Detailed explanations in West Bengal Board Class 7 History Book Solutions Chapter 8 मुगल साम्राज्य का संकट offer valuable context and analysis.
WBBSE Class 7 History Chapter 8 Question Answer – मुगल साम्राज्य का संकट
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type) : 1 MARK
प्रश्न 1.
शिवाजी के पिता का क्या नाम था?
उत्तर :
शाहजी भोंसले।
प्रश्न 2.
शिवाजी ने किस यंत्र से अफजल खाँ की हत्या की थी?
उत्तर :
बघनख से।
प्रश्न 3.
पुरन्दर की सन्धि कब हुई?
उत्तर :
सन् 1665 ई० में।
प्रश्न 4.
शिवाजी का राज्याभिषेक कहाँ हुआ था?
उत्तर :
रायगढ़ में।
प्रश्न 5.
खालसा संगठन की स्थापना किसने की?
उत्तर :
गुरुगोबिन्द सिंह।
प्रश्न 6.
औरंगजेब की मृत्यु कब हुई थी?
उत्तर :
सन् 1707 ई० में।
प्रश्न 7.
दिल्ली-आगरा प्रदेश के जाट मूलतः क्या थे?
उत्तर :
किसान।
प्रश्न 8.
तेग बहादुर की हत्या किसने की थी।
उत्तर :
मुगलों ने।
प्रश्न 9.
शिवाजी के माता का नाम क्या था?
उत्तर :
जीजाबाई।
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (Brief Answer Type) : 3 MARK
प्रश्न 1.
हिन्दू पादशाही क्या थी?
उत्तर :
शिवाजी की मृत्यु के बाद पेशवा प्रथम बाजीराब ने हिन्दू राजाओं को साथ में लेकर एक हिन्दुत्ववादी साम्राज्य की स्थापना का योजना बनाई थी। उनके इस हिन्दू राजा के आदर्श को हिन्दू पादशाही कहा जाता था।
प्रश्न 2.
माउयाली क्या था?
उत्तर :
शिवाजी जब पुणे के आस-पास के प्रदेशों में आक्रमण कर रहे थे उस समय माउवाल प्रदेश से उन्होंने एक दल पैदल सैनिकों की सेना की नियुक्ति की। इन्हें ही मावले या माउयाली कहा जाता था।
प्रश्न 3.
अठर प्रधान क्या था।
उत्तर :
शिवाजी ने एक सुपरिकल्पित एवं स्वाधीन शासन व्यवस्था की शुरुआत की। उन्होने अपने शासन व्यवस्था में आठ मंत्रियों की नियुक्ति की। इन आठ मंत्रियोंको अठर प्रधान कहा जाता था।
प्रश्न 4.
औरंगजेब के शासन काल में क्या-क्या अर्थनैतिक और राजनीतिक परिवर्तन हुए थे।
उत्तर :
औरंगजेब के शासन काल में अर्थनैतिक व राजनीतिक परिवर्तन वृहद स्तर पर हुआ था। इसके शासन काल में मनसबदारी, जागीरदारी एवं कृषि आदि अनेक समस्याएँ आने लगी। इसके शासन काल में लगातार खराब कृषि जमीन उर्वरता से कृषि उत्पादन घटता रहा।
प्रश्न 5.
कब और किसके बीच पुरन्दर की संधि हुई थी? इस संधि का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर :
1665 ई० में औरंगजेब, जय सिंह और शिवाजी के बीच पुरन्दर की संधि हुई थी। इस संधि की शर्त के अनुसार शिवाजी तेईस दुर्ग छोड़ने के लिए बाध्य हुए।
प्रश्न 6.
मुगल काल के अंतिम समय में जागीरदारी और मनसबदारी व्यवस्था में क्यों संकट उत्पन्न हुआ था? मुगल साम्राज्य के ऊपर इस संकट का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर :
जागीरदारी एवं मनसबदारी संकट के साथ उस युग का कृषि संकट भी जुड़ गया। उस समय फसल का उत्पादन बढ़ा था लेकिन कृषि के ऊपर निर्भरशील लोगों की संख्या भी काफी बढ़ चुकी थी। दक्षिण में युद्ध के समय राजस्व वरु के लिए मुगल मनसंगद मराठा सरदारों की मदद लेते थे। इसका मतलब यह है कि इन सभी प्रदेशों में मुगलों का नियंन्रे कमजोर पड़ गया था।
प्रश्न 7.
