वी पर 17 प्रमुख प्लेटें हैं।
उत्तर : False
5. पृथ्वी की प्लेटें गतिमान हैं।
उत्तर : True
6. कालांतर में पृथ्वी के संपूर्ण भाग आपस में मिले हुए थे जिसको पैजिया कहा जाता था।
उत्तर : True
7 ट्रांसफार्म प्लेट के किनारे पर न तो किसी नये भू-पृष्ठ का निर्माण होता है और न ही पुराने भू-पृष्ठ का विनाश होता है।
उत्तर : True
8. ट्रांसफार्म प्लेट के किनारे को ही निरपेक्ष प्लेट का किनारा कहा जाता है।
उत्तर : True
9. मोड़दार पर्वत महासगरीय प्लेटों के संघर्षण के कारण ही बनते हैं।
उत्तर : False
10. यूरोशिया और अफ्रीकी प्लेटों के संघर्ष के कारण ही हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ है।
उत्तर : False
11. माउण्ट फ्यूजियामा जापान का एक मोड़दार पर्वत है।
उत्तर : False
12. इटली में स्थित विसुवियस ज्वालामुखी पर्वत है।
उत्तर : False
13. क्षारीय लावा में सिलिका की मात्रा कम होती है।
उत्तर : True
14. भू-गर्भ स्थित जिस स्थान से भूकंप की उत्पत्ति होती है उसे फोकस या अन्तः केन्द्र कहते हैं।
उत्तर : ……..
15. भूकंष का पूर्वाभास नहीं दिया जा सकता है।
उत्तर : True
16. विश्ष में सबसे ज्यादा भू-कंप परि-प्रसान्त पेटी में आता है।
उत्तर : False
17. भूगर्भ में जिस स्थान से भूकंप की उत्पत्ति होती है उसे भू-कंप का केन्द्र कहते हैं।
उत्तर : True
18. दक्षिण भारत का पठार भूकंप शून्य क्षेत्र है।
उत्तर : True
19. अपने निर्माण काल से ही पृथ्वी लगातार परिवर्तित होती आ रही है।
उत्तर : True
20. प्लेटों के ऊपर स्थित महादेश या महासागर स्थिर अवस्था में हैं।
उत्तर : False
21. प्रशान्त महासागरीय प्लेट वर्ष में 5 सें०मी० पश्चिम की ओर अग्रसर हो रही है।
उत्तर : False
22. भूगर्भ में स्थित गाढ़े तरल पदार्थ को लावा कहते हैं।
उत्तर : False
23. मैक्सिको का पारकुटिन एक मृत ज्वालामुखी है।
उत्तर : True
24. भूकम्प उत्पत्ति केन्द्र से प्रसारित होने वाले कम्पन्न को भूकम्प तरंग कहते हैं।
उत्तर : True
25. रिक्टर स्केल पर ‘6’ की मात्रा वाले भूकम्प अधिक क्षति पहुँचाने वाले होते हैं।
उत्तर : True