शिवाजी के साथ मुगलों के द्वन्दू का क्या कारण था?
उत्तर :
शिवाजी को जब आगरा के दुर्ग में बन्दी बनाया गया तो वे बहुत अपमानित हुए और तभी से मुगलों के साथ द्वन्द्व शुरू हो गया। शिवाजी के नेतृत्व में मराठा शक्ति एकजुट होकर द्वृन्द्व शुरू कर दिया। मुगलों के विरुद्ध मराठों में राष्ट्रीय चेतना की भावना जाग आयौ।
प्रश्न 8.
बीजापुर और गोलकुण्डा विजय के पश्चात मुगलों को क्या फायदा हुआ था?
उत्तर :
बीजापुर एवं गोलकुण्डा विजय के बाद दक्षिण के विशाल प्रदेश मुगलों के अधीन आ गया। इस प्रदेश की सबसे अच्छी जमीन को मुगल विशेष जमीन के रूप में रखा लेकिन उन्हें जागीरदारी के रूप में नहीं दिया जाता था। इस जमीन का राजस्व सरकारी कोषागार में जमा होता था।
विस्तृत उत्तर वालें प्रश्न (Detailed Answer Questions) : 5 MARK
प्रश्न 1.
शिवाजी के बारे में क्या जानते हो? शिवाजी के साथ मुगल द्वन्दू के बारे में बताइए।
उत्तर :
शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोसले था जो बीजापुर के सुल्तान के जागीरदार थे। उनकी माँ का नाम जीजाबाई था। शिवाजी अपने शिक्षक कोण्ड देव से काफी प्रभावित थे।
शिवाजी की उभरती शक्ति को देखकर अफजल खान ने शिवाजी को मारने की कोशिश की लेकिन शिवाजी बच गये। शिवाजी ने दो बार सुरत पर आक्रमण किया। इनको दमन करने के लिए शाइस्ता खान को भेजा गया। जय सिंह ने पुरन्दर की संधि करवायी जिसके अन्तर्गत वह शिवाजी को तेईस दुर्गो को छोड़ने के लिए बाध्य किया । शिवाजी को जब आगरा के दुर्ग में बन्दी बनाया गया तो वह बहुत अपमानित हुए और तभी से मुगलों के साथ द्वन्द्व शुरू हो गया।
प्रश्न 2.
मुगलों के विरुद्ध सिखों ने अपने आपको कैसे संगठित किया?
उत्तर :
जहाँगीर एवं शाहजहाँ के समय से ही मुगलों का सिख के साथ द्वन्द्व स्थापित हो चुका था। गुरु रामदास के पुत्र अर्जुन देव के काल से यह द्वन्द्व और जटिल रूप लेने लगा। अनेक रूपों से अलग-अलग तरीकों से धार्मिक आधात पहुँचाने की वजह से सिख असंतुष्ट थे। इन्हीं सब वजह से वे लोग अब एक संगठित रूप लेने लगे। यह संगठित रूप मुगल साम्राज्य को भारत से उखाड़ फेंकना चाहता था। किन्तु इस कार्य हेतु विशाल सेना की आवश्यकता थी। इसी वजह से वे लोग एक नेतृत्व के अधीन अपने को संगठित करने लगे।
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो (Fill in the blanks) : (1 Mark)
1. _______ के शासन काल में मुगल साप्राज्य काफी विस्तृत हो चुका था।
उत्तर : औरंगजेब
2. युद्ध कला में निपुण मराठों का निवास स्थल _______ और _______ प्रदेश था।
उत्तर : पूणा, कोंकण
3. शिवाजी अपनी माँ जीजाबाई एवं शिक्षक _______ से गंभीर रूप से प्रभावित हुए।
उत्तर : कोण्ड देव
4. शिवाजी की शक्ति वृद्धि को _______ द्वारा स्वीकार कर लेना सम्भव नहीं था।
उत्तर : औरंगजेब
5. मुगल सप्राट जहाँगीर और शाहजहाँ के शासन काल में मुगलों के साथ _______ का युद्ध हुआ था।
उत्तर : सिखों
6. गुरु अर्जुन देव का पुत्र _______ एक साथ दो तलवार रखते थे।
उत्तर : हरगोविन्द
7. शाहजहाँ के समय से ही _______ और _______ व्यवस्था की समस्या देखी जाती थी।
उत्तर : मनसबदारी, जागीरदारी
8. जागीरदारी एवं मनसबदारी संकट के साथ उस युग का _______ भी जुड़ गया।
उत्तर : कृषि संकट
नीचे दिये गये नामों में से कौन-सा नाम उस समूह से नहीं मिल रहा है। उसके नीचे (✓) का निशान लगाओ।
1. पूना, कोंकण, आगरा, बीजापुर
उत्तर : आगरा
2. बन्दा बहादुर, अफजल खान, शाइस्ता खान, मुआज्जम
उत्तर : बन्दा बहादुर
3. अष्ट प्रधान, वर्गी, मावले, खालसा
उत्तर : खालसा
4. रामदास, तेगबहादूर, जयसिंह, हरगोविन्द
उत्तर : जयसिंह
5. केश, कृपाण, कलम, कंघी।
उत्तर : कलम
सही मिलान करो Match the following : (1 Mark)
प्रश्न 1.
क | ख |
(i) रायगढ़ | (a) नाट नौल |
(ii) हिन्दू पादशाही | (b) शिवाजी |
(iii) गोलकुण्डा | (c) उत्तर-पश्चिमी सीमान्त |
(iv) सत्नागी | (d) प्रथम बाजीराव |
(v) पठान उपजाति | (e) दक्षिण प्रान्त |
उत्तर :
क | ख |
(i) रायगढ़ | (b) शिवाजी |
(ii) हिन्दू पादशाही | (d) प्रथम बाजीराव |
(iii) गोलकुण्डा | (e) दक्षिण प्रान्त |
(iv) सत्नागी | (a) नाट नौल |
(v) पठान उपजाति | (c) उत्तर-पश्चिमी सीमान्त |
प्रश्न 2.
क | ख |
(i) संघात | (a) मावले |
(ii) मनसबदार | (b) पेशवा |
(iii) अष्टप्रधान | (c) जागीरदार |
(iv) खालसा | (d) युद्ध |
(v) माउयाली | (e) अच्छी जमीन |
उत्तर :
क | ख |
(i) संघात | (d) युद्ध |
(ii) मनसबदार | (c) जागीरदार |
(iii) अष्टप्रधान | (b) पेशवा |
(iv) खालसा | (e) अच्छी जमीन |
(v) माउयाली | (a) मावले |
पाठ सारांश :
औरंगजेब के शासन काल में मुगल साम्राज्य का काफी विस्तार हो चुका था एवं मनसब को लेकर कुलीनों के बीच द्वन्द्व शुरू हो गया था। उसी समय मराठा शक्ति का उदय हुआ। उनका मुगलों के साथ संघर्ष था। सिखों के साथ भी मुगलों के रिश्ते अच्छे नहीं थे।
राजस्व में मूल्य वृद्धि के लिए जमीन से ज्यादा आय का स्रोत बढ़ाना चाहते थे। इसका दबाव जमीनदारों और किसानों पर पड़ा।
सम्राट अकबर के शासन काल में पुस्तकों की अलंकरण कला के बहुत सारे उदाहरण मिलते हैं। सुल्तान फिरोजशाह तुगलक के शासन में शास्त्रीय संगीत की चर्चा जारी थी।
भक्ति धर्म का प्रभाव बंगला साहित्य पर गहरा पड़ा। श्री चैतन्य व दूसरे वैष्णव भक्तिवाद को लेकर बहुत सारा साहित्य लिखा गया।